पाउलो कोएल्हो की द अल्केमिस्ट एक ऐसी किताब है जिसे हर किसी को लाइफ में एक बार ज़रूर पढ़ना must-read books चाहिए। कुछ लोग इसे सेल्फ हेल्प गाइड self-help book बताते हैं, कुछ लोग फिक्शन fiction book, कुछ लोग ड्रामा और फैंटेसी फिक्शन drama and fantasy fiction और कई लोग इसे एडवेंचर फिक्शन adventure fiction बताते हैं। दरअसल, ये किताब इनमें से सब है और यह एक मस्ट रीड The Alchemist is a must read book किताब है। पाउलो कोएल्हो के करामाती उपन्यास ने दुनिया भर में एक पुस्तक प्रेमिओं को प्रेरित किया है। यह कहानी, अपनी शक्तिशाली सादगी और प्रेरक ज्ञान में चमकदार, सैंटियागो नाम के एक अंडालूसी चरवाहे लड़के के बारे में है जो पिरामिड में दफन खजाने की तलाश में स्पेन में अपनी मातृभूमि से मिस्र के रेगिस्तान की यात्रा करता है। आइए जानते हैं कि पाउलो कोएल्हो की द अल्केमिस्ट को आपको क्यों पढ़ना चाहिए-
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अगर पूरी शिद्दत से किसी चीज़ को चाहो तो सारी कायनात आपको उससे मिलाने में जुट जाती है।
“When you want something, the whole universe conspires in order for you to achieve it”- The Alchemist
आपने बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता शाहरुख खान की फ़िल्म में ये डायलॉग तो ज़रूर सुना होगा लेकिन आपको बता दें कि वास्तव में ये यह पंक्तियां पाउलो कोएल्हो की बेस्टसेलर किताब द अल्केमिस्ट The Alchemist by Paulo Coelho से ली गई है। आज पाउलो कोएल्हो Paulo Coelho द्वारा लिखी गई किताब 'द अल्केमिस्ट' The Alchemist के बारे में हर कोई जानता है लेकिन क्या आपको पता है कि जब 1988 में ब्राजील में पहली बार यह किताब पब्लिश हुई थी तो किसी का भी इस पुस्तक की तरफ ध्यान नहीं गया था। किसी बुकसेलर ने पाउलो कोएल्हो को बताया कि जब यह किताब पब्लिश हुई थी तो 1 व्यक्ति ने इसे खरीदा था और इस पुस्तक की दूसरी कॉपी उसी व्यक्ति ने 6 महीने बाद खरीदी थी। साल खत्म होते-होते पब्लिशर्स समझ गए थे कि लोगों पर 'द अल्केमिस्ट' का जादू नहीं चला और इसीलिए पब्लिशर्स पाउलो कोएल्हो से किया गया कॉन्ट्रैक्ट कैंसल कर देते हैं।
पाउलो कोएल्हो को अपनी किताब पर पूरा भरोसा था। किताब किसी के ना खरीदने के बावजूद भी उनका भरोसा इस किताब से कभी कम नहीं हुआ क्योंकि उन्होंने इस किताब को लिखने में अपना सब कुछ दे दिया था। द अल्केमिस्ट, में उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति (सैंटियागो) की कहानी बताई है जो एक ट्रेजर तक पहुंचने के एक लंबा सफर तय करता है और उस सफर में उसे कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। पाउलो कोएल्हो ये बात जानते थे कि उनका सबसे बड़ा ट्रेजर उनका लेखन है और वह इसी ट्रेजर को पूरी दुनिया तक पहुंचाना चाहते थे।
पाउलो कोएल्हो ने 'द अल्केमिस्ट' में लिखा था कि 'अगर पूरी शिद्दत से किसी चीज़ को चाहो तो सारी कायनात आपको उससे मिलाने में जुट जाती है' इसीलिए उन्होंने कोशिश नहीं छोड़ी और कई अन्य पब्लिशर्स से बात की। कई पब्लिशर्स से बात करने पर द अल्केमिस्ट को दूसरा चांस मिला। वर्ड ऑफ़ माउथ की सहायता से 3,000 कॉपीज से 5,000 कॉपीज फिर 10,000 और फिर इस किताब की 20,000 कॉपीज बिक गई।
करीब 8 महीने बाद अमेरिका के एक व्यक्ति ने ब्राजील की एक लोकल बुकस्टोर से द अल्केमिस्ट को खरीदा और वह चाहते थे कि द अल्केमिस्ट को अन्य भाषाओं में भी ट्रांसलेट किया जाए। पाउलो कोएल्हो ने अपनी किताब को लेकर जो सपना देखा था वह धीरे-धीरे पूरा हो रहा था। इस किताब का न्यू यॉर्क टाइम्स, कई फेमस न्यूज मैगजीन, टेलीविजन इंटरव्यूज और रेडियो पर विज्ञापन दिया गया और द अल्केमिस्ट अंग्रेजी भाषा में पब्लिश की गई। ब्राजील की तरह अमेरिका में वर्ड ऑफ़ माउथ की मदद से यह किताब इतनी फेमस नहीं हो पाई, पर एक दिन कुछ ऐसा हुआ जिससे इस पुस्तक की डिमांड लोगों में बढ़ गई।
दरअसल, अमेरिका के 42 वें राष्ट्रपति बिल क्लिंटन Bill Clinton- 42nd U.S. President की एक तस्वीर सामने आती है जिसमें वह व्हाइट हाउस से बाहर निकल रहे होते हैं और उनके हाथ में 'द अल्केमिस्ट' होती है। फिर क्या था, लोग इस किताब के बारे में बात करने लगे और यह किताब न्यू यॉर्क बेस्टसेलर New York Times Bestseller list की लिस्ट में पहले स्थान पर थी। इसके बाद इस किताब को 82 अन्य भाषाओं में ट्रांसलेट किया गया और 20 वीं शताब्दी की टॉप 10 किताबों में द अल्केमिस्ट top ten books of the 20th century का नाम शामिल है।
आज भी लोग पाउलो कोएल्हो से पूछते हैं कि क्या यह किताब लिखते समय उन्हें ऐसा लगा था कि इस किताब का जादू पूरी दुनिया में चलेगा! इस पर पाउलो कहते हैं कि उन्हें इस बात का बिलकुल भी आइडिया नहीं था कि ये किताब न्यूयॉर्क टाइम्स बेस्टसेलर की लिस्ट में शामिल होगी और इसका नाम 20 वीं शताब्दी की टॉप 10 किताबों में होगा।
पाउलो बताते हैं कि उन्हें नहीं पता था कि यह किताब इतनी प्रसिद्ध होगी लेकिन उन्होंने इस किताब को लिखने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।
पाउलो कोएल्हो द अल्केमिस्ट को अक्सर पढ़ा करते हैं और हर बार इस किताब को पढ़ते वक्त उनके मन में वही ख्याल आते हैं, जो इस किताब को लिखते वक्त आते थे।
पाउलो कोएल्हो की द अल्केमिस्ट एक ऐसी किताब है जिसे हर किसी को लाइफ में एक बार ज़रूर पढ़ना must-read books चाहिए। कुछ लोग इसे सेल्फ हेल्प गाइड self-help book बताते हैं, कुछ लोग फिक्शन fiction book, कुछ लोग ड्रामा और फैंटेसी फिक्शन drama and fantasy fiction और कई लोग इसे एडवेंचर फिक्शन adventure fiction बताते हैं। दरअसल, ये किताब इनमें से सब है और यह एक मस्ट रीड The Alchemist is a must read book किताब है। आइए जानते हैं कि पाउलो कोएल्हो की द अल्केमिस्ट को आपको क्यों पढ़ना चाहिए-
"It's the possibility of having a dream come true that makes life interesting."
हम सबके कुछ ड्रीम्स होते हैं, कुछ गोल्स होते हैं, कुछ एंबीशन होते हैं, जिन्हें हम हर हालत में पूरा करना चाहते हैं लेकिन हमें ये नहीं पता होता है कि उनका पीछा कैसे करें, सपनों को पूरा कैसे करें, अपने ड्रीम्स को पूरा करने की जर्नी में जो चुनौतियों आती हैं, उससे कैसे निबटें।
आप सब सोच रहे होंगे की ये तो सच है। कभी-कभी अपने गोल्स को जानने के बावजूद भी हमें ये पता नहीं होता है कि उसे पूरा कैसे किया जाए, इसीलिए आपको ये किताब पढ़नी चाहिए क्योंकि इस किताब को पढ़ने के बाद आपको पता चलेगा कि अपने ड्रीम्स को कैसे पूरा करना है, फेलियर को कैसे हैंडल करना है और आपके ड्रीम्स को पूरा करने की जर्नी में जो चुनौतियों आती हैं, उससे कैसे निबटना है।
“I don’t live in either my past or my future. I’m interested only in the present. If you can concentrate always on the present, you’ll be a happy man. Life will be a party for you, a grand festival, because life is the moment we’re living now."
हमें अक्सर ऐसा लगता है कि जर्नी में जो मुश्किलें आएंगी, उन्हें हम बर्दाश्त कर लेंगे क्योंकि असली मज़ा तो डेस्टिनेशन पर पहुंचने पर मिलता है। इस किताब को पढ़कर आपकी यह सोच बदल जाएगी क्योंकि पाउलो कोएल्हो ने द अल्केमिस्ट के माध्यम से बताया है कि डेस्टिनेशन से ज्यादा खूबसूरत जर्नी होती है।
कई बार लोग आपके डिसीजन को गलत बताते हैं, आपको कुछ और करने को कहते हैं लेकिन इतना सब कुछ सुनने के बावजूद भी आप वही करते हैं, जो आप करना चाहते हैं क्योंकि आपको खुद पर भरोसा होता है।
इस किताब में सैंटियागो Santiago भी वही करता है, जो वह चाहता है। उसे खुद पर और अपने सपनों पर भरोसा रहता है इसीलिए अंत में सैंटियागो ट्रेजर treasure तक पहुंच पाता है।
There is only one thing that makes a dream impossible to achieve: the fear of failure.
सैंटियागो कई बार ट्रेजर को खुद के बहुत करीब पाता है और कई बार खुद से बहुत दूर, उसकी राह में कुछ ऐसी चुनौतियां आती हैं, जिनसे वह घबरा जाता है और अगर सैंटियागो की जगह हम और आप रहते तो शायद हार मान लेते लेकिन सैंटियागो हार नहीं मानता है और वह अंत में सब कुछ पा लेता है, जो वो हमेशा से पाना चाहता है।
निष्कर्ष
आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में हम जीना भूल गए हैं। हम रियलिटी को काफी पीछे छोड़ चुके हैं और वो करना चाहते हैं जो समाज हमें करने के लिए कहता है। यही कारण है कि आज कई लोग आत्मविश्वास की कमी, स्ट्रेस, एंजाइटी, और ट्रस्ट इश्यूज जैसी समस्याओं में खुद को उलझा हुआ पाते हैं। पाउलो कोएल्हो ने इस किताब के माध्यम से आपको जीना सिखाया है, हंसना सिखाया है, सपने पूरा करना सिखाया है, सपने के पीछे भागना सिखाया है और जीतना सिखाया है।