कालीन के कच्चे माल की कीमतों में हुई बढ़ोत्तरी

722
10 May 2022
8 min read

News Synopsis

भारत India में कालीन नगरी Carpet City नाम से विख्यात यूपी UP का छोटा सा जिला भदोही Bhadohi पूरे विश्व में अपने कालीन Carpet के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना Global Epidemic Corona के प्रभाव से यहाँ उपयोग होने वाले कच्चे माल की कीमतों में आई भारी बढ़ोत्तरी चिंता का विषय बनी हुई है। इससे निर्यातकों के सामने विकट समस्या उत्पन्न हो गई है।

कच्चे माल Raw Material की कीमतों में 40 से 45 फीसद वृद्धि हो गई है। इससे उत्पादन लागत बढ़ गई जबकि आयातक उस अनुपात में दाम बढ़ाने को तैयार नहीं हैं। वहीं दूसरी ओर लोगों का मानना है कि कीमतों को कम करने के लिए सरकार की ओर से कोई उपाय नहीं किया गया तो कालीन उद्योग को संभालना मुश्किल हो जाएगा।

निर्यातकों का कहना है कि कोरोना से मुक्ति मिलने व विश्व बाजार में व्यवसाय पटरी पर आने के बाद कालीनों की मांग बढ़ी थी। जिससे कच्चे माल की क़ीमतों में इज़ाफ़ा हुआ था। कालीन निर्यातक Carpet Exporter आलोक बरनवाल  Alok Barnwal बताते हैं कि जूट या देशी वूलन यार्न जिसका दाम 30 से 40 रुपये प्रति किलो बढ़ गया है उसको कम करने के लिए सरकार के पास सीमित विकल्प है।

जूट का निर्यात बांग्लादेश Bangladesh को किया जाता है। उसे बंद कर कीमत में कमी की जा सकती है। सूती कपड़ा और धागों का निर्यात रोककर दाम नियंत्रित किए जा सकते हैं। आयातकों से अब भी आर्डर मिल रहा है लेकिन उत्पादन ठप होने से आपूर्ति करना मुश्किल है।

Podcast

TWN In-Focus