कॉस्मेटिक्स Cosmetics से लेकर होम डेकोर Home Decor तक, फैशन Fashion से लेकर पर्सनल केयर Personal Care Products तक, एफएमजीसी FMCG से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स Electronics तक, आज शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र होगा जहां Direct-to-Consumer D2C ब्रांडों ने सफलता हासिल ना की हो। कुल मिलाकर आप यह कह सकते हैं कि D2C बिज़नेस मॉडल को चुनना आज -कल बाजार में नया चलन है क्योंकि इसकी मदद से आप ना सिर्फ भारत बल्कि ग्लोबल मार्केट Global Market में भी अपने बिज़नेस की हिस्सेदारी बढ़ा सकते हैं। दुनिया भर में कई ब्रांड्स मिडल सोर्स Middle Source को हटाते हुए D2C बिजनेस मॉडल की ओर बढ़ रहे हैं। ये ब्रांड्स चाहते हैं कि उपभोक्ता इनसे सीधे संपर्क कर सकें और भारत में तो D2C स्टार्टअप D2C Startup काफी हद तक चल रहे हैं और अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं।
इस बात से हम सब वाकिफ हैं कि महामारी ने दुनिया भर के स्टार्टअप Startups Around the World को प्रमुख रूप से प्रभावित किया है। आज उपभोक्ताओं का ब्रांड brand और बाज़ार के प्रति दृष्टिकोण पूरी तरह से बदल गया है। ग्राहकों अब अच्छी तरह से स्थापित ब्रांडों Well Established Brands को ज्यादा पसंद कर रहे हैं और कोई भी प्रोडक्ट को चुनने से पहले क्वालिटी, हाईजीन और सैनिटेशन Quality, Hygiene and Sanitation पर भी ध्यान दे रहे हैं। आज के समय में D2C यानी की डायरेक्ट टू कंज्यूमर ब्रांड्स Direct to Consumer brands काफी मुनाफा profit कमा रहे हैं और इसीलिए कई स्थापित ब्रांड conventional brands भी अब इस मॉडल को चुन रहे हैं। डी2सी का मतलब है डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर। ऐसी कंपनियां अपने उत्पाद को किसी रिटेलर retailer या डिस्ट्रीब्यूटर distributor की मदद के बिना चलाती हैं।
दुनिया भर में कई ब्रांड्स मिडल सोर्स middle source को हटाते हुए D2C बिजनेस मॉडल की ओर बढ़ रहे हैं। ये ब्रांड्स चाहते हैं कि उपभोक्ता इनसे सीधे संपर्क कर सकें और भारत में तो D2C स्टार्टअप काफी हद तक चल रहे हैं और अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं।
कॉस्मेटिक्स Cosmetics से लेकर होम डेकोर Home Decor तक, फैशन Fashion से लेकर पर्सनल केयर Personal Care Products तक, एफएमजीसी FMCG से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स Electronics तक, आज शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र होगा जहां D2C ब्रांडों ने सफलता हासिल ना की हो। आइए जानते हैं -
Mamaearth एक प्रतिष्ठित ब्रांड है। भले ही आपने इस ब्रांड के प्रोडक्ट को ना इस्तेमाल किया हो लेकिन आपने इसके बारे में सुना ज़रूर होगा। मामा अर्थ की सफलता में सबसे बड़ा रोल उनकी मार्केटिंग टीम marketing team का है क्योंकि उन्होंने अपने उत्पाद products को सही तरीके से पेश किया है। Mamaearth ने सोशल मीडिया मार्केटिंग social media marketing की मदद ली और इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग influencer marketing की मदद से ग्राहकों का भरोसा जीता। शुरुआत में यह ब्रांड बेबी केयर प्रोडक्ट्स बनाता था और धीरे-धीरे इन्होंने कई स्किनकेयर और हेयरकेयर प्रोडक्ट्स भी लॉन्च किए। मामाअर्थ ने लगभग सभी ई-कॉमर्स वेबसाइट्स जैसे अमेज़ॅन Amazon, फ्लिपकार्ट Flipkart, फर्स्टक्राई Firstcry और नायका Nykaa पर अपनी उपस्थिति भी दर्ज कराई और इससे कंपनी को जबरदस्त फायदा हुआ।
मामार्अर्थ की मार्केटिंग स्ट्रेटजी
एक समय हुआ करता था जब कमजोर दृष्टि वाले लोगों को नर्ड, गीक और पता नहीं कितने नामों से बुलाया जाता है और एक आज का ज़माना है, जहां चश्मा आज एक स्टाइल स्टेटमेंट style statement बन गया है। अब लोग ज्यादा अच्छे दिखने के लिए चश्मा लगाते हैं।
लेंसकार्ट को भारत में सबसे बड़े आईवियर ब्रांड eyewear brand के रूप में जाना जाता है। Lenskart पर आपको किफायती दाम में उच्च गुणवत्ता वाले चश्में, कॉन्टैक्ट लेंस और धूप के चश्में मिल जाएंगे। इसके साथ-साथ आप यहां मुफ्त में आंखों की जांच भी करवा सकते हैं। लेंसकॉर्ट ने अपनी ग्राहक सेवा को बढ़ाने के लिए मोबाइल ऐप और कई वेबसाइट और डिजिटल प्लेटफॉर्म digital platform की मदद से अपने प्रोडक्ट्स को ग्राहकों को बेचना शुरू किया।
D2C को अपनाने से उन्हें यह समझने में मदद मिली कि ग्राहक क्या मांग कर रहे हैं, ग्राहक क्या चाहते हैं और उनकी कंपनी को कहां सुधार की आवश्यकता है। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों जगहों पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराना भी लेंसकार्ट के लिए काफी अच्छा साबित हुआ।
वॉव स्किन साइंस एक ऐसा ब्रांड है, जिसने भारतीय ग्राहकों के पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स personal care products को खरीदने के तरीके को बदल दिया है। वॉव स्किन साइंस भारत में एक हेल्थ और वेलनेस ब्रांड health and wellness brand के रूप में लॉन्च किया गया था और इनके प्रोडक्ट नेचुरल और टॉक्सिन फ्री Natural and Toxin Free Product होते हैं और इन्होंने सोडियम लॉरिल सल्फेट के नुकसान को बताते हुए अपने प्रोडक्ट्स बेचने शुरू किए और यह ब्रांड लोगों को काफी पसंद आया। जाहिर सी बात है कि लोगों को नेचुरल और सस्टेनेबल ब्रांड्स natural and sustainable brands ज्यादा पसंद आते हैं इसीलिए वॉव स्किन साइंस ने मार्केटिंग के वक्त इस बात पर सबसे ज्यादा ज़ोर दिया। इन्होंने भी D2C को अपनाया और वॉव स्किन साइंस की सफलता का श्रेय ईकॉमर्स रिवोल्यूशन e-commerce revolution को भी जाता है।
हेल्थकार्ट Healthkart की स्थापना 2011 में दो IITians, समीर माहेश्वरी और प्रशांत टंडन Sameer Maheshwari and Prashant Tandon के द्वारा की गई थी। यह उपभोक्ताओं को उनके फिटनेस उद्देश्य को प्राप्त करने में मदद करने के लिए बेहतरीन गुणवत्ता वाले फिटनेस प्रोडक्ट्स बनाते हैं। हेल्थकार्ट के उत्पाद पूरे भारत के 40 शहरों में 110 से भी अधिक ऑफलाइन स्टोर्स में उपलब्ध हैं। आप इनके प्रॉडक्ट्स ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से खरीद सकते हैं।
बेवकूफ Bewakoof कंपनी ने अपनी शुरुआत 2012 में की थी और ये कंपनी फुटवियर footwear, सेल फोन कवर्स cell phone covers और क्लोथिंग clothing के लिए युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है। बेवकूफ भारत में सबसे बड़ा डी2सी ब्रांड बनकर उभरा है और अब तक 60 लाख ग्राहक कंपनी से जुड़े हैं और हर महीने 1लाख नए ग्राहक कंपनी से जुड़ते हैं। प्रभाकिरण सिंह Prabhkiran Singh कंपनी के सीईओ और संस्थापक हैं और उन्होंने कहा है कि वह अपने ग्राहकों के लिए किफायती दाम में फैशनेबल प्रोडक्ट्स fashionable products पेश करना चाहते हैं।
निष्कर्ष
इन ब्रांड्स में अलावा बॉम्बे शेविंग कंपनी Bombay shaving company, एम कैफ़ीन M- Caffeine, लाइफलांग Lifelong, लीफ Leaf, प्लम Plum, लूम सोलर Loom Solar, बोट Boat, नॉयस Noise, पेपरफ्राई Pepperfry, माई ग्लैम My Glam, स्लीपी आउल Sleepy owl, शुगर कॉस्मेटिक्स Sugar cosmetics, आदि स्टार्टअप्स हैं जिन्होंने D2C बिज़नेस मॉडल को चुना है और उन्हें अपने उपभोक्ताओं से अपार सफलता और वफादारी मिली है।
कुल मिलाकर आप यह कह सकते हैं कि D2C बिज़नेस मॉडल को चुनना आज- कल बाजार में नया चलन है क्योंकि इसकी मदद से आप ना सिर्फ भारत बल्कि ग्लोबल मार्केट global market में भी अपने बिज़नेस की हिस्सेदारी बढ़ा सकते हैं।