आज के काम को कल पर छोड़ने की आदत सभी में होती है, फर्क बस इतना है कि किसी में ये आदत बहुत ज्यादा होती है और किसी में बहुत कम। कई लोग प्रतिभा होने के बावजूद भी काम टालने की आदत की वजह से जीवन में सफल नहीं हो पाते हैं।
आज के काम को कल पर छोड़ने की आदत सभी में होती है, फर्क बस इतना है कि किसी में ये आदत बहुत ज्यादा होती है और किसी में बहुत कम। एक आलसी व्यक्ति काम को करना ही नहीं चाहता है वहीं दूसरी ओर जो व्यक्ति काम को टालता है, वो काम तो करना चाहता है लेकिन फिर भी उस काम को वह तब तक टालता है जब तक उसके ऊपर उस काम को पूरा करने के लिए बहुत ज्यादा दबाव न डाला जाए। कई लोग प्रतिभा होने के बावजूद भी काम टालने की आदत की वजह से जीवन में सफल नहीं हो पाते हैं। ये आदत तो बहुत बुरी है पर अच्छी बात यह है कि इससे छुटकारा पाया जा सकता है। आइए जानते हैं कि काम टालने की आदत को कैसे दूर करें
1.आप काम को क्यों टालते है?
सबसे पहले यह जानने का प्रयास करें कि आप काम को क्यों टालते हैं। काम को टालने के सबके अलग-अलग कारण होते हैं। किसी को काम बोरिंग लगता है, किसी का काम करने का मूड नहीं होता है, कोई सही से प्लानिंग नहीं कर पाता है, किसी को असफलता का डर लगा रहता है और किसी को काम की तुलना में अपने कंफर्ट ज़ोन से ज्यादा प्यार होता है। अगर आप ये जान लेंगे कि काम ना करने की आप क्या वजह देते हैं, तो इस आदत को छुड़ाना आसान होगा।
2.स्वीकार करना सीखिए
आप काम को टालने के रोज नए बहाने बनाते हैं लेकिन फिर भी अगर आप स्वीकार नहीं करते हैं कि आपको ये आदत है, तो इस आदत को छुड़ाना मुमकिन नहीं है। अपनी कमियों और अच्छाइयों को स्वीकार करना सीखें।
3.ज्यादा काम आसानी से कैसे करें?
ज्यादा काम को करने का सबसे आसान तरीका है कि काम को बांट दिया जाए।
उदाहरण- अगर मुझे किसी ने कहा है कि मुझे 10 ब्लॉग लिखने हैं, हर ब्लॉग 1,000 शब्दों का होना चाहिए और मेरे पास 5 दिनों का समय है। इस काम को आसान बनाने के लिए मैं एक दिन में 2 ब्लॉग लिखूंगी और 5 दिन में आसानी से मैं टारगेट पूरा कर लूंगी। आप भी ऐसा कर सकते हैं, बस एक बार कोशिश करिए।
4.खुद से झूठ मत बोलिए
ऐसे गोल्स मत बनाइए जिन्हें आप पूरा ही ना कर पाएं। अपने गोल्स को अपनी आदतों को ध्यान में रखते हुए बनाएं ताकि जब उन्हें पूरा करने का समय हो, तो आप बहाने ना बनाएं।
उदाहरण- अगर किसी ने मुझसे कहा कि सुबह 5 बजे वॉक पर जाना अच्छा होता है, तुम्हें भी ट्राई करना चाहिए और मैंने बिना कुछ सोचे समझे यह तय कर लिया कि मैं वॉक पर जाऊंगी, भले ही मुझे सुबह 5 बजे उठने की आदत भी नहीं है। ये खुद से झूठ बोलने और खुद को धोका देने के समान है।
इसके बजाय मैं यह तय कर सकती थी कि मैं सुबह के बजाय शाम को वॉक पर जाऊंगी क्योंकि मुझे सुबह उठने की आदत नहीं है।
5.फोकस्ड रहिए
हमेशा अपनी नजर मंजिल पर रखिए। ये मत सोचिए कि काम को पूरा करते समय मुझे बोरिंग लगेगा और मुझे मेहनत करनी पड़ेगी। आप ये सोचिए कि काम के पूरा होने पर आप कितने खुश होंगे।
6.मूड तो एक बहाना है
अगर आपको काम करने का मूड नहीं है तो आप उसे लिखिए। अपने गोल्स को लिखिए और रोज़ पढ़िए। ऐसा करने से आप मोटिवेट होंगे और मूड को दोषी नहीं ठहराएंगे।
7.किसी की मदद मांग करके तो देखिए
जिस काम को करने में आपको बहुत मुश्किल हो रही है, उसके लिए किसी की मदद मांग लें। ऐसा करने से काम बेहद आसान हो जाता है और आप उसे आसानी से पूरा कर पाते हैं।
8.अच्छा वातावरण जरूरी है
जिन चीज़ों की वजह से आपको डिस्ट्रैक्शन होती है, उन्हें अपने पास ना रखें।
उदाहरण- आपको किसी ने 2 घंटे के लिए पढ़ने को बोला है और आज टीवी पर आपकी पसंदीदा फिल्म आ रही है। आप अगर टीवी के सामने जाकर बैठ जाएंगे और सोचेंगे कि मैं पढ़ाई भी कर लूंगा और फिल्म भी देख लूंगा, तो ये मुमकिन नहीं है। वास्तव में आपका ध्यान सिर्फ टीवी पर रहेगा और आप कुछ भी नहीं पढ़ पाएंगे। वहीं अगर आप स्टडी रूम में पढ़ाई करेंगे तो पूरे फोकस के साथ आप 2 घंटे पढ़ाई कर पाएंगे। चीज़ों को जान-बूझ कर कठिन क्यों बनाना जब आप उसे आसानी से भी कर सकते हैं।