दिवाली प्रकाश का त्योहार है और इसे छह खूबसूरत दिनों में मनाया जाता है। इन छह दिनों में विभिन्न देवी और देवताओं का स्मरण किया जाता है। भगवान श्री राम के अयोध्या लौटने के उपलक्ष्य में दिवाली को मनाया जाता है।
हिंदू धर्म में दिवाली को बहुत धूम-धाम से मनाया जाता है। यह प्रकाश का त्योहार है और इसे छह खूबसूरत दिनों में मनाया जाता है। इन छह दिनों में विभिन्न देवी और देवताओं का स्मरण किया जाता है।
वनवास के बाद जब भगवान श्री राम वापस अयोध्या आ रहे थे तो उनके आगमन की खुशी में अयोध्यानगरी के लोगों ने पूरे अयोध्या में दिए जलाए थे। भगवान श्री राम के अयोध्या लौटने के उपलक्ष्य में दिवाली को मनाया जाता है। बड़ो का आशीर्वाद लेना, शाम होने कर नए कपड़े पहनना, परिवार के सभी सदस्य के साथ भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की पूजा करना, दिए और मोमबत्तियां जलाना, घर में स्वादिष्ट पकवान बनाना और लोगों को उपहार देकर इस त्योहार को मनाया जाता है। यह पूरे छह दिन का त्योहार है, तो आइए दिवाली के खूबसूरत छह दिनों के बारे में जानते हैं
1.वसु बारस या गोवत्स द्वादशी
उत्सव का पहल दिन होता है वसु बारस। वसु बारस को गोवत्स द्वादशी के नाम से भी जाना जाता है। वसु बारस के दिन देश के पवित्र जानवर जैसे गायों और बछड़ों की पूजा की जाती है। इसके साथ-साथ हर कोई अपने घर की सफाई करता है।
2.धनतेरस
धनतेरस को भगवान धन्वंतरि के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि भगवान धन्वंतरि, भगवान विष्णु के अवतार हैं। धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा करने से धन, सुख और शांति का आशीर्वाद मिलता है। आज के दिन लोग सोने, चांदी और पीतल के बर्तन खरीदते हैं और इसी वजह से व्यापारियों के लिए ये काफी खास दिन है।
3. छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी
ऐसा माना जाता है कि काली चौदस के दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर राक्षस का वध किया था और इसीलिए ऐसा कहा जाता है कि आज के दिन प्रकाश ने अंधकार पर विजय प्राप्त की थी। इस त्योहार में भोर से पहले स्नान करना विशिष्ट है।
4.दीवाली या दीपावली या लक्ष्मी पूजा
दिवाली के दिन मां लक्ष्मी (भगवान विष्णु की पत्नी) और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। मां लक्ष्मी को सुंदरता और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है और इनकी पूजा करने से धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है। वहीं भगवान गणेश कार्य को सफल करने वाले और बुद्धि के देवता माने जाते हैं। आज के दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं और उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं। इस दिन लोग अपने पूरे घर में दिए जलाते हैं, पटाखे जलाते हैं और स्वादिष्ट पकवानों का आनंद लेते हैं।
5.गोवर्धन पूजा
ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठाया था ताकि वो मथुरावासियों को तूफानी बारिश से बचा सकें। ऐसा करके उन्होंने इंद्र देवता का अहंकार तोड़ा था और भगवान कृष्ण ने इंद्र देवता की बजाय गोवर्धन पर्वत की पूजा की शुरुआत करवाई थी। यही कारण हैं कि आज भी लोग गोवर्धन पूजा करते हैं। गोवर्धन पूजा को अन्नकूट पर्व के नाम से भी जाना जाता है।
6.भाई दूज
भाई दूज, रक्षा बंधन की तरह मनाया जाता है। मान्यता के अनुसार देवी यमुना ने अपने भाई यम से यह वरदान मांगा था कि जो भी बहन आज के दिन अपने भाई को टीका करके भोजन खिलाएगी, उसके भाई की कभी अकाल मृत्यु नहीं होगी और उसके भाई को कभी यम देवता का डर नहीं होगा। भाई की लंबी उम्र की कामना के लिए बहनें आज व्रत रखती हैं और उन्हें तिलक लगाकर मिठाई खिलाती हैं।
थिंक विद निश टीम की तरफ से आपको और आपके परिवार को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं।