सामान्यतः मल्टीमीडिया का उपयोग Use Of Multimedia सभी करते हैं लेकिन ये नहीं जानते हैं कि मल्टीमीडिया क्या है। सूचना प्रौद्योगिकी का विकास होने के कारण मल्टीमीडिया का उपयोग आज बड़े पैमाने पर बढ़ रहा है। आज मल्टीमीडिया के महत्व से कोई भी अनजान नहीं है।
मल्टीमीडिया का व्यापक इस्तेमाल आजकल हर जगह देखा जा सकता है। Multimedia एक computer based synchronized system होता है, जिसमे text, audio, video, animation, graphics, interactive computing इत्यादि चीजे शामिल होती हैं। मल्टीमीडिया की मदद से हम किसी भी जानकारी या सूचना को आसानी से किसी भी मीडिया जैसे - वीडियो, इमेजेस, ऑडियो, टेक्स्ट, एनिमेशन, आदि के जरिए प्राप्त कर सकते हैं।
यानि मल्टीमीडिया एक ऐसी तकनीक है जो विभिन्न प्रकार के मीडिया के माध्यम से संचार करने का डिजिटल रूप से digitally अनुमति देता है और आवश्यकतानुसार Data एकत्र करने और संशोधित करने की विधि देती है। आज के मॉडर्न और डिजिटल युग में मल्टीमीडिया का महत्व काफी ज्यादा बढ़ गया है।
साथ ही मल्टीमीडिया के द्वारा किसी भी सूचना को कहीं भी तुरंत भेजा जा सकता है। यही वजह है कि वर्तमान में यह iइंटरनेट की दुनिया पर हावी हो चुका है। तो आज इस ब्लॉग में आप मल्टीमीडिया के बारे में और इसकी उपयोगिता और इसके महत्त्व के बारे में विस्तार से जान सकते हैं।
इस बात से तो हम सब वाकिफ हैं कि हमें एक दूसरे को समझने के लिए और जानने के लिए संचार Communication बहुत ही जरुरी है। इसलिए संचार मानव जीवन का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। पहले हम सिर्फ आमने सामने ही एक दूसरे से बात कर सकते थे। लेकिन आज हमारे पास एक दूसरे से बात करने के बहुत से तरीके हैं।
मल्टीमीडिया के विकास के कारण हम लोगों से संपर्क में बने रहते हैं। आज हम कहीं से भी किसी भी छोर से एक दूसरे से बात कर पा रहे हैं। यहाँ तक कि हम वीडियो कॉलिंग के द्वारा चाहे कोई कहीं भी बैठा हो, एक दूसरे का चेहरा देख सकते हैं और बात कर सकते हैं।
मल्टीमीडिया Multimedia के कारण हम एक दूसरे को ध्वनि संदेश, वीडियो, स्थान Voice Message, Video, Location आदि भेज पा रहे हैं। हम कह सकते हैं कि मल्टीमीडिया संचार और सूचना प्रदान करने का एक बहुत ही महत्वपूर्ण साधन means of communication है।
तो चलिए आज विस्तार से जानते हैं कि मल्टीमीडिया क्या है और इसका इस्तेमाल कहाँ किया जाता है ?
Multimedia दो शब्दों से मिलकर बना है। “Multi” और “Media“ जिसमें multi का अर्थ होता है एक से ज़्यादा और मीडिया Media का अर्थ है माध्यम, मल्टीमीडिया एक माध्यम होता है जिसके द्वारा विभिन्न प्रकार की जानकारियों को अनेक प्रकार के माध्यमों जैसे कि टैक्स्ट, आडियो, ग्राफिक्स, एनीमेशन, वीडियो text, audio, graphics, animation, video आदि का संयोजन करके ऑडिएंस तक पहुँचाया जाता है।
मतलब मल्टीमीडिया ग्राफिक्स, टेक्स्ट, एनीमेशन, ऑडियो और वीडियो का एक संयोजन है जिसे Devices पर प्रदर्शित, संग्रहीत या शेयर किया जा सकता है। हर Multimedia को प्रदर्शित करने के लिए मल्टीमिडिया सॉफ्टवेयर Multimedia Software होते हैं। मल्टीमिडिया सॉफ्टवेयर के उदाहरण जैसे Adobe Photoshop, VLC Media Payer, Mx Player आदि हैं।
यानि मल्टीमीडिया एक ऐसी तकनीक है जो विभिन्न प्रकार के मीडिया के माध्यम से संचार करने का डिजिटल रूप से digitally अनुमति देता है और आवश्यकतानुसार Data एकत्र करने और संशोधित करने की विधि देती है। साथ ही मल्टीमीडिया (multimedia) डिजिटल रूप से सूचनाओं को एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करने की उपयोगकर्ता को अनुमति देता है।
आज के इस आधुनिक युग में, हम अपने दैनिक जीवन में कई तरह की टेक्नोलॉजी technology का उपयोग करते हैं और हम इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल करके व्हाट्सएप, फेसबुक मैसेंजर आदि जैसे मैसेजिंग ऐप के साथ Chatting, Audio Video शेयरिंग, Pictures शेयरिंग, Video Calling, Audio Calling आदि कई काम करते हैं।
दरअसल हम इंटरनेट internet की मदद से मल्टीमीडिया का इस्तेमाल करके लाखों फाइलों को एक जगह से दूसरी जगह भेजते हैं। मल्टीमीडिया कंप्यूटर का उपयोग करके ध्वनि, एनीमेशन और वीडियो Text, audio, graphics, आदि का प्रतिनिधित्व संचार करने का एक दिलचस्प और संवादात्मक तरीका है।
पुराने समय से लेकर आज तक टेक्स्ट के माध्यम से ही ज्यादातर सूचना को साझा किया जाता है। टेक्स्ट एक लिखित जानकारी होती है। जिसकी मदद से लोग पढ़कर उस जानकारी को प्राप्त करते है। मल्टीमीडिया में लिखित जानकारी को बढ़ावा देने के लिए टेक्स्ट में photos और graphics को जोड़ा जाता है। टेक्स्ट अक्षर (Letters), अंक (Numbers), और विशेष चिन्हों (Special Characters) के माध्यम से सूचना को प्रस्तुत करते हैं। इसके अलावा टेक्स्ट को ग्राफिक्स, चित्र, आवाज़, एनिमेशन या वीडियो के साथ जोड़ा जा सकता है।
टेक्स्ट को अलग-अलग रंग (Colour), फ़ॉन्ट्स (Fonts), तथा त्री-आयामी प्रभाव (3 Dimensional Effects) द्वारा और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है। यानि text को और भी ज्यादा attractive बनाने के लिए multimedia में अलग अलग font का use किया जाता है। ताकि user को text read करने में अच्छा लगे। टेक्स्ट में विभिन्न प्रकार के फोंट और आकार हो सकते हैं।
ऑडियो मल्टीमीडिया का अभिन्न अंग है। वे ध्वनि तरंगें जिन्हें हम सुन सकते हैं, Audio या आवाज कहलाते हैं। कंप्यूटर द्वारा Artificial Digital Audio Data तैयार किया जा सकता है जिसे हम स्पीकर या हेडफोन के जरिए सुन सकते हैं। इसके लिए कंप्यूटर में साउंड कार्ड Sound Card हार्डवेयर का होना जरूरी है। मल्टीमीडिया एप्लिकेशन को भाषण, संगीत और ध्वनि प्रभावों के उपयोग की आवश्यकता हो सकती है। इन्हें मल्टीमीडिया का ऑडियो या ध्वनि तत्व कहा जाता है।
ध्वनि या ऑडियो,मल्टीमीडिया का सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हिस्सा है। क्योकि ऑडियो के बिना वीडियो को देखने लायक नहीं बनाया जा सकता। ऑडियो के बिना कोई भी यूजर वीडियो को देखना पसंद नहीं करेगा। कंप्यूटर ध्वनि को डिजिटल रूप में संग्रहीत करता है। इसलिए मल्टीमीडिया एप्लिकेशन में प्रयुक्त ध्वनि डिजिटल ऑडियो है।
वीडियो को ऑडियो फाइल और इमेज का संयोजन भी कह सकते हैं। आजकल मल्टीमीडिया कंप्यूटर का उपयोग मनोरंजन के क्षेत्र में वीडियो रिकॉर्ड करने, वीडियो चित्र देखने तथा वीडियो गेम आदि में किया जा रहा है।
मल्टीमीडिया में वीडियो भी बहुत लोकप्रिय है। T.V, video का सबसे अच्छा उदाहरण है। वास्तविक जीवन की वस्तुओं को दिखाने के लिए मल्टीमीडिया एप्लिकेशन में डिजिटल वीडियो उपयोगी है। दरअसल वीडियो में ध्वनि होने के कारण हम जानकारी को अच्छे से प्राप्त कर पाते हैं। दूसरा इमेज ऑडियो फाइल के मुताबिक गति मूवमेंट करती है।
यूजर को वीडियो के format में जानकारी प्राप्त करना और साझा करना अच्छा लगता है। डिजिटल वीडियो फ़ाइलों को कंप्यूटर में किसी भी अन्य फ़ाइल की तरह संग्रहीत किया जा सकता है। मल्टीमीडिया कंप्यूटर वीडियो चित्र की श्रृंखला रिकॉर्ड, एडिट (Edit), स्टोर तथा प्ले (Play) कर सकता है जिसे कंप्यूटर मॉनिटर पर देखा जा सकता है।
डिजिटल वीडियो फ़ाइलों को कंप्यूटर नेटवर्क के भीतर स्थानांतरित किया जा सकता है। डिजिटल वीडियो क्लिप को आसानी से संपादित किया जा सकता है।
एनिमेशन डिज़ाइन एक स्थिर छवि बनाने की एक प्रक्रिया है। animation एक तरह से ग्राफ़िक्स picture की movement होती है जो वीडियो की प्रारूप form में दिखाई देती है। लेकिन हम एनीमेशन को वीडियो नहीं कह सकते। क्योकि वीडियो के अंदर सभी हिस्से हरकत parts movement कर सकते है। लेकिन एनीमेशन में केवल इमेज या ग्राफ़िक्स ही मूवमेंट कर सकते हैं।
एनीमेशन स्थिर छवियों की एक सतत श्रृंखला है जो एक क्रम में प्रदर्शित होती है। ध्यान आकर्षित करने के लिए एनीमेशन का प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा सकता है। एनिमेशन प्रस्तुति को हल्का और आकर्षक भी बनाता है। एनिमेशन का उपयोग विज्ञापन, कार्टून, फिल्म, वीडियो गेम, सिनेमा तथा वर्चुअल रियलिटी Advertising, Cartoons, Film, Video Games, Movies and Virtual Reality आदि में किया जा रहा है।
एनीमेशन के जरिए उपयोगकर्ता आसानी से डिजिटल इनफार्मेशन को प्राप्त कर लेता है और आसानी से चीज़ो को समझ जाता है। एनिमेशन में चित्रों की एक श्रृंखला होती है जिसमें प्रत्येक चित्र को एक निश्चित समयांतराल (Interval) के बाद अगले चित्र से प्रतिस्थापित कर दिया जाता है ताकि चित्र गतिमान दिखाई पड़े।
एनिमेशन के लिए 3D Studio, Animator Studio, Adobe Photoshop आदि सॉफ्टवेयर का प्रयोग किया जाता है। वर्तमान में आप internet पर बहुत से small size के एनीमेशन देखते होंगे। इन एनीमेशन को GIFs कहते हैं। इन जीआईएफ एनीमेशन फ़ाइलें GIFs animation files को आप आसानी से एक जगह से दूसरी जगह पर ट्रांसफर कर सकते हैं।
ग्राफिक्स मल्टीमीडिया एप्लिकेशन को आकर्षक बनाते हैं। ग्राफ़िक्स एक नॉन टेक्स्ट फॉर्मेट है। जिसमे text का use नहीं किया जाता। यदि किसी user को ज्यादा मात्रा में text पढ़ने की आदत नहीं होती। उस स्थिति में वह उपयोगकर्ता ग्राफ़िक्स की मदद से डिजिटल इनफार्मेशन digital information को प्राप्त कर सकता है।
graphics को बनाने के लिए software की ज़रूरत पड़ती है। सबसे बढ़िया सॉफ्टवेयर adobe photoshope है। अधिकतर graphic डिज़ाइनर इसी सॉफ्टवेयर की मदद से ग्राफ़िक्स का निर्माण करते हैं। इसके अलावा ग्राफ़िक्स का इस्तेमाल concept को अच्छे तरीके से clearify करने के लिए किया जाता है।
मतलब जो concept आसानी से user को समझ में नहीं आते उन concept को आसानी से समझाने के लिए graphics का प्रयोग किया जाता है। डिजिटल जानकारी को फोटो या चित्र के माध्यम से साझा करने के लिए graphics का यूज किया जाता है।
मल्टीमीडिया सिस्टम Multimedia system के कौन कौन से गुण होते हैं जानते हैं -
एक Multimedia system के मुख्य रूप से चार basic गुण होते हैं-
एक multimedia system बहुत से different mediums या devices का combination होना चाहिए। तभी जाकर जब different mediums और devices मिलकर काम करते है उसे एक multimedia system कहा जाता है।
इसका एक गुण यह भी होता है कि जितने भी media और devices का प्रयोग किया गया है वो सब media devices एक दुसरे से independent होने चाहिए।
इस computer-supported integration को मल्टीमीडिया सिस्टम multimedia system में कंप्यूटर के माध्यम से control करना भी कहा जाता है। इसमें कंप्यूटर के support से different independent media को एक साथ काम करने के लिए सभी media को एक दूसरे के साथ combine किया जा सकता है।
ऐसा multimedia system जो कि communication में सक्षम हो। इस मल्टीमीडिया में सिर्फ information को create नहीं किया जा सकता है बल्कि उस information या जानकारी को एक जगह से दूसरी जगह पर send भी किया जा सकता है और साथ ही उसे store भी किया जा सकता है।
सूचना प्रौद्योगिकी का विकास होने के कारण मल्टीमीडिया का उपयोग आज बड़े पैमाने पर बढ़ रहा है। आज मल्टीमीडिया के महत्व से कोई भी अनजान नहीं है। मल्टीमीडिया का व्यापक इस्तेमाल आजकल हर जगह देखा जा सकता है। multimedia एक computer based synchronized system होता है, जिसमे text, audio, video, animation, graphics, interactive computing इत्यादि चीजे शामिल होती हैं।
मल्टीमीडिया की मदद से हम किसी भी जानकारी या सूचना को आसानी से किसी भी मीडिया जैसे - वीडियो, इमेजेस, ऑडियो, टेक्स्ट, एनिमेशन, आदि के जरिए प्राप्त कर सकते हैं।
आज के मॉडर्न और डिजिटल युग में मल्टीमीडिया का महत्व काफी ज्यादा बढ़ गया है। साथ ही मल्टीमीडिया के द्वारा किसी भी सूचना को कहीं भी तुरंत send किया जा सकता है। यही वजह है कि वर्तमान में यह internet की दुनिया पर हावी हो चुका है। मल्टीमीडिया का इस्तेमाल कहाँ कहाँ किया जाता है, विस्तार से जानते हैं। हम multimedia के different fields में इसकी उपयोगिता और इसके महत्त्व के बारे में जानेगे।
Multimedia का शिक्षा education के क्षेत्र में अत्यधिक महत्व है। multimedia ने education के क्षेत्र में बहुत परिवर्तन कर दिए हैं। मल्टीमीडिया के उपयोग का बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है क्योंकि यह बहुत प्रभावी होता है। multimedia ने हमारी वर्तमान की शिक्षा प्रणाली को न सिर्फ पहले से बेहतर बनाया बल्कि उसे पहले के compare में ज्यादा attractive और effective भी बना दिया है. छात्र इस मल्टीमीडिया का उपयोग करने वाली शिक्षण विधियों को बेहतर ढंग से समझते हैं।
देखा जाये तो मल्टीमीडिया यह पता लगाने का सही तरीका है कि प्रत्येक छात्र की रुचि क्या है, उन्हें अपनी रुचि के क्षेत्रों को चुनने, अपनी इच्छा के अनुसार सीखने की स्वतंत्रता है, ताकि छात्र स्कूल में शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया में अधिक सक्रिय हो सकें। मल्टीमीडिया की मदद से Words, Letters, Images आदि को एक साथ जोड़कर एक Colourful Education System विकसित की गई है।
आजकल market में ऐसे बहुत से different types के multimedia softwares मौजूद हैं जिनका यूज करके आप घर बैठे ही काफी नॉलेज प्राप्त कर सकते हैं। प्राथमिक विद्यालय से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में मल्टीमीडिया का उपयोग सीखने के माध्यम के रूप में किया जाता है।
छात्र इस मल्टीमीडिया का उपयोग करके शिक्षण विधियों को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं। Virtual Class तथा e-learning में मल्टीमीडिया का प्रयोग किया जा रहा है।
चिकित्सा के क्षेत्र में मल्टीमीडिया का उपयोग अद्भुत है। स्वास्थ्य की दुनिया में अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे स्कैनर और भी न जाने कितने डिवाइस हैं जो डॉक्टरों के लिए और रोगियों के लिए वरदान है। ये स्वास्थ्य समस्याओं का निदान करने के लिए एक काफी महत्वपूर्ण उपकरण है।
ये खोजें मीडिया कर्मियों के लिए अपने रोगियों को ठीक करने और बचाने के उनके प्रयासों में बहुत मददगार हैं। यहाँ तक कि अब एक माँ अपने बच्चे के जन्म के कुछ महीने पहले ही उसके लिंग का पता लगा सकती है। अल्ट्रासाउंड, डॉक्टरों को गर्भ में भ्रूण की स्थिति जानने की अनुमति देती है।
Also Read: जानें क्या है Metaverse Technology?
आज के समय में marketing के क्षेत्र में multimedia का यूज बहुत ही ज्यादा बढ़ गया है। आज कंपनियां अपने products और services के sales को बढ़ाने के लिए अपने प्रोडक्ट्स और सर्विस के प्राइस और बिक्री आदि कई जानकारियों के साथ different information के साथ CD Rom software develop करती है।
CD Rom software कंपनियां अपने customers को distribute करती हैं जिससे कस्टमर को उनके प्रोडक्ट्स और सर्विस के बारे में जानने के लिए किसी और person की जरुरत नहीं पड़ती है और वह अपने जरुरत के प्रोडक्ट्स के बारे में इन CD के माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
इसके अलावा, ई-कॉमर्स e-commerce के माध्यम से, एक कंपनी अपने Products का ऑर्डर और डिलीवरी ले सकता है। वर्तमान में, सूचना के प्रसार के लिए कंप्यूटर, लैपटॉप और गैजेट जैसे विभिन्न उपकरण भी हैं, इसलिए जानकारी प्राप्त करने के लिए किसी विशेष स्थान पर जाने की आवश्यकता नहीं है।
multimedia का प्रयोग सोशल मीडिया के लिए भी किया जाता है। टेक्स्ट , ग्राफ़िक्स , वीडियो और ऑडियो आदि सभी multimedia के टूल्स है जो एक अच्छी पोस्ट बनाने में आपकी मदद करते हैं। सोशल मीडिया में अच्छी पोस्ट को बनाने के लिए multimedia के टूल्स की ज़रूरत पड़ती है।
मल्टीमीडिया के अविष्कार के साथ entertainment के क्षेत्र में काफी विकास हुआ है। आज आप multimedia programs के द्वारा entertainment के कई माध्यमो जैसे television, VCD, record player, इत्यादि का आनंद ले सकते हैं। मनोरंजन उद्योग Entertainment industry ने इस तकनीकी technology का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया है।
बहुत से developers ने graphics, sound, animation or multimedia का इस्तेमाल किया है games की अलग अलग variety बनाने के लिए। इसमें special technologies जैसे virtual reality के कारण games को नयी नयी टेक्नोलॉजी के साथ जोड़ दिया गया है।
मल्टीमीडिया के आने से आज audio और video conference काफी आसान हो पाया है। जिसकी वजह से यह computer और electronic-based communication ने business, social, political, economic और international activities में काफी ज्यादा गतिशीलता ला दी है।
मल्टीमीडिया ने संचार (communication) करने के तरीके को और भी ज्यादा आसान बना दिया है। क्योकि आज के समय में कोई भी व्यक्ति दुनिया के किसी भी कोने से एक दूसरे के साथ बात कर सकते हैं। एक दूसरे के साथ जानकारी का आदान प्रदान कर सकते हैं।
वैसे तो बहुत से Multimedia Software मार्केट में उपलब्ध हैं। आज हम आपको उन कुछ मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर के नाम बता रहे हैं जिनका प्रयोग काफी अधिक किया जाता है और ये मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर काफी पॉपुलर Software हैं। तो इन पॉपुलर मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर के बारे में जानते हैं-
PHOTOSHOP भी एक पॉपुलर मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर है। PHOTOSHOP सॉफ्टवेयर एक ADOBE कंपनी का सॉफ्टवेयर है जो अमेरिका में स्थित है। आज के समय में ADOBE PHOTOSHOP फोटो से सम्बंधित कार्य करने के लिए सबसे ज्यादा यूज़ होने वाला सॉफ्टवेयर बना है। इस सॉफ्टवेयर का प्रयोग फोटो को अच्छे तरीके से बनाने और डिजाइनिंग जैसे सम्बंधित कार्य करने के लिए किया जाता है।
COREL DRAW एकमल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर है जिसे आजकल Graphics Design के क्षेत्र में काफी उपयोग किया जा रहा है। आपको बता दें कि कोरल ड्रा Software के माध्यम से आज Graphics Design करना काफी आसान हो गया है। आजकल कोरल ड्रा का उपयोग छोटे से लेकर बड़े उद्योग में किया जा रहा है।
वर्तमान समय में graphics Designing के लिए यह एक अच्छा सॉफ्टवेयर है। दरअसल कोरल ड्रा Software के द्वारा आप आसानी से छोटी से लेकर बड़ी Designing का कार्य कर सकते हैं।
COREL DRAW के माध्यम से बुक कवर डिज़ाइन, फ्लेक्स बैनर डिज़ाइन, लोगो डिज़ाइन, न्यूज़ पेपर & विज्ञापन डिजाइनिंग जैसे कार्य किये जाते हैं। आज कोरल ड्रा का उपयोग हर प्रिंटिंग क्षेत्र में सबसे ज्यादा उपयोग किया जा रहा है। कंप्यूटर में कोरल ड्रा का उपयोग करना आसान है लेकिन इसके लिए आपको कोरल ड्रा के बारे में स्टडी करनी होगी।
फिल्मोरा भी एक बहुत ही पॉपुलर Multimedia MEDIA सॉफ्टवेयर है। आप इस सॉफ्टवेयर की मदद से Multimedia से सम्बंधित बहुत से कार्य कर सकते हैं। इसके अंदर ऑडियो और वीडियो से सम्बंधित कार्य किये जाते हैं। आपको चाहे ऑडियो एडिट करनी हो या फिर वीडियो एडिट करनी हो या इसके अलावा अपने प्रोजेक्ट में कोई इफ़ेक्ट डालना हो तो यह एक पॉवरफुल Multimedia सॉफ्टवेयर है।
पॉवरपॉइंट PowerPoint एक MULTI MEDIA Application Software है। इसका निर्माण Microsoft कंपनी ने किया है जैसे MS Office के MS Excel और MS Word भाग है ठीक वैसे ही PowerPoint Application Software भी MS Office का भाग है। PowerPoint की मदद से आप किसी भी प्रकार की प्रोजेक्ट प्रेजेंटेशन पर कार्य कर सकते हैं।
आज PowerPoint Application Software के version काफी एडवांस लेवल के हैं। आप इस version में किसी भी प्रकार के ग्राफ़िक, किसी भी प्रकार की एनीमेशन, बैकग्राउंड, वीडियो या गाना अपनी प्रेजेंटेशन प्रोजेक्ट में में जोड़ सकते हैं।
इसके द्वारा आप प्रेजेंटेशन को काफी अच्छा और attractive बना सकते है। PowerPoint को 20 अप्रैल 1987 में Microsoft कंपनी के दो सदस्य Robert Gaskins and Dennis Austin ने बनाया था इसके अंदर केवल प्रेसेंटेशन प्रोजेक्ट पर कार्य किया जाता था आज के समय में PowerPoint Application Software काफी एडवांस हो गया है।
आज हर बड़ी बड़ी कंपनी अपने प्रोजेक्ट से जुड़े प्रेजेंटेशन बनाने के लिए PowerPoint Application Software का यूज़ कर रहे है और PowerPoint Application Software का उपयोग सिर्फ मल्टीनेशनल कंपनी ही नहीं बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में और अन्य कई क्षेत्रों में किया जाता है।
VLC MEDIA PLAYER भी एक पॉपुलर MULTIMEDIA MEDIA SOFTWARE है। जिसके द्वारा हम कंप्यूटर के अंदर ऑडियो और वीडियो के रूप में सांग्स सुनते हैं। यह सॉफ्टवेयर कंप्यूटर के अंदर ऑडियो और वीडियो देखने और सुनने के लिए सबसे ज्यादा जाना जाता है इसके अंदर MULTIMEDIA से सम्बंधित बहुत से कार्य किये जा सकते हैं।
मल्टीमीडिया यूजर फ्रेंडली होता है। इसके लिए यूजर्स को एनर्जी की आवश्यकता नहीं है, मतलब आप आराम से बैठकर डेमो देख सकते हैं, टेक्स्ट पढ़ सकते हैं और साउंड सुन सकते हैं। आपको किसी विषय पर जानकारी लेने के लिए ऊर्जा को अधिक खर्च करने की आवश्यकता नहीं है।
मल्टीमीडिया के इस्तेमाल से कस्टमर तथा ग्राहक के बीच एक बेहतर कनेक्शन स्थापित होते हैं। क्योंकि मल्टीमीडिया की मदद से कस्टमर फीडबैक दे पाते हैं।
मल्टीमीडिया बहुसंवेदी है। मल्टीमीडिया में कई सेंसेस का उपयोग किया जाता हैं, जिससे यूजर का मल्टीमीडिया देखने का एक्सपीरियंस बढ़ जाता है।
यह एक व्यापक और इंटरैक्टिव है, डिजिटल इंटिग्रेशन की प्रोसेस में विभिन्न मीडिया के माध्यम से बातचीत की आसान प्रतिक्रिया बहुत बढ़ जाती है।
मल्टीमीडिया Multimedia चर्चाओं में और जान डालता है।
मल्टीमीडिया का इस्तेमाल अधिकतर बिजनेस में प्रोडक्ट तथा सेवाओं का प्रचार करने के लिए इस्तेमाल होता है। यानि कंपनियां अपने प्रोडक्ट तथा सेवाओं को multimedia के जरिये प्रचार करती हैं अतः यह काफी इफेक्टिव तरीका है।
यह एक फ्लैक्सिबल माध्यम है अर्थात मल्टीमीडिया का इस्तेमाल आप कहीं भी कभी भी कर सकते हैं।
आप पाठ सीख-पढ़ सकते हैं और ऑडियो सुन सकते हैं।
टेलीकम्युनिकशन्स इंडस्ट्री में लाभदायी है। आज, हर कोई वीडियो कॉल करता है। इस सर्विस ने हमारे मोबाइल फोन से ऑडियो और वीडियो कंटेंट को भेजना संभव बनाया है। पहले, यह केवल एक निश्चित संख्या में टेक्स्ट मैसेज तक ही सीमित था।
यह ऐसे दृष्टिकोण प्रदान करता है जो जिससे आसानी से सीखने को अधिक यथार्थवादी बनाते हैं।
आप जो इंटरनेट पर खोजते हैं उस विषय पर हमें सारी जानकारी वीडियो, टेक्स्ट, एनीमेशन मल्टीमीडिया के माध्यम से मिल जाती है।
मल्टीमीडिया का इस्तेमाल एडवरटाइजिंग कंपनियां द्वारा अपने प्रोडक्ट को प्रमोट करने के लिए किया जाता है।
इसका इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के ऑडियंस के लिए किया जा सकता है, जिसमें एक व्यक्ति से लेकर पूरे समूह तक हो सकता है।
इसमें उपयोगकर्ता को एक्सपर्ट बनने के लिए काफी ज्यादा समय और ऊर्जा लग सकती है।
मल्टीमीडिया सिस्टम का उत्पादन दूसरों की तुलना में अधिक महंगा है। मल्टीमीडिया का प्रोडक्शन करना costly होता है। क्योंकि यह किसी एक से अधिक मीडियम से मिलकर बना होता है। मल्टीमीडिया बनाने के लिए एक सिस्टम और सॉफ्टवेयर्स परचेस करना ही पड़ता है।
इसके उत्पादन के लिए सामग्री सेट करना महंगा है।
मल्टीमीडिया बनाने हेतु आप जिस डिवाइस का इस्तेमाल कर रहे हैं उसका भी पूरा ध्यान रखना पड़ता है। किसी भी कारणवश डिवाइस को नुकसान पहुंचने की स्थिति में आपको दूसरा डिवाइस खरीदना पड़ेगा।
मल्टीमीडिया फ़ाइलों की साइज बहुत बड़ी हो सकती है, क्योंकि इसमें वीडियो और ऑडियो इफेक्ट होता हैं, तो इसे लोड करने में लगने वाला समय बहुत अधिक होता है।
कंपाइल के लिए समय लगता है,यद्यपि यह फ्लेक्सिबल हैं, इसे ड्राफ्ट के लिए समय लगता है।
इसे बनाने चलाने और उपयोग करने के लिए के लिए बिजली की आवश्यकता होती है। कई ऐसे Area हैं जहां पर बिजली नहीं होती है वहां पर यह कार्य करना मुश्किल है।
यह समय लेने वाला Time Consuming है। कंटेंट तैयार होने के बाद में काफी ज्यादा टाइम लगा होता है। मल्टीमीडिया में लंबे समय तक प्रेक्टिस करने की जरूरत होती है, तभी अच्छा कॉन्टेंट Create किया जा सकता है।