डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर डेयरी और डेली आवश्यक वस्तुओं का ब्रांड कंट्री डिलाइट Country Delight ने 10-15 मिनट की डिलीवरी के क्षेत्र में लेटेस्ट प्रवेशक बन गया है। सूत्र के अनुसार गुरुग्राम स्थित इस कंपनी ने एनसीआर के कुछ क्षेत्रों में क्विक डिलीवरी शुरू कर दी है, और जल्द ही इसे अन्य शहरों में विस्तारित करने की संभावना है।
कंपनी के पास पहले से ही एक रैपिड डिलीवरी सर्विस है, जो ऑर्डर देने के 30-40 मिनट के भीतर कस्टमर्स को डेयरी प्रोडक्ट्स डिलीवर करती है।
कंपनी ने कहा कि यह सर्विस कुछ महीनों से लाइव है, और यह समय को 10-15 मिनट तक कम करने के लिए लगातार इनोवेशन कर रही है।
कंपनी ने 2013 में अपना ऑपरेशन्स शुरू किया, मुख्य रूप से सब्सक्रिप्शन मॉडल के ज़रिए दूध बेचने पर ध्यान केंद्रित किया। धीरे-धीरे इसने अन्य डेयरी प्रोडक्ट्स को जोड़ा और 2021 के आसपास पैठ बढ़ाने के लिए किचन के मुख्य प्रोडक्ट्स को लिस्टेड किया।
जनवरी में कंपनी ने सीरीज ई फंडिंग में $20 मिलियन हासिल किए, जिससे इसका इवैल्यूएशन लगभग 820 मिलियन रुपये हो गया। अक्टूबर में इसने अल्टेरिया कैपिटल से 24 मिलियन डॉलर का और डेब्ट हासिल किया।
FY24 में 25 शहरों में ऑपरेट करने वाली कंपनी ने 1,380 करोड़ का रेवेनुए दर्ज किया। FY23 में इसका रेवेनुए लगभग 900 करोड़ होने का अनुमान था।
कंपनी के सबसे करीबी कॉम्पिटिटर में से एक टाटा के स्वामित्व वाली बिगबास्केट ने घोषणा की है, कि उन्होंने स्लॉट-बेस्ड डिलीवरी से 10-मिनट की डिलीवरी पर ध्यान केंद्रित किया है।
बिगबास्केट के सीईओ और को-फाउंडर हरि मेनन Hari Menon ने कहा "हम स्लॉटेड डिलीवरी को खत्म नहीं कर रहे हैं, बल्कि क्विक कॉमर्स को डिफ़ॉल्ट ऑप्शन बना रहे हैं।"
जबकि कंट्री डिलाइट के अधिकांश अन्य कॉम्पिटिटर्स जैसे ओटिपी वर्तमान में स्लॉट-बेस्ड डिलीवरी मॉडल के तहत काम करते हैं, यह स्पष्ट नहीं है, कि क्या यह दोनों मॉडलों के साथ जारी रहेगा या पूरी तरह से रैपिड डिलीवरी पर शिफ्ट हो जाएगा।
कई अन्य फ़ूड और ग्रॉसरी डिलीवरी प्लेटफ़ॉर्म रैपिड डिलीवरी स्पेस पर बहुत तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं, जिस पर वर्तमान में ज़ोमैटो के ब्लिंकिट, स्विगी के इंस्टामार्ट और ज़ेप्टो का दबदबा है।
फ्लिपकार्ट ने बैंगलोर में मिनट्स लॉन्च किया है। अमेज़न ने भी घोषणा की है, कि वह शहर में अपनी क्विक डिलीवरी सर्विस का पायलट लॉन्च कर रहा है।
फाइनेंसियल सर्विस फर्म क्रिसियम ने कहा कि भारत के क्विक कॉमर्स इंडस्ट्री ने पिछले दो वर्षों में ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू में 280% की वृद्धि देखी है। वर्तमान में $3.34 बिलियन का वैल्यू वाला यह मार्केट 2029 तक $9.95 बिलियन तक पहुँचने का अनुमान है।