अगर आप विश्वभर में कई आंकड़े देखें तो आपको पता लगेगा कि सिर्फ दूषित भोजन लेने की वजह से लोग सबसे ज्यादा बीमारियों के शिकार होते हैं। दूषित भोजन लेने से डायरिया Diarrhoea, फूड प्वाइजनिंग Food Poisoning, नोरोवायरस Norovirus संक्रमण सहित कई अन्य बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है। विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस World Food Safety Day मनाने का मुख्य कारण यही है कि लोगों को साफ और शुद्ध खाने के लिए जागरूक किया जाए और इसीलिए विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के दिन कई देश तरह-तरह के जागरूकता प्रोग्राम भी चलाते हैं ताकि लोगों को दूषित खाने से होने वाली बीमारियां और उनसे बचने के उपाय के बारे में बताया जा सके।
रोटी, कपड़ा और मकान Food, Clothing and Shelter की ज़रूरत हर व्यक्ति को है और इनमें से सबसे ज्यादा ज़रूरी है- रोटी लेकिन आए दिन ऐसी खबरें सुनने को मिल जाती हैं कि किसी की भूख के कारण मृत्यु हो गई तो किसी की दूषित भोजन के सेवन की वजह से मृत्यु हो गई इसीलिए लोगों को खाद्य सुरक्षा Food Safety के बारे में जागरूक करना बेहद ज़रूरी है।
आज-कल की भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम जिस चीज़ को सबसे ज्यादा इग्नोर करते हैं, वह है हमारा स्वास्थ्य। अब लोग यह भूल रहे हैं कि स्वस्थ शरीर ही स्वस्थ जीवन का आधार है और व्यस्त होने की वजह से लोग ज्यादातर फास्ट फूड Fast Food पर निर्भर हो गए हैं। आप को ये जान के हैरानी होगी कि दुनिया भर में 44 से ज्यादा लोग हर मिनट दूषित और खराब खाने की वजह से बीमार होते हैं। डब्ल्यूएचओ WHO यूरोपीय क्षेत्र की रिपोर्ट के अनुसार दूषित या जहरीला खाना खाने से लगभग 44 लोगों की रोजाना मृत्यु हो जाती है और प्रत्येक साल सिर्फ दूषित भोजन लेने की वजह से लगभग 4,20,000 लोगों की मौत हो जाती है।
अगर आप विश्वभर में कई आंकड़े देखें तो आपको पता लगेगा कि सिर्फ दूषित भोजन लेने की वजह से लोग सबसे ज्यादा बीमारियों के शिकार होते हैं। दूषित भोजन लेने से डायरिया Diarrhoea, फूड प्वाइजनिंग Food Poisoning, नोरोवायरस संक्रमण सहित कई अन्य बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है।
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस World food safety day मनाने का मुख्य कारण यही है कि लोगों को साफ और शुद्ध खाने के लिए जागरूक किया जाए और इसीलिए विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के दिन कई देश तरह-तरह के जागरूकता प्रोग्राम भी चलाते हैं ताकि लोगों को दूषित खाने से होने वाली बीमारियां और उनसे बचने के उपाय के बारे में बताया जा सके।
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस दुनिया भर में 7 जून को मनाया जाता है। 2018 में यूनाइटेड नेशन United Nations (संयुक्त राष्ट्र महासभा) के खाद्य और कृषि संगठन द्वारा इसकी शुरुआत की गई थी और 2019 में पहली बार दुनिया भर में विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाया गया था। लोगों को दूषित भोजन और दूषित पानी के खतरों के बारे में जागरूक करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन World Health Organization ने इस दिन को मनाने का प्रस्ताव रखा था।
लोगों को खाद्य सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए और खराब खाने से होने वाले रोगों के बारे में बताने के लिए विश्वभर में 7 जून को वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं खाद्य और कृषि संगठन इस समस्या पर मिल कर काम कर रहे हैं ताकि हर व्यक्ति को पर्याप्त मात्रा में सुरक्षित और पौष्टिक भोजन मिल सके।
हर साल वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे मनाने के लिए एक थीम Theme तय की जाती है। 2021 की थीम थी- स्वस्थ कल के लिए आज का सुरक्षित भोजन और 2022 की थीम है- Safer food, better health सुरक्षित भोजन, बेहतर स्वास्थ्य।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और संयुक्त राष्ट्र का खाद्य और कृषि संगठन के सहयोग से इस दिन दुनिया भर में लोगों फूड सेफ्टी के बारे में बताया जाता है क्योंकि इस विषय को लेकर जितनी जागरूकता फैलेगी उतने ही कम लोगों की दूषित भोजन और दूषित पानी की वजह से मृत्यु होगी। लोगों को बताया जाता है कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए पौष्टिक भोजन लेना ज़रूरी है।
इस दिन लोगों का ध्यान दूषित भोजन से होने वाली बीमारियों diseases की ओर खींचा जाता है, ताकि इससे बीमार और मरने वालों की संख्या में कमी लायी जा सकें।
2020 और 2021 में कोविड के चलते लोगों को कई कार्यक्रम का आयोजन वर्चुअली करना पड़ा था लेकिन इस साल फूड सेफ्टी को लेकर कई इवेंट्स का आयोजन किया जाएगा और ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसके बारे में जागरूक किया जाएगा।
निष्कर्ष
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस, खाद्य सुरक्षा food safety, मानव स्वास्थ्य human health, कृषि, आर्थिक समृद्धि, सतत विकास sustainable development में योगदान की तरफ लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए मनाया जाता है। दूषित भोजन लेने की वजह से लोग सबसे ज्यादा बीमारियों के शिकार होते हैं इसीलिए इस दिवस के माध्यम से लोगों को अच्छे स्वास्थ्य के लिए पौष्टिक भोजन लेने के लिए बताया जाता है ताकि लोगों की दूषित भोजन और दूषित पानी की वजह से मृत्यु ना हो।