MeitY स्टार्टअप हब और स्टार्टअप महाकुंभ 2024 के बेस्ट स्टार्टअप: भारत में नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देना

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30 Mar 2024
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भारत में लगभग 1.2 लाख DPIIT-पंजीकृत स्टार्टअप्स हैं और यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र है।  हालांकि, करीब 50% स्टार्टअप अपने शुरूआती चार सालों में ही बंद हो जाते हैं।इन स्टार्टअप्स के असफल होने का मुख्य कारण खराब उत्पाद नहीं है, बल्कि लगातार नवाचार और निरंतर फीडबैक के माध्यम से उत्पाद को बेहतर बनाने में विफलता, सही समय पर फंडिंग की कमी और यूजर्स की प्रतिक्रिया के बारे में सीमित ज्ञान होता है। 

देश में स्टार्टअप्स की संख्या बढ़ाने और पहली बार स्टार्टअप शुरू करने वालों का साथ देने के लिए, भारत सरकार आक्रामक रूप से नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा दे रही है।  इसमें एक महत्वपूर्ण भूमिका इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा निभाई जा रही है, जो स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को और विस्तार देने के लिए पूरे देश में विभिन्न नवाचार और बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) से संबंधित गतिविधियों को सुगम बना रहा है। 

मंत्रालय MeitY स्टार्टअप हब के माध्यम से अपनी पहल को आगे बढ़ा रहा है।  MSH ने 2019 में अगले पांच वर्षों में ₹264.62 करोड़ के परिव्यय के साथ TIDE 2.0 योजना शुरू की।  इस योजना के तहत, यह उन उच्च शिक्षा संस्थानों और प्रमुख अनुसंधान एवं विकास संगठनों को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करता है जो उभरती प्रौद्योगिकियों का उपयोग करने वाले ICT (सूचना और संचार प्रौद्योगिकी) स्टार्टअप्स का समर्थन करने के लिए समर्पित हैं। 

दूसरी ओर, इसने शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स को तकनीकी और वित्तीय सहायता प्रदान करने और उनके उत्पादों को बाजार में लाने और उनके व्यवसायों को बढ़ाने में मदद करने के लिए SAMRIDH (स्टार्टअप एक्सेलरेटर ऑफ MeitY फॉर प्रोडक्ट इनोवेशन, डेवलपमेंट एंड ग्रोथ) योजना शुरू की।  यह योजना मौजूदा और भविष्य के एक्सेलेरेटरों के माध्यम से 10-15 के समूह आकारों में 300 स्टार्टअप्स का समर्थन करने का लक्ष्य रखती है। 

हाल ही में आयोजित स्टार्टअप महाकुंभ, जो एक ऐसा आयोजन था जिसने कई क्षेत्रों के स्टार्टअप्स, निवेशकों, इनक्यूबेटरों, एक्सेलेरेटरों और उद्योग जगत के अग्रणी लोगों को एक छत के नीचे लाया, MeitY-समर्थित स्टार्टअप्स को अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने का अवसर दिया।  लगभग 40 MeitY-समर्थित स्टार्टअप्स और संस्थानों ने तीन दिवसीय कार्यक्रम में अपने इनोवेटिव समाधानों का प्रदर्शन किया। 

आइए इस लेख में जानते हैं की क्या है MeitY स्टार्टअप हब What is MeitY Startup Hub का अभिनव प्रयास और इसके द्वार सपोर्टेड भारत के कुछ बेस्ट इनोवेटिव स्टार्टअप्स Some of the best innovative startups of India जो देश को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

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MeitY स्टार्टअप हब (MSH) क्या है? What is MeitY Startup Hub (MSH)?

भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा स्थापित मेक़ स स्टार्टअप हब (MSH) टेक्नोलॉजी क्षेत्र में उद्यमशीलता और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक पहल है। यह स्टार्टअप्स, इनक्यूबेटर्स और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CoEs) को विभिन्न कार्यक्रमों और पहलों के माध्यम से समर्थन देता है। इसका उद्देश्य डिजिटल बदलाव को आगे बढ़ाना और उभरती हुई तकनीकों में भारत के नेतृत्व को बढ़ावा देना है।

MeitY स्टार्टअप हब कैसे स्टार्टअप्स की मदद करता है? How MeitY Startup Hub helps startups

  • फंडिंग प्राप्त करने में मदद: MSH स्टार्टअप्स को निवेशकों से जोड़ता है ताकि उन्हें अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए आवश्यक धन प्राप्त हो सके।

  • तकनीकी सहायता प्रदान करता है: MSH स्टार्टअप्स को अपने उत्पादों और सेवाओं को विकसित करने में मदद करने के लिए संसाधन और मार्गदर्शन प्रदान करता है।

  • नेटवर्क बनाता है: MSH अन्य स्टार्टअप्स, गुरुओं और उद्योग विशेषज्ञों के साथ स्टार्टअप्स को जोड़ता है।

  • कार्यक्रम आयोजित करता है: MSH कार्यशालाओं, सम्मेलनों और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन करता है ताकि स्टार्टअप्स सीख सकें और आगे बढ़ सकें।

  • नवाचार को बढ़ावा देता है: MSH टेक्नोलॉजी क्षेत्र में नए विचारों और तकनीकों के निर्माण को प्रोत्साहित करता है।

कुल मिलाकर, मेक़ स स्टार्टअप हब का लक्ष्य भारत में तकनीकी स्टार्टअप्स के सफल होने में उन्हें आसान बनाना है।

भारत के स्टार्टअप महाकुंभ 2024 के बेस्ट स्टार्टअप Best Startups of India's Startup Mahakumbh 2024

आइए जानते हैं भारत के ऐसे इनोवेटिव स्टार्टअप्स के बारे में जो देश को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं:

आइएना (Aaiena):

ये फैशन टेक कंपनी 2019 में साक्षी चोपड़ा द्वारा स्थापित की गई थी. यह खासतौर पर कपड़ों के फिट और साइज की सलाह देने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का इस्तेमाल करती है। आइएना का दावा है कि इससे कपड़े वापस करने की दर कम होगी और मुनाफा बढ़ेगा।

आइजेल इंटरनेशनल टेक्नोलॉजीज (Aaizel International Technologies):

2023 में कृष्ण कुमार सिंह और अंजू बाला द्वारा स्थापित, ये स्टार्टअप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग (ML), मौसम विश्लेषण और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में उन्नत प्लेटफॉर्म बनाने में माहिर है। इनके प्लेटफॉर्म मौसम विज्ञान, रक्षा, कृषि जैसे विभिन्न उद्योगों की जरूरतों को पूरा करते हैं।

अभया इंफॉर्मेशन (Abhaya Information):

तरुण नागराज द्वारा 2007 में स्थापित, ये मेडिकल एनालिटिक्स स्टार्टअप मरीजों के स्वास्थ्य का सटीक विश्लेषण करने और 'मेड इन इंडिया' "Made in India" उपकरणों को दुनियाभर में उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखता है। यह स्टार्टअप डेटा के आधार पर निर्णय लेने में सहायक IoT-आधारित मेडिकल डिवाइस बनाता है।

एडियाबेटिक टेक्नोलॉजीज (Adiabatic Technologies):

2021 में स्थापित ये स्टार्टअप कई उद्योगों के लिए उच्च-प्रदर्शन बैटरी समाधान बनाती है. दावा है कि इन बैटरियों में 10 गुना कम क्षति होती है और साथ ही ये बुद्धिमान शीतलन प्रणाली से युक्त होती हैं।

एदिथ (Aedith):

2020 में स्थापित, ये स्टार्टअप क्लाउड से जुड़े बैटरी प्रबंधन प्रणाली (BMS) का उपयोग करके सार्वजनिक और निजी स्थानों पर इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने की सुविधा देता है। साथ ही ये Apple और Android यूजर्स के लिए मोबाइल ऐप के जरिए आसानी से निकटतम चार्जिंग स्टेशन ढूंढने में मदद करता है।

एयर भारत टीएम (इरेशा टेक्नोलॉजी इनोवेटर्स) (Air Bharath TM (Eresha Technology Innovators):

2022 में स्थापित, ये स्टार्टअप विमानन उद्योग में कर्मचारी प्रशिक्षण को बढ़ाने और सुरक्षा मानकों को ऊंचा उठाने के लिए टेक्नोलॉजी 4.0 का लाभ उठाता है। इसका लक्ष्य है कि विमान चालकों के प्रशिक्षण अनुभव को डिजिटल रूप से अनुकरण किया जाए ताकि वे अपनी भूमिकाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें।

एलियन इनोवेशन (Alien Innovations):

2022 में स्थापित, ये स्टार्टअप दृष्टिबाधित लोगों के लिए पहनने योग्य उपकरण बनाता है। ये उपकरण उनके लिए पढ़ सकते हैं, उन्हें स्वतंत्र रूप से बाधाओं को पार करने में मदद कर सकते हैं और उनके आसपास के लोगों और वस्तुओं का पता लगा सकते हैं, जिससे उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है।

अरेकार्ट (Arraykart):

2021 में स्थापित, ये स्टार्टअप कृषि उपकरणों के लिए एक त्वरित वाणिज्य मंच है जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पूरे शहरों, गांवों और टियर- II, III और IV शहरों में उत्पादों की डिलीवरी करता है। 24 घंटे की डिलीवरी मॉडल के साथ, यह छोटे व्यवसायों की तत्काल मांग को पूरा करता है और इन्वेंट्री पर उनकी निर्भरता को कम करता है।

एआईकेनिस्ट टेक्नोलॉजीज (AIkenist Technologies):

2019 में स्थापित, ये हेल्थटेक स्टार्टअप मरीजों के अनुभव को बेहतर बनाने और चिकित्सा उपकरणों के उपयोग को अनुकूलित करने के लिए उत्पादों को डिजाइन करता है। यह रेडियोलॉजी उपकरणों में तेजी से स्कैनिंग और सर्वोच्च इमेज गुणवत्ता प्राप्त करने के लिए AI टूल को एकीकृत करता है।

बैकयार्ड क्रिएटर्स (Backyard Creators):

2020 में स्थापित, ये स्टार्टअप सस्ती और किफायती स्वास्थ्य समाधान प्रदान करने का लक्ष्य रखता है। इसका प्रमुख उत्पाद 'इम्पल्स' जन्मजात श्रवण हानि के लिए सुनवाई बहाल करने के लिए डिज़ाइन किया गया एक बाहरी कान का उपकरण है।

बरिफ्लो लैब्स (Bariflo Labs):

2018 में स्थापित, ये स्टार्टअप मछली पालन के लिए टिकाऊ तकनीक और प्रक्रियाओं को विकसित करने का लक्ष्य रखता है। ये पारंपरिक से लेकर संस्थागत मछली पालन तक, पानी और बीमारी जैसी महत्वपूर्ण समस्याओं का समाधान करके किसानों की मदद करता है। यह उद्योग 4.0 मानकों वाला स्टार्टअप है और इसने जलीय कृषि और शहरी जल निकाय प्रबंधन के लिए द्रव गतिकी, IoT, रोबोटिक्स और AI पर आधारित जल निकाय प्रबंधन प्रणाली विकसित की है।

ब्लैकफ्रॉग टेक (Blackfrog Tech):

2015 में स्थापित, ये स्टार्टअप ने एमवोलियो नामक एक पेटेंटेड रैपिड कूलिंग तकनीक विकसित की है। यह तकनीक कम से कम तापमान परिवर्तन के साथ टीकों, इंसुलिन, स्तन के दूध, रक्त सीरम, दवाओं और नमूनों के सुरक्षित अंतिम-मील परिवहन में सहायक है। यह उत्पाद पर्यावरण के अनुकूल है और आईईसी 60601 मेडिकल डिवाइस मानकों का अनुपालन करता है।

सी-डैक मुंबई (उन्नत कंप्यूटिंग विकास केंद्र) (C-DAC Mumbai (Centre for Development of Advanced Computing):

यह भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के अधीन एक प्रमुख शोध और विकास संस्थान है। इसकी स्थापना मूल रूप से उच्च-प्रदर्शन कंप्यूटरों के अनुसंधान और संयोजन के लिए की गई थी, लेकिन अब सी-डैक का शोध ग्रिड कंप्यूटिंग, क्लाउड कंप्यूटिंग, एंबेडेड सिस्टम आदि जैसे क्षेत्रों तक विस्तारित हो गया है।

कोलैबकार्ट (CollabKart):

2023 में स्थापित, कोलैबकार्ट आईआईटी रुड़की के छात्रों द्वारा शुरू की गई एक पहल है. इसका लक्ष्य विपणन अभियानों के लिए AI का उपयोग करके विपणन उद्योग में क्रांति लाना है।

एम्पफ्लाय (EmpFly):

2021 में स्थापित, ये स्टार्टअप कंपनियों को एक ही स्थान पर सॉफ्टवेयर प्रबंधन में आसानी प्रदान करता है. इसमें एक्सेस मैनेजमेंट, ट्रैवल और एक्सपेंस मैनेजमेंट, अटेंडेंस मैनेजमेंट, वर्क फ्रॉम होम (WFH) मैनेजमेंट और विजिटर मैनेजमेंट जैसी सुविधाएं शामिल हैं। यह सब एक व्यापक SaaS-आधारित मल्टीसोर्स और मल्टी बिजनेस सॉल्यूशन और IoT कंट्रोल डिवाइस के साथ संभव होता है। कंपनी खास उद्योगों के लिए क्लाउड आधारित व्यावसायिक समाधान तैयार करती है।

एनथूज़ियास्टिक (EnthuZiastic):

2020 में स्थापित, एनथूज़ियास्टिक सभी आयु वर्गों के लिए अकादमिक और गैर-शैक्षणिक लाइव इंटरेक्टिव कक्षाएं प्रदान करता है। इसका लक्ष्य स्कूल के बाद के कार्यक्रमों, स्कूल टाई-अप्स, रीस्किलिंग कार्यक्रमों और कॉर्पोरेट प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षार्थियों और शिक्षकों के बीच की खाई को पाटना है।

फिशमॉन्गर्स (Fishmongers):

2018 में स्थापित, फिशमॉन्गर्स बेंगलुरु और पुणे में 24*7 दरवाजे पर सीफूड और अन्य मांस उत्पादों की डिलीवरी प्रदान करता है। स्टार्टअप का दावा है कि इसके उत्पाद ताजा, स्वच्छ, रसायन मुक्त और प्राकृतिक हैं।

फ्रेटबॉक्स (FretBox):

2020 में स्थापित, फ्रेटबॉक्स हॉस्टल और सर्विसड अपार्टमेंट के लिए एक वर्चुअल असिस्टेंस प्लेटफॉर्म है। यह सुविधाओं और सुरक्षा प्रबंधन में स्मार्ट समाधान प्रदान करता है और ग्राहकों को उनके किराये के आवास को उन्नत करने में सहायता करता है।

फलफुल टेक्नोलॉजीज (Fruitfal Technologies):

2018 में स्थापित, फ्रूटफुल ताजा और प्रसंस्कृत उत्पादों के लिए एक कृषि-आधारित कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) मांग पूर्वानुमान मंच है. उन्नत क्लाउड और मोबाइल तक (टेक्नोलॉजी) के साथ, इसका लक्ष्य ताजा उत्पाद आपूर्ति प्रदान करने के लिए खंडित कृषि-मूल्य शृंखलाओं को सुव्यवस्थित करना है।

गोपिल्ज़ (GoPillz):

2022 में स्थापित, गोपिल्ज़ देखभाल करने वालों को रोगियों तक पहुंचने और किफायती तरीके से बीमारी प्रबंधन को संभालने में मदद करता है। यह मरीजों से दोतरफा मानवीय बातचीत के लिए संवादात्मक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग करता है।

हिंदोमेन टेक्नोलॉजीज (HindXR):

2022 में स्थापित, ये स्टार्टअप दुनिया भर के किसानों के लिए विशेष रूप से कौशल विकास के लिए तैयार सिमुलेशन-आधारित सामग्री तैयार और विकसित करता है। यह पारंपरिक शिक्षा से आगे बढ़कर वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों के लिए व्यावहारिक कौशल सिखाता है।

इनर्टिया लैब्स (सरिस्तान टेक्नोलॉजीज) (Inertia Labs (Sristan Technologies):

2023 में स्थापित, ठाणे स्थित यह डेपटेक स्टार्टअप अपनी स्वच्छ तकनीक वाली इलेक्ट्रिक मोटर तकनीक के साथ इलेक्ट्रिक मोटरों को फिर से परिभाषित करना चाहता है।

इनोवेट लैब्स (Innovate Labs):

2022 में स्थापित, इनोवेट लैब्स औद्योगिक और शैक्षिक क्षेत्रों में व्यावसायिक चुनौतियों को हल करने के लिए वर्चुअल रियलिटी (वीआर), ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर) और मिक्स्ड रियलिटी (एमआर) का उपयोग करता है। उदाहरण के लिए, इसका फैक्ट्री व्यूएआर समाधान उपयोगकर्ताओं को लाइव IoT डेटा को संवर्धित वास्तविकता में एकीकृत करने और संपूर्ण डिजिटल ट्विन फैक्ट्री अवधारणा को साकार करने की अनुमति देता है।

इरिनएआई (IrinAI):

2022 में स्थापित, इरिनएआई कंपनी के बिक्री सक्षम कार्यों, जैसे मार्केटिंग, संचालन और ग्राहक सहायता को बेहतर बनाने के लिए AI का उपयोग करता है। मार्केटिंग के लिए SaaS-आधारित पेशकश के साथ, यह टेक्स्ट और वॉयस क्षमता के साथ मार्केटिंग अभियानों, लॉयल्टी कार्यक्रमों और ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाता है।

स्वदेशी ऊर्जा भंडारण प्रौद्योगिकी (इंडी एनर्जी) (Indigenous Energy Storage Technologies (Indi Energy):

2019 में स्थापित, यह ऊर्जा भंडारण स्टार्टअप सोडियम-आयन बैटरी और उनके घटकों, जैसे हार्ड कार्बन, सोडियम-आयन कैथोड, सोडियम-आयन इलेक्ट्रोलाइट आदि के विकास और व्यावसायीकरण में शामिल है। इसकी बैटरी लागत प्रभावी हैं और संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप हैं।

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