पूरी दुनिया नाम और दाम बनाने में अपना पूरा जीवन बिता रही है, जोकि आवश्यक भी है क्योंकि यदि आज दुनिया मेहनत नहीं करेगी तो आने वाली पीढ़ी उनसे क्या सीखेगी? हम सभी चाहते हैं लोग हमें हमारे नाम से जाने पहचाने जैसे आज जब भी लोग अमीर लोगों की बात करते हैं तो सबसे पहले लोग, अम्बानी परिवार का ज़िक्र करते हैं। हमारा विषय भी कुछ इसी प्रकार का है आज हम जानेंगे भारत के 10 सबसे अमीर आदमियों के बारे में।
हम सभी हर दिन एक ही सपना देखते हैं कि औरों की तरह हम भी अमीर बन जाएँ। हमारे पास भी ढेर सारा पैसा हो, नाम और शौहरत हो। पूरी दुनिया नाम और दाम बनाने में अपना पूरा जीवन बिता रही है, जोकि आवश्यक भी है क्योंकि यदि आज दुनिया मेहनत नहीं करेगी तो आने वाली पीढ़ी उनसे क्या सीखेगी? हम सभी चाहते हैं लोग हमें हमारे नाम से जाने पहचाने जैसे आज जब भी लोग अमीर लोगों की बात करते हैं तो सबसे पहले लोग, अम्बानी परिवार का ज़िक्र करते हैं। हमारा विषय भी कुछ इसी प्रकार का है आज हम जानेंगे भारत के 10 सबसे अमीर आदमियों के बारे में।
The best mental effort in the game of business is concentrated on the major problem of securing the consumer’s dollar before the other fellow gets it.
— Mukesh Ambani (@_MukeshAmbani) October 10, 2020
-Stuart Chase.
फोर्ब्स 2021 के अनुसार अम्बानी भारत के सबसे अमीर आदमियों की सूचि में सबसे पहले नंबर पर रखे गए हैं। इनके परिवार के लिए एक कहावत कही जाती रही है कि; यदि अम्बानी परिवार के किसी भी सदस्य के 500 रुपये गिर जायें, तो वे उठाते नहीं क्योंकि उतनी देर में वे इससे अधिक कमा लेंगे जितनी देर में उठाने की जद्दोजहद करेंगे। ये कहावत थोड़ी काल्पनिक सी लगती है पर हम सभी ने किसी न किसी के मुँह से सुनी जरूर है। परन्तु कहने का मतलब यह है कि वे इतने अमीर हैं और इतने सारे व्यवसायों में उलझे रहते हैं कि उन्हें छोटे-छोटे कामों का वक़्त ही नहीं मिलता आइये जानते हैं इनके बारे में इनसे जुड़े कुछ पहलु,
मुकेश अम्बानी जो कि Reliance Industries के Founder And Chairman हैं जिनकी नेट वर्थ आज के टाइम में $96.9B REAL TIME NET WORTH as of date, 3/24/22. मुकेश अंबानी 74 बिलियन डॉलर revenue पर रिलायंस इंडस्ट्रीज की अध्यक्षता कर रहे हैं, उनके कुछ क्षेत्र जैसे पेट्रोकेमिकल्स, तेल एवं गैस, दूरसंचार और खुदरा क्षेत्र में व्यवसाय फैला हुआ है। जैसा कि आप सभी जानते ही हैं कि रिलायंस की स्थापना उनके स्वर्गीय पिता धीरूभाई अंबानी जोकि एक सूत व्यापारी थे, ने 1966 में एक छोटे कपड़ा निर्माता के रूप में की थी। 2002 में अपने पिता की मृत्यु के बाद, अंबानी और उनके छोटे भाई अनिल ने पारिवारिक संपत्ति और व्यवसाय को विभाजित कर लिया। 2016 में, रिलायंस ने 4G फोन सेवा Jio के लॉन्च के साथ भारत के अति-प्रतिस्पर्धी दूरसंचार बाजार में न्यूनतम मूल्य में लाकर पूरी बाजार को आश्चर्य चकित कर दिया। कोविड लॉकडाउन के दौरान, अंबानी ने फेसबुक और गूगल जैसे निवेशकों के एक तिहाई को बेचकर 20 बिलियन डॉलर से अधिक प्रॉफिट कमाया।
Our belief in the India story is unshakeable. Combining @Holcim's cement assets in India with our green energy and logistics will make us the world's greenest cement company. Jan Jenisch has been terrific to work with. We welcome the @AmbujaCementACL & @ACCLimited teams. pic.twitter.com/iThyLp92iV
— Gautam Adani (@gautam_adani) May 15, 2022
भारत के दूसरे सबसे अमीर आदमियों की श्रेणी में आने वाले गौतम अडानी एन्ड फैमली का फ़ोर्ब्स के अनुसार नेट वर्थ है $74.8B 2021 INDIA'S RICHEST NET WORTH as of 10/5/21, इन्हे एक भारतीय उद्यमी और स्वयं के द्वारा बने अरबपति के रूप में इनको जाना जाता है, जो अदानी समूह के अध्यक्ष हैं। अदानी समूह कोयला व्यापार, कोयला खनन, तेल एवं गैस खोज, बंदरगाहों, मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक, बिजली उत्पादन एवं पारेषण और गैस वितरण में फैले कारोबार को सम्भालने वाला विश्व स्तर का एकीकृत बुनियादी ढ़ाँचा है। गौतम अडानी, इंफ्रास्ट्रक्चर टाइकून अपने गृह राज्य गुजरात में मुंद्रा पोर्ट को नियंत्रित करते हैं। 16 अरब डॉलर के रेवेन्यू में अदानी समूह के हितों में बिजली उत्पादन और पारेषण, खाद्य तेल, रियल एस्टेट और रक्षा शामिल हैं।
अडानी की विदेशी संपत्ति की बात करें, तो ऑस्ट्रेलिया का एबट पॉइंट पोर्ट और कारमाइकल कोयला खदान शामिल है, जिसे दुनिया की सबसे बड़ी कोयला खदान के रूप में बिल किया जाता है। अडानी ने सितंबर 2020 में भारत के दूसरे सबसे व्यस्त मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में 74% हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया। अदानी अरबपति कुओक कबीले के विल्मर इंटरनेशनल के साथ एक संयुक्त उद्यम अदानी समूह विल्मर को सूचीबद्ध करने की योजना बना रहा है।
भारत के तीसरे सबसे अमीर आदमियों की सूचि में शामिल शिव नादर जो की HCL कम्पनी के कोफॉउंडर हैं इन्होंने यह कंपनी 1976 में एक गैराज में खोली थी, तब ये कंपनी कैलकुलेटर तथा माइक्रो प्रोसेसर बनाती थी। फ़ोर्ब्स के अनुसार इस कंपनी की नेट वर्थ है $28.7B REAL TIME NET WORTH as of 3/24/22 . जोकि थोड़ी सी घटी है पिछले साल से, पिछले साल इसकी नेट वर्थ $31B थी। जैसा की हम चर्चा कर चुके हैं कि भारतीय आईटी के जाने माने शिव नादर ने कैलकुलेटर और माइक्रोप्रोसेसर बनाने के लिए 1976 में एक गैरेज में एचसीएल की स्थापना की थी। आज उनकी $10.2 बिलियन (राजस्व) HCL भारत की सबसे बड़ी सॉफ़्टवेयर सेवा प्रदाताओं में से एक है।
जुलाई 2020 में, उन्होंने अपनी बेटी रोशनी नादर मल्होत्रा को पद सौंपते हुए एचसीएल टेक्नोलॉजीज़ के अध्यक्ष का पद छोड़ दिया। वह अब चेयरमैन एमेरिटस हैं। एचसीएल टेक्नोलॉजीज़, जो दुनिया भर के 50 देशों में 169,000 लोगों को रोजगार देती है, हाई स्कूल के स्नातकों को काम पर रखती है और उन्हें प्रशिक्षित करती है। भारत के प्रमुख परोपकारी लोगों में से एक, नादर ने अपने शिव नादर फाउंडेशन को 662 मिलियन डॉलर का दान दिया है, जो शिक्षा से संबंधित समर्थन करता है।
फ़ोर्ब्स के अनुसार चौथे नंबर पर आने वाले भारत के सबसे अमीर राधाकिशन दमानी एंड फैमिली का नेट वर्थ $29.4B 2021 INDIA'S RICHEST NET WORTH as of 10/5/21, राधाकिशन दमानी एक भारतीय निवेशक तथा डी मार्ट के संस्थापक हैं। आपको बता दें कि 2020 में वे भारत के दूसरे नंबर के सबसे अमीर आदमियों की सूची में रह चुके हैं। एक अनुभवी मुंबई के निवेशक राधाकिशन दमानी अपनी सुपरमार्केट श्रृंखला एवेन्यू सुपरमार्ट के मार्च 2017 के आईपीओ के बाद भारत के खुदरा के सबसे बड़े व्यापारी बन गए। राधाकिशन दमानी ने 2002 में उपनगरीय मुंबई में एक स्टोर के साथ खुदरा बिक्री शुरू की, आज पूरे भारत में उनके 214 D-Mart स्टोर हैं। दमानी के पास तंबाकू फर्म वीएसटी इंडस्ट्रीज से लेकर सीमेंट उत्पादक इंडिया सीमेंट्स तक कई कंपनियों में हिस्सेदारी है। यदि उनकी संपत्ति पोर्टफोलियो की बात करें तो उनके अलीबाग में 156 कमरों वाला रैडिसन ब्लू रिज़ॉर्ट शामिल है, जो मुंबई के करीब एक लोकप्रिय समुद्र तट पर स्थापित है।
फ़ोर्ब्स के अनुसार भारत के 5वें सबसे अमीर आदमी की सूची में शामिल साइरस पूनावाला का नेट वर्थ $25B REAL TIME NET WORTH as of 3/24/22 है जोकि 2021 में $19B रहा था। हॉर्स ब्रीडर के बेटे, साइरस पूनावाला ने 1966 में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया Serum Institute of India की स्थापना की और इसे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन निर्माता के तौर पर स्थापित कर दिया। सीरम खसरा, पोलियो और फ्लू सहित टीकों की एक श्रृंखला की सालाना 1.5 बिलियन से अधिक खुराक का उत्पादन करता है। उनके बेटे जोकि यूके से पढ़ कर आये, अदार, सीरम के सीईओ के तहत, कंपनी ने कोविड -19 टीके बनाने के लिए एक नया कारखाना बनाने हेतु $800 मिलियन का निवेश किया है। सीरम ने कई कोविड-19 वैक्सीन साझेदारी की है और एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित वैक्सीन कोविशील्ड लॉन्च की है। फरवरी 2021 में, उनके बेटे ने सूचीबद्ध वित्त फर्म मैग्मा फिनकॉर्प में $475 मिलियन में 60% हिस्सेदारी हासिल करने का सौदा किया और इसका नाम बदलकर पूनावाला फिनकॉर्प कर दिया।
लक्ष्मी मित्तल का नाम सभी ने सुना ही होगा पर वे कौन सा व्यवसाय करते हैं बहुत कम लोग जानते हैं तो चलिए जानते हैं इनके बारे में। लक्ष्मी मित्तल जोकि, आर्सेलर मित्तल (एडीआर) के अध्यक्ष और सीईओ हैं तथा भारत के 6वें सबसे अमीर आदमी भी हैं। इनकी कंपनी की नेट वर्थ फ़ोर्ब्स के अनुसार $18.9B REAL TIME NET WORTH as of 3/24/22 है। आपको बता दें कि लक्ष्मी मित्तल 76.6 बिलियन डॉलर (राजस्व) आर्सेलर मित्तल के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे हैं, जोकि उत्पादन के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी स्टील और खनन कंपनी है। स्टील कबीले से आने वाले, उन्होंने मित्तल स्टील को शुरू करने के लिए अपने भाई-बहनों से अलग होकर 2006 में फ्रांस के आर्सेलर के साथ कंपनी का विलय किया। स्टील की ऊंची कीमतों से उत्साहित आर्सेलर मित्तल ने 2020 में $733 मिलियन के भारी नुकसान के बाद 2021 में $15 बिलियन की शुद्ध आय दर्ज की।
2019 में, आर्सेलर और निप्पॉन स्टील ने एस्सार स्टील का 5.9 बिलियन डॉलर का अधिग्रहण पूरा किया, जो कभी अरबपति शशि और रवि रुइया द्वारा नियंत्रित था। जनवरी 2021 में, मित्तल ने सीईओ का पद अपने बेटे आदित्य मित्तल को सौंप दिया, लेकिन आर्सेलर मित्तल के कार्यकारी अध्यक्ष बने रहे।
फ़ोर्ब्स के अनुसार एक मात्र भारतीय महिला जोकि भारत के उच्च 10 अमीरों में से एक हैं सावित्री जिंदल और परिवार भारत की 7वें नंबर में सबसे अमीरों की सूची में शामिल हैं। आज भारत महिला पुरूष की बेड़ियों से दूर नए भारत का युग में जी रहा है, जहाँ महिलाओं ने भी पुरुषों की तरह कदम से कदम मिलाकर साथ दिया है। सावित्री जिंदल और परिवार का नेट वर्थ $18.5B REAL TIME NET WORTH as of 3/24/22 है। जिंदल समूह, जिसके हितों में स्टील, बिजली, सीमेंट और बुनियादी ढांचा शामिल हैं, उसकी अध्यक्षता इस कंपनी के संस्थापक ओम प्रकाश जिंदल की विधवा सावित्री जिंदल कर रही हैं।
2005 में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में ओपी जिंदल की मृत्यु के बाद, समूह की कंपनियों को उनके चार बेटों में विभाजित किया गया था, जो अब उन्हें स्वतंत्र रूप से चलाते हैं। समूह की सबसे बड़ी संपत्ति उनके मुंबई स्थित बेटे सज्जन जिंदल की देखरेख में है, जो जेएसडब्ल्यू स्टील चलाते हैं, और साथ ही साथ बहुत कुछ। जिंदल के छोटे बेटे नवीन की जिंदल स्टील एंड पावर, जो कभी ऊंची उड़ान भरती थी, कर्ज में 4.7 अरब डॉलर कम हो गई है।
यह भारत के अमीरों में 8वें सबसे अमीर हैं। फ़ोर्ब्स के अनुसार इनकी फर्म की नेट वर्थ $14.1B जोकि वास्तविक समय के अनुसार नेट वर्थ है और यदि पुरानी की बात करें तो $16.5B। 2021 भारत का सबसे अमीर निवल मूल्य 10/5/21 के अनुसार यह थी। अपने परिवार के व्यापारिक व्यवसाय को ठुकराते हुए, उदय कोटक ने 1985 में एक वित्त फर्म शुरू की और 2003 में इसे एक बैंक में बदल दिया। उनका कोटक महिंद्रा बैंक Kotak Mahindra Bank अब निजी क्षेत्र में भारत के शीर्ष चार बैंकों में से एक है, जिसे आईएनजी बैंक के भारतीय परिचालन के 2014 के अधिग्रहण से बढ़ावा मिला है। कोटक के 811 ऐप का नाम 2016 में 8 नवंबर से आया है। जून 2020 में, कोटक ने भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अनिवार्य रूप से बैंक में अपनी हिस्सेदारी कम करने के लिए कुछ शेयर बेचे।
भारत के अमीरों की सूची में नौवें नम्बर पर आने वाले पलोनजी मिस्त्री जी का नेट वर्थ $15.9B REAL TIME NET WORTH as of 3/24/22 जो कि पीछे 2021 में $16.4B था। रिक्लूसिव टाइकून पल्लोनजी मिस्त्री 156 साल पुराने शापूरजी पल्लोनजी ग्रुप के मुंबई मुख्यालय वाले इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन दिग्गज को नियंत्रित करते हैं। मिस्त्री के बड़े बेटे शापूर द्वारा संचालित एसपी ग्रुप के पास वाटर प्यूरीफायर के देश के अग्रणी ब्रांड यूरेका फोर्ब्स का भी स्वामित्व है। परिवार की सबसे बड़ी संपत्ति टाटा संस में 18.4% हिस्सेदारी है, जो 103 अरब डॉलर (राजस्व) टाटा समूह, 30 कंपनियों का एक समूह है। अक्टूबर 2016 में मिस्त्री के छोटे बेटे साइरस को टाटा संस के चेयरमैन पद से हटा दिए जाने के बाद से दोनों परिवारों में आपसी मतभेद हो गए। सितंबर 2020 में, मिस्त्रियों ने अपनी टाटा संस की हिस्सेदारी को यह कहते हुए बेचने का फैसला किया कि "हितों को अलग करना सभी हितधारक समूहों की सबसे अच्छी सेवा होगी।"
10वें भारत के सबसे अमीर आदमी कुमार बिरला जीका नेट वर्थ है $17B REAL TIME NET WORTH as of 3/24/22 फ़ोर्ब्स के अनुसार पीछे 2021 में इसका नेट वर्थ $15.8B था जोकि अब बढ़ गया है। कमोडिटी किंग कुमार बिड़ला, 46 बिलियन डॉलर (राजस्व) आदित्य बिड़ला समूह की चौथी पीढ़ी के प्रमुख हैं। ये ग्रुप सीमेंट और एल्युमीनियम से लेकर दूरसंचार और वित्तीय सेवाओं तक फैला हुआ हैं। बिरला को पारिवारिक विरासत 28 साल की उम्र में मिली जब उनके पिता आदित्य बिड़ला की 1995 में मृत्यु हो गई। अक्टूबर 2019 में, यूरोपीय आयोग ने ओहियो में एक एल्यूमीनियम निर्माता, एलेरिस के अपने नोवेलिस द्वारा $ 2.6 बिलियन के अधिग्रहण को मंजूरी दी। अगस्त 2021 में, उन्होंने अपने आइडिया सेल्युलर और वोडाफोन इंडिया के बीच 2018 के विलय से गठित ऋण-ग्रस्त दूरसंचार फर्म वोडाफोन आइडिया के अध्यक्ष के रूप में पद छोड़ दिया।
तो ये हैं भारत के 10 सबसे अमीर आदमियों की सूची। इसमें उल्लिखित सांख्यिकी दस्तावेज फ़ोर्ब्स की वेबसाइट से लिए गए हैं।
Think with Niche पर आपके लिए और रोचक विषयों पर लेख उपलब्ध हैं । एक अन्य लेख को पढ़ने के लिए कृपया नीचे दिए लिंक पर क्लिक करे-