इलेक्ट्रिक व्हीकल राइड-हेलिंग स्टार्टअप ब्लूस्मार्ट BluSmart अपने मुख्य बिज़नेस से बाहर निकलने और Uber के लिए एक फ्लीट ऑपरेटर बनने की तैयारी कर रहा है। ब्लूस्मार्ट द्वारा अपनी सर्विस शुरू करने के लगभग छह साल बाद यह स्ट्रेटेजिक बदलाव आया है, और यह इसके बिज़नेस मॉडल में एक महत्वपूर्ण बदलाव है।
ब्लूस्मार्ट के शेयरहोल्डर्स ने आने वाले हफ़्तों में 700 से 800 व्हीकल्स के साथ चरणों में अपने फ्लीट को उबर प्लेटफ़ॉर्म पर ट्रांसफर करने की योजना को मंज़ूरी दे दी है। एक बार ट्रांजीशन पूरा हो जाने के बाद ब्लूस्मार्ट अपना खुद का राइड-हेलिंग प्लेटफ़ॉर्म बंद कर देगा।
यह निर्णय बढ़ते फाइनेंसियल तनाव के बाद लिया गया है, जिसमें 20 करोड़ रुपये से अधिक की मंथली कैश की खपत शामिल है। फाउंडर्स अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी जो कंपनी में कुल मिलाकर 25% से अधिक इक्विटी रखते हैं, बाहरी इन्वेस्टर्स से फंडिंग के साथ-साथ पर्सनल कैपिटल के साथ बिज़नेस को आगे बढ़ा रहे हैं। ब्लूस्मार्ट जो पूरी तरह से इलेक्ट्रिक फ्लीट का ऑपरेट करता है, उबर की “ग्रीन” सर्विस के साथ इंटीग्रेट होने की योजना बना रहा है, जिसका लक्ष्य एवरेस्ट फ्लीट, लिथियम अर्बन टेक्नोलॉजीज और मूव जैसे फ्लीट पार्टनर्स के माध्यम से 25,000 इलेक्ट्रिक कारों को शामिल करना है।
ब्लूस्मार्ट का यह कदम फाइनेंसियल हेल्थ की बिगड़ती स्थिति के बीच उठाया गया है, जो कि जेनसोल इंजीनियरिंग में फंडिंग की कमी के कारण और भी बढ़ गया है। जेनसोल इंजीनियरिंग एक सोलर इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण फर्म है, जिसे जग्गी बंधुओं द्वारा प्रवर्तित किया जाता है। ब्लूस्मार्ट द्वारा ऑपरेट 8,000 इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में से 5,000 से अधिक का स्वामित्व जेनसोल के पास है, और जेनसोल में संकट के कारण ब्लूस्मार्ट के लिए एडिशनल फाइनेंसियल सहायता प्राप्त करना मुश्किल हो गया है।
इस साल की शुरुआत में ब्लूस्मार्ट ने मौजूदा इन्वेस्टर्स से $50 मिलियन जुटाने का प्रयास किया, लेकिन नई कैपिटल आकर्षित करने में विफल रहा। कंपनी ने मार्च महीने के सैलरी पेमेंट में देरी की। को-फाउंडर अनमोल जग्गी ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि अप्रैल के अंत तक सैलरी का पेमेंट किया जाएगा, जिसकी शुरुआत सबसे कम सैलरी वाले लोगों से होगी।
वर्तमान में ब्लूस्मार्ट उबर से $15- $20 मिलियन का निवेश प्राप्त करने की उम्मीद कर रहा है, हालांकि सूत्रों का कहना है, कि यह इस बात पर निर्भर करेगा कि फ्लीट ट्रांजीशन कितनी सफलतापूर्वक होता है, और क्या कुछ निश्चित परफॉरमेंस महत्वपूर्ण पूरे होते हैं। प्रस्तावित व्यवस्था के तहत ब्लूस्मार्ट के व्हीकल्स - चाहे वे स्वामित्व वाले हों या लीज्ड पर लिए गए हों - उबर के प्लेटफॉर्म पर चलने लगेंगे, जिसमें स्टार्टअप को उबर द्वारा अपना कमीशन काट लेने के बाद किराये से होने वाली आय का एक हिस्सा प्राप्त होगा।
जेनसोल इंजीनियरिंग और चेन्नई स्थित रेफेक्स इंडस्ट्रीज के बीच 2,997 इलेक्ट्रिक व्हीकल्स बेचने का सौदा हाल ही में रद्द कर दिया गया। ब्लूस्मार्ट द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे व्हीकल्स की स्थिति ने कथित तौर पर रेफेक्स के सौदे से पीछे हटने के फैसले में भूमिका निभाई। रेफेक्स पहले से ही उबर के लिए एक फ्लीट ऑपरेटर है, और कहा जाता है, कि वह फाइनेंसियल, ऑपरेशनल और कानूनी कारकों को ध्यान में रखते हुए सौदे का रेवलुएशन कर रहा है।
ब्लूस्मार्ट का एसेट-लाइट बिजनेस मॉडल जेनसोल द्वारा उसे व्हीकल्स लीजिंग पर दिए जाने पर काफी हद तक निर्भर था। अब जब जेनसोल अपने कर्ज को पूरा करने के लिए उन व्हीकल्स को बेचने की कोशिश कर रहा है, तो ब्लूस्मार्ट की कॉस्ट स्ट्रक्चर पर फिर से दबाव पड़ रहा है। पिछले साल की शुरुआत से जेनसोल से नए लीजिंग भी बंद हो गए हैं।
ब्लूस्मार्ट की ऑपरेशनल चुनौतियों के कारण डेली राइड वॉल्यूम में उल्लेखनीय गिरावट आई है। यह प्लेटफॉर्म जो कभी प्रतिदिन 25,000 से 30,000 राइड संभालता था, अब आधे से भी कम राइड देख रहा है। इसके अलावा कंपनी ने इंटरनेशनल महत्वाकांक्षाओं को कम कर दिया है, दुबई में अपने ऑपरेशन को बंद कर दिया है, और सऊदी अरब के लिए विस्तार योजनाओं को स्थगित कर दिया है।
इस बीच बेंगलुरु स्थित रैपिडो ने ब्लूस्मार्ट के ड्राइवर पार्टनर्स को लुभाने के लिए एक एग्रेसिव कैंपेन शुरू किया है, जिसमें हाई पेमेंट और इंसेंटिव की ऑफरिंग की गई है। बेंगलुरु में कुछ यूज़र्स ने रैपिडो ऐप के माध्यम से राइड बुक करते समय ब्लूस्मार्ट व्हीकल्स प्राप्त करने की भी सूचना दी है, जो प्लेटफ़ॉर्म लॉयल्टी में कमी का संकेत है।
ब्लूस्मार्ट की इंटरनल परेशानियाँ भी गहरी होती जा रही हैं, जिसमें कई हाई-प्रोफ़ाइल लीडरशिप बाहर निकल रहे हैं। हाल के हफ़्तों में कई टॉप एग्जीक्यूटिव ने कंपनी छोड़ दी है, जिनमें ब्लूस्मार्ट फ़्लीट के सीईओ अनिरुद्ध अरुण, चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर ऋषभ सूद और चीफ बिज़नेस ऑफिसर तुषार गर्ग शामिल हैं, जो उबर इंडिया के पूर्व कार्यकारी हैं। इसके अतिरिक्त वाईस प्रेजिडेंट प्रिया चक्रवर्ती भी चली गई हैं। एक अन्य सीनियर एग्जीक्यूटिव नंदन शर्मा के सीईओ का पद संभालने की उम्मीद है।
2019 में अपनी स्थापना के बाद से ब्लूस्मार्ट ने बीपी वेंचर्स, वेंचर कैटालिस्ट्स, ग्रीन फ्रंटियर कैपिटल, रिस्पॉन्सिबिलिटी और अभिनेत्री दीपिका पादुकोण सहित निवेशकों से इक्विटी और डेब्ट के मिक्स में $180 मिलियन से अधिक जुटाए हैं। मार्च 2023 को समाप्त होने वाले फाइनेंसियल ईयर में ब्लूस्मार्ट का ऑपरेटिंग रेवेनुए पिछले वर्ष के ₹13.84 करोड़ से बढ़कर ₹71 करोड़ हो गया। कंपनी ने FY22 में अपने घाटे को ₹35.37 करोड़ से घटाकर ₹14.89 करोड़ करने में भी कामयाबी हासिल की।
इन बेनिफिट्स के बावजूद ब्लूस्मार्ट को चल रहे फाइनेंसियल स्ट्रेस और ऑपरेशनल संबंधी असफलताओं के कारण निवेशकों से बढ़ते संदेह का सामना करना पड़ रहा है। जबकि पहले उबर द्वारा ब्लूस्मार्ट के अधिग्रहण की बातचीत को नकार दिया गया था, इंडस्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है, कि उबर स्टार्टअप की एसेट्स को हासिल करने या साझेदारी को गहरा करने में रुचि रखता है, जो ब्लूस्मार्ट की अपने ऑपरेशन को स्थिर करने की क्षमता पर निर्भर करता है।
कभी उबर और ओला जैसी राइड-हेलिंग दिग्गजों को चुनौती देने वाला ब्लूस्मार्ट अब बढ़ती कम्पटीशन और फाइनेंसियल तनाव के कारण अपनी महत्वाकांक्षाओं को कम कर रहा है, और अपने बिज़नेस मॉडल को बदल रहा है। उबर और रैपिडो के मार्केट में अपनी स्थिति मजबूत करने के साथ ब्लूस्मार्ट का भविष्य प्लेटफ़ॉर्म ऑपरेटर से फ्लीट पार्टनर में सफल बदलाव पर टिका है, यह अनिश्चित लेकिन संकटग्रस्त ईवी स्टार्टअप के लिए संभावित रूप से जीवन रक्षक कदम है।