हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है। देश का हर एक किसान अपनी फसल उत्पादन द्वारा देश के विकास के लिए हर एक नागरिक की भोजन की आवश्यकता को दूर करता है और साथ ही एक समृद्ध और स्वावलम्बी भारत के निर्माड में अहम् योगदान देता है। लेकिन अधिकांश भारतीय किसान अभी भी मूल्यवान जानकारी और आवश्यक संसाधनों की कमी के कारण उन्नत कृषि प्रौद्योगिकियों की जानकारी से काफी दूर हैं। भारतीय किसानों में उन्नत प्रौद्योगिकी के लिए और कृषि क्षेत्र, अनाज उत्पादन में सुधार के लिए कई कदम उठाए जाते हैं। क्योंकि जब व्यवसाय से आधुनिकता जुड़ेगी तब बेहतर गुणवत्ता और उपज की मात्रा को कुशल रूप से अपनाया जा सकेगा। यह Neem Tree Agro Solutions की एक कोशिश है जो किसानों के विकास से साथ सफल हो रही है और Neem Tree ने खेतों के पैदावार को आसान बना दिया है।
भारत ने कृषि क्षेत्र और अनाज उत्पादन में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं लेकिन आज भी हमारे देश के किसान मूल्यवान जानकारी और जरुरी संसाधनों की अनुपलब्धता के कारण उन्नत कृषि प्रौद्योगिकियों advanced agricultural technologies से अवगत नहीं हैं। ये तो हम सब जानते हैं कि कृषि विकास, नई तकनीक से ही संभव हो पा रहा है। वैसे तो भारत सरकार कृषि क्षेत्र में सुधार और ग्रामीण विकास के लिए बेहतर मार्ग बनाने के लिए नई पहलों और कृषि कार्यक्रमों का आयोजन करती आ रही है लेकिन अधिकांश भारतीय किसान अभी भी जानकारी के अभाव के कारण पिछड़ रहे हैं। आज किसानों को भी आधुनिक तरीके अपनाने की जरुरत है जिनसे भारत की कृषि उत्पादकता में सुधार हो सकता है। देखा जाये तो भारत कृषि प्रौद्योगिकी में लगातार विकास कर भी रहा है लेकिन अभी भी भारतीय किसानों में से केवल एक तिहाई ने ही उन्नत प्रौद्योगिकी अपनाई है। बाकी किसान खेती के आधुनिक तरीको से अवगत नहीं हैं जिससे उच्च फसल पैदावार और गुणवत्ता में कमी आती है। इसी तकनीक के बारे में किसानों को जागरूक करना जरुरी है। क्योंकि तकनीक ने इस संसार के स्वरुप को ही नहीं बल्कि मानव जीवन में भी बदलाव किए हैं और कोई भी क्षेत्र आज तकनीकी से अछूता नहीं है। कृषि जैसे क्षेत्र पर तो पूरा मानव जीवन चक्र निर्भर करता है इसलिए इसमें तकनीक का अहम योगदान है। इसी तर्ज पर भारत में कृषि उत्पादकता में सुधार improve agricultural productivity और खेतों में अच्छी पैदावार food crop yields को आसान बनाने के लिए नीम ट्री एग्रो सॉल्यूशंस एक एग्रीटेक कंपनी है जो किसानों के लिए किफायती और किसानों के अनुकूल तकनीकी समाधान Farmer Friendly Technological Solutions देती है। चलिए जानते हैं विस्तार से कि नीम ट्री एग्रो सॉल्यूशंस का लक्ष्य क्या है और कैसे यह काम करती है।
आज भी ज्यादातर किसान पारंपरिक कृषि पर निर्भर हैं। वो कृषि के अपने सीमित ज्ञान के आधार पर ही कृषि से संबंधित निर्णय लेते हैं। बेहतर फसल की गुणवत्ता और उत्पादकता के बारे में उन्हें पूरी जानकारी नहीं होती है। इस वजह से फसल की पैदावार सही तरह से नहीं हो पाती है। इसी परेशानी को दूर करने के लिए टेक्नोलॉजी की मदद से धीरेश कुमार, पारस जैन और निशांत चौहान Dhiresh Kumar, Paras Jain and Nishant Chauhan द्वारा 2019 में स्थापित, दिल्ली स्थित नीम ट्री एग्रो सॉल्यूशंस Neem Tree Agro Solutions, एनटी-किसान नामक डेटा-संचालित फसल वृद्धि एप्लिकेशन है। यानि Neem Tree एक डेटा संचालित फसल वृद्धि प्रणाली data driven crop enhancement system, एनटी-किसान NT-Kisan प्रोवाइड करता है। यह किसानों की निर्णय लेने की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाता है और किसानों को कुशलता से बढ़ने में मदद करता है। एन्हांसमेंट सिस्टम enhancement system कई variables वेरिएबल्स को देखता है जो उत्पाद की गुणवत्ता की मात्रा को प्रभावित करते हैं। एनटी-किसान NT Kisan उपज की गुणवत्ता और मात्रा पर अल्पकालिक और दीर्घकालिक प्रभाव का विश्लेषण और भविष्यवाणी करता है और इस तरह किसान को बेहतर निर्णय लेने में मदद करता है। नीम ट्री की तकनीक लागत प्रभावी और टिकाऊ मॉडल पर बनाई गई है। भारत का कृषि क्षेत्र राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद national gross domestic product में 18 प्रतिशत का योगदान देता है और भारत में कृषि-तकनीक क्षेत्र में 450 से अधिक start-up स्टार्ट-अप हैं। इस क्षेत्र में स्टार्ट-अप की संख्या में वृद्धि हुई है और साथ ही वैश्विक स्तर पर भारतीय कृषि-तकनीक स्टार्ट-अप परिदृश्य में रुचि दिखाने वाले निवेशकों की संख्या में वृद्धि हुई है। सेक्टर के प्रमुख ऑपरेटरों में नीम ट्री एक ऐसी कंपनी है जो सभी किसानों के विकास के साथ अन्य लोगों से खुद को अलग करने में सक्षम है। कंपनी के सह-संस्थापक और सीईओ धीरेश का कहना है कि नीम ट्री एक सास-आधारित डेटा-संचालित एगटेक कंपनी Neem Tree is a SaaS-based data-driven AgTech company है जो किसानों को ज्ञान, प्रौद्योगिकी, विपणन, विस्तार सेवाएं, knowledge, technology, marketing, extension services, उन्नत गुणवत्ता और मात्रा के लिए बेहतर योजना प्रदान करती है। उनका कहना है कि NT- KISAN एप्लिकेशन के निर्माण से हमारा उद्देश्य है कि हम प्रत्येक किसान की खेती का समावेशी विकास Overall development करने में सहायता करें। आप भी अपने फोन में NT KISAN का फ्री एप डाउनलोड कर सकते हैं और खेती का नया और बेहतर तरीका अपनाकर अपनी ज़िंदगी को आसान बना सकते हैं।
दरअसल भारतीय कृषि प्रणाली की कमियों को दूर करने के लिए नीम ट्री की स्थापना की गई है। कई किसानो से बात करने के बाद कंपनी के फाउंडर्स को नीम ट्री एग्रो सॉल्यूशंस का विचार आया। कंपनी के सह-संस्थापक और सीटीओ पारस जैन का कहना है कि आज जब भारत लगभग हर सेवा के डिजिटल होने के साथ डिजिटलीकरण digitization की दिशा में आगे बढ़ रहा है, तो इसी डिजिटलीकरण की राह में ग्रामीण भारत को शामिल करना जरुरी है। एनटी किसान कंपनी द्वारा प्रदान की गई एआई-आधारित फसल वृद्धि प्रणाली है। यह किसानों को निर्णय लेने में मदद करता है और सबसे बड़ी बात आपूर्ति श्रृंखला किसानों की अपनी उपज बेचने के लिए बाजार तक पहुंच की समस्या का समाधान करते हैं। एनटी किसान का कार्य एक विशेष मौसम के लिए और पांच सर्वोत्तम फसलों के सुझाव के साथ शुरू होता है और बीज बोने के बाद एक बार इकट्ठा होने के उचित समय के बारे में उपयोगकर्ता को सूचित करने के साथ समाप्त होता है। यानि इसकी यात्रा बुवाई के समय से ही शुरू हो जाती है। मौसम के पूर्वानुमान और मिट्टी के मापदंडों के आधार पर, किसान को पांच सर्वोत्तम फसलों five best crops की सिफारिश की जाती है जो वह बो सकता है। हर सुझाव कृषि मानकों के लिए अद्वितीय है। एक बार फसल बोने के बाद, वर्तमान में एंड्रॉइड यूजर्स के लिए उपलब्ध ऐप, वैज्ञानिक तकनीकों के व्यवस्थित कार्यान्वयन पर सुझाव देने और महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है। इसके साथ ही मौसम, सिंचाई, उर्वरक और कीटनाशकों के उपयोग के बारे में लगातार अपडेट साझा करता है।
नीम ट्री ऐप द्वारा इमेज रिकग्निशन मॉडल image recognition model को हजारों इमेजेस का इस्तेमाल करके प्रशिक्षित किया जाता है। इसकी सबसे अच्छी पकड़ इसकी छवि या तस्वीर पहचान प्रणाली है। किसान सिस्टम पर क्षतिग्रस्त फसल की एक साधारण तस्वीर अपलोड कर सकते हैं, जो कीट के हमले या रोगग्रस्त फसलों का पता लगा सकती है और इसका इलाज करने का सबसे उपयुक्त और कुशल तरीका का सुझाव भी करती है। यह एक छवि पहचान मॉडल image recognition model का उपयोग करके किया जाता है, जो सिस्टम का एक हिस्सा है। मतलब क्षतिग्रस्त फसल की एक साधारण तस्वीर को ऐप पर अपलोड करके कीट के हमले और रोगग्रस्त फसलों का पता लगा सकता है। यह ऐप 95 प्रतिशत से अधिक सटीकता के साथ यह पता लगा सकता है। नीम ट्री एग्रो सॉल्यूशंस के संस्थापक का कहना है कि हम किसानों के लिए अन्य सेवाओं जैसे क्रेडिट, बीमा और कृषि उपकरण को जोड़ने की भी योजना बना रहे हैं।
नीम ट्री एग्रो सॉल्यूशंस का लक्ष्य किसानों के लिए कृषि संबंधी जानकारी जुटानी है और कृषि के लिए वन-स्टॉप डेस्टिनेशन one-stop destination बनना है। नीम ट्री एग्रो की योजना 2022 के अंत तक हरियाणा Haryana में 12,000 किसानों के संभावित ग्राहक आधार और 8 करोड़ रुपये के वार्षिक राजस्व के साथ विस्तार करने की है। इस ऐप को अलग-अलग स्रोतों जैसे मौसम, उत्पादन और मिट्टी के साथ अलग-अलग जिलेवार आधार पर बनाया गया है। यह सर्वोत्तम संभव परिणाम देने के लिए कृषि विज्ञान के ज्ञान के साथ जुड़ा है। इस कंपनी का लक्ष्य पारंपरिक तरीकों को आधुनिक और डिजिटल तरीकों से बदलना है। यह कंपनी किसानों की स्किल को बढ़ाने, उन्हें एक कुशल आपूर्ति श्रृंखला और भंडारण सुविधा, एक विशिष्ट और प्रभावी बाज़ार, सस्ती और प्रभावी कृषि तकनीक प्रदान करने पर केंद्रित है। एग्रीटेक स्टार्टअप किसानों से मिलने और समस्याओं से खुद को परिचित करने के लिए साप्ताहिक या मासिक आधार पर फील्ड विजिट भी करता है। आज स्मार्टफोन का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है और इनमे भारतीय किसानों की संख्या अब 50 मिलियन से अधिक हो गयी है। नीम ट्री के प्रौद्योगिकी आधारित दृष्टिकोण technology based approach से आने वाले वर्षों में और अधिक सफलता प्राप्त करने की उम्मीद है। कंपनी का कहना है कि भारत का एक किसान अपनी सभी जरूरतों को एक ही दुकान से पूरा करना चाहता है। हम इसे अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपनी भौतिक उपस्थिति यानी किसान सुविधा केंद्र farmer facilitation center के साथ पूरा करते हैं। नीम ट्री एग्रो का उद्देश्य कृषि उत्पादकता में सुधार के द्वारा किसानों को लाभ पहुंचाना है जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके। नीम ट्री को किसानों को ज्ञान, प्रौद्योगिकी, विपणन और विस्तार सेवाएं प्रदान करने के लिए एक मिशन के साथ स्थापित किया गया ताकि बेहतर गुणवत्ता और उपज की मात्रा को कुशल रूप से अपनाया जा सके।
इसकी टीम की बात करें तो नीम ट्री एग्रो सॉल्यूशंस के सह-संस्थापक और सीईओ धीरेश कुमार Dhiresh, Director & CEO हैं। कंपनी के सह-संस्थापक और सीटीओ पारस जैन Paras Jain, Co-Founder and CTO of the company हैं और सह-संस्थापक, सीएफओ, और अनुसंधान और विकास के प्रमुख निशांत चौहान, Nishant Chauhan, Co-Founder, CFO, and Lead of Research and Developments हैं। निशांत, धीरेश और पारस तीनों स्कूल के दोस्त हैं। उन्होंने शहरों में घूमते हुए किसानों की परेशानियों को समझा और जाना। उसके बाद उनके मन में कुछ ऐसा बनाने का विचार आया किया कि जो किसानों की समस्याओं को समझकर उन्हें पूरा करे। बस फिर क्या था उन्होंने टेक्नोलॉजी की मदद ली और नीम ट्री एग्रो सॉल्यूशंस बना डाला। पेशे से इंजीनियर धीरेश ने नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी Netaji Subhas Institute of Technology से बीटेक B.Tech किया। चीफ फाइनेंस ऑफिसर (सीएफओ) और आर एंड डी के प्रमुख, निशांत एमिटी विश्वविद्यालय में जैविक कृषि और खाद्य व्यवसाय Organic Agriculture and Food Business at Amity University के छात्र थे, इसके अलावा उन्हें प्रबंधन में पांच साल का अनुभव भी है। वहीं मुख्य टेक्नोलॉजी ऑफिसर (सीटीओ) पारस को वेब, एप्लिकेशन और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के क्षेत्र में महारत हासिल है।
नीम ट्री बी2सी मॉडल b2c model पर काम करता है। यह निर्माताओं और किसानों के बीच बिचौलिए का काम करता है। किसान सुविधा केंद्र नीम ट्री एग्रो के लिए डिलीवरी पॉइंट, एप्लिकेशन डाउनलोड, उत्पादों को वापस करने और बदलने के लिए अधिकृत स्टोर, किसानों की ओर से ऑर्डर देने आदि के लिए एक एजेंट के रूप में भी कार्य करता है। नीम ट्री के सह-संस्थापक कहते हैं कि, हम दिल्ली-एनसीआर के ट्रांस-यमुना बेल्ट के लगभग 80 प्रतिशत किसानों को कवर करते हैं। भले ही वहां के किसान तकनीक से दूर रहते हैं, फिर भी उन्होंने तकनीकी दृष्टिकोण को अपनाया है। नीम ट्री छह बुनियादी विषयों six basic themes पर आधारित है जैसे कौशल विकास, डिजिटल और विश्लेषिकी, फार्म अंकल, किसानों द्वारा बाजार स्थान, वित्तीय प्रौद्योगिकी और कोल्ड स्टोरेज Digital and Analytics, Skill development, Farm uncle, Market place by farmers, financial technology and cold storage आदि।
कुल मिलाकर हम कह सकते हैं कि नीम ट्री टीम का मकसद पुराने तरीकों को बदल कर किसानों के उत्पाद की गुणवत्ता और मात्रा को बरक़रार रखना है।
Think with Niche पर आपके लिए और रोचक विषयों पर लेख उपलब्ध हैं । एक अन्य लेख को पढ़ने के लिए कृपया नीचे दिए लिंक पर क्लिक करे-