किसान किसी भी फसल की खेती इसलिए करता है ताकि वह उससे निकलने वाले उत्पाद को मंडी में बेचकर अच्छे पैसे कमा सके। कुछ स्थानों पर तो कुछ मुख्य फसलों का उत्पादन किया जाता है क्योंकि वह फसल वहां की मिट्टी में अधिक उपजाऊ रहती है। इन्हीं स्थानों से पूरे देश में उस वस्तु की आपूर्ति की जाती है। परन्तु कभी-कभी यही कारण किसानों के लिए नुकसानदायक सिद्ध होने लगता है। इस वक़्त यही हो रहा है मध्य प्रदेश के किसानों के साथ। मध्य प्रदेश की मिट्टी मिर्ची उत्पादन के लिए अधिक सहज है। यही कारण है कि वहां के किसान अधिकतम मिर्ची की खेती करते हैं। मध्य प्रदेश में इस समय मिर्च का इतना अधिक उत्पादन किया जा रहा है कि उसकी अधिकता के कारण बाजार में मिर्च किसानों से बहुत सस्ते दामों पर खरीदा जा रहा है। किसानों को अपनी लागत का भी पूरा मूल्य नहीं मिल पा रहा है। किसानों को मिर्च की खेती नुकसानदेह साबित हो रही है। हालांकि किसान यदि इस समस्या से बचना चाहें तो मिर्च से और अन्य उत्पाद जैसे हरी मिर्च के अचार, मिर्च पाउडर को बनाकर, सूखी मिर्च को बाजार में बेच सकते हैं। इससे उन्हें उत्पाद का अच्छा मूल्य मिलेगा और मिर्च के दाम में भी बढ़ोतरी होगी। हां इस काम में किसान को थोड़ा समय अवश्य लग सकता है।