कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो। वेदांता समूह Vedanta Group के अनिल अग्रवाल Anil Agarwal ने इस कहावत को सही साबित किया है, भले ही आज उन्हें हर कोई जानता हो, लेकिन हकीकत यह है कि अपने सपनों को पूरा करने जब वह बिहार Bihar से सपनों के शहर मुंबई Dream City Mumbai आए थे, तो उनका हाथ बिल्कुल खाली था और उनके पास बिल्कुल भी पैसे नहीं थे। उन्होंने सोशल मीडिया Social Media पर अपने संघर्ष को साझा किया।
मेटल किंग के नाम से विख्यात अग्रवाल ने कबाड़ की धातुओं Junk Metals से कारोबार शुरू कर इतना बड़ा बिजनेस एम्पायर स्थापित करने की कहानी बताई है। अग्रवाल की किस्मत खुद लिखने की कहानी जानने के बाद अब उनको किताब Book लिखने से लेकर उनकी बायोपिक Biopic बनाने के लिए बड़े-बड़े निर्माताओं की ओर से ऑफर मिल रहे हैं। उनका ऐसा स्वागत हो रहा है ,जैसा किसी रॉकस्टार का होता है।
इस बारे में उन्होंने कहा कि मैं कोई रॉकस्टार Rockstar नहीं हूं। मैं पटना Patna का रहने वाला हूं और मुझे अपनी जड़ों पर गर्व है। मुझे कहा गया है कि मैं पटना से आता हूं, मुझे यह नहीं बताना चाहिए क्योंकि इससे मेरा नाम खराब होगा। मैंने उनसे कहा है कि मैं इसे रोकूंगा नहीं। मेरी शुरुआत वहीं से हुई है। आपको बता दें कि अनिल अग्रवाल ने कई सप्ताह तक ट्वीट Tweet की सीरीज़ में अपनी शुरुआती यात्रा, अपने मुश्किल वर्ष, अपने संघर्ष और डिप्रेशन का जिक्र किया है।