विभिन्न business ideas में से एक तेल व्यवसाय भी है। क्योंकि खाने से लेकर सौंदर्य प्रसाधनों में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। market में इसकी value और demand है। इसका भविष्य भी उज्ज्वल ही रहने वाला है, यहां तक कि अब तेल के गुणवत्ता quality में भी बदलाव होने लगे हैं। यदि आप व्यवसाय करने की सोच रहे हैं किंतु आपके पास idea नहीं है तो आप Oil Mill की शुरूआत कर सकते हैं।
अपना Business शुरू करने का सपना हम कभी न कभी संजोते ही हैं। जब हम business की बात करते हैं तो हमें business plan के बारे में सोचना ही चाहिए अन्यथा नींद खुलने के बाद सपना सच नहीं होगा। उसे साकार करने के लिए हमें business strategy की जरूरत होगी। एक व्यवसायी business ideas के बारे में बहुत सोच विचार करता है। वह चाहता है कि उसका idea market में एकदम भिन्न और innovative हो। वह हमेशा out of the box idea के पीछे भागता है। जबकि हमें in the box के बारे में विचार करना चाहिए। क्योंकि इसमें risk के chances कम होते हैं और market experience भी मिल जाता है। अन्यथा market में एकदम से नया product उतारने पर उसके failure के chances बढ़ जाते हैं।
In the box business idea में से एक तेल व्यवसाय भी है। क्योंकि खाने से लेकर सौंदर्य में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। market में इसकी value और demand है। इसका भविष्य भी उज्ज्वल ही रहने वाला है, यहां तक कि अब तेल की गुणवत्ता quality में भी बदलाव होने लगे हैं। यदि आप व्यवसाय करने की सोच रहे हैं किंतु आपके पास idea नहीं है तो आप oil mill की शुरूआत कर सकते हैं।
चलिए जानते हैं कैसे शुरू कर सकते हैं oil Mill -
oil Mill खोलने से पहले हमें यह जानना बहुत ही आवश्यक है कि हम कौन से तेल का व्यवसाय करना चाहते हैं? क्योंकि भारत में खाना पकाने के लिए विभिन्न प्रकार के तेल इस्तेमाल किये जाते हैं। जैसे कि -सरसों का तेल mustartd oil, जैतून का तेल Olive oil, रिफाइंड तेल refined oil और तिल का तेल Sesame Oil आदि ।
जिस प्रकार हर मिल में उत्पाद product तैयार किये जाते हैं उसी प्रकार oil mil में भी विभिन्न तेल तैयार किये जाते हैं। जिसकी विधि होती है कि सरसों के बीज पीस कर उसमें से तेल निकाला जाता है। इस प्रकार का मिल छोटे, मध्य और बड़े स्तर पर खोला जा सकता है। यह आपके वित्तीय स्थिति और तेल निकालने के पैमानें पर निर्भर करता है। यदि आप 5 से 10 मीट्रिक टन तक तेल निकालने के लिए सक्षम है तो आप लघु स्तर व्यवसाय करें अन्यथा10 से 50 मीट्रिक टन तेल और हर दिन 50 मीट्रिक टन से अधिक तेल निकालने में समर्थ हैं तो माध्यम और बड़े पैमाने पर उपयोग कर सकते हैं।अब इन मिलों को शरू करने के लिए पूरी लागत लगभग 2 लाख है। जिसके अंतर्गत श्रमिक मजदूरी labour भी शामिल है।अनुभवों के अनुसार 15KW / 20 HP मोटर खरिदने में 40,000 रुपए, तेल निकालने की मशीन में 1 लाख रुपए, खाली डिब्बे और बोतलें में 10000 रुपए वहीं बिजली कनेक्शन में 20,000 रुपए की लागत लग सकती है। यह लागत मशीन के ब्रांड और quality के मुताबिक बदलती रहते हैं।
हम अधुनिक युग में हैं जहां बटन दबाने भर से बड़ी सी बड़ी मशीने चलती हैं। तेल निकाय की मशीन भी अब automatic आने लगी हैं जिसके कारण अब इंसानी ताकत की जरूरत नहीं पड़ती और खर्च भी कम होता है। मशीनों की खरीद के बाद मिल का रेजिस्ट्रेशन करने के लिए लाईसेंस अप्लाई करना होता है। indian government द्वारा खाद्य पदार्थों से संबंधित दो प्रकार के लाइसेंस दिए जाते हैं। एक ( Bureau of Indian Standard ) और दूसरा लाइसेंस Food Safety and Standards Authority of India (FSSAI) है। इसके साथ ही जिस राज्य में आप यह व्यवसाय शुरू कर रहे हैं, आपको उस राज्य की सरकार से कई तरह के लाइसेंस लेने पड़ सकते हैं।