आज, लगभग हम सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स (social media platforms) पर मौजूद हैं या यूँ कहें कि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स (digital platforms) का अच्छे से इस्तेमाल कर रहे हैं, चाहे वह मनोरंजन के लिए हो या ज्ञान के लिए आपस में एक-दूसरे से जुड़ने के लिए हो या अपने व्यवसाय को पढ़ने के लिए । हर दूसरा व्यक्ति अपने विचार या भावनाएं ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर शेयर कर रहा है, चाहे वह कंटेंट के माध्यम से हो या फोटो और वीडियो के माध्यम से हो। इसके साथ ही, सोशल मीडिया का उपयोग करके लगभग सभी ब्रांड्स अपनी ब्रांड वैल्यू बढ़ा भी रहे हैं। आज इस आर्टिकल में हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे कि बीते सालों में कैसे ऑनलाइन कंटेंट का स्तर बढ़ा और ऑनलाइन प्लेटफार्म पर कंटेंट कैसे समय के अनुसार बदलता चला गया, इसके अलावा कैसे बड़ी कंपनियां अपने प्रमोशन के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रही हैं। पढ़ते रहिए- #TWN
आज, इंटरनेट (Internet) दुनियाभर के लोगों के लिए दैनिक जीवन की एक महत्वपूर्ण जरूरत बन गयी है। हम में से ज्यादातर लोग सुबह उठते ही ऑनलाइन आ जाते हैं, चाहे वह इंस्टाग्राम पर हों, या फेसबुक पर। सुबह उठने से लेकर रात में सोने तक हम कई बार इंटरनेट पर कंटेंट (Content) देखते हैं और अपने दोस्तों या परिवार के सदस्यों से बात करते हैं। घर बैठे-बैठे हम ऑनलाइन शॉपिंग करके अपनी जरूरत का सामान ऑर्डर कर सकते हैं और अगर कभी घर पर खाना बनाने का मन ना हो या पार्टी करना हो, या कुछ भी नया खाना हो तो विभिन्न ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी ऐप्स जैसे जोमाटो (Zomato), स्विग्गी (Swiggy) आदि के माध्यम से ये भी आसान हो गया है। हम कह सकते हैं कि इंटरनेट ने हमारे जीवन में कई पहलुओं को आसान कर दिया है। जैसे, घर से दूर होने के पर वीडियो कॉल (Video call) के जरिये हम घरवालों से मिल सकते हैं, अपने आप को सोशलाइज कर सकते हैं या बहुत कुछ सीख सकते हैं। जैसे, फ़िलहाल ये आर्टिकल भी आप ऑनलाइन (इंटरनेट के जरिये) ही पढ़ रहे हैं। आज इंटरनेट करियर (career), क्रिएटिविटी (creativity) और आपस में जुड़ने (connection) का सुलभ माध्यम बन गया है। इसके साथ ही धीरे-धीरे इंटरनेट पर कंटेंट का विस्तार हो रहा है।
इंटरनेट एक ऐसा नेटवर्क है जो सूचना (information) और वायरलेस संचार (wireless communication) के लिए विभिन्न अन्य नेटवर्कों से जुड़ा हुआ है। पिछले दशक में इंटरनेट का नेटवर्क काफी बढ़ गया है और अब, दुनिया भर में इंटरनेट संचार का एक कीस्टोन (Keystone) बन गया है। हालांकि, इंटरनेट और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर कंटेंट दो अलग पहलु या मुद्दे हैं। फ़िलहाल हम बात करते हैं सोशल मीडिया कंटेंट की।
चलिए शुरू करते हैं -
डेटारिपोर्टल (Datareportal) के अनुसार, जनवरी 2022 में दुनियाभर से 4.95 बिलियन लोग इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे थे जोकि विश्व की पूरी आवादी के 62.5% के बराबर था। इसके अलावा, इंटरनेट यूज़र्स (Internet users) की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसा अनुमान है कि 2023 इंटरनेट यूज़र्स की यह संख्या बढ़कर 5.3 बिलियन हो जाएगी।
कोरोना महामारी के दौर में इंटरनेट और सोशल मीडिया कंटेंट (Social media content) की संख्या बहुत तेज़ी से बढ़ी। क्योंकि लॉकडाउन की वजह से सभी लोग अपने घरों में बंद थे और ऐसे में मनोरंजन के लिए लोगों ने इंटरनेट का इस्तेमाल किया और कई लोगों ने ऑनलाइन कंटेंट के जरिये अपना करियर भी बना लिया।
अगर बात करें सोशल मीडिया यूज़र्स (Social media users) की तो जनवरी 2021 से जनवरी 2022 तक 424 मिलियन नए लोगों ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना शुरू किया। जनवरी 2022 तक सोशल मीडिया यूज़र्स की संख्या 4.62 बिलियन यानी विश्व की आवादी में 58.4% थी। यानि हर बढ़ते सेकंड में लगभग 13 से 15 लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना शुरू कर रहे हैं। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के बढ़ते इस्तेमाल का फायदा उठाते हुए बड़े ब्रांड्स कंटेंट के जरिये अपना प्रचार कर रहे हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इंटरनेट के माध्यम से अपने thoughts, ideas, views, news, memory, activity आदि शेयर करने पर उसे ऑनलाइन या डिजिटल कंटेंट के नाम से संदर्भित किया जाता है। कई सारे शूज ब्रांड्स जैसे नाइकी (NIKE), प्यूमा (PUMA) आदि लगातार सोशल मीडिया के जरिये अपना प्रमोशन करते हैं। इसके अलावा कपड़ों के भी कई ब्रांड्स जैसे लिवाइस (Levi's), एलन सोली (Allen Solly) आदि भी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से काफी रेवेन्यू प्राप्त कर रहे हैं। डिजिटल कंटेंट का उद्देश्य कंटेंट पोस्ट करने वाले पर निर्भर करता है। उदहारण के लिए, यदि कंटेंट कोई इन्फ्लुएंसर पोस्ट कर रहा है तो उसका उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी पहुंच बनाना और अपने आप को चर्चित रखना होगा। यदि कोई आम व्यक्ति (जो सोशल मीडिया का ज्यादा जानकर नहीं है) पोस्ट कर रहा है तो उसका उद्देश्य अपनी ऑनलाइन उपस्थिति (Online presence) दर्ज करना या अपनी फोटोस को ऑनलाइन सेव करना हो सकता है। यदि कोई ब्रांड या कंपनी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर रही है तो उसका उद्देश्य अपना प्रमोशन करना होगा और ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करना होगा। इसी प्रकार कंटेंट पोस्ट करने वालों के अपने अलग-अलग उद्देश्य हो सकते हैं। जैसा की पहले चर्चा की, कि डिजिटल कंटेंट का इस्तेमाल करके कई सारी कंपनियां अपनी ब्रांड वैल्यू बढ़ा रहीं हैं। जैसा कि हम सब जानते हैं कि ज्यादातर लोग, खासकर युवा आजकल ट्रेडिशनल प्लेटफॉर्म्स (Traditional platforms) का इस्तेमाल नहीं करते। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स (Digital platforms) पर ही वह सारी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। साल 2012 के बाद से डिजिटल कंटेंट का दौर तेज़ी से आगे बढ़ा और 2016 के बाद से लगभग हर कोई सोशल मीडिया पर अपनी उपस्थिति दर्ज करने लगा।
जागरूकता फैलाना
ज्ञान बांटना
इंटरटेन या मनोरंजन करना
प्रेरित करना
एडवरटाइजिंग करना
प्रमोशन करना
प्रोत्साहित करना
प्रभावित करना
यादें बांटना
विचार बांटना
जानकारी बांटना
लोगों से जुड़ना
बिना किसी रणनीति के आप सोशल मीडिया पर कंटेंट पोस्ट नहीं कर सकते। आपके हर कंटेंट का कोई न कोई उद्देश्य होना अनिवार्य हैं। बिना रणनीति और उद्देश्य के आपका डिजिटल कंटेंट आपको कोई लाभ नहीं देगा।
साल 2030 तक डिजिटल कंटेंट क्रिएशन मार्केट (digital content creation market) 38.2 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (artificial intelligence) और वर्चुअल रियलिटी (virtual reality) के चलते डिजिटल कंटेंट क्रिएशन के क्षेत्र में बहुत तेज़ी से वृद्धि देखने को मिलेगी। हालांकि, अभी भी डिजिटल कंटेंट का काफी क्रेज है। चलिए बात करते हैं डिजिटल कंटेंट के महत्त्व के बारे में-
आज के समय में, मार्केट में एक अच्छी और यूनिक या अलग ब्रांड वैल्यू बनाना बहुत आवश्यक है। क्योंकि आज के समय में ग्राहकों के फ़ोन पर हजारों विज्ञापन आते हैं, कई ईमेल मार्केटिंग के जरिये तो कई टेक्स्ट मैसेज के जरिये, ऐसे में ये सुनिश्चित करना बहुत आवश्यक हो जाता है कि आपके ब्रांड की वैल्यू और प्रभाव अलग हो। डिजिटल कंटेंट आपकी इसी आवश्यकता की पूर्ती बड़ी आसानी से कर सकता है। लगभग सभी बड़े ब्रांड्स आज सोशल मीडिया पर अपनी उपस्थिति बनाये हुए हैं। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के जरिये आप अपने दर्शकों के साथ प्रभावी ढंग से संवाद कर सकते हैं, कि आपकी कंपनी किस बारे में है ? या आपकी कंपनी किस क्षेत्र में काम कर रही है, आदि। हालाँकि, डिजिटल कंटेंट में क्वालिटी बहुत यूनीक होनी चाहिए और क्रिएटिविटी बहुत महत्वपूर्ण है। सोशल मीडिया के साथ, कंपनियां अपने ब्रांड को और अधिक आकर्षक बना रही हैं, और उन सभी बाधाओं को भी दूर कर रहीं हैं, जो पहले उन्हें अपने ग्राहकों से अलग करती थीं। इसके अलावा, जैसे-जैसे आज का बाज़ार अधिक प्रतिस्पर्धी होता जा रहा है, रीच या व्यूज प्राप्त करने के लिए ब्रांड जागरूकता और ब्रांड सस्टेनेबिलिटी बहुत आवश्यक है।
डिजिटल कंटेंट के जरिये कई जटिल विषयों या कठिन बातों को आसानी से समझाया जा सकता है। क्योंकि जैसे पहले चर्चा की, कि डिजिटल कंटेंट का एक कार्य लोगों को शिक्षित करना भी है। ज्यादातर लोग ऐसे होते हैं जो प्रोडक्ट या सर्विसेज तो खरीदते हैं लेकिन उसके बारे में उन्हें ज्यादा नॉलेज नहीं होती। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर कई लोग हैं जो हर विषय के बारे में जानकारी उपलब्ध कराते हैं। हालांकि, डिजिटल प्लेटफार्म पर उपलब्ध हर पेज की अपनी बीट और अपना क्राइटेरिया है। डिजिटल कंटेंट के माध्यम से लोगों को निष्पक्ष प्रतिक्रिया या अन्य विषयों पर शैक्षिक सामग्री प्राप्त होती है। इसके साथ ही, जब से वीडियो कंटेंट का दौर आया है तभी से ज्यादातर लोग सोशल प्लेटफॉर्म्स पर वीडियो के जरिये कॉन्सेप्ट्स को समझा रहे हैं। और अलग-अलग विषयों पर बात कर रहे हैं, जो सभी आयुवर्ग के लोगों के लिए लाभदायक सिद्ध हो रहा है।
आजकल इंटरनेट पर मीनिंगफुल और हेल्पफुल कंटेंट को ज्यादातर लोग पढ़ रहे हैं। उदहारण के लिए, यदि किसी व्यक्ति को ट्रवेल करना है और वह अच्छी डेस्टिनेशन या ट्रेवल एजेंसी के बारे में पता करना चाहता है, तो किसी कंपनी में फ़ोन करके पूछने से ज्यादा, उस इसके बारे में इंटरनेट पर पढ़ना ज्यादा सुलभ लगेगा। इसलिए आपको ऐसा डिजिटल कंटेंट बनाने की आवश्यकता है, जिसमे अधिक जानकारी और सही जानकारी हो। या ऐसा कंटेंट जो किसी विषय से जुड़े ज्यादातर सवालों का उत्तर दे सके। क्योंकि पाठक या रीडर विशेष रूप से उसी डिजिटल कंटेंट की तलाश करते हैं जो उन्हें महत्वपूर्ण इनफार्मेशन प्रदान करती है। आपका ब्लॉग पोस्ट या वेब पेज पर कंटेंट पढ़ने के बाद कुछ न सीखने या कुछ हासिल न करने की भावना उपयोगकर्ताओं के लिए निराशाजनक हो सकती है।
COVID-19 के कारण, लोगों की जीवनशैली पूरी तरह से बदल गई है। इस दौरान, स्वास्थ और शिक्षा के क्षेत्र में ज्यादा प्रभाव पड़ा है। ज्यादातर लोग डिजिटल प्लेटफार्म पर ही संसाधन उपलब्धता की अपेक्षा करते हैं जिससे उन्हें ज्यादा परेशान भी न होना पड़े और उनके जरूरत की चीज़ों की उपलब्धता भी आसानी से हो जाए। जैसे, पढ़ाई के लिए ऑनलाइन एजुकेशन चैनल, रहने के लिए ऑनलाइन रेंट पर रूम ढूढ़ना या अन्य भी कई काम डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से पूरे हो सकते हैं।
दुनिया के कई बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने ये दावा किया है कि उनके हर महीने एक्टिव यूज़र्स की संख्या 1 बिलियन से अधिक है। फ़िलहाल हम बात करते हैं 4 बड़े डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की -
जनवरी 2022 तक फेसबुक के मंथली या प्रति महीने एक्टिव यूज़र्स की संख्या 2.912 बिलियन थी, जिसके चलते फेसबुक दुनिया का पहला सबसे एक्टिव सोशल मीडिया प्लेटफार्म बन गया। इसके अलावा, फेसबुक यूज़र्स की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। फेसबुक की इसी पहुँच का इस्तेमाल करते हुए, कई बड़े ब्रांड्स अपना प्रमोशन कर रहे हैं और अपने ग्राहकों की संख्या बढ़ा रहे हैं। जैसे, फेसबुक पर सैमसंग (Samsung) के लगभग 160 मिलियन फॉलोवर्स हैं और कोका-कोला (Coca-Cola) के लगभग 109 मिलियन फॉलोवर्स हैं। फेसबुक एक ऐसा प्लेटफार्म है जहाँ लोग अपने आइडियाज या योजना, थॉट्स या विचार, अपना नजरिया, अपनी फोटोज या वीडियोस आदि शेयर करते हैं। ज्यादातर लोग अपने फॉलोवर्स बढ़ाने के लिए फेसबुक पर अलग-अलग तरह का कंटेंट डालते हैं और स्वयं को सोशलाइज करते हैं। आप अपनी जगह या मान लीजिये घर पर बैठे-बैठे दुनिया भर की अलग-अलग जगह के लोगों के साथ जुड़ सकते हैं। हालांकि, फेसबुक के कुछ अपने फायदे और नुकसान भी हैं।
यूट्यूब के लगभग 2.3 बिलियन मंथली या प्रति महीने एक्टिव यूज़र्स है। यूट्यूब एक ऐसा प्लेटफार्म है जहाँ वीडियो कंटेंट पोस्ट होता है। आज के समय में कई ब्लॉगर्स या इन्फ्लुएंसर्स के घर यूट्यूब के जरिये ही चल रहे हैं। यानि यूट्यूब आपके द्वारा पोस्ट की गयी वीडियो के व्यूज और एडवरटाइजिंग के अनुसार आपको पेमेंट करता है। दुनियाभर के लोग यूट्यूब पर तरह-तरह के आइडियाज और स्टोरी पोस्ट करते हैं, इसपर प्रत्येक आयुवर्ग के लिए हर तरह का कंटेंट उपलब्ध है। यूट्यूब सीखने का भी बहुत अच्छा माध्यम बन गया है। यूट्यूब पर बहुत सारे चैनल्स उपलब्ध हैं, जिसमे टी-सीरीज (T-series) के 197 मिलियन सब्सक्राइबर्स हैं। इसके अलावा कई सारे ब्रांड्स भी यूट्यूब पर एडवरटाइजिंग के जरिये अपना प्रमोशन कर रहे हैं।
इंस्टाग्राम ने बीते कुछ सालों में तेज़ी से पॉपुलैरिटी या प्रसिद्धि हासिल की है। इंडिया में टिकटोक बंद होने के बाद 2020 में ही इंस्टाग्राम ने अपने प्लेटफार्म पर रील्स को इंट्रोड्यूस किया। और तभी से इन्टस्ग्राम पर धीरे-धीरे वीडियो कंटेंट की क्वांटिटी बढ़ने लगी। जनवरी 2022 तक इंस्टाग्राम के 1.478 बिलियन एक्टिव यूज़र्स मौजूद हैं। ज्यादातर लोग इंस्टाग्राम पर इन्फ्लुएंसर और कंटेंट क्रिएटर के रूप में काम कर रहे हैं। हालांकि, कुछ लोग इसे सिर्फ मनोरंजन के साधन के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। इंस्टाग्राम पर भी कई बड़े ब्रांड्स अपनी उपस्थिति सुनिश्चित कर रहे हैं, जिसके जरिये लोग उन ब्रांड्स की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
आजकल लगभग सभी लोग बातचीत के लिए व्हाट्सएप का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, व्हाट्सएप की प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर कई बार सवाल भी उठे लेकिन हर बार व्हाट्सएप की तरफ से सफाई पेश की गयी। आज व्हाट्सएप पर तकरीबन 2 बिलियन मंथली एक्टिव यूज़र्स हैं, जो अपनी बातों या यादों को शेयर करने के लिए व्हाट्सएप का इस्तेमाल करते हैं। इस प्लेटफार्म पर लोग अपना स्टेटस लगाकर एक-दूसरे को अपने हर दिन का अपडेट भी देते हैं। कई लोग व्हाट्सएप ग्रुप्स पर भी कंपनी और ब्रांड्स का प्रमोशन करते हैं।
बीते कुछ सालों में, डिजिटल वीडियो के क्षेत्र में जिस तरह एक बड़ा और सकारात्मक बदलाव (Positive change) सामने आया है, उन आकड़ों के हम सभी साक्षी हैं। शुरुआत में, टिकटोक (Tiktok) एक शॉर्ट वीडियो प्लेटफार्म मार्केट में आया और उसके बाद ही धीरे-धीरे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर शॉर्ट वीडियो का दायरा बढ़ता चला गया। आज इंस्टाग्राम रील्स, यूट्यूब शॉर्ट वीडियोस और फेसबुक पर भी वीडियो कंटेंट भरपूर मात्रा में उपलब्ध है। साल 2016 के पहले ज्यादातर लोग डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर केवल फोटो या टेक्स्ट कंटेंट पोस्ट करते थे। लेकिन बदलते समय के साथ, लोगों की पसंद और उनका नजरिया भी बदला। वीडियो कंटेंट ने गति पकड़ी और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर अपना आधिपत्य स्थापित किया।
आज ये बात किस से छुपी नहीं है कि वीडियो कंटेंट सबके लिए लोकप्रिय बन चुका है। साल 2020 में, 96% कंस्यूमर्स ने अपने ऑनलाइन वीडियो देखने में वृद्धि की, और 10 में से 9 दर्शकों ने कहा कि वे ब्रांड और व्यवसायों के अधिक वीडियो देखना चाहते हैं। यहाँ तक कि, 2022 में, एक व्यक्ति ऑनलाइन वीडियो देखने में प्रतिदिन 100 मिनट से अधिक खर्च करता है। वीडियो कंटेंट के माध्यम से ऑनलाइन मार्केटिंग रणनीति और अधिक मजबूत हो गयी। आज के प्रतिस्पर्धी दौर में, यह बहुत महत्वपूर्ण की आप ऑनलाइन प्लेटफार्म का कैसे इस्तेमाल कर रहे हैं। वीडियो मार्केटिंग (Video marketing) का प्रभावी ढंग से उपयोग करने वाला ब्रांड अपनी बिक्री, और ब्रांड इमेज को बढ़ा सकता है। हालांकि, एक खराब वीडियो मार्केटिंग रणनीति व्यवसायों के लिए विनाशकारी हो सकती है। यह आपके ब्रांड को अविश्वसनीय, या बुरा दिखा सकती है।
अगर आप भी अपनी ब्रांड वैल्यू को बढ़ाना चाहते हैं तो डिजिटल कंटेंट की सहायता ले सकते हैं। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के जरिये कम समय में आपके ब्रांड को बड़ी प्रसिद्धि हासिल हो सकती है। बिज़नेस से जुड़े पहलुओं के बारे में जानकारी के लिए पढ़ते रहिये - Think with niche
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