दुनिया भर में लोगों को पर्यावरण संरक्षण Environment protection के प्रति जागरूक करने के लिए विश्व पर्यावरण दिवस World Environment day मनाया जाता है। आज के समय में पर्यावरण प्रदूषण Environmental Pollution एक बेहद ही चिंताजनक विषय बन चुका है। कई बड़े शहरों में तो लोग खुली हवा में सांस भी नहीं ले सकते हैं और उन्हें एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करना पड़ता है। कितनी अजीब बात है ये, कि इस पृथ्वी Earth ने हमें सब कुछ दिया लेकिन फिर भी हमें इसकी फिक्र नहीं है। अभी भी बहुत देर नहीं हुई है और अगर हर व्यक्ति ये ठान ले कि मुझे प्रकृति के लिए कुछ करना है तो आज भी बडे़ बदलाव लाए जा सकते हैं क्योंकि प्रकृति के संरक्षण के बिना मानव जीवन का संरक्षण संभव नहीं है, इसीलिए बेहतर होगा कि देर से ही सही लेकिन हर मानव प्रकृति के संरक्षण में अपना योगदान दे।
Let’s Nurture the Nature for a Better Future.
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दुनिया भर में हर साल 5 जून को विश्व विश्व पर्यावरण दिवस World Environment day मनाया जाता है। यह दिन पर्यावरण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए समर्पित है। दुनिया भर में वृक्षों के लगातार क्षरण deforestation के चलते प्रदूषण काफी तेजी से बढ़ रहा है। आज हम विकास development के पीछे भाग रहे हैं और इसी के चलते ये बात बिलकुल भूल गए हैं कि एक समय पर पृथ्वी कितनी हरी-भरी हुआ करती थी। औद्योगिक विकास industrial development करना गलत नहीं है लेकिन अगर इससे पृथ्वी पर बुरा असर पड़ रहा है, प्रदूषण बढ़ रहा है तो ये बिलकुल गलत है।
कोविड के समय में जब तमाम फैक्ट्रियां बंद हो गई थीं और लोग वाहन का इस्तेमाल नहीं कर रहे थे, तब लॉकडाउन के चलते दुनिया भर में वायु प्रदूषण कम हुआ था। नदियां निर्मल हो गई थीं, हवा शुद्ध हो गई थी और नासा की रिपोर्ट के अनुसार पिछले 20 वर्षों की तुलना में भारत में प्रदूषण के स्तर में गिरावट देखी गई थी। इसके साथ-साथ ओजोन परत ozone layer की समस्या भी धीरे-धीरे सही हो रही थी लेकिन जैसे ही लोग घर ने बाहर निकलना शुरू किए, फैक्ट्रियां फिर से शुरू हुईं, फिर से प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा और इससे पर्यावरण को नुकसान होने लगा।
सच तो ये है कि हम सब ये भूल गए हैं कि हमारे जीवन में पेड़-पौधे, नदियां, जंगल, जमीन, पहाड़ आदि का अहम योगदान है और इन सब के बिना हम सब अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। यही कारण है कि आज के समय में पर्यावरण प्रदूषण pollution एक बेहद ही चिंताजनक विषय बन चुका है। कई बड़े शहरों में तो लोग खुली हवा में सांस भी नहीं ले सकते हैं और उन्हें एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करना पड़ता है। कितनी अजीब बात है ये, कि इस पृथ्वी ने हमें सब कुछ दिया लेकिन फिर भी हमें इसकी फिक्र नहीं है। अभी भी बहुत देर नहीं हुई है और अगर हर व्यक्ति ये ठान ले कि मुझे प्रकृति के लिए कुछ करना है तो आज भी बडे़ बदलाव लाए जा सकते हैं क्योंकि प्रकृति के संरक्षण के बिना मानव जीवन का संरक्षण संभव नहीं है, इसीलिए बेहतर होगा कि देर से ही सही लेकिन हर मानव प्रकृति के संरक्षण में अपना योगदान दे।
दुनिया भर में हर साल 5 जून को विश्व विश्व पर्यावरण दिवस World Environment day मनाया जाता है। यह दिन पर्यावरण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए समर्पित है। संयुक्त राष्ट्र संघ United Nations ने 1972 में इसकी शुरुआत की थी और इसे संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के नेतृत्व United Nations Environment Program Leadership में वर्ष 1974 से ही आयोजित किया जा रहा है। स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में 1972 में एक पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किया गया था और उसी समय पर्यावरण दिवस की नींव रखी गई थी। इस सम्मेलन में दुनिया भर के 119 देशों ने हिस्सा लिया था और ठीक इसके 2 साल बाद 5 जून, 1974 को दुनिया भर में पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था।
दुनिया भर में लोगों को पर्यावरण संरक्षण Environment protection के प्रति जागरूक करने के लिए विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। दुनिया भर में मनुष्य कार्यकलापों के कारण पृथ्वी को बहुत नुकसान पहुंच रहा है इसीलिए इस दिन प्रकृति के प्रति समर्पण भाव रखने के लिए लोगों को जागरूक किया जाता है। इस दिन लोगों को ग्लोबल वॉर्मिंग Global Warming और जलवायु परिवर्तन Climate Change के बारे में समझाया जाता है, प्रदूषण को रोकने के तरीके बताए जाते हैं और उन्हें समझाया जाता है कि अपने आसपास की नदी, तालाब, जंगल, पहाड़, पशु-पक्षियों और मिट्टी आदि का संरक्षण करना कितना ज़रूरी है और ऐसा करके हम कई अच्छे बदलाव ला सकते हैं।
विश्व पर्यावरण दिवस की थीम World Environment Day theme 2022 को इस बार मेजबान देश स्वीडन में दिया है। इस वर्ष की थीम है- Only One Earth ओनली वन अर्थ। यह थीम संदेश देती है कि यह ग्रह हमारा एकमात्र घर है, और मानवता को अपने सीमित संसाधनों की रक्षा करनी चाहिए। इससे पहले 2021 में विश्व पर्यावरण दिवस की थीम थी- Ecosystem Restoration इकोसिस्टम रेस्टोरेशन।
पृथ्वी को बचाने के लिए और प्रदूषण को कम करने के लिए लोगों के बीच जागरूकता फैलाना सबसे महत्वपूर्ण हथियार है।
धरती के वातावरण के कारण मनुष्य का जीवन अस्तित्व में है, अगर पृथ्वी नहीं तो हम नहीं। सांस लेने से लेकर, खाने और पीने की हर चीज़ें हमें प्रकृति से ही मिलती हैं। अफसोस की बात तो ये है कि सिर्फ प्रकृति ने ही हमें सब कुछ दिया है और बदले में हमने प्रकृति का दोहन किया है और पर्यावरण को प्रदूषित किया है। इन्हीं कारणों से आज प्रकृति को इतना नुकसान पहुंच गया है कि अब तो जनजीवन का अस्तित्व भी खतरे में है। अब सब कुछ इंसानों के हाथों में है। अब उन्हें ही पर्यावरण की रक्षा करनी पड़ेगी और पर्यावरण की रक्षा करने के लिए हर मनुष्य को कुछ संकल्प Resolution for World Environment Day 2022 लेने पड़ेंगे। आइए जानते हैं कि आप पर्यावरण दिवस पर क्या संकल्प ले सकते हैं-
सांस लेने के लिए शुद्ध हवा की जरूरत होती है लेकिन डेवलपमेंट के नाम पर आज वायुं प्रदूषण Air Pollution इंसानों के लिए सबसे बड़ा चैलेंज बन गया है इसीलिए कोशिश करें कि आप पेट्रोल डीजल से चलने वाले वाहनों की बजाय ई वाहन का उपयोग करें। इसके अलावा पब्लिक ट्रांसपोर्ट public transport का इस्तेमाल करना भी एक अच्छा ऑप्शन है।
पृथ्वी पेड़-पौधों पर निर्भर है लेकिन आज कल तो अंधाधुंध पेड़-पौधों की कटाई deforestation चल रही है। यही वजह है कि पर्यावरण में ऑक्सीजन की कमी हो रही है और मौसम चक्र भी बिगड़ रहा है। ऐसे में संकल्प लें कि प्रकृति को अब तक हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए और उसे फिर से हरा-भरा बनाने के लिए आप अधिक से अधिक पौधारोपण करेंगे और इस बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को बताएंगे।
हर दिन हमारे घर से बहुत सारा कचरा निकलता है और इस कचरे को सही स्थान पर पहुंचाने के बजाय कई लोग इसे इधर-उधर ही फेंक देते हैं। बाद में यही कचरा कभी नदियों में बहता है तो कभी इसे जानवर खा लेते हैं। नदियों के प्रदूषण का यह सबसे बड़ा कारण है इसीलिए संकल्प लें कि कचरे को इधर-उधर फेंकने की बजाय कूड़ेदान में ही डालेंगे। इसके अलावा एक बात का और ध्यान रखें कि सूखे और गीले कचरे को अलग-अलग फेंके ताकि नॉन बायोडिग्रेडेबल वेस्ट Non-biodegradable waste का सही इस्तेमाल हो सके।
इस बात से हम सब वाक़िफ हैं कि प्लास्टिक और पॉलीथिन पर्यावरण के दुश्मन हैं लेकिन फिर भी हम इनका इस्तेमाल करते हैं। ऐसा भी नहीं है कि हमारे पास इनके सब्स्टीट्यूट नहीं हैं लेकिन फिर भी हम बैंबू बैग्स, कॉटन बैग्स, हेम्प बैग्स और जूट बैग्स Bamboo Bags, Cotton Bags, Hemp Bags and Jute Bags का इस्तेमाल नहीं करते हैं। संकल्प लिजिए की आप प्लास्टिक और पॉलीथिन बैग्स की जगह बैंबू बैग्स, कॉटन बैग्स, हेम्प बैग्स और जूट बैग्स का इस्तेमाल करेंगे और उन लोगों को जागरूक करेंगे जो पॉलीथिन या प्लास्टिक का इस्तेमाल करते हैं।
पर्यावरण को बचाने का इससे अच्छा तरीका नहीं है। प्राकृतिक संसाधनों का कम से कम उपयोग करके reduce, पुन: उपयोग reuse करके और बहुचक्रीकरण recycle करके आप पर्यावरण संरक्षण में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
निष्कर्ष
पर्यावरण को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने के लिए हम सभी को पर्यावरण का संरक्षण करना चाहिए क्योंकि मनुष्य और प्रकृति एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और किसी के भी अभाव में आप दूसरे की कल्पना नहीं कर सकते हैं। आज के दौर में दिन-ब-दिन प्रदूषण बढ़ता जा रहा है इसीलिए पर्यावरण के संरक्षण के लिए दुनिया भर में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है।
इसका मतलब ये नहीं है कि आप सिर्फ पर्यावरण दिवस के दिन ही पर्यावरण का संरक्षण करेंगे बल्कि आपको हर दिन प्रकृति के सुधार के लिए कुछ करना चाहिए।