प्रत्येक चीज के फायदे और नुकसान होते हैं। माचिस भी इस नियम से अछूता नहीं रह पायी है। यह तो अपने अंदर ही जलन को लेकर चलती है। परन्तु बात जब जीवन देने की आती है तो वहां पर भी यह पूरी निष्ठा से अपना काम करती है। हम यह कह सकते हैं कि माचिस हर उस काम को पूरा करती है जिसके लिए उसका इस्तेमाल किया जाता है। व्यक्ति की थोड़ी सी लापरवाही उसकी ज़िंदगी को मुश्किल में डाल सकता है और थोड़ा सा ध्यान उसकी ज़िंदगी संवार सकता है।
किसी भी चीज के दो पहलु होते हैं। अगर दुनिया में गलत है तो सही भी होगा। अगर बुरा है तो अच्छा भी होगा। कोई चीज घट रही है तो वो बढ़ेगी भी। नुकसान है तो फायदा भी होगा। कुछ पीछे जा रहा है तो कुछ आगे भी आयेगा। असफलता है तो सफलता भी अवश्य आएगी। यही दुनिया की रीत है। इसी प्रवृत्ति के कारण ही दुनिया में हर चीज का ताल-मेल बना रहता है। हम कोई काम शुरू करने से पहले ही डर जाते हैं कि अगर हम असफल हुए तो क्या होगा। पर हमें इस बात पर विश्वास रखना चाहिए कि असफलता और सफलता दोनों ही जीवन का हिस्सा है। हमें परिस्थितियों से घबराना नहीं चाहिए। दुनिया में ऐसी कई वस्तुएं हैं जिसने हमें कई मायनों में फायदा दिया है। परन्तु कुछ स्थितियों में हमें उनके कारण विकराल परिस्थितियों का भी सामना करना पड़ा है। जिनकी विकटता से पूरा समाज भयभीत रहता है। आग प्रकृति का दिया वो अमानत है, जिसने दुनिया को जीवन दिया है तो दुनिया से जीवन लेने का भी काम किया है। यदि आग बेकाबू हो जाये तो वो केवल विनाश ही लाती है।
आग ने दिया जीवन तो जीवन भी लिया
आग जलाने के लिए हमें सबसे सरल माध्यम माचिस लगता है,जो कि वास्तव में है भी। माचिस की सहायता से हम दिये, मोमबत्ती, पटाखे और चूल्हे जलाने जैसे इत्यादि काम करते हैं। छोटे से माचिस के डिब्बे में आने वाली माचिस की तीलियाँ कितने बड़े-बड़े काम करती हैं, इसका आंकलन उस डिब्बे को देख के नहीं लगाया जा सकता है। माचिस कितनी मात्रा में ज्वलनशील है इस बात पर निर्भर करता है कि उस माचिस के डिब्बे की गुणवत्ता कैसी है। कभी-कभी ख़राब गुणवत्ता के कारण यह जलती नहीं है तो कभी कुछ ज्यादा ही जल जाती है। माचिस घरों और समाज में रोशनी करने का सामर्थ्य रखती है। वहीं दूसरी तरफ यह घर और समाज में अँधेरा भी करने का अभिशाप अपने साथ लिए रहती है। इस्तेमाल में लापरवाही हुई तो यह काल का रूप ले लेती है।
माचिस है किफायती
माचिस इस्तेमाल करने के कई फायदे हैं। सबसे बड़ा फायदा इसका यह है कि यह बाजार में किफ़ायती दाम पर मिल जाता है। इसे बनाने में ज्यादा लागत नहीं लगता, इसी कारण से बाजार में यह सस्ते मूल्य में बिकता है। यह प्रत्येक व्यक्ति के जेबखर्च के अंदर ही रहता है। इसके साथ ही एक माचिस में तीलियों की संख्या बहुत ज्यादा रहती है, जो लम्बे समय तक आपके साथ चलेगी। यदि आप माचिस को नमीं से दूर रखें तो यह जल्दी ख़राब भी नहीं होगी क्योंकि नमी के संपर्क में आने से ज्वलनशील पदार्थ की जलने की गुणवत्ता नष्ट होने लगती है और वह इस्तेमाल होने लायक नहीं रह जाता है। माचिस एक छोटी डिब्बी होती है जो खुद को सहेजने के लिए ज्यादा जगह नहीं लेती है। माचिस की तीली जलाने पर यह कुछ देर तक जलती है, जिससे किसी चीज को जलाने में आसानी रहती है।
आग से जले कई सपने
माचिस के कई दुष्प्रभाव भी होते हैं। जैसा की माचिस की तीली को जलाना ज्यादा मुश्किल नहीं है, इसे एक छोटा बच्चा भी आसानी से जला सकता है। ऐसा होता है कि कभी कोई बच्चा इसे जलाकर किसी कपड़े में या किसी आसानी से आग पकड़ लेने वाले सामान में पकड़ा देता है और पूरे घर में आग पकड़ लेती है। जिससे लोगों को जान और माल का बहुत नुकसान होता है। कई बार तो ऐसा भी हुआ है कि एक माचिस की तीली ने खेल-खेल में खेत के पूरी फसल को जलाकर राख कर दिया है। जहाँ पर इसे बनाया जाता है उस फैक्ट्री में भी आग लगने की संभावना अधिक रहती है। माचिस की तीली से आग लगने का खतरा ज्यादा रहता है। माचिस में इस्तेमाल होने वाला पदार्थ केवल जलाने से ही नहीं यद्यपि वह पदार्थ मुंह में भी चला जाये तो भी हानिकारक होता है। अधिक मात्रा में इस पदार्थ को मुंह में लेने से, इससे जान जाने का भी खतरा रहता है। यही कारण है कि माचिस के डिब्बे पर बच्चों और पालतू जानवरों से माचिस के डिब्बे को दूर रखने की चेतावनी दी जाती है।