कब किसको कौनसी बात, कौन से ख्याल से प्रेरणा मिल जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। शायद इसीलिए लोग कहते हैं कि व्यक्ति को कभी ये सोच कर नहीं जीना चाहिए की उसका जीवन व्यर्थ है। बस व्यक्ति को अपना दिमाग और चीजों का महसूस करने का हुनर आना चाहिए। कैसे एक व्यक्ति बुरे काम को छोड़ कर रचनात्मक कार्य की तरफ मुड़ गया कभी कभी बुराई से भी अच्छाई की किरण दिखाई दे जाती है। काम के सिलसिले में न्यूयॉर्क पहुंचे कोजो कसाई बन गए। 41 वर्षीय कोजो कहते हैं, ''मैं निराश था, मांस के बारे में मेरी जानकारी बहुत कम थी। दीवार पर ड्रॉइंग बनी हुईं थीं जिनमें बताया गया था कि मांस को किस तरह काटना है। इसके बावजूद मेरा बॉस मुझे पकड़ लेता था।''कोजो ने भले ही गाय का मांस बेचा हो, लेकिन उनकी प्रेरणा उन्हें कैनवास तक ले आई। अब वह बेकार सा काम छोड़ कर अब गया की पेंटिंग बनाते हैं