कॉलेज की शिक्षा ज़रूरी है या नहीं, इस पर तो कभी खत्म ना होने वाली डिबेट हो सकती है इसीलिए इस पर अभी ध्यान नहीं देते हैं। हां, लेकिन हम ऐसे लोगों के बारे में जान सकते हैं जिन्होंने यह साबित किया है कि एक सफल व्यवसाय के निर्माण के लिए या जीवन में सफल होने के लिए कॉलेज की डिग्री का कोई लेना-देना नहीं हो सकता है। स्टीव जॉब्स और मार्क जुकरबर्ग इन दो दिग्गजों के, अपने क्षेत्र के बेतहाशा सफल संस्थापकों के नाम लगभग सभी ने सुने हैं। उनकी सफलता के बारे बात करते हुए यह अक्सर उजागर किया जाता है कि वे दोनों कॉलेज छोड़ने वाले college dropouts थे। इसलिए हमने यह पता लगाने का फैसला किया कि वास्तव में कॉलेज छोड़ने वालों को वो क्या है जो उन्हें भीड़ से क्या अलग बनाता है ? क्या यह उनका अपने लक्ष्य को हासिल करने का उनका उत्साह है? या उनकी लीक से हटकर सोच जो उन्हें सफलता की राह पर ले जाती है? या क्या वे सबसे सफल स्टार्टअप और संस्थापक के रूप में सिर्फ एक बार के संयोग थे? इस लेख में हम ऐसी ही कुछ शख्सियतों से रूबरू होंगे।
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कॉलेज डिग्री हमारे यहां बहुत मायने रखती है। वास्तव में कॉलेज डिग्री लेने के बाद ही हमें अपनी जिम्मेदारियों का अहसास होता है कि अब हमें किसी पर डिपेंडेंट नहीं रहना है और सब कुछ खुद से ही करना है।
कई लोगों के लिए, कॉलेज सफलता का मार्ग road to success प्रदान करता है लेकिन क्या सफल होने के लिए यही एक मात्र मार्ग है। आज हमारे पास अलग-अलग फील्ड में ऐसे कई लोगों के उदाहरण हैं, जिनमें से कुछ लोग कभी कॉलेज नहीं गए और कुछ लोग ऐसे हैं जिन्होंने बीच में ही कॉलेज छोड़ college dropouts दिया।
एक सफल स्टार्टअप successful startup का मालिक होना कोई आसान काम नहीं है। इसे दुनिया के सबसे कठिन कामों में गिना जाता है। कई सफल लोगों के पास कॉलेज की डिग्री नहीं होती क्योंकि ज्यादातर केस में ये बात सच है कि सफल बनने के लिए आपको कॉलेज डिग्री की ज़रूरत नहीं है। कॉलेज ड्रॉपआउट्स की बात करें तो ज्यादातर लोगों ने स्टीव जॉब्स Steve Jobs और मार्क जुकरबर्ग Mark Zuckerberg का नाम सुना होगा क्योंकि ये वे लोग हैं जिनकी कहानियों के बारे में पूरी दुनिया जानती है लेकिन ऐसे और भी कुछ बेहद सफल लोग हैं जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत, स्किल्स और आइडियाज के दम पर ये साबित कर दिया कि कॉलेज ड्रॉपआउट होने के बावजूद भी आप एक बेहद सफल उद्यमी successful entrepreneur बन सकते हैं।
कॉलेज की शिक्षा ज़रूरी है या नहीं, इस पर तो कभी खत्म ना होने वाली डिबेट हो सकती है इसीलिए इस पर अभी ध्यान नहीं देते हैं। हां, लेकिन हम ऐसे लोगों के बारे में जान सकते हैं जिन्होंने यह साबित किया है कि एक सफल व्यवसाय के निर्माण Successful Indian College Dropout Entrepreneurs के लिए या जीवन में सफल होने के लिए कॉलेज की डिग्री का कोई लेना-देना नहीं हो सकता है।
कॉलेज ड्रॉपआउट सफल उद्यमी की बात करें तो इस लिस्ट में सबसे पहले रितेश अग्रवाल का नाम आता है। रितेश अग्रवाल हॉस्पिटैलिटी बिज़नेस hospitality business और ऐप, Oyo Rooms के संस्थापक और सीईओ founder and CEO of OYO Rooms हैं। Oyo Rooms 2,200 होटल्स का नेटवर्क है और यह भारत के 154 शहरों में हैं। Oyo Rooms में 1500 से भी ज्यादा लोग काम करते हैं और कंपनी का मंथली रेवेन्यू 3.5 मिलियन डॉलर्स है।
रितेश अग्रवाल ने सेंट जॉन्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल St. John's Senior Secondary School से हाई स्कूल पास किया था। कॉलेज छोड़ने के बाद उन्होंने सिम कार्ड बेचने का काम शुरू किया ताकि वह अपना जीवन बिना किसी की मदद लिए बिना चला पाएं। हां, वो अलग बात है कि रितेश एक संपन्न परिवार से आते थे लेकिन इसके बावजूद उन्होंने किसी से कोई मदद नहीं ली। उन्होंने बहुत ट्रैवल किया, वह बजट फ्रेंडली होटल्स में ठहरे और कस्टमर कॉल्स को भी अटेंड किया। इन सभी काम को करने की वजह से उनके पास एक अच्छा एक्सपीरियंस आ गया और यही वजह है कि उन्होंने अपना व्यवसाय बहुत मजबूती से स्थापित किया। OYO Rooms एक रूम एग्रीगेटर बिजनेस है OYO Rooms is a room aggregator business और इस सफल बिज़नेस के पीछे जिसका आइडिया है वह हैं- रितेश अग्रवाल। रितेश ने पहले Oravel की शुरुआत की थी। वह लोगों को बजट फ्रेंडली होटल budget enabled hotel की सुविधा देना चाहते थे और बाद में इसी कांसेप्ट को उन्होंने OYO रूम्स का नाम दिया। इन्वेस्टर्स को रितेश का आइडिया काफी पसंद आया और उन्हें अपने स्टार्टअप को शुरू करने के लिए इन्वेस्टर्स से अच्छी खासी फंडिंग मिली। रितेश को इतनी कम उम्र में एक सफल स्टार्टअप बनाने के लिए कई अवॉर्ड मिल चुके हैं जिसमें बिजनेस वर्ल्ड यंग एंटरप्रेन्योर अवार्ड Businessworld Young Entrepreneur Award भी शामिल है।
कुनाल शाह ऑनलाइन रिचार्ज एप्लीकेशन online recharge application के फाउंडर हैं और उनके इस आइडिया ने एक अलग ही मिसाल कायम की है। कुनाल शाह और उनके दोस्त संदीप टंडन Sandeep Tandon ने साल 2010 में फ्रीचार्ज Freecharge को बाजार में उतारा था।
कुनाल शाह ने विल्सन कॉलेज Wilson College से बीए फिलोसॉफी में डिग्री ली और उसके बाद उनके मन में एमबीए MBA करने का विचार आया। उन्होंने NMIMS में बिज़नेस मैनेजमेंट की पढ़ाई शुरू की लेकिन इसे बीच में ही छोड़ दिया क्योंकि उनका मानना था कि एमबीए करके पैसा बर्बाद करना एक गलत डिसीजन होगा।
कुनाल शाह मुंबई में रहते हैं और वह एक बिजनेस परिवार business family से संबंध रखते हैं। उन्होंने अपने परिवार के साथ बिज़नेस करने के बजाय एक बीपीओ में प्रोग्रामर programmer के तौर पर काम करना शुरू कर दिया। इस काम को करने के बाद उन्होंने सीडी बेचने का काम शुरू किया और एक नई पारी शुरू की, जो थी पैसाबैक। उन्होंने पैसाबैक की शुरुआत की और इसके लिए उन्हें कई ग्रुप्स से फंड भी प्राप्त हुआ।
इसके बाद शुरुआत हुई फ्रीचार्ज Freecharge की और यह अपने कैशबैक cashback की वजह से काफी लोकप्रिय हुआ। आपको बता दें कि 8 अप्रैल, 2015 को स्नैपडील SnapDeal ने फ्रीचार्ज को 400 मिलियन डॉलर यानी की करीब 2600 करोड़ रुपये में खरीद लिया और आज फ्रीचार्ज करोड़ों रुपयों का टर्नओवर कर रहा है।
गौतम अडानी Gautam Adani एक भारतीय उद्यमी Indian entrepreneur और स्वयं निर्मित अरबपति Self made billionaire हैं। गौतम अडानी, अडानी ग्रुप Adani group के अध्यक्ष हैं। अडानी ग्रुप कोयला व्यापार, कोयला खनन, मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक, तेल एवं गैस खोज, बिजली उत्पादन और गैस वितरण के लिए जाना जाता है।
गौतम अडानी ने सेठ सी.एन. अहमदाबाद स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद गुजरात यूनिवर्सिटी में बीकॉम कोर्स में एडमिशन लिया। कॉलेज के दूसरे ही साल में उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी क्योंकि वह अपने जीवन में कुछ बड़ा करना चाहते थे। वह सिर्फ 18 साल के थे जब वे कुछ पैसे लेकर मुंबई आए थे। मुंबई आकर उन्होंने महिंद्रा ब्रदर्स में हीरे का काम शुरू किया और फिर 2 साल बाद उन्होंने झवेरी बाजार में अपना खुद का डायमंड ब्रोकरेज Diamond Brokerage का बिजनेस शुरू किया। 1981 में उनके बड़े भाई मनसुखभाई ने अहमदाबाद में एक प्लास्टिक यूनिट खरीदी थी और उसे चलाने के लिए अडानी फिर से अहमदाबाद आ गए। कुछ समय बाद ही उन्होंने पीवीसी इंपोर्ट का बिजनेस शुरू किया। आज अडानी ग्रुप Adani group देश की सबसे बड़ी एक्सपोर्ट कंपनियों export company में से एक है।
जैसा की आप देख सकते हैं कि गौतम अडानी लाइफ में कभी भी रिस्क लेने से नहीं घबराए और नतीजा यह है कि आज वह दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक हैं। एक समय था जब वह सिर्फ एक कॉलेज ड्रॉपआउट थे और एक आज का समय है जब वह एक बिज़नेस टायकून business tycoon बन चुके हैं।
निष्कर्ष
शिक्षा बहुत ज़रूरी है इसीलिए हमें हमेशा से सिखाया जाता है कि सबसे बड़ी इन्वेस्टमेंट नॉलेज है। दुनिया में ऐसे बहुत से धनी और सबसे प्रभावशाली भारतीय उद्यमी हैं जिन्होंने अपनी पढाई पूरी नहीं की पर भी आज वो सफलता की ऊंचाइयों पर हैं। गौतम अडानी, कुनाल शाह और रितेश अग्रवाल उनमें से एक हैं। भले ही इन्होंने अपनी ग्रेजुएशन पूरी नहीं की लेकिन इनके मन में अपने काम को लेकर एक जुनून था और उन्हें ऐसा लगा था कि वे अपने आइडिया के दम पर बहुत कुछ हासिल कर लेंगे और उन्होंने ये कर दिखाया।