रूस से संबंध पर विदेश मंत्री के बयान की दुनियांभर में हो रही चर्चा, जानें क्या कहा?

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12 Oct 2022
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News Synopsis

भारत India के विदेश मंत्री एस जयशंकर External Affairs Minister S Jaishankar लगातार विदेश की यात्रा Foreign travel कर रहे हैं। उनके बयानों और भारत की कूटनीति की काफी प्रशंसा भी की जा रही है। सोमवार को उन्होंने अपने बयान में कहा था कि पश्चिमी देशों Western countries से हथियारों के सप्लाई ना होने की वजह से भारत की निर्भरता रूस Russia पर थी। वहीं यूक्रेन Ukraine को लेकर स्पष्ट और तीखा रुख रखने को लेकर भी भारत के विदेश मंत्री की तारीफ की गई। ऑस्ट्रेलिया Australia दौरे के समय उन्होंने अपने बयान में कहा कि, पश्चिमी देश देख रहे हैं कि हमारे पड़ोस में ही एक सैन्य तानाशाही Military dictatorship वाला देश है फिर भी उसको सहयोगी बना रहे हैं।

गौर करने वाली बात ये है कि फरवरी में जब से रूस ने यूक्रेन पर हमला किया, तब से पश्चिमी देश रूस को अलग-थलग करने के प्रयास कर रहे हैं। रूस दुनिया के कई देशों को हथियार और ईंधन सप्लाई  Arms and fuel supply करता है। कई देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। हालांकि भारत ने ऐसा नहीं किया है। रूस से तेल आयात करने के सवाल पर जयशंकर ने अगस्त में कहा था, 'हम उस देश से आते हैं जहां प्रति व्यक्ति आय 2 हजार डॉलर है। यहां लोग ऊंची कीमतों में तेल नहीं खरीद सकते हैं।' भारत के हितों को प्राथमिकता देते हुए उन्होंने कहा था, हमारा कर्तव्य है कि हम अपने लोगों को दुनिया में जो सबसे अच्छा सौदा हो वह उपलब्ध करवाएं ताकि उन्हें महंगाई से ना जूझना पड़े।

पाकिस्तान  Pakistan को एफ-16 पैकेज देने पर विदेश मंत्री ने अमेरिका को खरी-खरी सुनाई थी। उन्होंने कहा था कि आप किसी को बेवकूफ नहीं बना सकते। उन्होंने कहा था, ईमादारी से बताऊं तो इस कदम से ना तो पाकिस्तान का भला होने वाला है और ना ही अमेरिका का। उन्होंने कहा था कि इससे भारत और अमेरिका India and America के संबंध पर असर पड़ सकता है।

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