पूरी दुनिया में स्टारबक्स Starbucks अपनी अच्छी और महंगी कॉफी के लिए प्रसिद्ध है। अब इनके आउटलेट्स में अलग-अलग तरह के स्नैक्स और ड्रिंक्स भी मिलने लगे हैं। किसी को स्टारबक्स की ब्लैक कॉफ़ी बहुत पसंद आती है तो किसी को ड्रिप ब्रियूड कॉफी Brewed coffee और कई लोग तो वहां के कैपेचीनो Cappuccino के शौकीन हैं। जितनी खास ये कंपनी है, उतना ही खास इसका लोगो Starbucks logo भी है। ये कहना गलत नहीं होगा कि इसके लोगो Logo को देखकर ही कई लोगों को कॉफ़ी पीने का मन हो जाता है। स्टारबक्स आज धीरे-धीरे दुनिया के हर शख़्स तक पहुंचना चाहता है। स्टारबक्स की कहानी क्या है Story Behind the Starbucks?,कैसे स्टारबक्स इतना सफल है? वास्तव में स्टारबक्स न केवल अपने उत्पाद की गुणवत्ता पर ही बल्कि ग्राहकों के बेहतर अनुभव पर भी काम करता है। कपों पर ग्राहकों के नाम लिखना है वाकई में स्मार्ट कंपनी प्रमोशन का उत्तम तरीका है। ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए स्टारबक्स ने उत्कृष्ट मार्केटिंग रणनीति Smart Marketing Strategy को अपनाया है और खुद को दुनिया भर में सफल बनाया है।
स्टारबक्स की कहानी क्या है story behind the Starbucks?, कैसे स्टारबक्स इतना सफल है? वास्तव में स्टारबक्स न केवल अपने उत्पाद की गुणवत्ता पर ही बल्कि ग्राहकों के बेहतर अनुभव पर भी काम करता है। कपों पर ग्राहकों के नाम लिखना है वाकई में स्मार्ट कंपनी प्रमोशन का उत्तम तरीका है। ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए स्टारबक्स ने उत्कृष्ट मार्केटिंग रणनीति smart marketing strategy को अपनाया है और खुद को दुनिया भर में सफल बनाया है।
हर किसी के मन में यह सवाल जरूर आता है, कि स्टारबक्स की शुरुआत आखिर हुई कैसे ? तो आज से करीबन 50 साल पहले इस कंपनी की शुरुआत हुई थी। यह कंपनी स्टारबक्स है और स्टारबक्स की शुरुआत 31 मार्च 1971 में हुई थी। शुरुआत में यह कंपनी हाई क्वालिटी कॉफी सीड्स बेचा High Quality Coffee Seeds Sold करती थी। इसकी शुरुआत तीन दोस्तों द्वारा जो कि यूनिवर्स ऑफ सैन फ्रांसिस्को Universe of San Francisco में मिले थे। इस कंपनी को अल्फ्रेड पीट Alfred Peet से प्रेरित होकर के खोला गया था।
अल्फ्रेड पीट भी कॉफी सीड्स के होलसेल बिजनेस चला रहे थे। शुरुआत से ही इनकी कंपनी बहुत ज्यादा चर्चा में थी और इस कंपनी को शुरू करने में इन तीनों दोस्तों का भी हाथ था। एक समय पर इस कंपनी के मैनेजिंग मार्केट होवार्ड शुल्ट्ज Howard Schultz थे। इन दोस्तों ने शुरुआत में कंपनी को खड़ा किया था और सिर्फ सीड्स बेचकर कंपनी को आगे बढ़ाया भी था। इस के मैनेजिंग डायरेक्टर व्हाट जी Managing Director What Ji ने इटली में जा करके इसका काफी ज्यादा प्रचार और प्रसार किया जिससे लोग इस कॉफी को लेने आते थे।
ये कहना गलत नहीं होगा कि स्टारबक्स ने लोगों के कॉफी पीने के तरीके को ही बदल के रख दिया है। घर और ऑफिस से बाहर आप अपनी मनपसंद कॉफी पी सकते हैं और रिलैक्स कर सकते हैं। इतना ही नहीं स्टारबक्स के बारे में तो ये भी कहा जाता है कि इसने पहले अमेरिका को कॉफी पीना सिखाया और अब धीरे-धीरे पूरी दुनिया को कॉफी पीना सिखा रहा है। जिस तरह लोगों में स्टारबक्स को लेकर क्रेज है, ये कहना गलत नहीं होगा कि इनका प्राइमरी प्रोडक्ट primary product कॉफी नहीं है। कॉफी तो इनका सेकेंडरी प्रोडक्ट secondary product है। असल मायने में ये आपसे उनके द्वारा दी गई सर्विस और वहां के एक्सपीरियंस के लिए चार्ज करते हैं।
हाल ही में पता चला था कि इनके Concept से बहुत ज्यादा खुश होकर के चाइना द्वारा भी इन्हें प्रस्ताव दिए गए थे। इनकी कांसेप्ट को देखकर ही Howard जी बहुत ज्यादा प्रसन्न हुए थे। जब वापस आए तो इन्होंने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की मीटिंग Board of Directors meeting बुलाई और उस मीटिंग में एक प्रस्ताव रखा जिसके अंतर्गत बिजनेस में कुछ भी नया करने या फिर एक आउटलेट खोलने की बात करी गई थी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि उन्हें अपने कॉफी की फ्रेंचाइजी coffee franchise को बेचना चाहिए पर बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की मीटिंग में उन लोगों ने इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया।
यह भी कारण था कि Howard के सपने धीरे-धीरे टूटने लगे पर उन्होंने अपना फैसला किया कि वेस्टरबर्ग की नौकरी छोड़ देंगे और खुद का आउटलेट कॉफी outlet coffee की शुरुआत करेंगे। उन्होंने इसके ऊपर काम भी और गियरनाले प्रॉफिटेबल Gearlane Profitable नाम की कॉफी कैफे की शुरुआत की थी। शुरुआत से ही इनका यह कैफे बहुत ही ज्यादा अच्छा चलने लग गया और प्रॉफिटेबल भी रहा।
इसके बाद 1984 में स्टारबक्स ने अल्फ्रेड पीट की कंपनी को खरीद लिया। और उस कंपनी को स्टारबक्स के अंडर में रखते हुए होवर्ड उसे आगे चलाने लगे। इसके बाद उन दोनों दोस्तों ने भी स्टारबक्स को होवर्ड के हवाले छोड़ दिया और 3.8 मिलियन डॉलर के साथ यह कंपनी हावर्ड ने खरीद ली। उन्होंने अपने सपने को साकार करने के लिए अपने फैसले को निश्चित रखा।
स्टारबक्स की स्मार्ट मार्केटिंग रणनीति Smart Marketing Strategy काबिले तारीफ है, इसीलिए स्टारबक्स दुनिया में सबसे प्रतिष्ठित और सफल कंपनियों में से एक है, जिसे शायद आज हर कोई पहचानता है। यह दुनिया भर में सबसे सफल कॉफी कंपनियों में से एक है और इसे सफलता कोई रातों-रात नहीं मिल गई। इसकी सफलता के पीछे इस कंपनी ने अनेक प्रकार की स्मार्ट डिजिटल मार्केटिंग उद्देश्य को अपनाया है। स्टारबक्स ने वर्षों से मार्केटिंग और ग्राहकों की संतुष्टि के लिए बहुत प्रयास किया। ग्राहकों के दिमाग में अपने ब्रांड की विशेष छाप छोड़ने के लिए इस कंपनी ने काफी पैसे भी खर्च किए।
अगर आप कभी स्टारबक्स कॉफी शॉप Starbucks Coffee Shop में गए हैं तो आपने ग़ौर किया होगा कि वे कॉफी कप पर अपने ग्राहकों के नाम लिखा करते हैं। क्या आपको पता है वे ऐसा क्यों करते हैं?
असल में यह उनके मार्केटिंग का एक तरीका है जिससे वे अपने ग्राहकों के बीच अपनी एक पहचान बना सकें और अपनी छाप छोड़ सकें। कॉफी कप पर ग्राहकों के नाम लिखने से उन्हें कई फायदे होते हैं। जैसे-
शुरुआत के दिनों में स्टारबक्स ने ग्राहकों के नाम लिखने इसलिए चालू किए थे कि उनके पास ऑर्डर बहुत हुआ करते थे जिससे गलतियां होने की संभावना नहीं होती थी।
लेकिन बाद में यह उनके मार्केटिंग का तरीका बन गया। उन्होंने देखा कि कप पर नाम लिखने से न सिर्फ काम में कुशलता आएगी बल्कि ब्रांड जागरूकता Brand Awareness भी बढ़ेगी। यह उनके लिए ग्राहकों के मस्तिष्क में अपनी जगह बनाने का एक तरीका बन गया।
कभी-कभी ऐसा भी होता है कि वह कपों पर अपने ग्राहकों के गलत नाम भी लिख देते हैं और ग्राहक उनके द्वारा ऐसा करने पर गुस्सा होने की वजह उससे खुश होते हैं। वह ग्राहकों को कुछ मजेदार नामों से भी संबोधित करते हैं जिसके कारण ग्राहक आनंदित होते हैं। ग्राहकों को मजेदार नाम देना स्टारबक्स के लिए ब्रांड एक्सपोजर brand exposure का सबसे अच्छा तरीका बन गया। क्योंकि कभी-कभी ग्राहक इन मजेदार चीजों को सोशल मीडिया social media पर शेयर करना पसंद करते हैं, जिससे उनके ब्रांड का प्रमोशन भी हो जाता है।
जब कंपनी कॉफी कप पर ग्राहकों के नाम लिखती है तो ग्राहक उत्पाद के साथ अपना जुड़ाव महसूस करते हैैं। वे उत्पाद के साथ स्वामित्व का अहसास होता है कि यह कॉफी सिर्फ मेरी है। यह ब्रांड का पहचान मूल्य बढ़ाने का स्मार्ट तरीका है।
अक्सर स्टारबक्स के कर्मचारी ग्राहकों से उनके नाम के साथ-साथ उनकी अन्य ज़रूरतों के बारे में भी पूछ लेते हैं। ऐसा करके वह ग्राहकों को यह दिखाना चाहते हैं कि वह उनकी ज़रूरतों को सुन रहे हैं और उन्हें पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं। किसी भी व्यवसाय में दो तरफा संचार होना महत्त्वपूर्ण होता है। ग्राहकों की जरूरतों को पूरा ना करने पर वह ब्रांड की इतनी परवाह नहीं करते इसलिए ग्राहकों की जरूरतों को पूछना और उन्हें जवाब देना किसी ब्रांड की सफलता में महत्तवपूर्ण भूमिका निभाता है। ग्राहक उसी ब्रांड को चुनना पसंद करते हैं जो वास्तव में उनकी परवाह करते हैं। यह अपने ब्रांड और कंपनी को सफल बनाने का सबसे बढ़िया तरीका है।
वास्तव में स्टारबक्स न केवल अपने उत्पाद की गुणवत्ता Product Quality पर ही नहीं बल्कि ग्राहकों के बेहतर अनुभव पर भी काम करता है। कपों पर ग्राहकों के नाम लिखना है वाकई में स्मार्ट कंपनी प्रमोशन smart company promotion का उत्तम तरीका है। ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए स्टारबक्स ने उत्कृष्ट मार्केटिंग रणनीति को अपनाया है और खुद को दुनिया भर में सफल बनाया है।
ग्राहक से ही आपकी कंपनी चलती है इसीलिए इस क्षेत्र में स्टारबक्स Starbucks ने काम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने अपने ग्राहकों को गुणवत्तापूर्ण स्नैक्स और कॉफ़ी उपलब्ध कराई। फ्रेंडली डेकोर के साथ-साथ अच्छा एटमॉस्फियर भी दिया ताकि लोग यहां अपने दोस्तों से मिल सकें, अपना काम पूरा कर सकें, इसके साथ-साथ उन्होंने वाईफाई की भी सुविधा दी। स्टारबक्स आपके लिए हर तरह की कॉफ़ी तैयार कर सकता है, जिसे आप सोच सकते हैं। यह स्टारबक्स की मार्केटिंग रणनीति marketing strategy का ही जादू है, जिसकी वजह से ग्राहक वहां बार-बार जाना चाहते हैं, भले ही उन्हें इसके लिए ऊंची कीमत देनी पड़े।
स्टारबक्स अपना स्टोर भी ऐसे जगह रखता है जहां काफी लोग आते-जाते हों। अब ऐसे में स्टोर्स को देखकर वहां रुकना और अपनी पसंदीदा कॉफी ऑर्डर करना बेहद सामान्य है।
घर पर खुद से कॉफी बनाना इतना मुश्किल नहीं है और ना ही ज्यादा महंगा है लेकिन फिर भी ग्राहक स्टारबक्स की कॉफी से अपने दिन की शुरुआत करना चाहते हैं क्योंकि क्वालिटी और आराम हम सभी को चाहिए और स्टारबक्स इसी के लिए फेमस हैं।
स्टारबक्स ने कॉफी से अपनी शुरुआत की लेकिन धीरे-धीरे मांग को देखते हुए हेल्थी स्नैक्स, सैंडविचेस और हॉट ब्रेकफास्ट Healthy Snacks, Sandwiches and Hot Breakfasts को भी अपने मेनू में शामिल किया। नए ड्रिंक्स और फूड आइटम्स उनके मेनू में शामिल होते रहते हैं। इसके साथ-साथ उन्होंने चाय, कैफ़ीन फ्री ड्रिंक्स, वेगन स्नैक्स Caffeine Free Drinks, Vegan Snacks एंड कॉफी और ग्लूटेन फ्री ऑप्शंस Tea, Caffeine Free Drinks, Vegan Snacks & Coffee and Gluten Free Options भी रखे हैं ताकि सबकी डिमांड पूरी हो पाए।
ऐसा नहीं है कि आज के और 50 साल पुराने स्टारबक्स में कुछ बदला नहीं है। स्टारबक्स ने इनोवेशन का पूरा फायदा उठाया और अपना मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया ताकि वह ग्राहकों से जुड़े रह सके। इतना ही नहीं जब स्टारबक्स के स्टोर्स ऑस्ट्रेलिया Starbucks Stores Australia के लोकल कैफे को कड़ी टक्कर नहीं दे पाए तो उन्होंने फिर से अपने स्टोर्स को ऐसी जगह खोलना शुरू किया जहां लोगों को आने में आसानी हो। इसके साथ-साथ उन्होंने एशिया, अफ्रीका, यूरोप और लैटिन अमेरिका Asia, Africa, Europe and Latin America के कई क्षेत्रों पर अपने स्टोर्स शुरू किए। वह नई-नई जगहों पर अपने स्टोर्स की शुरुआत तो कर रहे थे लेकिन इस वक्त भी उन्होंने ब्रांड आइडेंटिटी brand identity और क्वालिटी का पूरा ध्यान रखा।
बच्चों के लिए कैफ़ीन अच्छी नहीं होती इसीलिए स्टारबक्स ने इस बात का भी ध्यान रखा कि उनके पास हर उम्र के लोगों के लिए कुछ ना कुछ होना चाहिए। स्टारबक्स के किड फ्रेंडली स्टोर्स Starbucks kid-friendly stores पर आपको कैफ़ीन फ्री ड्रिंक्स और हेल्थी स्नैक्स आसानी से मिल जाएंगे और इसके साथ-साथ आपको और भी ऑप्शन जैसे हर्बल टी और एस्प्रेसो भी मिलेंगे, क्योंकि स्टारबक्स के पास सबके लिए कुछ है।
जैसा की आप देख सकते हैं कि स्टारबक्स के सफल होने के कई कारण हैं। इसकी कहानी और मार्केटिंग स्ट्रेटजी इतनी खास है कि हर व्यक्ति इससे कुछ ना कुछ सीख सकता है।