DIY क्या है? क्यों आपके बच्चे के लिए जरूरी

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13 Nov 2021
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इस विषय का नाम है DIY, अगर आप यह नाम पहली बार सुन रहे हैं तो चिंता ना करें, हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे। आइए जानते हैं आखिर DIY होता क्या है और बच्चों में इसकी क्या उपयोगिता है।

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किसी लेखक ने सही कहा है कि रचनात्मकता दूसरों की तुलना में बेहतर करने को लेकर नहीं है, बल्कि यह सोचने, तलाशने, खोजने और कल्पना करने से जुड़ी हुई बात है। आज हम रचनात्मकता से जुड़े एक अनोखे विषय पर बात करने वाले है। यहां हम बच्चों को लेकर बात करेंगे, लेकिन यह विषय बच्चों और बड़ों दोनों में उपयोग किया जाता है। इस विषय का नाम है DIY, अगर आप यह नाम पहली बार सुन रहे हैं तो चिंता ना करें, हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे। आइए जानते हैं आखिर DIY होता क्या है और बच्चों में इसकी क्या उपयोगिता है। 

क्या होता है DIY

पहले हम DIY के Full form की बात करते हैं, इंग्लिश में इसका फुल फॉर्म होता है डू इट योरसेल्फ Do It Yourself यानी कि खुद से किया गया काम। जब हम किसी विशेष काम को करने हेतु किसी विशेषज्ञ की मदद नहीं लेते और उस कार्य को स्वयं करते हैं और उस काम को करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली किसी भी वस्तु के लिए बाहरी मदद नहीं लेते, तो हम इसे DIY कहेंगे। लेकिन यह बात भी जान लें कि इसमें ऐसा जरूरी नहीं है कि आप किसी की मदद लेने के लिए सक्षम नहीं है या आप किसी से सहायता नहीं मांग सकते। 

क्योंकि हम यहां DIY से संबंधित जानकारी बच्चों से जोड़कर आप तक पहुंचा रहे हैं, इसलिए हम बच्चों का उदाहरण लेते हैं, अगर आप किसी बच्चे को कोई सी भी 4 चीज़े देते हैं और उन 4 चीजों से वह रचनात्मकता के साथ कुछ अच्छा बना कर दिखाता है तो इसे आप DIY गतिविधि कहेंगे। क्योंकि यह बच्चों का विषय है इसलिए उन्हें चीज़े दी गई थी। उन्होंने रचनात्मकता Creativity का प्रयोग करके अपनी दम पर कुछ बना कर दिखाया। अगर बड़ों के विषय में बात करें, तो इसमें उन्हें खुद के दम पर सभी वस्तुएं को इकट्ठा करके कार्य करना होगा, तभी यह उनके लिए DIY गतिविधि होगी।

क्या होती है बच्चों में DIY गतिविधियां DIY Activities 

बच्चों के लिए स्कूल, कॉलेज और घर में DIY, Do It Yourself गतिविधियां कराई जा सकती हैं, ताकि वह अपनी आत्म निर्भरता से कुछ अच्छा करके दिखाएं और इसमें अपनी रचनात्मकता का प्रयोग करें। बच्चों के लिए DIYs गतिविधियां काफी उपयोगी हैं। वह इस तरह की गतिविधियों में अपना रुझान बढ़ा कर अपने भविष्य को बेहतर बना सकते हैं।

बच्चों के लिए क्यों जरूरी है DIYs गतिविधियां

बच्चे बहुत चंचल होते हैं, उनमें एक अनोखी कल्पना शक्ति होती है, वे हर समय विचारों और मस्ती से भरे होते हैं, वे अपने इन विचारों का उपयोग DIY जैसी गतिविधियों में करेंगे तो उनकी रचनात्मकता और भी बढ़ेगी। जिससे उनकी खुद की अभिव्यक्ति करने की शक्ति में बढ़ोतरी होगी और वह अपने दम पर कुछ बनने के काबिल भी बन सकेंगे। 

आपने अक्सर देखा होगा कि बच्चे खुद की सुनते हैं। आमतौर पर आप जब उन्हें कुछ करने के लिए प्रेरित करते हैं तो वे बात नहीं मानते, बल्कि वे वही करते हैं जो उनकी इच्छा होती है। बच्चों को सीखने से कभी ना रोके, बचपन से ही जब वे कुछ रचनात्मक करने की कोशिश करें, तो उन्हें इस दिशा में आगे बढ़ाएं,  इससे वे खुद की अभिव्यक्ति करने में सक्षम बनेंगे।

संज्ञानात्मक विकास Cognitive Development

जब बच्चे DIYs गतिविधियां करते हैं तो उनका संज्ञानात्मक विकास Cognitive Development होता है। इसका अर्थ है कि वह पता लगाते हैं कि चीजें किस तरह काम करती है, स्वयं कुछ करने का अर्थ यह है कि बच्चे समस्या का समाधान करना खुद सीखते हैं। यदि कोई चीज उस तरह से काम नहीं कर रही है जैसा वे करना चाह रहे हैं, तो बच्चे समस्या के समाधान की तलाश की दिशी में सोचते हैं, साथ ही उसे ठीक करने में लग जाते हैं। DIYs गतिविधियां रचनात्मकता और अंतहीन विचारों को बढ़ाने में मदद करती हैं।

शारीरिक मेहनत और विकास Physical Hard Work & Development

जब बच्चे खुद की मदद से कुछ रचनात्मक बनाने की कोशिश करते हैं तो उनमें मानसिक के साथ-साथ शारीरिक मेहनत करने का कौशल भी बढ़ता है। उनके हाथ, आंख और उनके सभी शारीरिक अंग तथा बौद्धिकता कुल मिलाकर एक विकास की तरफ बढ़ रही होती हैं। क्योंकि छोटी उम्र में हाथ, पैर, आंख इन सभी का अच्छी तरह होना अति आवश्यक है, तो इन छोटी-छोटी गतिविधियों से वे अपने भविष्य के लिए बेहतर बन रहे होते हैं।

उपलब्धि हासिल करने के लिए  Achievement 

जब आप किसी भी कार्य को करते हैं और वह सफल होता है तो उसे लेकर आपको गर्व महसूस होता है। जब बच्चे अपनी रचनात्मकता और मेहनत से कुछ बनाएंगे और वह इसमें सफल होंगे तो सोचिए उनकी इस उपलब्धि से उन्हें कितना अच्छा महसूस होगा। अगर उन्हें DIYs कार्य करते वक्त कुछ कठिनाइयां और उतार-चढ़ाव महसूस हुए होंगे, तो वे उससे भी कुछ सीख पाएंगे। ऐसे कार्यों में माता-पिता भी बच्चों की मदद कर सकते हैं। मदद देने के बाद भी अगर बच्चे कुछ अच्छा करेंगे तो उनके लिए यह उपलब्धि से कम नहीं होगा। जब उन्हें उपलब्धि का भाव आएगा, तो उनका आत्मविश्वास अपने आप बढ़ जाएगा।

पैसे की बचत के लिए भी अच्छा है विकल्प

बच्चों के खिलौने काफी महंगे आते हैं और इन पर पैसा भी काफी खर्च होता है, लेकिन DIYs गतिविधियों को करवा कर आप काफी पैसा बचा सकते हैं। जब आप बच्चों को इस तरह की गतिविधियों में लगाते हैं, तो वे खुद से कुछ करने की इच्छा प्रकट करते हैं। इसमें उन्हें यह पता होता है कि किस तरह उन्हें खुद कुछ कर गुजरना है। ऐसी कई गतिविधियां है जो घर और स्कूल में की जा सकती है, जिनमें ज्यादा खर्च नहीं होता और यह काफी रचनात्मक और मस्ती भरी होती हैं। इसके अलावा इस तरह की गतिविधियों में अगर माता-पिता का जुड़ाव बच्चों के साथ बने, तो आजकल जहां लोगों के पास बच्चों के लिए समय नहीं है, वे इन गतिविधियों की मदद से बच्चों के साथ अच्छा समय भी बिता सकते हैं।

शरारती बच्चों को बेहतर बनाने का विकल्प

बच्चे ज्यादा शरारती होते हैं, ज्यादातर बच्चे एक जगह पर बैठ नहीं पाते और अपनी चंचलता से कुछ ना कुछ गड़बड़ करते रहते हैं। इस तरह के बच्चों के लिए DIY गतिविधियां बहुत शानदार हैं, ऐसे बच्चों को कुछ करने के लिए और एक जगह पर मन लगाने के लिए यह गतिविधियां अच्छा मंच प्रदान करती हैं।

इस तरह की गतिविधियों में किसी भी उम्र के बच्चे भाग ले सकते हैं। छोटी से लेकर बड़ी गतिविधियों में शामिल होकर अपने आप को भविष्य के लिए अच्छा बना सकते हैं। अपने बच्चों की अच्छी परवरिश के लिए आप उन्हें DIY गतिविधियों में जरूर शामिल करें, यह उनकी रचनात्मकता और भविष्य को देखते हुए कारगर कदम सिद्ध होगा।

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