B2B ईकामर्स बिजनेस मॉडल आज के समय में सबसे सफल ऑनलाइन व्यापार रणनीतियों में से एक है। E-commerce के जरिये हम उत्पाद और सेवाएं खरीद तथा बेच सकते हैं। ई-कॉमर्स का ही एक प्रकार है बी 2 बी ईकामर्स मॉडल। जब ऑनलाइन बिजनेस दो से अधिक बिजनेस कंपनियों, संस्थानों, एजेंसियों के बीच किया जाता है तो यह Business to Business Model (B2B) कहलाता है।
पूरी दुनिया में ईकामर्स के तेजी से विकास के साथ, अधिक से अधिक कंपनियां अपने लक्ष्यों को पूरा करने और फायदा बढ़ाने के लिए बी 2 बी मॉडल के साथ चल रहे हैं। बिजनेस-टू-बिजनेस (या बी2बी) दो व्यवसायों के बीच सीधे उत्पादों और सेवाओं को बेचने को संदर्भित करता है। व्यवसाय मॉडल के रूप में, बी2बी बी2सी से काफी अलग है, जहां व्यवसाय सीधे उपभोक्ताओं को बेचते हैं।
बी2बी ई-कॉमर्स में एक ऑनलाइन बिक्री पोर्टल के माध्यम से एक निर्माता और थोक व्यापारी, या एक थोक व्यापारी और एक खुदरा विक्रेता के बीच लेनदेन शामिल है।B2B ईकॉमर्स सबसे तेजी से बढ़ने वाले बिक्री मॉडल में से एक है। कुछ अनुमानों के अनुसार ग्लोबल B2B ईकॉमर्स बाजार को $12 ट्रिलियन से अधिक आंका गया है, जो अमेरिका में कुल B2B बिक्री का 13% है।
डिजिटल कॉमर्स की शुरुआत व्यवसायों को ईकॉमर्स ऑटोमेशन के माध्यम से लागत कम करने और दक्षता में सुधार करने में मदद करती है। तो चलिए जानते है की यह बी 2 बी ईकामर्स मॉडल क्या है ? What is B2B eCommerce Business Model ?
आज के समय में जो शब्द सबसे ज्यादा प्रचलन में है वो है बिज़नेस और इसी बिज़नेस में एक नाम है B2B बिजनेस मॉडल का। B2B बिजनेस मॉडल B2B Business Model इस मौजूदा दौर में सबसे सफल ऑनलाइन बिजनस स्ट्रैटिजी में से एक बन गया है। पहले की तुलना में आज के बिज़नेस में बहुत सारी चीज़ें बदल चुकी हैं।
पहले लोग मार्केट में जाते थे और फिर खरीदारी करते थे लेकिन आज सब कुछ ऑनलाइन हो चुका है। समय के साथ हर चीज बदल जाती है। अब बिज़नेस करने का और शॉपिंग करने का तरीका भी बदल रहा है। अब आप एक जगह बैठकर बिज़नेस भी कर सकते हैं और शॉपिंग भी।
ये सारी सुविधाएं हमे मिली हैं ई-कॉमर्स E-commerce के द्वारा और इसी ई-कामर्स मॉडल का भाग है बी 2 बी। चलिए जानते हैं बी 2 बी ईकामर्स मॉडल क्या है और कैसे काम करता है यह मॉडल।
सबसे पहले हमें E-commerce के बारे में जानना जरुरी है। E-commerce,को हम इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स electronic commerce भी कहते हैं। यदि हम इंटरनेट तथा अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों के द्वारा कोई भी उत्पाद, सेवाएं बेचते और खरीदते हैं तो उसे E-commerce कहते हैं। फिजिकल प्रोडक्ट्स के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक ग़ुड्स तथा सेवाओं goods and services का व्यापार भी ई-कॉमर्स में ही आता है।
कुल मिलाकर हम जो भी ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं वही ई-कॉमर्स कहलाता है। इसके अलावा ऑनलाइन मनी ट्रांसफर online money transfer करना और डेटा शेयर Data sharing करना भी ई-कॉमर्स में ही आता है। ई-कॉमर्स ने आज हर काम को आसान कर लिया है। बस एक क्लिक करने पर आपका हर काम हो जाता है। जो भी सामान आप को लेना है उसको चुनिए, पेमेंट कीजिये और हो गयी आपकी शॉपिंग। इस तरह से ई-कॉमर्स से आज के समय में बहुत फायदे हैं।
कई बड़ी-बड़ी कंपनियों जैसे अमेजन amazon, स्नेपडील snapdeal, मिंत्रा myntra, बिगबास्केट bigbasket, फ्लिपकार्ट Flipkart, पेटीएम Paytm, गूगल पे google pay आदि ने ऑनलाइन शॉपिंग यानि E-commerce को एक बहुत ऊँचे स्तर तक पहुंचा दिया है और इस तरह से ई-कॉमर्स क्रांति की शुरुआत हुई। जिससे लोगों को काफी आसानी हुई है।
आज हम सबको पता है कि B2B बिजनेस मॉडल पूरी दुनिया में सफल ऑनलाइन बिज़नेस successful online business बन चुका है। आजकल ज्यादा से ज्यादा कंपनियां बी 2 बी मॉडल के द्वारा अपने लक्ष्यों को पूरा कर रही हैं और लाभ कमा रही हैं। दरअसल B2B वो पोर्टल है जहाँ पे एक bussinessmen दूसरे bussinessmen से व्यापार कर सकता है। B2B की फुल फॉर्म “Business-To-Business” यानि “व्यापार-से-व्यापार'” होती है।
बिजनेस से बिजनेस में हुई खरीद और बिक्री को B2B बोलते हैं। वास्तव में B2B ईकामर्स बिजनेस इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स का ही एक रूप है जो इंटरनेट के माध्यम से व्यवसायों के बीच वस्तुओं और सेवाओं के लेन-देन यानि खरीद और बिक्री buying and selling से संबंधित है। B2B मॉडल व्यवसायों के बीच वाणिज्यिक लेन-देन commercial transactions करता है। B2B जैसे एक निर्माता और एक थोक व्यापारी के बीच, या एक थोक व्यापारी और एक खुदरा विक्रेता के बीच हो सकता है।
B2B में एक व्यवसाय अपने उत्पादों या सेवाओं को किसी अन्य व्यवसाय को बेचता है। B2B ईकामर्स बिजनेस मॉडल में अधिक बाजार स्थिरता greater market stability है। B2B व्यापार के अवसरों को और भी मजबूत करता है। B2B सेक्टर धीरे-धीरे बढ़ते हैं और इनकी रणनीति strategy बाजार के अनुकूल है इसलिए B2B बिजनेस मॉडल आज सबसे सफल ऑनलाइन बिजनस स्ट्रैटिजी business strategy में से एक बन गया है।
B2B के कई प्रकार हैं जैसे - Resellers, Resellers वो होते हैं जो रीसेलिंग reselling करते हैं। रीसेलिंग का मतलब है, जो बिना किसी प्रोडक्ट का परिवर्तन किए, अन्य कंपनियों द्वारा उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं को बेचती हैं। इसमें होलसेलर, दलाल और रीटेल सेलर होते हैं। indiamart, tradeindia जैसे B2B पोर्टल ज़्यादा प्रभावी हैं। इसके अलावा Producers, यानि निर्माता जो प्रोडक्ट और सेवाओं को खरीदते हैं और फिर उसे दूसरे बिजनस को बेच देते हैं।
फिर होते हैं Institution, ये भी बहुत बड़ी मात्रा में प्रोडक्ट और सेवाओं को खरीदते हैं। इसके अलावा government सरकार भी सब कुछ खरीदती है जैसे -कन्स्ट्रक्शन निर्माण सेवाएं, भवन, चिकित्सा और सुरक्षा सेवाएं और हथियार आदि। अब B2B ईकामर्स बिजनेस मॉडल के फायदे के बारे में भी जान लेते हैं। इसके फायदे निम्न हैं-
बेहतर बिक्री
B2B में बेहतर सप्लाई चैन Management प्रक्रिया है। जिसके कारण B2B बिजनेस मॉडल में ग्राहक एक विश्वास के साथ आगे बढ़ते हैं। B2B में आपके प्रोडक्ट को एक बेहतर फ्लेटफॉर्म मिलता है जिससे आपके प्रोडक्ट की बिक्री बेहतर तरीके से हो पाती है।
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अधिक बाजार स्थिरता
B2B ईकामर्स बिजनेस मॉडल में अधिक बाजार स्थिरता है बजाय अन्य व्यावसायिक रणनीतियों की तुलना में। यह अपनी ऑनलाइन उपस्थिति और व्यापार के अवसरों को मजबूत करने में सक्षम होते हैं। यह ग्राहकों और Resellers को प्राप्त करने में मदद करता है।
कम लागत
यह ऑनलाइन बिजनस मॉडल व्यवसायों के लिए कम लागत प्रदान करता है। क्योंकि इसमें एक प्रभावी सप्लाई चैन Management प्रक्रिया होती है। B2B एक ऐसा Business मॉडल है, जिसे कम लागत के साथ भी शुरू किया जा सकता है। इसमें, काम स्वचालन के माध्यम से किया जाता है जिससे गलतियों और अनुचित व्यय की संभावना बिलकुल खत्म हो जाती है।
डेटा सेंट्रिक प्रक्रिया
इस B2B मॉडल का सबसे ज्यादा फायदा यह है कि इसकी पूरी प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए इसमें प्रभावी और तथ्यात्मक डेटा होते हैं। मतलब डेटा सेंट्रिक प्रक्रिया data centric process, Business को आगे ले जाने के लिए सबसे अच्छा मॉडल है। क्योंकि इसमें आपका डाटा प्रभावी और तथ्यात्मक होता है। जिसके द्वारा आप उचित पूर्वानुमान भी लगा सकते हैं और साथ ही आंकड़ों की सही गणना कर सकते हैं।
ई-कॉमर्स को मुख्य रूप से B2B इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स (B2B EC) और बिजनेस-टू- कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स business-to-consumer electronic commerce (B2C EC) में विभाजित किया जाता है।
इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स एक उभरती हुई अवधारणा है जो इंटरनेट सहित कम्प्यूटर नेटवर्क के माध्यम से उत्पादों, सेवाओं और सूचनाओं को खदीदने और बेचने या आदान-प्रदान करने की प्रक्रिया का वर्णन करती है।
ई-कॉमर्स को दो भागों में विभाजित किया गया है। बिजनेस-टू-बिजनेस इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स (B2B EC) और बिजनेस-टू- कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स business-to-consumer electronic commerce (B2C EC)। B2B EC का मतलब है कि विक्रेता (आपूर्तिकर्ता) और खरीदार दोनों व्यावसायिक निगम हैं, B2C EC का तात्पर्य है कि खरीदार व्यक्तिगत उपभोक्ता है।
B2B EC में न केवल इंटरनेट के माध्यम से लेन-देन शामिल है, बल्कि लेन-देन से पहले ओर सेवा के बाद सूचनाओं का आदान-प्रदान भी शामिल है।
“B2B” का अर्थ है “बिजनेस टू बिजनेस” यह शब्द उन सभी कंपनियों को शामिल करता है, जो प्रोडक्ट और सर्विस को अन्य व्यवसायों के लिए तैयार करती हैं। इसमें Saas प्रोडक्ट , बी 2 बी मार्केटिंग फर्म b2b marketing firm और बिजनेस सप्लाइ वाली कंपनियां शामिल हो सकती हैं।
बिजनेस-टू-बिजनेस (बी 2 बी) मार्केटिंग एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें एक कंपनी द्वारा निर्मित एक निश्चित प्रोडक्ट को दूसरे कंपनी या बिजनस को बेचना शामिल है। यह किसी भी कंपनी के लिए आवश्यक है, जो अन्य संगठनों को अपनी सेवाएं देना चाहता है। मैन्युफैक्चरिंग से लेकर रिटेल तक हर इंडस्ट्री में बी 2 बी कंपनियां हैं।
“B2C”, Business To Consumer (बी2सी) शब्द का मतलब किसी बिजनस और कंज्यूमर के बीच सीधे प्रोडक्ट और सर्विस को बेचने की प्रक्रिया है जो इसके अंतिम यूजर हैं। B2C बिजनस सीधे अपने उपभोक्ताओं (Consumer) को सामान और सेवाएँ बेचते हैं। B2C, का उपयोग बिजनस और अंतिम कस्टमर के बीच कमर्शियल लेनदेन का वर्णन करने के लिए किया जाता है। B2C सीधे उपभोक्ताओं को प्रोडक्ट बेचने की प्रक्रिया को शामिल करता है, जिसमें स्टोर में खरीदारी करना या रेस्तरां में खाना शामिल है।
अभी के समय में यह ऑनलाइन रीटेलर online retailer और उनके ग्राहकों के बीच लेनदेन का वर्णन करता है। एक कस्टमर को अंतिम उपयोगकर्ता के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जो व्यक्तिगत उपयोग के लिए प्रोडक्ट या सर्विस खरीदता है।
अधिकांश कंपनियां जो सीधे कंज्यूमर को प्रोडक्ट बेचती हैं उन्हें बी2सी कंपनियों के रूप में शामिल किया जाता है।
इस तरह कंपनियाँ अपने उत्पादों के बारे में इंटरनेट के माध्यम से जानकारी प्रस्तुत करने में सक्षम थीं। इंटरनेट कैटलॉग का उपयोग करके, छोटे और मानकीकृत लेनदेन को अधिक कुशलता से संभाला जा सकता है। बी2बी ईसी का वर्तमान चरण इलेक्ट्रॉनिक बाजार (ई-बाजार) हैं। ई-बाजार e-market जिसमें विभिन्न प्रतिभागी इंटरनेट के माध्यम से बातचीत करने में सक्षम होते हैं। आज कई खरीदारों, विक्रेताओं और सेवा प्रदाताओं की ई-बाजारों तक पहुँच है।
B2B EC कंपनियों के बीच व्यापार लेनदेन का इलेक्ट्रॉनिक समर्थन है जो एक उद्यम या व्यवसाय को अपने वितरकों, पुनर्विक्रेताओं, आपूर्तिकर्ताओं और अन्य भागीदारों के साथ इलेक्ट्रॉनिक संबंध बनाने में सक्षम बनाता है। बिजनेस-टू-बिजनेस ईसी आने वाले वर्षों में और तेजी से बढ़ेगा और इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स का मुख्य हिस्सा है।
यह एक प्रकार का वाणिज्य लेनदेन है जो व्यवसायों या लेनदेन के बीच मौजूद होता है जो किसी कम्पनी और किसी अन्य कम्पनी के बीच सेवाओं और उत्पादों के हस्तांतरण के लिए होता है। आज अमेजन, पेटीएम और फ्लिपकार्ट जैसे ई-कॉमर्स अपने विक्रेताओं के लिए बिजनेस-टू- बिजनेस (बी2बी) प्लेटफॉर्म पर नाम कमा रहे हैं। B2B बाजार में दो प्राथमिक घटक ई- इन्फ्रास्ट्रक्चर और ई-मार्केट E-Infrastructure and E-Market हैं।
B2B खरीदार वे हैं जिन्हें हम पेशेवर ’खरीदार 'Professional' buyer कहते हैं, यानी, जब वे कंपनी के पैसे खर्च करने की बात करते हैं तो वे उच्च स्तर की जवाबदेही के लिए आयोजित होते हैं। जबकि बी 2 सी खरीद मुख्य रूप से व्यक्तिगत पसंद पर आधारित होती है।
कस्टमर अपने व्यक्तिगत उपयोग के लिए प्रोडक्ट खरीदते हैं, बिजनस अपनी कंपनियों के उपयोग के लिए उत्पाद खरीदते हैं।
B2C बिजनस मॉडल के विपरीत, B2B मॉडल में मूल्य निर्धारण संरचना भिन्न प्रकार की होती है। B2C के साथ, उपभोक्ता अक्सर उत्पादों के लिए समान कीमत चुकाते हैं।
अन्य बिजनस की तुलना में, बी 2 बी ईकामर्स बिजनेस मॉडल में अधिक मार्केट स्थिरता है।
संचार की गति में सुधार और वृद्धि करना।
व्यवसाय में ग्राहक प्रतिधारण दर का उच्च स्तर।
व्यापार खरीद के माध्यम से उच्च लेनदेन मूल्य और लागत।
नए कारोबार के विस्तार और शुरुआत करने का अवसर।
व्यापार और बाजार आसूचना का परिवर्तन ।
व्यापार लेनदेन में कम त्रुटि ।
एक अतिरिक्त चौनल के माध्यम से ब्रांड ज्ञान में वृद्धि।
सामग्री ऑर्डर करने में बेहतर दक्षता ।
जस्ट-इन-टाइम वातावरण जो गोदाम में बैठे इन्वेंट्री को कम करता है।
अन्य व्यवसाय मॉडल की तरह, B2B ईकामर्स बिजनेस मॉडल कुछ दोष भी हैं, जो हैं
सीमित बाजार के अवसर- बी 2 सी मॉडल की तुलना में, इस प्रकार के बिजनस का एक सीमित मार्केट आधार है, क्योंकि यह बिजनस के बीच लेनदेन से संबंधित है।
लंबी खरीद निर्णय समय।
लंबी बिक्री प्रक्रिया को अपनाना- यहाँ अधिकांश निर्णयों में एक लंबी प्रक्रिया शामिल है, क्योंकि इसमें दो व्यवसाय शामिल हैं। इस प्रक्रिया में कई हितधारकों और निर्णय निर्माताओं पर निर्भरता शामिल हो सकती है।