चीन के हाइपरसोनिक मिसाइल के परीक्षण के खबरों के आने के बाद अब अमेरिकन कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस की रिपोर्ट के अनुसार रूस के साथ मिलकर भारत देश हाइपरसोनिक हथियारों को विकसित कर रहे हैं। वैसे तो चीन ने मिसाइल परीक्षण के खबरों से साफ़ पल्ला झाड़ लिया था और इस खबर को फ़र्ज़ी साबित किया था, जबकि पूरी दुनिया के देश इस बात को सही मान रहे हैं। अमेरिकन कांग्रेस ने अपनी रिपोर्ट में यह भी दावा किया है कि भारत और रूस मैक-7 हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल 'ब्रह्मोस-2' में एक दूसरे का सहयोग किया है। वैसे तो इस काम को 2017 में पूरा होना था, लेकिन रिपोर्ट के अनुसार यह लगभग 2025 से 2028 के बीच में तैयार होगी।