अगर योग के प्रति अच्छा प्रशिक्षण लिया जाए और इसको अच्छी तरह से लोगों तक पहुंचाया जाए तो यह एक सुगम आय का साधन साबित होगा। आज हम आपको इस बात से अवगत करवाने वाले हैं कि, किस तरह आप योग में निपुण होकर उन्नति कर सकते हैं।
देश और दुनिया में बढ़ती अनगिनत बीमारियां ऊपर से निदान के लिए लगने वाला खर्च आम जनता की आंखों में पानी ले आता है। साल 2020 सारी दुनिया के लिए भयावह साबित हुआ और अब तक लोग महामारी से जूझते आ रहे हैं। जहां सभी ने यह समझ लिया की स्वास्थ और अपने लोग कीमती हैं। Allopathic (एलोपैथिक) ने तो लोगों की ज़िंदगी बचाई ही, वहीं Ayurvedic (आयुर्वेदिक) पद्धति भी पीछे नहीं रही। योग ने लोगों के दिलों में घर बना लिया है। महामारी से पहले जो लोग योग को मजाक समझ बैठे थे। वह भी इसका लोहा मान गए हैं। आज हम आपको ये यह सब इसलिए बता रहे हैं, क्योंकि देश में योग को अपनाया जा रहा है। इसके लाभकारी गुणों को देश और दुनिया ने अमल में लाया है। इस गति को देखते हुए यह बात कहना बिल्कुल सही होगा की अगर योग के प्रति अच्छा प्रशिक्षण लिया जाए और इसको अच्छी तरह से लोगों तक पहुंचाया जाए तो यह एक सुगम आय का साधन साबित होगा। आज हम आपको इस बात से अवगत करवाने वाले हैं कि, किस तरह आप योग Yog में निपुण होकर उन्नति कर सकते हैं।
देश में बढ़ेंगे अच्छे योग प्रशिक्षक तो होगा सब का भला
देश की आबादी को देखते हुए कहा जा सकता है कि, यहां योग प्रशिक्षकों की बेहद कमी है। इस कमी को पूरा करना देश की जरूरत है। अगर इस दिशा में कदम आगे बढ़ाए जाएं तो धीरे-धीरे प्रगति कर योग में रुचि रखने वाले लोग इसमें बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेंगे और योग के प्रति ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ पाएंगे। जब इनकी तदाद बढ़ेगी तो देश योग के प्रति जागरूक होगा। फिलहाल लोगों में जागरूकता तो है लेकिन वह इसको जीवन का हिस्सा नहीं बना पाए हैं क्योंकि उन्हें अच्छे प्रशिक्षकों से सीखने का कभी मौका ही नहीं मिला आजकल के इस दौर में लोग ऑनलाइन ही सब कुछ सीख कर आगे बढ़ रहे हैं लेकिन अब समय है कि अच्छे प्रशिक्षक सामने आए और खुद को इतना निपुण बनाएं कि, जब वह किसी को सिखाएं तो योग उनके जीवन का सदस्य बन के रहें। आज देश के लोगों में योग केवल मेहमान की तरह है थोड़ा बहुत कर लिया फिर छोड़ दिया, लेकिन इसको अच्छी तरह सीखने के बाद ऐसा नहीं होगा। जब लोग इसको एक ऐसे व्यक्ति से सीखेंगे जो पूरी तरह निपुण है, वह इसको जीवन में साधे बिना नहीं रहेंगे। इस बात का यह फायदा तो होगा ही लोग ज्यादा जुड़ेंगे। बल्कि इससे प्रशिक्षकों को आगे बढ़ने और अपनी आय को बढ़ाने का साधन भी आसानी से मिल जाएगा।
सीखने के माध्यम बढ़ रहे हैं तो ऐसे सीखें योग
देश और दुनिया में जिस तरह योगा की समझ बढ़ती जा रही है उसी तरह उसको सीखने के साधन भी उपलब्ध हो रहे हैं देश की सरकार कई ऐसे प्रशिक्षण कोर्स मुहैया करा रही है जिसकी मदद से आप इसे सीख सकते हैं कई विश्वविद्यालयों में तो इसके लिए 2 साल का मास्टर डिग्री प्रोग्राम भी शुरू कर दिया है। इसके अलावा कई यूनिवर्सिटियों में इसके डिप्लोमा कोर्स और शॉर्ट टर्म कोर्स भी चलाए जाते हैं। कई योग गुरु अपनी अलग-अलग संस्थाओं से योग में निपुण करने की जिम्मेदारी भी उठा रहे हैं। आप के समय और प्रशिक्षण लेने के लिए खर्च होने वाले शुल्क को देखते हुए आप अपने अनुसार किसी भी पाठ्यक्रम में हिस्सा ले सकते हैं।
इन माध्यम से दे सकते हैं प्रशिक्षण
योग में निपुणता हासिल करने के बाद इसको व्यवसाय बनाने के लिए कई रास्तों से प्रशिक्षण दिया जा सकता है, जैसे
यहां हमने योग से संबंधित कई पहलुओं पर बात की है उम्मीद करते हैं कि आप इन सभी बातों को समझें होंगे और योग में खुद तो आगे बढ़ेंगे ही साथ ही लोगों को भी यह संदेश देंगे।