वर्की फाउंडेशन, जो यूनेस्को के सहयोग से वैश्विक शिक्षक पुरस्कार देता है, उसमें बिहार के रहने वाले गणित के शिक्षक सत्यम मिश्रा और हैदराबाद निवासी मेघना मुसुनूरी जो अंग्रेजी, गणित और सामाजिक अध्ययन की शिक्षिका हैं, दोनों का नाम शामिल है। इस पुरस्कार के लिए 8,000 नामांकन आए थे, जिसमें से मात्र 50 अध्यापकों का नाम शामिल किया गया। 8,000 नामों में 121 देशों के बेहतरीन अध्यापकों का नाम शामिल था। यह हर भारतीय के लिए काफी गर्व की बात है कि उन 50 पचास सर्वश्रेष्ठ अध्यापकों में 2 नाम भारतीय शिक्षकों का हैं।
सत्यम मिश्रा का संकल्प है कि वे बच्चों को गणित बोरिंग तरीके से पढ़ाने की बजाय उसे और रोचक तरीके से पढ़ाएंगे और बच्चों के दुनिया को देखने के तरीके में सकारात्मक बदलाव लाएंगे। सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने गणित को आसान बनाने के लिए और मल्टीप्लिकेशन को मजेदार बनाने के लिए कुछ रोचक और आसान फार्मूले भी बनाए हैं।
मेघना मुसुनूरी को लोग परोपकारी और जुनूनी उद्यमी कहते हैं। वो हैदराबाद स्थित फाउंटेनहेड ग्लोबल स्कूल एंड जूनियर कालेज की फाउंडर और मैनेजर हैं। सत्यम मिश्रा और मेघना मुसुनूरी की इन्हीं खूबी की वजह से उन्हें वैश्विक शिक्षक पुरस्कार के लिए चुना गया है।