Cricketers Who Return Ground After Retirement: भारत India ही नही दुनिया का दूसरा सबसे लोकप्रिय खेल क्रिकेट Cricket है। क्रिकेट को जेंटलमैन गेम Gentleman's Game भी कहा जाता है। क्रिकेट इतिहास Cricket History में ऐसा कई बार हुआ है, जब क्रिकेटर्स ने संन्यास लिया उसके कुछ दिनों बाद मैदान पर वापसी की। आज हम बात उन प्लेटर्स की करेंगे जो सन्यास Retirement के बाद वापस मैदान पर लौटे। अपने खेल से सभी का दिल जीता। इन खिलाड़ियों में 2 पाकिस्तानी खिलाड़ी Pakistani Player और एक स्टार भारतीय बॉलर Star Indian Bowler भी शामिल है। पाकिस्तान को 1992 वर्ल्ड कप का खिताब इमरान खान Imran Khan ने दिलाया था, लेकिन इससे पहले इमरान ने साल 1987 में क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लिया था। तत्कालीन राष्ट्रपति जिया उल हक Zia-ul-Haq के कहने पर उन्होंने क्रिकेट के मैदान पर वापसी की थी।
पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज जावेद मियांदाद Javed Miandad ने भी रिटायरमेंट के बाद क्रिकेट के मैदान पर वापसी की थी। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 6 वर्ल्ड कप में खेला था। 1996 वर्ल्ड कप के बाद उन्होंने क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लिया था। लेकिन 10 दिन बाद ही उन्होंने क्रिकेट के मैदान पर वापसी की थी। मियांदाद ने 124 टेस्ट मैचों में 8832 रन बनाए हैं। जबकि 231 वनडे में उनके नाम 7381 रन दर्ज हैं। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और घातक ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी Shahid Afridi छक्के लगाने के लिए पूरी दुनिया में फेमस थे। अफरीदी ने पहले साल 2010 में संन्यास का ऐलान किया इसके बाद साल 2011 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में मिली हार के बाद संन्यास की घोषणा कर दी, लेकिन इसके बाद वह वापस मैदान पर लौट आए।
अफरीदी ने पाकिस्तान के लिए 398 मैचों में 8094 रन बनाए और 395 विकेट लिए। आखिरी में इस खिलाड़ी ने 2016 में क्रिकेट को पूरी तरह से अलविदा कह दिया। जब कि इसमें भारत के सुपरस्टार गेंदबाद भी शामिल है। दिग्गज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ Javagal Srinath ने साल 2002 में ही क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। लेकिन सौरव गांगुली के कहने पर उन्होंने संन्यास को छोड़कर मैदान पर वापसी की थी। 2003 वर्ल्ड कप में वह भारतीय टीम के लिए सबसे बड़े मैच विनर बनकर उभरे थे। जिम्बाब्वे के खतरनाक बल्लेबाज ब्रेंडन टेलर Brendan Taylor ने साल 2015 में क्रिकेट से संन्यास ले लिया था, क्योंकि काउंटी क्रिकेट County Cricket में उनका करार था। लेकिन करार पूरा होने के बाद वह जिम्बाब्वे टीम में लौट आए थे।