आज हम आपको प्रोत्साहन का वह किरदार बताने वाले हैं जो हर क्षेत्र में बड़ा योगदान देता है। अगर प्रोत्साहन का प्रयोग हर क्षेत्र में किया जाए तो हर व्यक्ति अपने क्षेत्र में बड़े मुकाम हासिल कर सकता है।
कहा जाता है कि सफलता पाने के लिए अच्छी योजना, अच्छी सोच, दृढ़ संकल्प, मेहनत और लगन बेहद जरूरी है। यह सारी बातें तो सफलता पाने के लिए बहुत जरूरी हैं ही, लेकिन सफलता किसी भी क्षेत्र में हो, प्रोत्साहन भी उसमें बराबर किरदार निभाता है। चाहें आप दफ्तर की बात करें या फिर व्यवसाय की या फिर उद्यमिता की, हर क्षेत्र में प्रोत्साहन एक बड़ा किरदार निभाता है। क्षेत्र कोई भी हो अगर किसी को भी बराबर प्रोत्साहन मिलता रहे तो वह परेशानियों और दिक्कतों के बावजूद आगे बढ़ने से पीछे नहीं हटता।
कई बार देखा गया है कि लोग इस बात से निराश होते हैं कि हम जो काम कर रहे हैं उसमें हमें किसी प्रकार का प्रोत्साहन नहीं दिया जाता। बल्कि अपना 100 प्रतिशत देने के बावजूद, खामियां ज्यादा निकाली जाती हैं, फिर प्रोत्साहन की तो बात ही छोड़ दीजिए। इस तरह की गतिविधियों से कई क्षेत्रों का नुकसान होता है। इसलिए प्रोत्साहन को हर क्षेत्र में प्राथमिकता से अमल में लाया जाना चाहिए। आज हम आपको प्रोत्साहन का वह किरदार बताने वाले हैं जो हर क्षेत्र में बड़ा योगदान देता है। अगर प्रोत्साहन का प्रयोग हर क्षेत्र में किया जाए तो हर व्यक्ति अपने क्षेत्र में बड़े मुकाम हासिल कर सकता है।
प्रोत्साहन की खासियत
वैसे तो प्रोत्साहन की कई खासियत हैं लेकिन प्रोत्साहन देना और उसे सच्चे मन से प्रयोग में लाना किसी भी क्षेत्र में भला ही करेगा। अगर हम बात करें किसी कंपनी की, या फिर किसी दफ्तर की या तो फिर किसी स्टार्टअप की, यह अन्य किसी भी क्षेत्र की हर जगह पर अगर प्रोत्साहन को सच्चाई के साथ उपयोग में लाया जाए तो यह बड़ा कारगर सिद्ध होगा। प्रोत्साहन की शक्ति इतनी बड़ी है कि इसे पाकर किसी का भी मन प्रसन्न हो सकता है और जब मन प्रसन्न तो सारे काम चुटकियों में खत्म किए जा सकते हैं।
काम करने की क्षमता में होगी बढ़ोतरी
अगर प्रोत्साहन का सही इस्तेमाल किया जाए तो किसी भी क्षेत्र में जुड़े लोगों से बड़ी शिद्दत से काम करवाया जा सकता है। अगर लोग प्रोत्साहित रहेंगे तो उनकी काम करने की क्षमता खुद-ब-खुद बढ़ेगी क्योंकि उन्हें पता है कि अगर वह अच्छा काम करते हैं तो उन्हें प्रोत्साहन जरूर मिलता है। इससे आत्मविश्वास और सकारात्मकता में भी बढ़ोतरी होती है जिससे काम करना बेहद आसान लगता है और इंसान प्रसन्नचित्त होकर काम करता है।
जोश के साथ होगा कुछ नया करने का इरादा
यह आपने जरूर सुना होगा कि जब इंसान प्रोत्साहित रहता है तब किसी भी काम को आसानी से अंजाम दे सकता है और जब उसे अपनी कंपनी या व्यवसाय में प्रोत्साहन मिलता है तो वह कुछ नया करने के इरादे को अपने मन में प्रतिदिन पैदा करता है। जब एक नए जोश के साथ इंसान रोज नए इरादे की तरफ बढ़ेगा तो किसी भी क्षेत्र में बढ़ोतरी होते साफ देखने को मिलेगी।
छुट्टी लेने की मांग भी होगी कम
अक्सर देखा जाता है कि लोग छुट्टी लेने की मांग किया करते हैं क्योंकि वह अपने काम के बोझ तले दबे रहते हैं लेकिन जब उन्हें प्रोत्साहन मिलता है तो वह अपने छुट्टी लेने के इरादे को भी बदल देते हैं। जब लोग खुद से अपने छुट्टी लेने के इरादे को बंद कर सकते हैं, तो सोचिए प्रोत्साहन कितना बड़ा किरदार निभा सकता है।
कोई अपना काम छोड़कर नहीं भागेगा
अगर इंसान को उसके काम के लिए जरूरी प्रोत्साहन मिलता रहे तो वह अपने काम के प्रति ईमानदार और निष्ठावान बना रहेगा और कभी अपने काम को छोड़ने की इच्छा नहीं जताएगा। जब उसके काम की परख और समझ से उसका अपनी जगह पर ही भला हो रहा है, तो वह भला दूसरी जगह जाने के बारे में कैसे सोच सकता है। इससे न सिर्फ किसी कर्मचारी का फायदा होगा बल्कि किसी कंपनी या व्यवसाय का भी फायदा होगा क्योंकि नए कर्मचारियों को सिखाने और काम पर रखने पर काफी खर्चा होता है, जिसे आसानी से बचाया जा सकता है।
प्रोत्साहन से वर्चस्व की ओर बढ़ेंगे
जब किसी भी क्षेत्र में अच्छा काम हो रहा हो तो यह बात जनता तक पहुंचने में देर नहीं लगती। जब लोगों को यह पता चलता है कि कोई कंपनी विशेष या कोई भी क्षेत्र अपने कर्मचारियों के साथ कैसा बर्ताव करते हैं तो इसका असर सभी पर पड़ता है। जब लोग यह जानेंगे कि किसी क्षेत्र में लोगों को अच्छा प्रोत्साहन दिया जाता है तो वह बाजार में इसकी खूब तारीफ करेंगे और तारीफ होगी तो बाजार में वर्चस्व बढ़ना तय है। बाजार में अच्छी पकड़ से ना सिर्फ ज्यादा लोग आपसे जुड़ना चाहेंगे बल्कि आपकी अच्छी और सच्ची पहचान लोगों के सर चढ़ कर बोलेगी।
उम्मीद करते हैं कि आपको सफलता में प्रोत्साहन का किरदार समझ में आया होगा अगर आप भी व्यवसाय कर रहे हैं या फिर किसी दफ्तर में काम कर रहे हैं या किसी क्षेत्र में ही काम क्यों न कर रहे हो, अपने से बड़े या छोटे का प्रोत्साहन जरूर करें, प्रोत्साहन ना केवल खुशी से भर देता है, बल्कि यह किसी भी इंसान को लक्ष्य तक पहुंचने के लिए प्रेरणा स्त्रोत का काम भी करता है।