भारत सरकार द्वारा महिला उद्यमियों के लिए लागू की गयी योजनाएं

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02 Jul 2022
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महिला उद्यमियों Women Entrepreneurs को बिना किसी परेशानी के आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने आज विभिन्न योजनाएं चला रखी हैं। इससे महिला सशक्तिकरण Women Empowerment और महिलाओं की उद्यमशीलता को बढ़ावा मिलेगा। महिलाओं को किसी दूसरे पर आश्रित होना नहीं पड़ेगा। क्योंकि आज हमारे देश की महिलाएं घरों की देखभाल करने के अलावा अपने स्वयं के व्यवसाय को भी चलाने के लिए सक्षम हैं। यानि महिलाएं वो सब कुछ कर सकती हैं जो एक पुरुष कर सकता है। लेकिन महिलाओं को स्वव्यवसाय को करने के लिए या तो उनके परिवार वाले मना करते हैं या फिर उनकी आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं होती हैं कि वह अपना उद्योग शुरू कर सके। आज कई बैंक महिला उद्यमियों के लिए सस्ती दरों पर विशेष ऋण की सुविधा भी उपलब्ध कराते हैं। केंद्र सरकार द्वारा कई सारी ऐसी योजनाएं लागू की गई हैं, जिससे महिला उद्यमी आज हर क्षेत्र में हाथ आजमा रही हैं। शायद इसलिए भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम #India's Startup Ecosystem में महिलाएं हर जगह हैं। आज महिलाएं इन सरकारी योजनाओं के कारण तीव्र गति के साथ देश के विकास में पूर्णतः भागीदार बन रही हैं। इस आर्टिकल में आप भारत सरकार द्वारा महिलाओं को ध्यान में रखकर चलायी जाने वाली योजनाओं के बारे में जान सकते हैं। 

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आज भारत सरकार द्वारा महिलाओं को ध्यान में रखकर तरह-तरह की योजनाएं Indian government Schemes for Women समय समय पर लायी जाती हैं। यानि सरकार ने महिला उद्यमियों Women Entrepreneurs के जीवन में आने वाली समस्याओं को दूर करने के मकसद से विभिन्न योजनाएं चलायी हैं। यानि भारत सरकार द्वारा महिला उद्यमियों को अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए ये योजनायें लागू की गयी हैं। ये तो हम सब जानते हैं कि किसी भी उद्यम को चलाने या बढ़ाने के लिए सबसे पहले धन या पूंजी की आवश्यकता होती है और पूंजी उद्यमशीलता को बढ़ाने के लिए सबसे अहम है। कई महिलाओं की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं होती है कि वो अपना बिज़नेस शुरू कर सके इसलिए महिलाओं की उद्यमशीलता में रूचि को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा कई सारी ऐसी योजनाएं लागू की गई हैं जिसके द्वारा महिलाएं खुद का बिजनेस करके अपने पैरों पर खड़ी हो सकेंगी और आत्मनिर्भर बनकर अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा बन सकेंगी। महिला सशक्तिकरण Women Empowerment को बढ़ाने के लिए बैंक और सरकार Banks and Government द्वारा उठाए गए यह कदम महिलाओं के लिए काफी लाभान्वित है। यदि आप भी अपना कोई नया स्टार्टअप Startup खोलना चाहते हैं तो इन योजनाओं के द्वारा अपने नए स्टार्टअप या बिज़नेस को एक नई दिशा दे सकते हैं। तो चलिए जानते हैं भारत सरकार द्वारा चलायी गयी उन योजनाओं के बारे में जो महिला सशक्तिकरण और महिलाओं की उद्यमशीलता को बढ़ावा दे रही हैं जिससे महिलाएं भारत के आर्थिक विकास India's economic development और भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम India's Startup Ecosystem को आगे बढ़ाने में साथ दे रही हैं। 

महिलाओं के लिए मुद्रा ऋण Mudra Yojana Scheme For Women

महिलाओं के लिए मुद्रा ऋण सरकार द्वारा उन महिला उद्यमियों के लिए वित्तीय सहायता financial help प्रदान करने के लिए शुरू किया गया था जो ब्यूटी पार्लर, ट्यूशन सेंटर, सिलाई की दुकान आदि शुरू करने जैसी व्यवसाय योजना की तलाश करते हैं। यानि इस योजना के तहत वे महिलाएं जो अपना व्यवसाय छोटे उद्यमों से शुरू करना चाहती हैं, उन्हें आर्थिक सहायता के रूप में ऋण दिया जाता है। इस योजना को ऋण देने के लिए किसी संपार्श्विक गारंटर की आवश्यकता नहीं होती है। इसके अंतर्गत ऋण प्रदान करते समय आपको एक मुद्रा कार्ड Mudra card भी दिया जाता है और यह मुद्रा कार्ड आपके क्रेडिट कार्ड के समान ही कार्य करता है। मुद्रा योजना के अंतर्गत महिलाओं को तीन भागों में आर्थिक सहायता लोन को प्रदान किए जाने का प्रावधान है। ये ऐसी श्रेणियां हैं जिनके तहत मुद्रा ऋण आवेदन लागू किया जा सकता है, जो इस प्रकार हैं-

शिशु ऋण Shishu Loan-

 प्रारंभिक चरण में व्यवसायों के लिए, दी गई अधिकतम ऋण राशि रु 50,000 है। यानि इस योजना के अंतर्गत लाभार्थी महिला को ₹50000 का लोन प्रदान करने का प्रावधान है।

किशोर ऋण Kishor Loan-

यह ऋण उन व्यवसायों के लिए है जो पहले से ही स्थापित हैं लेकिन सेवाओं में सुधार करना चाहते हैं। इसमें ऋण राशि 50000 से लेकर 5 लाख रुपए के बीच होती है। 

तरुण ऋण Tarun Loan-

यह ऋण उन सुस्थापित व्यवसायों के लिए है जो अपनी पहुंच बढ़ाने की योजना बना रहे हैं और जिनके पास पूंजी की कमी है। इस योजना के अंतर्गत सभी महिला उद्यमियों को उनके व्यवसाय को बढ़ाने के लिए आर्थिक सहायता के रूप में ₹1000000 (10 लाख) का लोन प्रदान किया जाता है।

ओरिएंटल महिला विकास योजना Orient Mahila Vikas Yojana Scheme

ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स ने यह योजना शुरू की, इसके अंतर्गत 51 प्रतिशत शेयर पूंजी के स्वामित्व वाली महिलाएं व्यक्तिगत रूप से या संयुक्त रूप से स्वामित्व वाली संस्था में ओरिएंट महिला विकास योजना के माध्यम से ऋण प्राप्त कर सकती हैं। इस योजना के तहत लघु उद्योगों में महिला उद्यमी को 10 लाख से लेकर ₹2500000 तक का ऋण दिया जाता है। इस ऋण की चुकौती की अवधि सात वर्ष है। इस ऋण को लेने के लिए किसी भी प्रकार के गारंटर की आवश्यकता नहीं होती है। ओरिएंट महिला विकास योजना 2 प्रतिशत तक की ब्याज दर पर भी छूट concession on the interest rate प्रदान करती है।

 स्त्री शक्ति योजना Stree Shakti Package For Women Entrepreneurs

स्त्री शक्ति योजना जो कुछ रियायतें प्रदान करके महिलाओं के बीच उद्यमिता का समर्थन करती है। यह योजना महिला उद्यमियों को ऋण राशि में छूट की दर प्रदान करवाती है। यह स्त्री शक्ति योजना महिलाओं को ₹2 लाख से अधिक के ऋण पर 0.05 प्रतिशत की ब्याज रियायत का लाभ उठाने की अनुमति देती है। सरकार द्वारा यह योजना एसबीआई बैंक की अधिकांश शाखाओं द्वारा संचालित की गई है। 

देना शक्ति योजना Dena Shakti Scheme

वो उद्यमी महिलाएं जो कृषि, विनिर्माण, खुदरा स्टोर या फिर सूक्ष्म उद्योग जैसे क्षेत्रों में अपने व्यवसाय को शुरू करना चाहती हैं या अपना व्यवसाय बढ़ाना चाहती हैं उन महिला उद्यमियों के लिए देना शक्ति योजना के अंतर्गत ₹20 लाख तक का ऋण प्रदान किया जाता है। यह योजना ब्याज दर पर 0.25 प्रतिशत की रियायत भी प्रदान करती है। इस राशि को महिला उद्यमी किस्तों के मासिक भुगतान के द्वारा बड़ी ही आसानी से चुका सकती हैं। इसके अलावा महिला उद्यमी माइक्रोक्रेडिट श्रेणी के तहत ₹50,000 तक का ऋण प्राप्त कर सकती हैं।

भारतीय महिला बैंक व्यवसायिक ऋण Bharatiya Mahila Bank Business Loan 

भारतीय महिला बैंक इस योजना के द्वारा उन सभी प्रकार की महिला उद्यमियों को व्यवसाय शुरू करने के लिए या फिर अपना बिजनेस फैलाने के लिए बिजनेस लोन प्रदान करती है। यह एक सार्वजनिक क्षेत्र की बैंकिंग कंपनी है जो महिला उद्यमियों को कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं, व्यवसाय विस्तार या विनिर्माण उद्यमों के लिए ₹20 करोड़ तक का ऋण प्रदान करती है। इस योजना के अंतर्गत सभी महिला उद्यमियों को लोन प्राप्त होने के बाद उस पर लिए जाने वाले ब्याज दर में 0.25 % छूट प्रदान करने का प्रावधान भी है। इसमें लघु उद्योग के लिए गारंटी फंड ट्रस्ट के अंतर्गत ₹10000000 ( एक करोड़) तक के लोन में किसी भी प्रकार के गारंटर व्यक्ति की आवश्यकता नहीं पड़ती है।

भारतीय महिला बैंक व्यवसाय ऋण योजना के तहत कुछ विभिन्न योजनाएं शामिल हैं:

Shringaar श्रृंगार-

बीएमबी श्रृंगार ऋण BMB Shringaar loan स्व-नियोजित महिलाओं या गृहिणियों पर लागू होता है जो स्टार्टअप की योजना बना रहे हैं या अपने दैनिक व्यावसायिक खर्चों को पूरा करते हैं। इसके लिए आपको कोई संपार्श्विक सुरक्षा security प्रदान करने की जरुरत नहीं है।

Parvarish परवरिश-

ठीक ऐसे ही बीएमबी परवरिश ऋण BMB Parvarish loan स्व-नियोजित महिलाओं या गृहिणियों Self-employed women or homemakers के लिए डे-केयर क्रेच स्थापित करने के लिए है। क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट फॉर माइक्रो एंड स्मॉल एंटरप्राइजेज (CGSTSM) योजना के तहत इस ऋण की ऊपरी सीमा ₹1 करोड़ हो सकती है वह भी बिना किसी संपार्श्विक सुरक्षा के। 

Annapurna अन्नपूर्णा-

इस योजना के अंतर्गत 18 से 60 वर्ष के बीच छोटे व्यवसाय शुरू करने या विस्तार करने वाले उद्यमी इस ऋण का लाभ उठा सकते हैं। इसकी विशेषताएं लगभग स्टेट बैंक ऑफ मैसूर की अन्नपूर्णा योजना के समान हैं। 

अन्नपूर्णा योजना Annapurna Scheme 

अन्नपूर्णा योजना के तहत, भारत सरकार खाद्य खानपान व्यवसायों में महिला उद्यमियों को ऋण प्रदान करती है। इस योजना के भीतर स्टेट बैंक ऑफ मैसूर द्वारा महिला उद्यमियों को 50 हजार रुपये का लोन दिया जाता है। अन्नपूर्णा योजना के तहत वे महिला उद्यमी जो पैक किए गए भोजन, नाश्ते आदि खाद्य वस्तुओं को बेचने के लिए खाद्य खानपान उद्योग स्थापित करना चाहती हैं। उधार ली गई राशि का उपयोग कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं के लिए किया जा सकता है जैसे बर्तन, अन्य उपकरण, मिक्सर सह ग्राइंडर, हॉट केस, वर्किंग टेबल, टिफिन बॉक्स आदि खरीदना। इसमें ऋणदाता को पहले महीने के लिए ईएमआई का भुगतान नहीं करना पड़ता है। एक बार स्वीकृत होने के बाद, राशि को 36 मासिक किश्तों में चुकाना होगा। यह ऋण महिला उद्यमी की प्राथमिक जरूरतों को पूरा करने के लिए दिया जाता है। भारत सरकार की इस लाभकारी योजना का लाभ उठाने के लिए जरूरतमंद महिला उद्यमी को एक गारंटर की आवश्यकता पड़ेगी तभी जाकर वे सभी इस योजना के अंतर्गत आर्थिक सहायता को प्राप्त कर पाएंगे।

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सेंट कल्याण योजना Cent Kalyani Scheme 

यदि कोई महिला अपना नया उद्यम शुरू करना चाहती है या फिर उसे संशोधित करना चाहती है तो सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया Central Bank Of India के द्वारा उन्हें ऋण की डीएचएस योजना का लाभ दिया जाता है। सेंट कल्याणी योजना का लाभ मौजूदा, नए उद्यमियों और स्वरोजगार करने वाली महिलाएं उठा सकती हैं। इस योजना के अंतर्गत उद्यमी महिलाएं ₹100000 तक का ऋण राशि प्राप्त कर सकती हैं और उन्हें इस राशि को प्राप्त करने के लिए किसी भी प्रकार के गारंटर व्यक्ति की आवश्यकता नहीं पड़ती हैं। खेती, कृषि, कुटीर उद्योग और खुदरा व्यापार, लघु और मध्यम उद्योगों, स्वरोजगार सभी सेंट कल्याणी योजना के लिए आवेदन करने के पात्र हैं। ऋण पर ब्याज दर बाजार दरों पर निर्भर करती है। 

उद्योगिनी योजना  Udyogini Scheme 

उद्योगिनी योजना के अंतर्गत 18 से 45 वर्ष उम्र की महिलाओं को व्यवसाय, कृषि, खुदरा और छोटे उद्यमी क्षेत्र में काम करने के लिए एक लाख रुपये तक ऋण दिया जाता है। ऐसे उद्यमी महिलाएं जिनकी कुल परिवार की वार्षिक आय ₹45000 है, ऐसी महिलाएं इस योजना का लाभ उठा सकती हैं। ₹45000 से अधिक आय वाले महिला परिवार को इस योजना के अंतर्गत लाभ प्रदान नहीं किया जाएगा। यह योजना महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करके गरीबों के बीच महिला उद्यमिता को बढ़ावा देती है और प्रेरित करती है। यह योजना मुख्य रूप से ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में रहने वाली निरक्षर महिलाओं का समर्थन और सहायता करती है। इसकी सबसे अच्छी बात यह है, कि एससी और एसटी श्रेणियों की विधवा, निराशत्र या विकलांग महिलाओं को ₹10000 तक के ऋण पर 30% की सब्सिडी भी प्रदान की जाती है। उद्योगिनी योजना के तहत मिलने वाली सब्सिडी के द्वारा महिला उद्यमी अपने स्टार्टअप को काफी आगे ले जा सकती हैं। 

महिला उद्यम निधि योजना  Mahila Udyam Nidhi Scheme 

महिला उद्यम निधि योजना पंजाब नेशनल बैंक Punjab National Bank और भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) Small Industries Development Bank of India

 द्वारा पेश की जाती है। इस योजना के तहत लघु उद्योग में शामिल महिला उद्यमों को ऋण दिया जाता है। ऋण राशि को महिला उद्यमी द्वारा 10 वर्षों की अवधि में बड़ी ही आसानी से चुकाया जा सकता है। इस योजना के तहत दी जाने वाली अधिकतम ऋण राशि 10 लाख रुपये हैं। महिला निधि योजना के तहत ब्यूटी पार्लर, दोपहिया वाहन, डे केयर सेंटर, ऑटो रिक्शा आदि जैसे व्यवसाय को शुरू करने के लिए पंजाब नेशनल बैंक के माध्यम से महिला उद्यम निधि योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं को ऋण देने का प्रावधान है। यह योजना महिला उद्यमियों को ऋण देकर एक नया लघु-स्तरीय उद्यम स्थापित करने में सहायता करती है। 

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