देश में किसानों Farmers को आलू की खेती Potato Cultivation के लिए अब आलू की बोरियां Potato Bags लादनी नहीं पड़ेंगी। अब किसान आलू की पैदावार CPRI Shimla के द्वारा तैयार किए गए आलू बीज Potato Seeds से कर सकेंगे। इसका फायदा यह भी होगा कि किसानों को खेतों में बीजने के लिए बाजार से बोरियां लादकर लाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और न ही फसल के लिए आलू को काटकर बोने की जरूरत पड़ेगी। केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान Central Potato Research Institute (सीपीआरआई) शिमला ने पहली बार आलू बीज True Potato Seed तैयार किया है।
इसे निजी कंपनियों Private Companies के जरिए किसानों को उपलब्ध करवाना शुरू कर दिया है। बीज से पहले खेतों में पनीरी तैयार करेंगे, उसके बाद तैयार पौध रोपे जाएंगे। यह आलू बीज देश के पहाड़ी Hill, पूर्वोत्तर और पूर्वी मैदानी राज्यों North Eastern and Eastern Plains State को लक्षित कर बनाया गया है। कंद वाले आलू बीज के मुकाबले लागत बेहद कम हो जाएगी।
गौरतलब है कि इस बीज की तकनीक को सीपीआरआई पटना CPRI Patna ने विकसित किया है। अब पहली बार इसका उत्पादन शिमला में किया गया है। सीपीआरई शिमला ने 92-पीटी-27 के नाम से इसे मान्यता दी है।