कोरोना ने प्रत्येक मनुष्य के जीवन को प्रभावित किया है। मनुष्य के जीने का तरीका कोरोना के कारण बदल गया। यहाँ तक कि व्यवसायों की रूपरेखा भी इसके कारण बदल गयी। महामारी के कारण सबसे बड़ा बदलाव व्यवसाय के क्षेत्र में आया है। इसकी वजह यह रहा कि खरीदारों की प्राथमिताएं बदलीं, बाज़ारों में उनकी चहल-पहल कम हुई। बड़े व्यवसायों को छोटे व्यवसायों की अपेक्षा कम नुकसान हुआ। इसका एक महत्वपूर्ण कारण यह रहा कि छोटे व्यवसायों में कम पूँजी लगती है और वह छोटे बाज़ारों में व्यवसाय करता है। कोविड के कारण आम आदमी की आमदनी कम हुई, नतीजन वह बाज़ारों की तरफ कम रूख करने लगा, जिसका प्रभाव लघु उद्योगों पर पड़ा। व्यवसाय के नज़रिये से लिए गए कर्ज की आपूर्ति करने में व्यवसायी सक्षम नहीं हो पाए, नतीजन कई व्यक्तियों को अपने लघु उद्योग को बंद करना पड़ा। कैपिटल लाइन की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना महामारी के कारण सबसे अधिक लघु उद्योग के क्षेत्र प्रभावित हुए हैं। सरकार और RBI की अनेक योजनाओं के बावजूद भी लघु उद्योगों में कर्ज और कमाई का अंतर नहीं बढ़ पाया है। इसका नतीजा यह निकल रहा है कि व्यक्ति लघु उद्योग की ओर ना जाकर नौकरी की तरफ अधिक झुक रहा है।