देश में पनप रहे कई क्रिप्टो करेंसी प्लेटफॉर्म्स द्वारा मिल रही जानकारी के मुताबिक यह बात काफी हद तक सच है कि क्रिप्टोकरंसी का चलन बढ़ा है, लेकिन इसमें फर्जीबाड़े भी हो रहे हैं, इस बात से सभी सहमत हैं। अगर आप भी क्रिप्टो करेंसी के बाजार में अपना पैसा लगाते हैं और अपना भविष्य इस क्षेत्र में देखते हैं, तो कृपया सावधान रहें।
जहां देश में क्रिप्टो करेंसी को लेकर लोग उत्साहित हैं, वहीँ क्रिप्टो करेंसी का फर्जीवाड़ा भी कम नहीं है। क्रिप्टो करेंसी को अभी तक सरकार द्वारा कोई मान्यता नहीं मिली है, लेकिन इसका युवाओं में चलन बढ़ता जा रहा है, लेकिन लोगों में और युवाओं में बढ़ते चलन के साथ-साथ फर्जीवाड़े भी जोर पकड़ रहे हैं। अभी के ताजा आंकड़ों के मुताबिक कई क्रिप्टो करेंसी के प्लेटफॉर्म्स ने पिछले 6 महीनों में 4 लाख से ज्यादा खातों को फर्जीवाड़े के तहत बंद कर दिया है। फर्जीवाड़े के मामले चोरी, फ्रॉड और अपराधिक तथा गलत गतिविधियों के हैं। देश में पनप रहे कई क्रिप्टो करेंसी प्लेटफार्म द्वारा मिल रही जानकारी के मुताबिक यह बात काफी हद तक सच है कि क्रिप्टोकरंसी का चलन बढ़ा है, लेकिन इसमें फर्जीवाड़ा भी हो रहे हैं, इस बात से सभी सहमत हैं।
किन प्लेटफॉर्म्स ने किए खाते बंद
इस क्षेत्र का विशेष ज्ञान रखने वाले एक्सपर्ट्स का मानना है कि क्रिप्टो करेंसी में काफी फर्जीवाड़ा हो रहा है और रिपोर्ट के मुताबिक गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद कई प्लेटफॉर्म्स ने लाखों खाते बंद किए हैं, कुछ महीने पहले का अगर आंकड़ा देखा जाए तो कॉइन स्विच कुबेर नाम के प्लेटफार्म ने 1.8 लाख खातों को बंद किया है। इसके अलावा कई अन्य क्रिप्टो करेंसी माध्यमों ने भी ढेरों खातों को बंद कर दिया है। खातों को बंद करने के साथ-साथ सभी प्लेटफॉर्म्स को किसी प्रकार का शक होने पर लाखों खातों की जांच भी कर रहे हैं।
विदेशी अनुरोध द्वारा भी बंद हुए कई खाते
क्रिप्टो करेंसी का धंधा कर रहे कई प्लेटफॉर्म्स द्वारा संदिग्ध खातों को बंद करने के लिए विदेशी कानून प्रवर्तन एजेंसियों से भी 38 अनुरोध मिले हैं। यह सभी अनुरोध अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, स्विट्जरलैंड और जर्मनी द्वारा किए गए थे। इसके अलावा जानकारी के अनुसार सभी बंद हुए खातों मैं 90% खाते ऐसे हैं जिन पर शिकायतें दर्ज थी। सभी शिकायतें संदिग्ध गतिविधियों के लिए की गई थी।
ईडी ने दिया है कारण बताओ नोटिस
प्रवर्तन निदेशालय ने क्रिप्टो करेंसी प्लेटफार्म को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। यह नोटिस क्रिप्टो करेंसी से जुड़े 2790 करोड़ के लेन-देन में विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के उल्लंघन के आरोप में हुआ है। निदेशालय द्वारा जानकारी मिली है कि चीन से जुड़ी एक बेटिंग एप की मनी लॉन्ड्रिंग के चलते भी यह जांच की जा रही है।
क्या है विशेषज्ञों की राय
इस मामले पर विशेषज्ञों की राय है कि क्रिप्टो करेंसी मामले में नियम कानून की कमी है। इसके अलावा विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि क्रिप्टो करेंसी के बाजार में कई चीजें गलत तरीके से होती है। कई लोग क्रिप्टो करेंसी के प्लेटफार्म पर कोई कॉइन खरीद कर किसी दूसरे अनजाने प्लेटफार्म पर बेच देते हैं, जिसका पता भी नहीं चलता कि यह किस एड्रेस पर बेचे गए हैं। यहां तक कि क्रिप्टो करेंसी प्लेटफार्म भी इस बात का पता नहीं लगा पा रहें हैं।
अगर आप भी क्रिप्टो करेंसी के बाजार में अपना पैसा लगाते हैं और अपना भविष्य इस क्षेत्र में देखते हैं, तो कृपया सावधान रहें, क्योंकि कई बार फर्जीवाड़े में आप भी फस सकते हैं। हमेशा हर विषय की सच्चाई जानकर ही निवेश करें। किसी के धोखे, बहकावे या लालच में आकर कभी निवेश ना करें।