बढ़ती उम्र के साथ व्यक्ति एक आरामदायक जीवन की कल्पना करता है और उसी के लिए प्रयासरत रहता है। सेवानिवृत्त होने के बाद पेंशन पाकर एक सरल जीवन जीने की उम्र में लक्ष्मी पटेल अपनी मेहनत और आत्मसमर्पण से एक सफल उद्यमिता की मिशाल बनीं। जिन्होंने अपने खेतों में दिन-रात मेहनत करके यह साबित कर दिया कि उम्र कभी किसी लक्ष्य में बाधा नहीं बनती है। अपने खेतों में खुद काम करके लक्ष्मी पटेल ने यह भी बता दिया कि जब तक मनुष्य खुद मेहनत नहीं करता उसे सफलता हांसिल नहीं होती। ऑर्गनिक खेती की मदद से साल का 15 लाख कमाने वाली लक्ष्मी आज हर महिला के लिए एक प्रेरणा हैं।