यह कॉलम माननीय Columnist विनीता कुकरेती जी द्वारा दिया गया है, इसमें उन्होंने सतत व्यापार विकास में Leadership की भूमिका के बारे में चर्चा की है। विनीता एक वरिष्ठ मैनेजमेंट रणनीतिकार मानव संसाधन प्रबंधक Senior Management Strategic Human Resource Professional हैं, जिनके पास मानव संसाधन प्रबंधन और व्यवसाय परामर्श में 20 वर्षों का अनुभव है। सतत व्यापार विकास में लीडरशिप Leadership की भूमिका समझने के लिए पढ़ते रहिए -Think With Niche
यह लेख विनीता जी के इंग्लिश लेख का मंजू गुप्ता के द्वारा किया गया हिंदी रूपांतरण है।
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जलवायु परिवर्तन (Climate change) और वैश्विक महामारी (Global pandemic) के चलते दुनिया में व्यापार जगत (Business world) बड़े पैमाने पर परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। व्यापार जगत के दिग्गज या लीडर्स (Business leaders) इस कठिन वक्त में व्यवसाय के निरंतर विकास (Sustainable development) पर आत्मनिरीक्षण (Introspect) कर रहे हैं, और अपनी बुद्धिमत्ता से सतत (Sustainable), निष्पक्ष (Fair) और बेहतर अर्थव्यवस्थाओं और सामाजिक प्रणालियों (social systems) के निर्माण की दिशा में प्रयास कर रहे हैं।
बिजनेस लीडर्स (ज्यादातर सीईओ) CEO के लिए यह नया बेंचमार्क उन्हें आत्मनिरीक्षण करने के लिए प्रोत्साहित (Encourage) कर रहा है कि बाजार पर पड़ रहे संकट का कारण क्या है और समाधान खोजने के लिए वे किस तरह सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं। बिजनेस लीडर्स वित्तीय प्रदर्शन (Financial performance), दीर्घकालीन सतत विकास और समाज के कल्याण को ध्यान में रखते हुए तेजी से काम कर रहे हैं। इस प्रयास को सफल बनाने के लिए कॉर्पोरेट (Corporate), सरकार (Government) और समाज (Society) के बीच एक सुनियोजित प्रयास (Well-orchestrated) की आवश्यकता है। और मुख्य रूप से "ट्रिपल पी" (Triple P) Planet, Profit, और People पर फोकस करना है।
सतत नेतृत्व (Sustainable leadership) भविष्य की प्रतिस्पर्धात्मकता (Future competitiveness) का अभिन्न अंग है और आगे की सोच वाली रणनीतियों (Forward-thinking strategies) पर निर्भर करता है। महामारी के बाद से शुरू होने वाले संगठनों के पास अब पुराने सामान्य दिनों (Old Normal) में वापस आने का विकल्प नहीं है। बिजनेस लीडर्स के लिए अब यह अनिवार्य हो गया है कि वे अपने दीर्घकालिक उद्देश्य-आधारित (Long-term purpose-led), मूल्य निर्माण रणनीतियों (Value creation strategies) पर अधिक काम करें। इसका प्रारंभिक बिंदु एक गहरी अनुभूति है कि "नया-सामान्य" (New Normal) अब आर्थिक, सामाजिक और जलवायु परिवर्तन (Climate evolution) के साथ ही आगे बढ़ेगा।
इस समय के दौरान, व्यापार जगत के लीडर्स एक नई मूल्य श्रृंखला बनाने, नए बाजार क्षेत्रों का विस्तार करने और बाजार में प्रतिस्पर्धा करने के तरीके को बदलने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
Sustainable leadership, sustainable performance द्वारा विकसित होती है। ये कुछ प्रमुख परिवर्तन नियम हैं जो अल्पकालिक प्राथमिकताओं के साथ-साथ विकास के लिए दीर्घकालिक संगठनात्मक (long-term organizational) आवश्यकता को भी संतुलित करते हैं। इसके लिए सामूहिक नेतृत्व की आवश्यकता होती है जो कल्पना को वास्तविकता में बदलने के लिए मानसिक-बदलाव और सामाजिक प्रभाव (Mindset-shift and social influence) पैदा करता है।
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यह लेख विनीता कुकरेती जी द्वारा लिखे गए लेख का हिंदी रूपांतरण है। इसे इंग्लिश में पढ़ने के लिए कृपया नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें : Please click on the link below to read it in English