जानिये विटामिन और खनिज से कैसे बनाएं अपनी इम्युनिटी को अधिक मजबूत

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23 Feb 2024
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इम्युनिटी एक ऐसी शक्ति होती है जो हमारे शरीर को कई रोगों और संक्रमण से बचाती है। अगर आप इम्युनिटी को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो आपको विटामिन और खनिजों की आवश्यकता होती है।

आपके शरीर की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आपको विटामिन सी, डी, ई और ए की भरपूर मात्रा लेनी चाहिए। विटामिन सी में खुशखबरी यह है कि यह आपको रोगों से लड़ने के लिए शक्ति प्रदान करता है।

विटामिन डी आपके शरीर के बोन और मस्तिष्क के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। विटामिन और खनिज प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और वायरल संक्रमण से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

विटामिन सी, डी और ई जैसे कुछ विटामिनों में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो मुक्त कणों को बेअसर करने और शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं।

एक विविध और संतुलित आहार का सेवन करना जिसमें फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और स्वस्थ वसा शामिल हैं, इन महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का पर्याप्त सेवन सुनिश्चित करने में मदद कर सकते हैं।

एक स्वस्थ आहार के अलावा, नियमित शारीरिक गतिविधि करना, तनाव का प्रबंधन करना और पर्याप्त नींद लेना भी प्रतिरक्षा कार्य को समर्थन देने और वायरल संक्रमण को रोकने के लिए महत्वपूर्ण हैं।

इसके साथ ही, खनिजों की भी आवश्यकता होती है। यदि आप विटामिन और खनिजों की भरपूर मात्रा लेते हैं, तो आप अपनी इम्युनिटी को मजबूत बना सकते हैं। जैसे कि आप जिंक, सेलेनियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, पोटेशियम और आयरन जैसे खनिजों की मात्रा बढ़ा सकते हैं।

ये सभी खनिज आपके शरीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं और आपके शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करते हैं ।

आइये इस ब्लॉग के माध्यम से जानिये की विटामिन और खनिज से कैसे बनाएं अपनी इम्युनिटी को अधिक मजबूत how to make your immunity stronger with vitamins and minerals?

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आधुनिक जीवनशैली और खाद्य व्यवस्था के बदलते परिपेक्षों के कारण बहुत से लोगों की प्रतिरक्षा कमजोर हो गयी है। वायरल संक्रमण viral infections के समय यह जीवन जीने की क्षमता कम कर देती है और इससे हमें बीमारियों का सामना करना पड़ता है।

हालांकि, शुद्ध खाद्य पदार्थों, विटामिन और खनिज से भरपूर आहार लेने से हम अपनी प्रतिरक्षा को मजबूत बना सकते हैं। इस ब्लॉग में, हम बात करेंगे कि विटामिन और खनिज कैसे हमारी प्रतिरक्षा को मजबूत बनाते हैं।

हमारी प्रतिरक्षा हमें वायरस, जैसे कि कोविड-19 COVID-19 से लड़ने में सहायता करती है। वायरस से लड़ने के लिए, अपनी प्रतिरक्षा को मजबूत बनाना बहुत महत्वपूर्ण है। 

खाद्य पदार्थ जिसमें अन्य चीजों के साथ विटामिन और खनिजों की कमी होती है, ऐसे में हमारी प्रतिरक्षा बहुत कमजोर हो जाती है। अतः, हमें सही आहार लेने की आवश्यकता होती है। इस ब्लॉग में, हम विभिन्न खाद्य पदार्थों में पाए जाने वाले विटामिन और खनिजों के बारे में चर्चा करेंगे जो हमें संक्रमण से लड़ने में सहायता करते हैं।

वायरल इंफेक्शन क्या होते हैं: What are viral infections:

वायरल इंफेक्शन वायरस नामक अत्यंत छोटे अन्य प्राणियों से होने वाले संक्रमणों को दर्शाते हैं। ये संक्रमण सामान्य तौर पर नाक, गले, फेफड़ों या पाचन तंत्र में होते हैं। इन्फ्लुएंजा और कोरोनावायरस (COVID-19) जैसी बीमारियां भी वायरल संक्रमणों के उदाहरण हैं।

वायरल संक्रमण के लक्षण: Symptoms of viral infection:

वायरल संक्रमण के लक्षण विभिन्न हो सकते हैं। ये लक्षण संक्रमित व्यक्ति के आयु, स्वास्थ्य स्तर और संक्रमण के प्रकार पर निर्भर करते हैं। इन्फ्लुएंजा जैसी संक्रमण के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:

  1. बुखार या तापमान का बढ़ना

  2. शरीर दर्द

  3. गले में दर्द या खराश

  4. सूखी खांसी

  5. थकान या कमजोरी

  6. नाक से पानी या पदार्थ निकलना

  7. श्वसन के समय तकलीफ

कोरोनावायरस (COVID-19) के लक्षण: Symptoms of Coronavirus (COVID-19):

1. बुखार या तापमान का बढ़ना:

यह एक आम लक्षण है जो कोरोनावायरस संक्रमण के मरीजों में देखा जाता है। अधिकतम मामलों में, मरीजों का तापमान 100.4 डिग्री फारेनहाइट (38 डिग्री सेल्सियस) से अधिक होता है।

2. सूखी खांसी:

कोरोनावायरस संक्रमण के मरीजों में सूखी खांसी की संभावना अधिक होती है। खांसी में बलगम की मात्रा कम होती है या फिर बिल्कुल नहीं होती है।

3. थकान या कमजोरी:

कोरोनावायरस संक्रमण के मरीजों में थकान या कमजोरी की भारी संभावना होती है। इस लक्षण के अलावा मरीजों में अक्सर खाने पीने में रुचि नहीं होती है।

4. शरीर दर्द या खराश:

कोरोनावायरस संक्रमण के मरीजों में शरीर दर्द या खराश की भारी संभावना होती है। यह लक्षण अक्सर पैरों और पीठ में होता है।

5. सांस लेने में तकलीफ:

कुछ मरीजों को कोरोनावायरस संक्रमण के लक्षण के रूप में सांस लेने में तकलीफ होती है।

इस लक्षण के अलावा, कुछ मरीजों को अधिक गंभीर लक्षण भी हो सकते हैं जैसे:

  • फेफड़ों में संक्रमण या निरोध

  • अधिक से अधिक थकान या कमजोरी

  • बुखार जो बढ़ता रहता है

  • अच्छी तरह से सांस न लेने की तकलीफ या सांस लेने में तकलीफ

  • सीने में दर्द या दबाव का अनुभव

  • अच्छी तरह से सोने में तकलीफ या नींद नहीं आना

  • गंभीर संक्रमण के कारण ऑर्गन फेलियर या मौत का खतरा

यदि आपको ये लक्षण महसूस होते हैं तो आपको तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।

विटामिन और खनिज से कैसे बनाएं अपनी इम्युनिटी को अधिक मजबूत  Make your immunity stronger with vitamins and minerals

  • खनिज (Minerals)

खनिजों के सेवन से विभिन्न संगठनों और अंगों के लिए ज़रूरी पोषण प्रदान करने में मदद मिलती है। खनिज बॉडी के संरचनात्मक तत्वों को भी प्रदान करते हैं और विभिन्न संक्रमणों से लड़ने में भी मदद करते हैं। कुछ खनिजों के बारे में जानें:

जिंक: यह खनिज एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इन्फ्लामेट्री होता है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। इसके अलावा, यह वायरल संक्रमण से लड़ने में भी मदद करता है। जिंक में अधिक मात्रा में मछली, दुध, अंडे और दाल होती है।

  • जिंक (Zinc)

जिंक शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह खनिज एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इन्फ्लामेट्री होता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। जिंक के सेवन से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है जो कि वायरल संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।

जिंक की कमी आंत, त्वचा, नाखूनों और बालों के रूप में व्यक्त होती है। जिंक को मछली, दूध, अंडे, दाल और बीफ में पाया जाता है। एक अध्ययन में पाया गया है कि जिंक के सेवन से कोविड-19 के मरीजों में चिकित्सा की जरूरत कम होती है।

  • सेलेनियम (Selenium)

सेलेनियम भी एक खनिज होता है जो शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस खनिज का उपयोग एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इन्फ

इसके अलावा, सेलेनियम भी वायरल संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। सेलेनियम शरीर में एंटीऑक्सिडेंट एंजाइम का उत्पादन करता है जो शरीर को विषाक्त करता है और वायरस से लड़ने में मदद करता है।

सेलेनियम की कमी भी शरीर के लिए हानिकारक हो सकती है। सेलेनियम की कमी वायरल संक्रमणों के खिलाफ लड़ने में कमजोरी और इम्यून सिस्टम को दुर्बल कर सकती है। सेलेनियम की सामग्री में खट्टे फल, अंडे, मछली, दूध, अमेरिकन बीफ और ब्राज़िल नट्स शामिल होते हैं।

इसके अलावा, सेलेनियम की एक महत्वपूर्ण विशेषता है कि यह वायरल संक्रमण से लड़ने में भी मदद करता है। यह वायरल संक्रमणों से लड़ने के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। अधिकतर खाद्य पदार्थों में सेलेनियम मौजूद होता है, जैसे कि खासतौर पर अंडे, मछली और अनाज।

  • फॉस्फोरस (Phosphorus)

फॉस्फोरस एक और खनिज है जो शरीर के लिए महत्वपूर्ण होता है। यह हड्डियों, दांतों, और नाखूनों के निर्माण में मदद करता है। फॉस्फोरस शरीर के संगठनात्मक तत्वों को भी प्रदान करता है और शरीर को निरोगी बीमारियों से बचाने में मदद करता है।

  • विटामिन Vitamins

विटामिन एक प्रकार के पोषक तत्व होते हैं जो शरीर के विभिन्न कार्यों के लिए आवश्यक होते हैं। विटामिन के बिना शरीर कुछ काम नहीं कर सकता है। विटामिन अलग-अलग प्रकार के खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं जैसे फल, सब्जियां, अंडे, दूध आदि।

विटामिन कई प्रकार के होते हैं जैसे: Types Of Vitamins

  • विटामिन ए (Vitamin A)

  • विटामिन बी (Vitamin B)

  • विटामिन सी (Vitamin C)

  • विटामिन डी (Vitamin D)

  • विटामिन ई (Vitamin E)

  • विटामिन के (Vitamin K) आदि

  • विटामिन ए (Vitamin A): यह विटामिन आंखों के लिए बहुत अहम होता है और सम्पूर्ण शरीर के स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक होता है। इसकी मुख्य स्रोत गाजर, स्पिनेच, कद्दूकस, सीताफल और मछली होती है।
  • विटामिन बी (Vitamin B): विटामिन बी कई भिन्न प्रकार के होते हैं जैसे थायमिन, रिबोफ्लाविन, निकोटिनिक एसिड, पांटोथेनिक एसिड, पायरिडॉक्सीन, बायोटिन और फोलिक एसिड। इन सभी विटामिन बी के लिए अलग-अलग स्रोत होते हैं। यह विटामिन संभावित है बालों, त्वचा, नर्व सिस्टम और मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होते हैं।
  • विटामिन सी (Vitamin C): यह विटामिन एंटीऑक्सिडेंट होता है जो संभवतः आंतों के स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी होता है। इसकी मुख्य स्रोत नींबू, संतरा, अमरूद, आम, गुआवा, टमाटर और पालक होती है।
  • विटामिन डी (Vitamin D): विटामिन डी संभवतः सभी विटामिनों में सबसे अनुपयोगी विटामिन माना जाता है, क्योंकि शरीर के अन्य भागों की तुलना में इसकी आवश्यकता बहुत कम होती है। यह विटामिन हमारे शरीर को अपने आप बनता है जब हम धूप में जाते हैं या फिर इसे खाद्य पदार्थों से लेते हैं।

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विटामिन डी के फायदे: Benefits of Vitamin D

  • विटामिन डी हड्डियों और दांतों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।

  • यह रक्त सामान्य बनाने में मदद करता है और कुछ रोगों जैसे कि डायबिटीज, हृदय रोग और संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकता है।

  • विटामिन डी के संपर्क में आने से मनुष्य का मूड अच्छा होता है और यह डिप्रेशन का इलाज करने में मदद करता है।

  • विटामिन डी के संपर्क में आने से संक्रमण से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।

विटामिन डी की कमी को सुधारने के लिए कुछ आसान तरीके हैं जैसे कि:

  1. समय-समय पर सूर्य की किरणों से गुणा लें: सूर्य की किरणें विटामिन डी का एक बहुत अच्छा स्रोत हैं। सूर्य की किरणों से लाभ उठाने के लिए, आपको रोज सूर्योदय के बाद या सूर्यास्त के पहले चारों तरफ जाकर कुछ समय तक धूप में बैठना चाहिए।

  2. खाद्य पदार्थों से विटामिन डी लें: खाद्य पदार्थों में विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए, आप मशरूम, बैंगन, सूखी खुबानी, अंडे और धूप में सुखाये गए तम्बाकू के पत्तों का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा, आजकल कुछ खाद्य पदार्थ विटामिन डी के रूप में फोर्टीफाइड किए जाते हैं।

  3. विटामिन डी की खुराक लें: विटामिन डी की खुराक अपने डॉक्टर से पूछें। वह आपकी उम्र, स्वास्थ्य स्तर और विटामिन डी की कमी के आधार पर आपको सही खुराक बताएंगे।

  4. सप्लीमेंट लें: यदि आपको विटामिन डी की कमी है, तो आप डॉक्टर

  • विटामिन ई (Vitamin E): विटामिन ई एक एंटीऑक्सिडेंट होता है जो सेहत के लिए बहुत जरूरी होता है। यह शरीर को संबंधित स्ट्रेस और जंग से बचाने में मदद करता है और रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है। विटामिन ई को अधिक मात्रा में मिलता है तिल, बादाम, अंडे, मक्खन, सोयाबीन, सालमन आदि खाद्य पदार्थों में।

  • विटामिन के (Vitamin K): विटामिन के मुख्य रूप से रक्ततंत्र में उपस्थित रक्त के थक्के को कम करने में मदद करता है और हड्डियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह शरीर के खून को संचालित करने में मदद करता है। इसे आमतौर पर हरे पत्तेदार सब्जियों, रोमेन लेटस, स्पिनेच, कैबेज, ब्रोकोली, गोभी, नीबू, आम आदि में पाया जाता है।

इन विटामिनों का सेवन समय-समय पर शरीर की आवश्यकताओं के अनुसार अनिवार्य होता है। विटामिन की कमी से कई बीमारियां हो सकती हैं जैसे रातोंरात आंखों की रौशनी गिरना, स्किन प्रॉब्लम्स, बच्चों में रचनात्मक विकास में कमी आदि।

आइये अब कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में जानते हैं जो अधिक मात्रा में विटामिन और खनिज प्रदान करते हैं और जो हमें वायरस से लड़ने में मदद करते हैं:

  • संतरा Orange: संतरा विटामिन सी से भरपूर होता है, जो हमारे शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। विटामिन सी हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है जो वायरस से लड़ने में मदद करता है। संतरा अन्य फलों की तुलना में विटामिन सी का अधिकतम स्रोत होता है।
  • ब्रोकोली Broccoli: ब्रोकोली विटामिन सी के साथ-साथ विटामिन ए, विटामिन के साथ-साथ फोलिक एसिड और खनिज जैसे कि कैल्शियम और फोस्फोरस प्रदान करता है।
  • काली दलिया Black porridge: काली दलिया भी अन्य फलों और सब्जियों की तरह स्वस्थ खाद्य होता है। इसमें उच्च मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन बी6, फोलिक एसिड, मैग्नीशियम, काल्शियम और पोटैशियम होते हैं। काली दलिया स्वस्थ दिल के लिए भी फायदेमंद होता है।
  • आंवला Gooseberry: आंवला एक सुपरफूड होता है जो विटामिन सी का उच्च स्रोत है। इसके अलावा, यह फाइबर, विटामिन ए, विटामिन बी6, फोलिक एसिड, कैल्शियम और पोटैशियम जैसे खनिज प्रदान करता है। इसका उपयोग सबसे अधिक इम्यून सिस्टम को मजबूत करने और वायरल संक्रमण से लड़ने में किया जाता है। इसका सेवन बालों और त्वचा के लिए भी फायदेमंद होता है।
  • अखरोट Walnuts: अखरोट एक स्वस्थ खाद्य होता है जो अनेक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। यह एक उच्च प्रोटीन स्रोत होता है जो शरीर के लिए आवश्यक होता है। इसके अलावा, अखरोट में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है जो वजन नियंत्रण में मदद करता है।

अखरोट विटामिन ए, विटामिन बी6, फोलिक एसिड, मैग्नीशियम, कैल्शियम और पोटैशियम का एक बहुत अच्छा स्रोत होता है। इसके अलावा, यह ऑमेगा-3 फैटी एसिड्स का एक अच्छा स्रोत होता है जो दिल के लिए फायदेमंद होते हैं। अधिकतर लोग नाखूनों और बालों की सेहत के लिए अखरोट का सेवन करते हैं।

अखरोट में विटामिन एंड सी, एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो सेहत को सुधारने में मदद करते हैं। इसके अलावा, अखरोट अंतिकंटिप्रभाव और जीवाणुरोधी गुणों से भरपूर होता है, जो अनेक संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।

अखरोट के सेवन से शरीर में खून का चिकनापन बना रहता है और यह मधुमेह के मरीजों के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। अखरोट में मौजूद विटामिन ई और एंटीऑक्सिडेंट गुण रक्त के शर्करा स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।

इसके अलावा, अखरोट में मौजूद फाइबर और प्रोटीन भी शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं और यह पेट संबंधी समस्याओं जैसे कि कब्ज, वजन नियंत्रण और शुगर के नियंत्रण में मदद करता है।

  • चना Gram: चना फाइबर, प्रोटीन, विटामिन बी6 और फोलिक एसिड का एक बहुत अच्छा स्रोत है। इसके अलावा, चने में मौजूद खनिज जैसे कि मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम और पोटैशियम शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। चने का सेवन वजन घटाने, डायबिटीज और हृदय रोगों को नियंत्रित करने में मदद करता है।
  • गाजर Carrot: गाजर बहुत से विटामिन और खनिजों का एक बहुत अच्छा स्रोत होता है। इसमें विटामिन ए, कारोटीन, फाइबर, पोटैशियम, विटामिन के और फोलिक एसिड शामिल होते हैं। गाजर का सेवन आंतों के स्वस्थ रहने, बालों और त्वचा के स्वस्थ रहने, नृत्य और संगीत जैसे शारीरिक गतिविधियों के लिए बहुत लाभकारी होता है।
  • फल Fruit: फल विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट का एक बहुत अच्छा स्रोत होता है। अन्य फायदों के साथ, फल का सेवन आंतों को स्वस्थ रखने, संचार और पाचन को सुधारने, त्वचा के स्वस्थ रहने और बालों के स्वस्थ विकास के लिए बहु

फल में विभिन्न प्रकार के विटामिन और मिनरल पाए जाते हैं। उदाहरण के लिए, संतरा विटामिन सी का एक बहुत अच्छा स्रोत है जो शरीर के रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है। केले में पोटैशियम पाया जाता है जो उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करता है और स्वस्थ दिल के लिए फायदेमंद होता है।

अदरक और आम में अल्कालाइन और एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं जो पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करते हैं। इसके अलावा, ब्लूबेरी और स्ट्रॉबेरी जैसे फल एंटीऑक्सिडेंट गुणों से भरपूर होते हैं जो शरीर को कैंसर जैसी बीमारियों से लड़ने की क्षमता प्रदान करते हैं।

विटामिन और खनिजों का सही तरीके से उपयोग कैसे करें? How to use vitamins and minerals correctly?

विटामिन और खनिजों का सही तरीके से उपयोग करने से हमारी सेहत का ख्याल रखा जा सकता है। इन तत्वों की सही मात्रा और सही समय पर सेवन करने से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनती है। विटामिन और खनिजों का सही तरीके से उपयोग करना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि ये हमारे शरीर के लिए आवश्यक होते हैं।

यह नहीं कि सिर्फ इनकी खुराक लेने से आपकी सेहत सुधर जाएगी, बल्कि उन्हें सही तरीके से उपयोग करना भी महत्वपूर्ण है। निम्नलिखित तरीके आपको विटामिन और खनिजों के सही उपयोग के बारे में जानकारी देंगे।

उचित खुराक का पालन करें:

अधिकतर लोगों को अपने भोजन में विटामिन और खनिजों की आवश्यकता की जानकारी नहीं होती है। उचित खुराक लेना बहुत महत्वपूर्ण है। इसके लिए आप अपने भोजन में खाद्य पदार्थों का चयन सही ढंग से कर सकते हैं जो आपको विटामिन और खनिजों से भरपूर करें।

विटामिन और खनिजों के सप्लीमेंट का उपयोग Use of vitamin and mineral supplements:

यदि आपका खानपान उचित खुराक नहीं प्रदान करता है, तो आप विटामिन और खनिज सप्लीमेंट का उपयोग कर सकते हैं। इससे आप अपनी आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं जो आपके शरीर के स्वस्थ विकास और प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए आवश्यक होते हैं। आप विटामिन और खनिजों के सप्लीमेंट का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें ताकि आपको सही खुराक का निर्धारण किया जा सके।

विटामिन और खनिजों के सप्लीमेंट को उसके सामग्री के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है। विटामिन ए, डी, के और बी के लिए सप्लीमेंट उपलब्ध होते हैं। इसके अलावा, खनिजों जैसे कैल्शियम, आयोडीन, फोस्फोरस, आदि के लिए भी सप्लीमेंट उपलब्ध हैं।

विटामिन और खनिज सप्लीमेंट का उपयोग करते समय यह ध्यान रखना आवश्यक होता है कि आप अधिकतम सीमा से अधिक मात्रा में सप्लीमेंट न लें। इससे आपके शरीर में अतिरिक्त विटामिन और खनिज जमा हो सकते हैं जो कि हानिकारक हो सकते हैं।

संभवतः कुछ सप्लीमेंट मात्रा आपके खानपान से प्राप्त मात्रा से अधिक हो सकती है, इसलिए सभी विटामिन और खनिज सप्लीमेंट को अपने चिकित्सक या एक प्रशिक्षित आहार विशेषज्ञ से परामर्श के बिना लेना नहीं चाहिए।

खाने के जरिए विटामिन और खनिजों का सही तरीके से उपयोग करें Use vitamins and minerals correctly:

अपनी आहार खुराक में विटामिन और खनिजों के साथ सही मात्रा में शामिल करना भी आपके शरीर के लिए बेहद जरूरी है। यह कुछ आसान तरीकों से किया जा सकता है। उनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:

  • विटामिन से भरपूर आहार खाएं: विटामिन भरपूर आहार जैसे फल, सब्जियां, अंडे, दूध, अखरोट और बीज आदि शामिल करें।

  • खनिज से भरपूर आहार खाएं: खनिज से भरपूर आहार जैसे अण्डे, मछली, दूध और अखरोट आदि शामिल करें।

  • सब्जियां और फल शामिल करें: सब्जियां और फल में विटामिन औरखनिज भरपूर मात्रा में होते हैं, इसलिए आपको अपने भोजन में अधिक से अधिक सब्जियां और फल शामिल करना चाहिए।

  • विटामिन ए, सी, ई, के अलावा फलों और सब्जियों में कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, फाइबर और अन्य पोषक तत्व भी होते हैं जो आपके शरीर के लिए बहुत जरूरी होते हैं। इसलिए दैनिक भोजन में सब्जियों और फलों को शामिल करना अत्यंत आवश्यक होता है।

  • अल्कोहल का सेवन कम करें: अधिक मात्रा में अल्कोहल का सेवन करना आपके शरीर के लिए हानिकारक होता है। इससे आपका शरीर विटामिन और खनिज का सही अवशोषण नहीं कर पाता है और इससे आपकी प्रतिरक्षा कमजोर हो सकती है। इसलिए आपको अपने अल्कोहल के सेवन को कम करना चाहिए या फिर सम्पूर्ण रूप से छोड़ देना चाहिए।
  • व्यायाम करें: नियमित व्यायाम करना आपकी प्रतिरक्षा को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है। व्यायाम करने से आपके शरीर में स्वेच्छा सेवन करने के लिए अधिक ऑक्सीजन होता है जो आप के स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसके अलावा, व्यायाम करने से शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की मात्रा बढ़ती है जो आपकी प्रतिरक्षा को मजबूत बनाते हैं। रोजाना कम से कम 30 मिनट की उम्र के अनुसार व्यायाम करने से आपकी प्रतिरक्षा सिस्टम बलवान होती है।

अलग-अलग विटामिन और खनिजों के लिए सही खुराक:

विभिन्न विटामिन और खनिजों के लिए अलग-अलग खुराक होते हैं। इसलिए आपको अपने डॉक्टर या इंटरनेट से सलाह लेनी चाहिए कि आपको अपनी उम्र, स्वास्थ्य स्थिति और खान-पान के आधार पर कौन से विटामिन और खनिज सप्लीमेंट लेना चाहिए।

ध्यान देने वाली बात यह है कि विटामिन और खनिज सप्लीमेंट केवल एक अतिरिक्त स्रोत होते हैं और यह खाने की अच्छी आदत और अन्य स्वस्थ व्यवहारों के साथ संयोग करने से पूरा नहीं होता है।

इस तरह से, विटामिन और खनिजों के सही तरीके से उपयोग करने से आप अपनी प्रतिरक्षा को मजबूत बना सकते हैं और अस्वस्थता से बच सकते हैं।

विटामिन का सेवन करने के लिए सबसे अच्छा तरीका है फल और सब्जियों का सेवन करना। फल और सब्जियों में विटामिन के साथ-साथ खनिज और फाइबर भी होते हैं। विटामिन सप्लीमेंट भी लिया जा सकता है, लेकिन इससे पहले एक चिकित्सक से परामर्श जरूर लेना चाहिए।

आप अपनी इम्यून सिस्टम को अधिक मजबूत बनाकर स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। स्वस्थ भोजन, समय पर उचित नींद लेना, स्वस्थ जीवनशैली और नियमित व्यायाम करने से आप अपनी प्रतिरक्षा को मजबूत बना सकते हैं।

अगर आप वायरल इंफेक्शन के लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं तो उन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और उपचार के लिए तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। इससे आप संक्रमण को नियंत्रित कर सकते हैं और उससे बच सकते हैं।

इसलिए, स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और उचित पोषण लेकर आप अपनी प्रतिरक्षा को मजबूत बना सकते हैं। इससे न केवल आप स्वस्थ रहेंगे बल्कि आपकी जीवनशैली में भी सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। इसलिए, स्वस्थ रहें और स्वस्थ जीवन जिएं।

निष्कर्ष 

इस तरह से, हम जानते हैं कि विटामिन और खनिज सही मात्रा में सेवन करने से हम अपनी प्रतिरक्षा को मजबूत बना सकते हैं। इनके सेवन से शरीर के रोगों से लड़ने की क्षमता में वृद्धि होती है और हम बीमारियों से दूर रह सकते हैं। इसलिए, संतुलित आहार खाएं, अपने शरीर को हर प्रकार के विटामिन और खनिजों से पूरा करें और नियमित व्यायाम करें। यदि आप किसी भी तरह की भ्रमण या चिंता में हैं, तो अपने चिकित्सक से सलाह लें।

डिस्क्लेमर - इस लेख में दी गई जानकारी सिर्फ आम जानकारी के उद्देश्य से है। किसी भी सुझाव का प्रयोग करने से पहले, विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श करना अनिवार्य है। 

इस लेख को आप अगर इंग्लिश में पढ़ना चाहते है तो यहाँ क्लिक करें: How Vitamins And Minerals Help Combat Viral Infections And Strengthen Immunity

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