डोनाल्ड ट्रंप, जो आधुनिक अमेरिकी राजनीति के सबसे चर्चित और प्रभावशाली चेहरों में से एक हैं, अपने साहसी और विवादास्पद फैसलों के लिए हमेशा सुर्खियों में रहे। एक रियल एस्टेट व्यवसायी से टीवी रियलिटी शो के सितारे और फिर अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बनने तक का उनका सफर बेहद खास और प्रेरणादायक रहा है।
राष्ट्रपति के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल के पहले दिन, ट्रंप ने कई बड़े और निर्णायक कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए। यह उनकी "अमेरिका को फिर से महान बनाने" की नई सोच और मजबूत इरादों को दर्शाता है।
इस ब्लॉग में हम उनके पहले दिन की प्रमुख नीतियों और आदेशों पर चर्चा करेंगे, जैसे कि इमिग्रेशन सुधार, वैश्विक स्वास्थ्य नीतियां, जलवायु समझौते, और संघीय नियमों में बदलाव। ये सभी फैसले उनके साहसिक दृष्टिकोण और पारंपरिक मूल्यों की ओर लौटने की प्रतिबद्धता को दिखाते हैं।
इसके अलावा, इस लेख में उनके शुरुआती जीवन, करियर की उपलब्धियां, व्यवसाय जगत में उनकी सफलता और राजनीति में उनके प्रवेश के सफर पर भी रोशनी डाली गई है।
डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों, विवादों और उनके भविष्य के सपनों Donald Trump's policies, controversies and his future dreams का विश्लेषण करते हुए, यह ब्लॉग उनके नेतृत्व की छवि और उनकी विरासत को गहराई से समझने की कोशिश करेगा।
आइए, उनके साहसी फैसलों और अमेरिका के भविष्य के लिए उनकी महत्वाकांक्षी सोच को करीब से जानें।
डोनाल्ड जॉन ट्रंप Donald John Trump का जन्म 14 जून 1946 को क्वींस, न्यूयॉर्क सिटी में हुआ था। उनके पिता फ्रेड ट्रंप एक प्रमुख रियल एस्टेट डेवलपर थे और मां मैरी ट्रंप एक गृहिणी थीं। व्यवसायिक पृष्ठभूमि वाले परिवार में पले-बढ़े ट्रंप ने बचपन से ही रियल एस्टेट उद्योग को करीब से देखा।
उन्होंने क्वींस के क्यू-फॉरेस्ट स्कूल में पढ़ाई की। उनकी ऊर्जा से भरी पर्सनालिटी के कारण उन्हें अनुशासन की समस्याओं का सामना करना पड़ा। इस वजह से, 13 साल की उम्र में उन्हें न्यूयॉर्क मिलिट्री अकादमी भेजा गया ताकि उनकी आदतें सुधारी जा सकें।
इसके बाद ट्रंप ने ब्रोंक्स स्थित फोर्डहम यूनिवर्सिटी में दो साल पढ़ाई की। 1966 में उन्होंने पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल में दाखिला लिया और 1968 में इकोनॉमिक्स की डिग्री के साथ स्नातक किया। उनकी यह शिक्षा उनके भविष्य के व्यवसायिक करियर की नींव बनी।
व्हार्टन में पढ़ाई के दौरान ट्रंप अपने आत्मविश्वास और महत्वाकांक्षी स्वभाव के लिए जाने जाते थे। इस दौरान उन्होंने ऐसे संपर्क बनाए जो बाद में उनके व्यवसाय में सहायक साबित हुए।
1968 में स्नातक होने के बाद, 22 साल की उम्र में ट्रंप अपने पिता की रियल एस्टेट कंपनी "द ट्रंप ऑर्गनाइजेशन" The Trump Organization से जुड़ गए। शुरू में उन्होंने ब्रुकलिन और क्वींस में कंपनी के प्रोजेक्ट्स पर काम किया, लेकिन जल्द ही उन्होंने मैनहट्टन पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया।
1974 में ट्रंप ने ट्रंप ऑर्गनाइजेशन की कमान संभाली और कंपनी को न्यूयॉर्क सिटी के दिल में स्थापित करने के लिए साहसिक कदम उठाए। उनके पहले बड़े प्रोजेक्ट्स में से एक था "ट्रंप टावर"। 68 मंजिला यह गगनचुंबी इमारत 1983 में पूरी हुई और यह उनकी महत्वाकांक्षा और दृष्टिकोण का प्रतीक बनी।
ट्रंप के नेतृत्व में ट्रंप ऑर्गनाइजेशन ने अपना दायरा बढ़ाया और लग्ज़री होटलों, कैसीनो, और गोल्फ कोर्सेस का निर्माण किया। कंपनी ने न केवल अमेरिका बल्कि विदेशों में भी अपनी पहचान बनाई।
डोनाल्ड ट्रंप का पहला कार्यकाल कई विवादित फैसलों के लिए जाना गया। इसमें मुस्लिम-बहुल देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगाना और आव्रजन पर कड़ा रुख अपनाना शामिल था।
2020 में कोविड-19 महामारी ने उनके कार्यकाल को चुनौतीपूर्ण बना दिया। शुरू में उनकी सरकार ने इस वायरस की गंभीरता को कम आंकने की कोशिश की, लेकिन बाद में महामारी से निपटने के उनके तरीके की काफी आलोचना हुई।
दिसंबर 2019 में, ट्रंप पर प्रतिनिधि सभा (हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स) में महाभियोग लगाया गया। उन पर सत्ता के दुरुपयोग और कांग्रेस के काम में बाधा डालने के आरोप थे, जो उनके यूक्रेन के साथ व्यवहार से जुड़े थे। हालांकि, 2020 की शुरुआत में सीनेट ने उन्हें बरी कर दिया।
उनके कार्यकाल के दौरान नस्लीय असमानता और पुलिस हिंसा के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। इससे कानून व्यवस्था और नागरिक अधिकारों पर गहरी बहस छिड़ी।
2020 के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडन से हार गए। चुनाव के बाद ट्रंप और उनके समर्थकों ने बड़े पैमाने पर चुनावी धांधली का झूठा दावा किया। इसके परिणामस्वरूप 6 जनवरी 2021 को उनके समर्थकों ने अमेरिकी कैपिटल (संसद भवन) पर हमला किया।
यह घटना ट्रंप के कार्यकाल की महत्वपूर्ण घटना बन गई। इसके बाद, प्रतिनिधि सभा ने उन पर दूसरी बार महाभियोग लगाया।
जनवरी 2021 में राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद भी ट्रंप अमेरिकी राजनीति में एक प्रमुख हस्ती बने रहे। रिपब्लिकन पार्टी में उनकी गहरी पकड़ बनी रही, और उन्होंने अपनी विचारधारा से मेल खाने वाले उम्मीदवारों का समर्थन किया। उन्होंने अपने "अमेरिका फर्स्ट" एजेंडे को आगे बढ़ाना जारी रखा।
ट्रंप को कई कानूनी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा। इसमें उनके व्यापारिक व्यवहार और 6 जनवरी के कैपिटल दंगे में उनकी भूमिका की जांच शामिल है। इन चुनौतियों के बावजूद, ट्रंप ने भविष्य के चुनावों में राष्ट्रपति पद की दौड़ में वापस आने के संकेत दिए हैं। उनके कई समर्थक अब भी उनके पीछे खड़े हैं।
डोनाल्ड ट्रंप की तीन शादियां हुई हैं। उनकी पहली शादी इवाना ट्रंप से हुई, जिनसे उनके तीन बच्चे हैं: डोनाल्ड जूनियर, इवांका, और एरिक। 1992 में उनका तलाक हो गया। 1993 में उन्होंने अभिनेत्री मार्ला मेपल्स से शादी की, जिनसे उनकी एक बेटी टिफ़नी है। 2005 में उन्होंने मेलानिया ट्रंप Melania Trump से शादी की और उनके बेटे का नाम बैरन है।
ट्रंप अपनी भव्य जीवनशैली के लिए जाने जाते हैं। उनके पास लग्ज़री प्रॉपर्टीज, प्राइवेट जेट्स और गोल्फ कोर्स हैं। वह एक विवादास्पद शख्सियत हैं। उनके समर्थक उनकी "आउटसाइडर" छवि और अमेरिकी हितों पर ध्यान केंद्रित करने की सराहना करते हैं, जबकि आलोचक उन पर विभाजनकारी बयान देने और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगाते हैं।
अपने करियर के दौरान, ट्रंप ने हमेशा आत्मविश्वास और दृढ़ता का प्रदर्शन किया है और खुद को एक आत्मनिर्भर अरबपति और अनूठे नेता के रूप में प्रस्तुत किया है।
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सोमवार, 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। यह ऐतिहासिक समारोह कैपिटल रोटुंडा में हुआ। कड़ाके की ठंड के बीच आयोजित इस कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपतियों, प्रमुख तकनीकी अरबपतियों और सांसदों ने हिस्सा लिया। यह समारोह एक प्रशासन के समापन और दूसरे प्रशासन की शुरुआत का प्रतीक बना।
अपने उद्घाटन भाषण में ट्रंप ने अमेरिका के उज्ज्वल भविष्य की झलक पेश की। उन्होंने अमेरिका को एक “स्वर्ण युग” के कगार पर बताया। भाषण की शुरुआत में उन्होंने कहा, "अमेरिका का स्वर्ण युग अभी शुरू हो रहा है," और खुद को उस नेता के रूप में प्रस्तुत किया जो देश को महान बनाएगा।
उन्होंने अमेरिकी हितों को प्राथमिकता देने का वादा किया और कहा कि अब अमेरिका के पतन का समय समाप्त हो चुका है। हालांकि, भाषण के दौरान उन्होंने अपने राजनीतिक विरोधियों, खासकर बाइडन प्रशासन, की कड़ी आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व प्रशासन घरेलू और अंतरराष्ट्रीय संकटों को सही तरीके से संभालने में विफल रहा।
ट्रंप के भाषण का मुख्य विषय “एकता” था। उन्होंने इस दिन को “मुक्ति दिवस” करार दिया और दावा किया कि उनकी जीत एक ऐसे देश का प्रतिनिधित्व करती है जो उनके एजेंडे के पीछे तेजी से एकजुट हो रहा है।
ट्रंप ने खुद को शांति और एकता के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया और कहा कि वे एक “शांतिदूत और एकजुट नेता” के रूप में याद किए जाना चाहते हैं। उन्होंने भाषण का समापन एक प्रेरणादायक संदेश के साथ किया: "हम डरेंगे नहीं। हम टूटेंगे नहीं। और हम असफल नहीं होंगे।"
डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किया, जिसमें गैर-स्थायी निवासियों के बच्चों के लिए स्वचालित जन्मस्थल नागरिकता को समाप्त करने का प्रस्ताव था। इस कदम से कानूनी चुनौतियाँ उत्पन्न हुई हैं, क्योंकि जन्मस्थल नागरिकता को अमेरिकी संविधान के 14वें संशोधन में मान्यता प्राप्त है।
इस आदेश के खिलाफ 22 राज्यों ने मुकदमा दायर किया है, जिसमें तर्क दिया गया है कि राष्ट्रपति संविधानिक अधिकारों को एकतरफा बदलने का अधिकार नहीं रखते। इस कानूनी लड़ाई का परिणाम अभी अनिश्चित है, लेकिन इसने व्यापक बहस को जन्म दिया है।
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले दिन कार्यालय में लौटते ही एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किया, जिसमें अमेरिका को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) World Health Organization (WHO) से बाहर निकालने का आदेश दिया। इस निर्णय के पीछे के कारणों में WHO द्वारा COVID-19 महामारी को संभालने में असफलता, सुधारों को अपनाने में विफलता, और सदस्य देशों द्वारा राजनीतिक प्रभाव डालने का आरोप शामिल था।
इस कदम ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों के बीच चिंता उत्पन्न की है, क्योंकि यह वैश्विक स्वास्थ्य पहलों और महामारी की तैयारी पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है।
डोनाल्ड ट्रंप ने यह आधिकारिक नीति बनाई कि केवल दो लिंग, पुरुष और महिला, को ही पहचाना जाएगा, और यह परिभाषाएँ सभी संघीय नियमों और दस्तावेजों में लागू की जाएंगी।
उन्होंने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसमें यह कहा गया कि अमेरिकी सरकार केवल दो लिंगों, पुरुष और महिला, को मान्यता देगी। इस नीति का प्रभाव संघीय नियमों और दस्तावेजों पर पड़ेगा, जिसमें पासपोर्ट और वीजा शामिल हैं।
यह आदेश लिंग पहचान मान्यता और विविधता कार्यक्रमों के लिए संघीय फंडिंग को भी समाप्त कर देगा। इस कदम ने व्यापक विवाद पैदा किया है और इसे कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका को पेरिस जलवायु समझौते Paris Agreement से बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया। उन्होंने आपातकालीन शक्तियों का उपयोग करके अमेरिका में ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाने के लिए जलवायु से संबंधित नीतियों को पलट दिया और तेल, गैस और खनन गतिविधियों को बढ़ावा दिया।
इस कदम ने व्यापक बहस को जन्म दिया है, जिसमें समर्थक इसे अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने वाला मानते हैं, जबकि आलोचक चेतावनी देते हैं कि इसका गंभीर पर्यावरणीय प्रभाव हो सकता है।
डोनाल्ड ट्रंप ने छह महीने के लिए शरणार्थी पुनर्वास को निलंबित कर दिया और "कैच एंड रिलीज़" नीतियों को समाप्त करने के लिए कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए। शरणार्थियों के लिए "मैक्सिको में रुकें" नीति को फिर से लागू करने की योजना भी घोषित की गई।
न्याय विभाग को अवैध प्रवासियों के खिलाफ मृत्युदंड की मांग करने का निर्देश दिया गया, जो अमेरिकी नागरिकों को नुकसान पहुँचाते हैं। यह एक महत्वपूर्ण नीति बदलाव था।
डोनाल्ड ट्रंप ने एक व्यापक मृत्युदंड आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसमें अटॉर्नी जनरल को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया कि राज्यों के पास मृत्युदंड के लिए आवश्यक दवाओं की पर्याप्त आपूर्ति हो।
डोनाल्ड ट्रंप ने यह वादा किया कि उन सैन्य कर्मियों को फिर से बहाल किया जाएगा जो COVID-19 टीके के विरोध में थे। इस पहल के तहत प्रभावित कर्मचारियों को पूरा वेतन दिया जाएगा।
डोनाल्ड ट्रंप ने संघीय कर्मचारियों को कार्यालय में वापस काम पर लौटने का आदेश दिया, जिससे संघीय एजेंसियों में घर से काम करने की नीतियाँ समाप्त हो गईं।
संघीय कर्मचारियों के लिए एक भर्ती रोक लागू की गई, लेकिन आपातकालीन क्षेत्रों जैसे आव्रजन प्रवर्तन और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए छूट दी गई।
डोनाल्ड ट्रंप ने एक "बाहरी राजस्व सेवा" की स्थापना की घोषणा की, जो शुल्कों की वसूली पर ध्यान केंद्रित करेगी, और अमेरिकी खजाने के लिए राजस्व बढ़ाने का वादा किया।
एजेंसियों को मुद्रास्फीति से निपटने के लिए आवास और स्वास्थ्य देखभाल लागत को लक्षित करने और ऊर्जा कीमतों को बढ़ाने वाली जलवायु नीतियों को पलटने का निर्देश दिया गया।
डोनाल्ड ट्रंप ने ऑफशोर ड्रिलिंग को बढ़ाने का आदेश दिया और यू.एस. स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व U.S. Strategic Petroleum Reserve को उसकी पूरी क्षमता तक फिर से भरने का संकल्प लिया, ताकि ऊर्जा स्वतंत्रता को मजबूत किया जा सके।
अपने उद्घाटन के बाद, डोनाल्ड ट्रंप ने कई तात्कालिक कार्यकारी आदेशों की घोषणा की। उन्होंने यूएस-मेक्सिको सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करने की योजना बनाई, जो सीमा सुरक्षा पर उनकी मजबूत स्थिति को दर्शाता है।
इसके अलावा, उन्होंने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने का वादा किया, जिसका उद्देश्य सरकारी सेंसरशिप को रोकना और अमेरिका में स्वतंत्रता को बहाल करना था। इन कार्यों को विशेष रूप से आप्रवासन और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर विवादास्पद माना जा सकता है।
डोनाल्ड ट्रंप ने बाइडन प्रशासन की सीमा सुरक्षा के मामले में कड़ी आलोचना की, यह आरोप लगाते हुए कि इसने "खतरनाक अपराधियों" को अवैध रूप से देश में प्रवेश करने की अनुमति दी। उन्होंने कहा कि पिछला प्रशासन अमेरिकी नागरिकों को इन खतरों से बचाने में विफल रहा और उन्होंने सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए तत्काल कदम उठाने का वादा किया।
डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्र के सामने खड़ी अन्य महत्वपूर्ण समस्याओं पर भी चर्चा की। उन्होंने लॉस एंजिल्स में हाल ही में हुई जानलेवा जंगल की आग और यू.एस. के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में आए तूफान हेलेन जैसी प्राकृतिक आपदाओं पर संघीय सरकार की अपर्याप्त प्रतिक्रिया पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने आपातकालीन स्थितियों में मजबूत संघीय उपस्थिति की आवश्यकता पर जोर दिया।
ऊर्जा नीति भी एक प्रमुख बिंदु थी, जिसमें उन्होंने मुद्रास्फीति से लड़ने के लिए घरेलू ड्रिलिंग को प्राथमिकता देने की अपनी प्रतिबद्धता को फिर से दोहराया। स्वच्छ ऊर्जा और अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर उनकी स्थिति भी महत्वपूर्ण थी, क्योंकि उन्होंने अमेरिकी उद्योगों का समर्थन करने के लिए विदेशी सामान पर कर और शुल्क लगाने का वादा किया।
नई सरकार के सेट होते ही, ट्रंप परिवार के व्हाइट हाउस लौटने की तैयारी शुरू हो गई थी। घर के बाहर ट्रकों को देखा गया, जबकि कर्मचारियों ने बाइडन परिवार की चीजें हटाकर ट्रंप परिवार के आने के लिए जगह बनाई। उस दोपहर तक, सभी चीजें ट्रांजिशन के लिए तैयार थीं, जिसमें व्यक्तिगत सामान और आलमारियों में रखे कपड़े भी शामिल थे।
इस परिवर्तन का एक और महत्वपूर्ण पहलू व्हाइट हाउस The White House के सजावट में बदलाव था। नैंसी रीगन द्वारा डिज़ाइन किया गया एक गलीचा, जिसे ट्रंप ने अपनी पहली कार्यकाल में इस्तेमाल किया था, ओवल ऑफिस में वापस लाया गया, साथ ही एंड्रयू जैक्सन का एक चित्र भी लाया गया, जिसे ट्रंप ने प्रशंसा की थी।
मेलानिया ट्रंप की पोशाक ने दिन में एक मजबूत छाप छोड़ी। न्यूयॉर्क के मिलिनियर एरिक जाविट्स द्वारा डिज़ाइन की गई, उनकी संरचित हैट लगभग उनकी आँखों को ढक रही थी, जो एक सैन्य-शैली की पोशाक के साथ मेल खा रही थी, जो शाहीता और अधिकार दोनों को व्यक्त कर रही थी, इसे उद्घाटन फैशन का एक प्रमुख क्षण बना दिया।
निष्कर्ष: Conclusion
अपने उद्घाटन भाषण के साथ, डोनाल्ड ट्रंप ने अपने अगले चार सालों के लिए योजनाएं साझा की हैं, जिनमें मुख्य मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जैसे कि आप्रवासन, राष्ट्रीय सुरक्षा, और आर्थिक सुधार। जबकि उनका भाषण एकता और शक्ति का वादा करता है, यह देखना बाकी है कि उनकी सरकार आने वाली चुनौतियों का कैसे समाधान करती है।