एलन करियर इंस्टीट्यूट Allen Career Institute देश के प्रमुख एडटेक प्लेटफॉर्म में से एक अनएकेडमी Unacademy को 800 मिलियन डॉलर में खरीदने के लिए बातचीत कर रहा है।
यह प्रस्तावित अधिग्रहण ऐसे समय में हुआ है, जब अनएकेडमी 2021 से अपने पहले के 3.4 बिलियन डॉलर के वैल्यूएशन को बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रही है। रिपोर्ट किए गए 800 मिलियन डॉलर के वैल्यूएशन में अनएकेडमी के 160 मिलियन डॉलर के कैश भंडार शामिल हैं, जो कंपनी के मार्किट वैल्यू में गिरावट को दर्शाता है।
इस डील पर कई महीनों से चर्चा चल रही है, और इसे भारत के टेस्ट प्रिपरेशन इंडस्ट्री में अग्रणी नाम एलन के प्रमोटर माहेश्वरी फैमिली की मंजूरी मिलनी बाकी है। निवेश बैंक शेयर स्वैप अनुपात निर्धारित करने के लिए काम कर रहे हैं, जो मर्जर का एक महत्वपूर्ण कंपोनेंट्स है। रिपोर्ट में बताया गया है, कि यह अनुपात तय करेगा कि वर्तमान में उनके पास मौजूद प्रत्येक अनएकेडमी शेयर के लिए अनएकेडमी के शेयरहोल्डर्स को एलन में कितने शेयर मिलेंगे।
इसके अलावा अनएकेडमी के फाउंडर्स और शुरुआती इन्वेस्टर्स को कैश पेमेंट की बात चल रही है। रिपोर्ट के अनुसार एलन में इन्वेस्टर बोधि ट्री और अनएकेडमी के को-फाउंडर गौरव मुंजाल द्वारा इस पर चर्चा की जा रही है।
अगर यह डील हो जाता है, तो सीईओ गौरव मुंजाल, रोमन सैनी और सुमित जैन सहित अनएकेडमी की संस्थापक टीम के कंपनी से बाहर निकलने की उम्मीद है। यह इस साल की शुरुआत में चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर हेमेश सिंह के जाने के बाद हुआ है।
अनएकेडमी फाइनेंसियल चुनौतियों का सामना कर रही है, और पिछले साल इसने लागत में कटौती के कई उपाय किए हैं। जुलाई 2024 में कंपनी ने अपने पुनर्गठन प्रयासों के तहत 250 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। कई टॉप अधिकारियों ने भी कंपनी छोड़ दी है, जो आर्गेनाइजेशन पर दबाव को दर्शाता है।
पोटेंशियल मर्जर ऐसे समय में हुआ है, जब अनएकेडमी पब्लिक और इंटरनल जांच के दायरे में है। इस साल की शुरुआत में एक वर्चुअल टाउन हॉल में गौरव मुंजाल ने घोषणा की थी, कि कर्मचारियों को इस साल के लिए इवैल्यूएशन नहीं मिलेगा। उन्होंने इस निर्णय के पीछे कंपनी के उम्मीद से कम विकास लक्ष्यों को कारण बताया, जबकि परफॉरमेंस एवरेज से बेहतर रहा है।
इस घोषणा की ऑनलाइन आलोचना हुई, खास तौर पर इसलिए क्योंकि मुंजाल ने $400 की बरबेरी टी-शर्ट पहनकर यह खबर दी। कई लोगों ने वेतन वृद्धि की कमी के बारे में कर्मचारियों को संबोधित करते समय लग्जरी पोशाक पहनने की कथित असंवेदनशीलता की आलोचना की।
अगर यह डील फाइनल हो जाता है, तो यह भारत के एडटेक सेक्टर में सबसे बड़े समेकन में से एक होगा, जो इंडस्ट्री में कई कंपनियों द्वारा सामना किए जाने वाले फाइनेंसियल दबावों को उजागर करता है।