जानिये तिल से होने वाले फायदे के बारे में

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29 Nov 2021
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तिल एक ऐसी चीज़ है, जो हर एक भारतीय के घर में पायी जाती है। क्योंकि इसका इतना अधिक प्रयोग है कि इसको घर में रखना ज़रुरी हो जाता है। खाने से लेकर बीमारियों को दूर करने तक इसका प्रयोग किया जाता है। इसके इतने फायदे हैं कि आप जानकार हैरान हो जाओगे और यदि आप तिल का सेवन नहीं करते हो तो इसके फायदे जानकार आप आज और अभी से तिल का सेवन करना शुरू कर दोगे।

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हम सब लोग तिल Sesame का इस्तेमाल अवश्य करते हैं। सर्दियों में तिल का इस्तेमाल मीठी चीज़ों के साथ किया जाता है। क्योंकि यह शरीर में काफ़ी प्रभावी होता है। लोग सर्दियों में इसका प्रयोग अधिक करते हैं क्योंकि यह शरीर को ठंढ़ से बचाने में मददगार होता है। यह खाने में भी स्वादिष्ट होता है। सर्दियों में तिल के मोदक और लड्डू बड़े चाव से खाए जाते हैं। तिल हमें बहुत सारी बीमारियों से भी बचाता है। जानते हैं तिल के क्या-क्या चमत्कारी फायदे हैं। 

तिल क्या है 

तिल एक शाकीय पौधा है। इस पौधे पर जगह-जगह स्रावी-ग्रंथियां पाई जाती हैं। इसके फूल बैंगनी, गुलाबी अथवा सफेद बैंगनी रंग के, पीले रंग के होते हैं। इसके पत्ते बड़े, पतले, कोमल, रोमयुक्त होते हैं। ऊपर की तरफ के पत्ते कुछ लम्बे होते हैं। इसका पुष्पकाल एवं फलकाल अगस्त से अक्टूबर तक होता है। तिल प्रकृति से स्वादिष्ट, गर्म तासीर की, कफ तथा पित्त को कम करने वाली, बलदायक, बालों के लिए हितकारी, स्पर्श में शीतल, त्वचा के लिए लाभकारी, घाव भरने में लाभकारी और दांतों के लिए लाभदायी होता है। तिल के गुण औषधीय प्रयोग के लिए उत्तम माने गए हैं। आँख संबंधी बीमारियों जैसे आँख में दर्द, रतौंधी, आँख लाल होना आदि में भी लाभदायी हैं। इन सब तरह की समस्याओं में तिल काफी उपयोगी है। तिल का पेस्ट स्वादिष्ट, बलकारक तथा पुष्टिकारक होता है।

तिल में क्या-क्या पाया जाता है

 तिल में मोनो-सैचुरेटेड Mono-saturated Acid फैटी एसिड होता है, जिससे शरीर से कोलेस्ट्रॉल कम होता है। इसके अलावा तिल में सेसमीन Sesamin नाम का एन्टीऑक्सिडेंट antioxident पाया जाता है। तिल में फाइबर, आयरन, मैगनीशियम और फॉस्फोरस भी पाया जाता है। इसको खाने से शरीर में गर्मी का प्रवाह होता है। तिल में मौजूद पॉली अनसैचुरेटेड फैट Polyunsaturated fat पाए जाने के कारण यह रक्तचाप के स्तर को भी नियंत्रित रखता है। तिल में विटामिन बी vitamin-B आयरन iron भी होता है। तिल में कई तरह के लवण पाए जाते हैं। तिल में कई ऐसे तत्व और विटामिन पाए जाते हैं, जो हृदय संबंधी बीमारियों को रोकने में भी मददगार होते हैं। तिल में कैल्शियम और ज़िंक भी पाया जाता है। 

बीमारियों से बचाव 

तिल के प्रयोग से कई बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। तिल में सेसमीन नाम का एन्टीऑक्सिडेंट पाया जाता है, जो कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है। अपनी इस खूबी की वजह से ही यह लंग कैंसर, पेट के कैंसर, ल्यूकेमिया, प्रोस्टेट कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर होने की आशंका को कम करता है। तिल में डाइट्री प्रोटीन और एमिनो एसिड होता है, जो बच्चों की हड्डियों के विकास को बढ़ाता है। इसके अलावा यह मांस-पेशियों के लिए भी बहुत फायदेमंद है। तिल ह्रदय की मांसपेशि‍यों के लिए भी काफी अच्छे होते हैं। तिल का सेवन करने से सूजन भी कम होती है। तिल में हेल्दी फैट ज़्यादा होता है, जिनसे ब्लड शुगर blood sugar नियंत्रित रहता है। तिल का सेवन करने से हाइपरटेंशन को कम किया जा सकता है। 

स्वास्थ्य लाभ में उपयोगी 

शरीर में खून की मात्रा को सही बनाए रखने में भी तिल मददगार होता है। तिल में मौजूद प्रोटीन पूरे शरीर को भरपूर ताकत और एनर्जी से भर देता है। इससे मेटाबोलिज्म भी अच्छी तरह काम करता है। बाल और त्वचा को मजबूत और सेहतमंद रखने के लिए रोजाना तिल का सेवन बहुत ही लाभकारी माना जाता है। तिल का तेल त्वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इसकी मदद से त्वचा को जरूरी पोषण मिलता है और इसमें नमी बरकरार रहती है। तिल के बीजों को खाने से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है। तिल तनाव और डिप्रेशन को कम करने में भी सहायक होते हैं।

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