आजकल हर चीज मिलावटी हो गयी है। फल, सब्जियां और मिलावटी दूध इनके बारे में तो आप सभी ने सुना है कि किस तरह से इनमें मिलावट की जाती है। त्यौहार के मौसम में मिठाईयों में भी बहुत मिलावट होती है लेकिन अब रोज़ प्रयोग होने वाली चीज़ों में भी मिलावट हो रही है, जो सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक है। अब कई दुकानदार आटा, मैदा और चावल में भी मिलावट कर रहे हैं। दुकानदार अपने फायदे के चक्कर में मैदा और चावल के आटे में बोरिक एसिड मिला रहे हैं । अब FICCI (Federation of Indian Chambers of Commerce & Industry) ने खाद्य पदार्थों में होने वाली मिलावट के बारे में जागरूक किया है। मैदा-चावल या आटे में बोरिक एसिड की पहचान करने के लिए सबसे पहले तीनों में किसी को भी एक टेस्ट ट्यूब में 1 ग्राम की मात्रा में भर लें। इसके बाद उसमें 5 मिलीलीटर पानी डालें और अच्छे से मिक्स करें। इसके बाद टेस्ट ट्यूब में कॉन्सनट्रेटेड एचसीएल की कुछ बूंदें डालें। इसके बाद इस सॉल्यूशन में एक टरमरिक पेपर डालें। यदि मैदा शुद्ध हुआ तो पेपर के रंग में कोई बदलाव नहीं होगा मतलब वह पीला रहेगा। अगर पेपर का रंग लाल पड़ जाए तो इसका मतलब ये है कि इसमें मिलावट की गयी है