इस दुनिया में प्रत्येक व्यक्ति के पास कोई न कोई प्रतिभा (Talent) है। कुछ लोगों के पास प्रतिभा जन्म होने के साथ ही होती है और कुछ लोग बड़े होने के साथ सीख जाते हैं। कुछ लोग गायक, कुछ अभिनेता, और कुछ डॉक्टर बनते हैं, तो वहीं कुछ इंजीनियर या बिजनेस मॉडल बन जाते हैं। यहाँ हम आपको बताएंगे कि वो कौन से लोग है जिन्होंने कम उम्र में सफलता हासिल की और अरबपतियों की लिस्ट में अपना नाम जोड़ लिया।
कहा जाता है कि सही शिक्षा, मार्गदर्शन और निवेश के साथ, आप अपने सपनों को प्राप्त कर सकते हैं। कुछ लोग केवल कुछ सालों में अमीर हो जाते हैं, और कुछ लोगों को, इसमें जीवन भर का समय लग जाता है। दुनिया में कई ऐसे लोग हैं, जिनकी उम्र तो कम है लेकिन, पर उन्होंने मोटी रकम कमायी है। हालांकि, उनमें से कुछ ने अपने दम पर पैसा कमाया है, और कुछ ने अपने परिवारों से मोटी धन राशि प्राप्त की है।
अरबपति (Billionaire) बनना हर किसी का सपना (Dream) होता है, और सुख-सुविधाओं के साथ विलासिता का जीवन जीना किसको पसंद नहीं है? हालांकि, अरबपति बनने की राह आसान नहीं है और जब आप कम उम्र में इसका सपना देख रहे हैं तो मेहनत (Hard work) और भी ज्यादा है। फिर भी अपने निरंतर प्रयासों (Efforts) और दृढ़निश्चय (Determination) के चलते अपने लक्ष्य (Goal) को प्राप्त करना उतना भी मुश्किल नहीं है।
यहाँ हम आपको कुछ स्मार्ट उद्यमियों (smart entrepreneurs) के बारे में बताएंगे जो 30 साल की उम्र से पहले ही अरबपति बन चुके हैं। जानने के लिए पढ़ते रहिये- #TWN
केविन डेविड लेहमैन 19 साल की उम्र में 3.3 अरब डॉलर की अनुमानित संपत्ति के साथ दुनिया के सबसे कम उम्र के अरबपति हैं। वह जर्मनी की अग्रणी दवा भंडार श्रृंखला, ड्रोगेरी बाजार (Drogerie Markt) के 50% मालिक है, जो वार्षिक राजस्व में $12 बिलियन से अधिक कमाते है।
केविन डेविड लेहमैन को जर्मन ड्रगस्टोर चेन ड्रोगेरी मार्केट में हिस्सेदारी अपने पिता गुएंथर लेहमैन से विरासत में मिली थी। उनके पिता, गेंथर लेहमैन ने जर्मन ड्रगस्टोर चेन ड्रोगेरी मार्केट में हिस्सेदारी 14 साल की उम्र में अपने बेटे को हस्तांतरित कर दी थी, लेकिन यह उनके 18 वें जन्मदिन, सितंबर 2020 तक ट्रस्टीशिप के अधीन रहा। लेहमैन की संपत्ति का स्रोत ड्रोगेरी बाजार जर्मनी की अग्रणी दवा भंडार श्रृंखला है। इसकी स्थापना 1974 में हुई थी। कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, यह पूरे जर्मनी में 2,000 से अधिक स्टोरों में 41,000 से अधिक लोगों को रोजगार देता है।
1.7 अरब डॉलर की अनुमानित संपत्ति के साथ वांग दुनिया के दूसरे सबसे अमीर अरबपति हैं। उन्हें सीएनएनसी हुआ युआन टाइटेनियम डाइऑक्साइड कंपनी (CNNC Hua Yuan Titanium Dioxide Co.) में $1.3 बिलियन से अधिक की हिस्सेदारी विरासत में मिली, जो शेन्ज़ेन स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेड करती है। यह कंपनी टाइटेनियम डाइऑक्साइड वर्णक, एक सफेद रंगद्रव्य का उत्पादन करती है जिसका उपयोग कोटिंग्स, प्लास्टिक, स्याही और अन्य सामग्रियों में किया जा सकता है। चीन में टाइटेनियम डाइऑक्साइड का उत्पादन करने वाली एक अन्य कंपनी लोमन बिलियन ग्रुप में भी उनकी हिस्सेदारी है।
एंड्रेसन बहनों में से प्रत्येक को नॉर्वे स्थित निवेश कंपनी (Investment company), फेर्ड (Ferd) का 42% विरासत में मिला है, जो वार्षिक राजस्व में लगभग 2 अरब डॉलर का है। फेर्ड हेज फंड चलाता है, निजी इक्विटी (Equity) निवेश करता है, और नॉर्डिक स्टॉक एक्सचेंज (Nordic stock exchange) में एक सक्रिय निवेशक भी है। उनके पिता, जोहन, अभी भी पारिवारिक व्यवसाय, निवेश कंपनी फेर्ड चलाते हैं, जो नॉर्वे की सबसे बड़ी निजी कंपनियों में से एक है।
काइली क्रिस और ब्रूस जेनर की सबसे छोटी बेटी है। काइली को फोर्ब्स (Forbes) के 2019 संस्करण में सबसे कम उम्र की स्व-निर्मित अरबपति बताते हुए चित्रित किया गया था। उनकी कंपनी, ‘काइली कॉस्मेटिक्स’ (Kylie Cosmetics) की वैल्यू 2019 में $ 900 अरब थी। काइली ने अपनी मेकअप लाइन (Makeup line) और ब्रांड (Brand) विज्ञापन की मदद से लाखों कमाए।
ऑस्टिन रसेल ल्यूमिनेर के 25 वर्षीय संस्थापक और सीईओ हैं, जो सिलिकॉन वैली में एक स्टार्टअप (Startup) है और सेल्फ-ड्राइविंग कारों (Self-driving cars) के लिए (LiDAR) सेंसर बनाता है।
(Light Detection and Ranging) (LiDAR) तकनीक का उपयोग कम दूरी की मैपिंग (Mapping) के लिए किया गया था, लेकिन (Luminar) का दावा है कि उनके पास एक (LiDAR) है जो 250 मीटर पर काम करता है। ऑस्टिन रसेल कंपनी के लगभग एक तिहाई के मालिक हैं।
बायजू रवींद्रन भारत के सबसे कम उम्र के युवा स्व-निर्मित अरबपतियों की सूची में शामिल हैं। इनकी नेट वर्थ ₹24,300 करोड़ है। ये बैंगलोर के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर (Software engineer) हैं और भारत में सबसे लोकप्रिय ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म (Online learning platform BYJU) के संस्थापक हैं। यह (Byju’s-The Learning App) ऐप उन्होंने 2015 में लॉन्च किया था। बायजूस शिक्षा के क्षेत्र में एशिया की सबसे बड़ी कंपनी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बायजूस लर्निंग ऐप का इस्तेमाल भारत में करीब 30 से 40 मिलियन स्टूडेंट्स करते हैं।
नितिन कामथ और निखिल कामथ की नेट वर्थ 24,000 करोड़ रुपये है। भारत के सबसे कम उम्र के युवा स्व-निर्मित अरबपतियों की सूची में ये भी शामिल हैं। वर्ष 2010 में नितिन कामथ और निखिल कामथ ने ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म, ज़ेरोधा (online share trading platform, Zerodha) की स्थापना की। ग्राहक संख्या के हिसाब से यह भारत का सबसे बड़ा शेयर ट्रेडिंग (Share trading) प्लेटफॉर्म है।
वैभव गुप्ता की नेट वर्थ ₹13,100 करोड़ है। भारत के सबसे कम उम्र के युवा स्व-निर्मित अरबपतियों की लिस्ट में वैभव गुप्ता भी शुमार हैं। वैभव गुप्ता उड़ान (UDAAN) के दूसरे सह-संस्थापक है। योग्यता के हिसाब से वैभव गुप्ता भी सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं।
इतनी कम उम्र में अरबपति बनना कोई आम बात नहीं है, इसके पीछे कड़ी मेहनत, लगन और ज्ञान की आवश्यकता है। अगली बार इस लिस्ट में आपका नाम भी शुमार हो सकता है, आपको केवल अपने सपनों का पीछा करना है और खूब बड़े सपने देखने है। क्योंकि सपनों पर कोई टेक्स या चार्ज नहीं लगता पर आपको मेहनत भी उतनी ही ज़्यादा करनी है। तभी आप अपनी कल्पना को वास्तविकता में बदल सकते हैं।
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