सेल्फ इंप्रूवमेंट Self Improvement पर जोर देने वाले डेल कार्नेगी Dale Carnegie आपको इस पुस्तक "हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इन्फ्लुएंस पीपल"? (How to Win Friends and Influence People?) की मदद से समझाते हैं कि कैसे आप बातचीत की मदद से लोगों से अपने रिश्तों को बेहतर बना सकते हैं। डेल कार्नेगी एक अमेरिकी लेखक, लेक्चरर और सार्थकता वक्ता हैं। वह संयुक्त राज्य अमेरिका के फिलैडेल्फिया में पैदा (24 नवंबर 1888 ) हुए थे।
यह पुस्तक इस बात पर विचार करती है कि कैसे आप एक अच्छे लीडर Good Leader बन सकते हैं, कैसे लोग आपको पसंद कर सकते हैं और दूसरों को आप कैसे अपने सोचने के तरीके से जीत सकते हैं।
ऐसा नहीं है कि इस पुस्तक में यह सीखाया गया है कि कैसे लोगों से अपना काम निकालें, वास्तव में यह किताब लोगों को समझाने और यह सुनिश्चित करने के बारे में है कि आप दूसरों को भी ध्यान में रख रहे हैं।
डेल कार्नेगी ने बेहद ही सरलता से इस किताब में हर तकनीक को समझाया है ताकि हर तकनीक आसानी से लागू हो सके और उसे व्यापक रूप से समझा जा सके।
अगर आप स्ट्रेसेड हैं, तो भी आप किताब को पढ़ सकते हैं क्योंकि इस किताब को पढ़ने के बाद आप अच्छा महसूस करेंगे। डेल कार्नेगी ने एक दोस्त की तरह इस किताब में सारी टिप्स बताई है।
उन्होंने चीज़ों को उलझाया नहीं है और सीधे-सीधे सरल भाषा में हर टिप्स को समझाया है।
"हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इनफ्लुएंस पीपल" remains a cornerstone of self-improvement literature. इस पुस्तक को पढ़ने का महत्व इसलिए है क्योंकि यह आपको सिखाती है कि स्वयं को समझना और सुधारना न केवल आपके जीवन को बल्कि आपके आस-पास के लोगों के जीवन को भी परिवर्तित कर सकता है। डेल कार्नेगी की अमर ज्ञान उन लोगों को प्रेरित और मार्गदर्शन करती है जो स्वयं के सुधार की राह पर हैं, जिससे यह किताब उन सभी के लिए अनिवार्य पठन बन जाती है जो अपने विश्व में सकारात्मक प्रभाव डालना चाहते हैं।
प्रश्नोत्तरी FAQs on the Book- How to Win Friends and Influence People?
क्या "हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इनफ्लुएंस पीपल" आज भी प्रासंगिक है?
हां, इस पुस्तक में चर्चा किए गए सिद्धांत अकालिक हैं और आधुनिक जीवन के विभिन्न पहलुओं, जैसे कि व्यक्तिगत और पेशेवर संबंधों पर लागू होते हैं।
क्या पुस्तक में बताई गई तकनीकों को पेशेवर सेटिंग्स में लागू किया जा सकता है?
बिलकुल। यह पुस्तक नेतृत्व, संचार और संबंध निर्माण में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करती है जो किसी भी पेशेवर संदर्भ में लागू होती हैं।
मैं अपने दैनिक जीवन में कार्नेगी के सिद्धांतों को कैसे लागू कर सकता हूँ?
सरल चरणों से शुरू करें, जैसे कि दूसरों को सक्रिय रूप से सुनना, नाम याद रखना, और अपनी बातचीत में वास्तविक रुचि और प्रशंसा दिखाना।
कार्नेगी की विधियों की कोई आलोचना है?
कुछ आलोचकों का तर्क है कि विधियों का उपयोग मनिपुलेटिव प्रयोजनों के लिए किया जा सकता है, लेकिन कार्नेगी के दर्शन का मूल ईमानदारी और आपसी सम्मान पर आधारित है।
"हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इनफ्लुएंस पीपल" ने आधुनिक सेल्फ-हेल्प साहित्य को कैसे प्रभावित किया है?
कार्नेगी की पुस्तक ने सेल्फ-हेल्प शैली के लिए नींव रखी, व्यक्तिगत विकास और संचार में अनगिनत लेखकों और वक्ताओं को प्रभावित किया।
Dale Carnegie's insights into human nature and relationships continue to guide individuals towards personal and professional fulfilment. By embracing Carnegie's teachings, we can foster a world of better communicators, leaders, and individuals committed to mutual understanding and respect.
"हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इनफ्लुएंस पीपल" is more than just a book; it's a guide to living a more fulfilled and connected life. Carnegie's insights into human behaviour and relationships offer invaluable lessons on communication, empathy, and personal growth. In a world where genuine connections are increasingly valuable, Carnegie's teachings remain a beacon for anyone looking to improve their interactions with others. Whether you're seeking to enhance your professional relationships, build stronger personal bonds, or simply understand the nuances of human interaction, this book holds the key.
2011 में, 'हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इन्फ्लुएंस पीपल' How to Win Friends and Influence People? टाइम मैगज़ीन की 100 सबसे प्रभावशाली पुस्तकों की सूची में 19 वें नंबर पर थी।
यह किताब अक्टूबर 1936 में प्रकाशित हुई थी और प्रकाशित होने के पूरे 75 साल बाद इसे 100 सबसे प्रभावशाली पुस्तकों की सूची में शामिल किया गया।
अब तक दुनिया भर में इस पुस्तक की 30 मिलियन से अधिक कॉपीज बिक चुकी हैं, जिसकी वजह से यह अब तक की सबसे अधिक बिकने वाली पुस्तकों में से एक best-selling books of all time बन गई है।
सेल्फ इंप्रूवमेंट Self improvement पर जोर देने वाले डेल कार्नेगी Dale Carnegie आपको इस पुस्तक की मदद से समझाते हैं कि कैसे आप बातचीत की मदद से लोगों से अपने रिश्तों को बेहतर बना सकते हैं।
यह पुस्तक इस बात पर विचार करती है कि कैसे आप एक अच्छे लीडर good leader बन सकते हैं, कैसे लोग आपको पसंद कर सकते हैं और दूसरों को आप कैसे अपने सोचने के तरीके से जीत सकते हैं।
ऐसा नहीं है कि इस पुस्तक में यह सीखाया गया है कि कैसे लोगों से अपना काम निकालें, वास्तव में यह किताब लोगों को समझाने और यह सुनिश्चित करने के बारे में है कि आप दूसरों को भी ध्यान में रख रहे हैं।
डेल कार्नेगी ने बेहद ही सरलता से इस किताब में हर तकनीक को समझाया है ताकि हर तकनीक आसानी से लागू हो सके और उसे व्यापक रूप से समझा जा सके।
यह पुस्तक लगभग एक सदी पहले लिखी गई थी लेकिन फिर भी हर व्यक्ति इस पुस्तक को पढ़कर बहुत कुछ सीख सकता है।
भले ही आप कितने भी सफल और योग्य क्यों ना हो लेकिन इस पुस्तक को पढ़कर आप ज़रूर एक सकारात्मक बदलाव महसूस करेंगे और आपके मन में ये ख्याल ज़रूर आएगा कि मैंने इस किताब को पहले क्यों नहीं पढ़ा। सच कहें तो इस पुस्तक को खरीदना एक निवेश है।
कई ऐसे लोग होते हैं, जो सामाजिक परिस्थितियों social situations में थोड़े चिंतित से हो जाते हैं, ज्यादा बात करना पसंद नहीं करते हैं लेकिन जब आवश्यकता पड़ती है तो वे एक्स्ट्रोवर्ट Extrovert बन जाते हैं।
वहीं दूसरी ओर कुछ लोग ऐसे होते हैं जो सामाजिक परिस्थितियों में बेहद कॉन्फिडेंट confident रहते हैं, किसी से बात कर लेते हैं, लोगों को उनकी कंपनी बेहद पसंद आती है और वे सामाजिक परिस्थितियों में बिलकुल भी उबाऊ नहीं महसूस करते हैं।
ऐसे लोगों को देख कर हर इंट्रोवर्ट introvert का मन करता है कि काश मैं भी इस तरह से बात कर पाता, ज्यादा कॉन्फिडेंट महसूस करता और सामाजिक परिस्थितियों में उबाऊ होने के बजाय उसे एंजॉय कर पाता।
वैसे तो यह किताब हर व्यक्ति को पढ़नी चाहिए लेकिन हर इंट्रोवर्ट को यह पुस्तक ज़रूर पढ़नी चाहिए। आइए इस पुस्तक के बारे में और इस पुस्तक के लेखक डेल कार्नेगी Dale Carnegie के बारे में और अच्छे से जानते हैं-
डेल कार्नेगी का जन्म 1888 में मैरीविले, मिसौरी Missouri के एक गरीब परिवार में हुआ था। उनकी पब्लिक स्पीकिंग public speaking में काफी रुचि थी और पब्लिक स्पीकिंग को वह एंजॉय करते थे इसीलिए उन्होंने अपने स्कूल की डिबेट टीम को ज्वाइन किया था। कॉलेज पूरा करने के बाद वह एक सेल्समैन salesman बन गए और कुछ समय के बाद वह एक प्रोफेशनल पब्लिक स्पीकर professional public speaker बन गए।
उनकी किताब 'हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इन्फ्लुएंस पीपल' 1936 में पब्लिश हुई थी और उस वक्त इस किताब की 1200 कॉपीज प्रिंट की गई थी।
उसके बाद इन्हें 5000 और कॉपीज प्रिंट करने का ऑर्डर आता है और तब से लेकर आज तक इस बुक की मिलियन कॉपीज प्रिंट हो चुकी है, करोड़ों लोग इस पुस्तक को पढ़ चुके हैं और अपने जीवन में कई अच्छे बदलाव महसूस कर चुके हैं।
इस पुस्तक को पढ़ने के बाद लोगों को सेल्फ इंप्रूवमेंट का सही मतलब समझ में आया।
"‘हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इन्फ्लुएंस पीपल’ किताब एक मार्गदर्शक है जो सामान्य मान्यताओं को छोड़कर व्यक्तिगत और पेशेवर संबंधों को मजबूत बनाने के लिए उपयोगी सुझाव प्रदान करती है।
इस किताब में यह बताया गया है कि कैसे आप अपने रिश्तों को मजबूत और अर्थपूर्ण बना सकते हैं, साथ ही सोशल नेटवर्किंग के माध्यम से अपनी प्रतिष्ठा और प्रभावशीलता को कैसे बढ़ा सकते हैं।
यह दस्तावेजीकृत रूप से अनुभव किए गए उदाहरणों और संदर्भों के माध्यम से अपनी शक्ति और संपन्नता को कैसे बढ़ा सकते हैं।
इस तरीके से, यह किताब एक संपूर्ण मार्गदर्शन प्रदान करती है जो आपको व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में सफलता प्राप्त करने की दिशा में मदद कर सकती है।"
कई लोगों को लोगों से हर वक्त घिरा रहना पसंद नहीं होता है। वे कोई लीडर या उद्यमी नहीं बनना चाहते हैं बल्कि वह अपना ज्यादा से ज्यादा समय अकेले ही व्यतीत करना चाहते हैं।
उनकी लोगों से दोस्ती करने में और उन्हें प्रभावित करने में ज़रा सी भी रुचि नहीं होती है लेकिन फिर भी हम आपको कहेंगे कि ऐसे लोगों को भी यह पुस्तक पढ़नी चाहिए।
भले की आप कोई भी हों, कुछ भी करते हों, आपकी जो भी पर्सनेलिटी टाइप personality type हो, आप हमेशा इस पुस्तक से कुछ सीख सकते हैं।
इस पुस्तक को पढ़कर आप एक अच्छे लिसनर बन सकते हैं, आप दूसरों को और अच्छे से समझ सकते हैं और खुद को और अधिक पसंद करने योग्य making yourself more likeable बना सकते हैं।
आइए जानते हैं कि आप ऐसा क्या कर सकते हैं, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग आपको पसंद करें:
दूसरे लोगों में रुचि लेना शुरू करें
चेहरे पर एक स्माइल के साथ लोगों से बात करें
किसी भी व्यक्ति के लिए उसका नाम इस दुनिया का सबसे अच्छा शब्द होता है इसीलिए लोगों के नाम को याद रखें और बात करते वक्त उनके नाम का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें।
एक अच्छे श्रोता बनें (Good Listener) और लोगों को प्रोत्साहित करें कि वे आपसे अपने बारे में बात करें।
सामने वाले व्यक्ति को महत्वपूर्ण महसूस कराएं।
इन टिप्स को पढ़कर आपको ऐसा लग सकता है कि बाकी सेल्फ हेल्प बुक्स Self Help Books में भी लगभग यही टिप्स और लेसन दिए जाते हैं तो हम डेल कार्नेगी की बुक क्यों पढ़ें। दरअसल, डेल कार्नेगी ने इन टिप्स को डिटेल्स में समझाया है और हर टिप्स के पीछे सही कारण बताए हैं। जैसे उन्होंने कहा है कि दूसरे लोगों में रुचि लेना शुरू करें।
इससे उनका मतलब यह नहीं है कि आपको बस झूठ-मूठ का ही लोगों में रुचि लेना है Don’t fake interest in someone.
आपको वास्तव में ये जानना है कि उस व्यक्ति की कौन सी आदत सबसे अच्छी है और आप उनसे उस चीज का जिक्र करें।
डेल कार्नेगी ने अपनी इस किताब में कई टिप्स दी हैं और उन्होंने कई उदाहरण भी शामिल किए हैं।
उन्होंने उन लोगों का भी जिक्र किया है जिन्होंने इन टिप्स को अपनाया है और उसके बाद उन्होंने जो बदलाव महसूस किए है।
आइए जानते हैं कि आपको यह किताब क्यों पढ़नी चाहिए:
इस किताब को पढ़ने में आपको 4 से 5 घंटे का समय लगेगा, जो की बेहद कम है क्योंकि आप इस किताब से बहुत कुछ सीखेंगे, इसीलिए सोने से पहले रोज़ 20 मिनट के लिए इस किताब को पढ़ें।
इस किताब में बेहद ही सरल भाषा का प्रयोग किया है और हर व्यक्ति इसे आसानी से समझ सकता है। अगर आप स्ट्रेसेड हैं, तो भी आप किताब को पढ़ सकते हैं क्योंकि इस किताब को पढ़ने के बाद आप अच्छा महसूस करेंगे। डेल कार्नेगी ने एक दोस्त की तरह इस किताब में सारी टिप्स बताई है। उन्होंने चीज़ों को उलझाया नहीं है और सीधे-सीधे सरल भाषा में हर टिप्स को समझाया है।
सबसे कमाल की बात तो यह है कि आप इन टिप्स का परीक्षण अपने दोस्तों और फैमिली मेंबर्स पर कर सकते हैं। उसके बाद आप इन टिप्स का परीक्षण किसी सोशल सिचुएशन पर भी कर सकते हैं।
डेल कार्नेगी द्वारा बताई गई इन टिप्स को अपनाने के लिए आपको खुद में कोई बड़े बदलाव लाने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि यह टिप्स इतनी आसान है कि आपको बस ये याद रखना है कि अगली बार जब मैं किसी से बात करूं तो इन टिप्स को एक बार ट्राई करूंगा। धीरे-धीरे ये आपकी आदत बन जाएगी।
कई ऐसे लोग हैं जो सोशल एंजाइटी से जूझते हैं और ऐसे लोगों ने कहा है कि इस किताब ने उनकी काफी मदद की है क्योंकि टिप्स को याद करना बेहद आसान है और ऐसे में जब आप इन टिप्स का इस्तेमाल करते हैं तो सामने वाला भी आपसे बात करने में रुचि दिखाता है।
डेल कार्नेगी एक अमेरिकी लेखक, लेक्चरर और सार्थकता वक्ता हैं। वह संयुक्त राज्य अमेरिका के फिलैडेल्फिया में पैदा (24 नवंबर 1888 ) हुए थे।
उन्होंने एक सार्थकता आधारित किताब लिखी है, जिसका नाम है 'हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इन्फ्लुएंस पीपल'। यह बेस्टसेलर किताब नहीं है, बल्कि एक बहुत ही प्रभावशाली आधारित किताब है।
इस किताब में उन्होंने दोस्ती और इंसानियत के बारे में बताया है।
डेल कार्नेगी एक प्रसिद्ध लेखक, प्रशासक, और संगठन विकास के प्रमुख थे। उनका जन्म 24 नवंबर, 1888 को हुआ था और उनका नाम डेला ने कार्नेगी (Dale Carnegie) रखा था।
उन्होंने लोगों को संबंध बनाने, सोचने की शैली बदलने, और सफलता प्राप्त करने के लिए कैसे व्यवहारिक उपाय अपनाने के लिए प्रसिद्ध किताब "सहमति प्राप्त कैसे करें" (How to Win Friends and Influence People) लिखी थी।
उनकी किताबें लोगों को जीवन में सफलता की राह दिखाने के लिए प्रसिद्ध हो गई हैं।
कार्नेगी ने नागरिकों के संबंध और संचार को मजबूत बनाने के लिए संबंधों, संवाद कौशल, और व्यक्तिगत विकास पर ध्यान केंद्रित किया।
उनका प्रसिद्ध अन्य किताबों में से कुछ हैं "स्ट्रेस से कैसे निपटें" (How to Stop Worrying and Start Living)
उन्होंने सफलता के मूल मंत्रों को अन्वेषित किया और उन्हें अपने लेखों और प्रवचनों के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया।
उन्होंने उन्नत और सकारात्मक सोच के साथ जीवन जीता। उन्होंने कई समाजसेवी कार्यों में भी भाग लिया।
उन्होंने एक संयुक्त राज्य अमेरिका के कॉलेज में अध्ययन किया और उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की।
वह एक अमेरिकी उद्यमी, फिलैंथ्रोपिस्ट और लेखक थे जिन्होंने "हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इन्फ्लुएंस पीपल" जैसी अनेक पुस्तकों की रचना की।
उन्होंने अपनी जीवनशैली और उपदेशों के माध्यम से लोगों को सफलता और धन कमाने के लिए प्रेरित किया।
डेल कार्नेगी ने अपनी करियर की शुरुआत एक लोहे की कंपनी में करी थी।
उन्होंने बाद में स्टेनवे कंपनी को खरीदा और उसे अमेरिकी रेलवे के लिए स्टील ब्रिज बनाने के लिए उपयोग किया।
डेल कार्नेगी का असली दौर तब शुरू हुआ जब उन्होंने स्टील के उत्पादन में अधिकतम अधिकार हासिल करने के लिए अन्य कंपनियों को खरीदा।
डेल कार्नेगी ने उन्नत और विशिष्ट संरचना और वित्तीय नीति के लिए अपनी कंपनी को प्रसिद्ध किया।
डेल कार्नेगी ने अपने जीवन में कुछ और पुस्तकों का भी लेखन किया है। इनमें से कुछ नाम निम्नलिखित हैं:
यह पुस्तक भारत में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली पुस्तकों में से एक है।
इस पुस्तक में डेल कार्नेगी ने चिंता से निपटने के लिए कुछ अचूक तरीकों का उल्लेख किया है।
यह पुस्तक लोगों को अच्छी तरह से संचार करने के लिए मदद करती है। इस पुस्तक में डेल कार्नेगी ने भाषण कला के महत्वपूर्ण मुद्दों को बताया है।
यह पुस्तक स्वयं विश्वास को विकसित करने और लोगों को संचार करने के लिए उपयोगी होती है।
इस पुस्तक में डेल कार्नेगी ने लोगों के साथ संचार करने के लिए कुछ अहम तरीकों को बताया है।
यह किताब डेल कार्नेगी द्वारा लिखी गई है जो आपको अपने जीवन और नौकरी में सफलता हासिल करने के उपाय बताती है।
यह किताब एक उपलब्धि है जो आपको अपने काम के साथ सुखी रहने और जीवन का आनंद लेने के बारे में सिखाती है।
इस किताब में डेल कार्नेगी ने अपने संगठन में विभिन्न विषयों को लेकर अनुभव साझा किए हैं जैसे कि उत्साह, संघर्ष, संवाद, उत्सव, स्वास्थ्य और नौकरी के साथ जीवन का संतुलन बनाए रखने के उपाय।
इस किताब में डेल कार्नेगी ने उन लोगों के जीवन से कुछ महत्वपूर्ण उदाहरण दिए हैं जो नौकरी और जीवन के बीच संतुलन को बनाए रखने के बारे में सिखाते हैं।
इस किताब में डेल कार्नेगी ने अपने अनुभवों से लेखकों को अपने जीवन और नौकरी का आनंद लेने के लिए नेतृत्व करने वाले सूत्र बताए हैं।
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निष्कर्ष
हम सभी बेहतर बनना चाहते हैं क्योंकि हमें पता है कि सेल्फ इंप्रूवमेंट की मदद से जिंदगी आसान हो जाती है।
ऐसे में हमें कोई चाहिए जो हमें बता सके कि हमें कहाँ बदलाव की ज़रूरत है और किन चीजों को सुधारना है।
डेल कार्नेगी द्वारा लिखी गई यह किताब सेल्फ इंप्रूवमेंट में आपकी मदद करती है।
आप समझ पाते हैं कि आपको कहां खुद को सुधारना है और कौन सी ऐसी चीज़ें हैं जो आप हमेशा से गलत करते आए हैं।
आपके मन में ये सवाल ज़रूर आया होगा कि 1936 में पब्लिश हुई यह किताब क्या आज भी हमारी उतनी ही मदद कर पाएगी तो इसका जवाब हां है।
इस किताब को पढ़ने वाले कई लोगों ने बताया है कि यह एक बहुत अच्छी किताब है और ये हमेशा ही रिलेवेंट relevant रहेगी।