देश के 199 स्टेशनों पर सुरक्षा Security at Stations के मद्देनजर बम डिटेक्शन सिस्टम Bomb Detection System लगाने की तैयारी है। वहीं इनमें यूपी के 16 स्टेशन शामिल किए गए हैं। अगर इस योजना पर खर्च की बात करें तो इस पर 322 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। इस योजना के तहत देश के रेलवे स्टेशन अब बम डिटेक्शन सिस्टम Bomb Detection System से लैस हो सकेंगे। इसके लिए संवेदनशील रेलवे स्टेशनों की पहचान Identification of Sensitive Railway Stations कर ली गई है, जहां एकीकृत सुरक्षा प्रणाली Integrated Security System से चाक-चौबंद किया जाएगा।
सात हजार से अधिक स्टेशनों में से 199 स्टेशनों पर रेलवे 322.19 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। रेलवे स्टेशन पर क्लोज सर्किट टेलीविजन Closed Circuit Television (CCTV) के साथ ही बम डिटेक्शन सिस्टम की एकीकृत सुरक्षा प्रणाली की भी व्यवस्था की जाएगी। वहीं स्टेशन की बात की जाए तो रेलवे ने जिन संवेदनशील स्टेशनों को चुना है, उसमें मुख्य रूप से यूपी के पंडित दीन दयाल उपाध्याय Pandit Deen Dayal Upadhyay, लखनऊ Lucknow, वाराणसी Varanasi, अयोध्या Ayodhya, सहारनपुर Saharanpur, बरेली Bareilly, मुरादाबाद Moradabad, गाजियाबाद Ghaziabad, आगरा Agra, मथुरा Mathura, झांसी Jhansi, कानपुर Kanpur, प्रयागराज Prayagraj और गोरखपुर स्टेशन Gorakhpur Stations शामिल किए गए हैं।
रेल मंत्रालय Ministry of Railways की मानें तो चिन्हित स्टेशनों के लिए सीसीटीवी, यात्री व सामान की स्क्रीनिंग प्रणाली और बम डिटेक्शन सिस्टम की एकीकृत सुरक्षा प्रणाली की स्वीकृति दी गई है। इसके लिए 194 बैगेज स्कैनर Baggage Scanner, 69 अंडर व्हीकल स्कैनिंग सिस्टम Under Vehicle Scanning System, 129 बम का पता लगाने वाले उपकरण स्टेशन को मुहैया कराया गया है। जबकि विस्फोटकों का पता लगाने और ट्रैकिंग के लिए 422 खोजी कुत्ते भी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा 861 रेलवे स्टेशनों में सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है।