अमेरिका की नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों द्वारा मानव द्वारा बनाया गया सबसे छोटा इलेक्ट्रॉनिक माइक्रोचिप। इसकी खासियत यह है कि यह उड़ने की क्षमता रखता है और इसे मानव द्वारा बनाया गया सबसे छोटा ढांचा कहा जा सकता है। इसमें एक और खासियत यह भी है कि इसके अंदर कोई मोटर या इंजन का इस्तेमाल नहीं किया गया है। यह हवा की मदद से उड़ने की क्षमता रखता है। इसके छोटे से आकार की बात की जाए तो यह रेत के कण के समान है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह माइक्रोचिप वायु प्रदूषण, वायु जनित रोग और पर्यावरण प्रदूषण की देख रेख के लिए लाभप्रद साबित होगा।