दुनिया भर में कई आयोजनों पर सुगन्धित अगरबत्तियों की मांग होती रहती है। भारत के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि भारत के अलावा इसका उत्पादन कहीं और नहीं किया जाता है। इस कारण भारत में यह एक अच्छे व्यवसाय का जरिया बन सकता है। इसकी मांग पूरी दुनिया में हमेशा ही रहती है, इस लिहाज से भी इस व्यवसाय में कभी कोई नुकसान नहीं होगा। व्यक्ति खुद को हमेशा प्रसन्न रखने की कोशिश जारी रखेगा और खुशबू के लिए, पूजा-पाठ के लिए इसका इस्तेमाल होता रहेगा।
खुशबू से हमें कितना प्यार है। यदि हम फूलों की बात करें तो हम जितना फूल की सुंदरता को पसंद करते हैं हमें उतना ही उसकी खुशबू से भी प्यार होता है। जब कोई अच्छी खुशबू हमारी नाक से होकर गुजरती है तो हमारा मन उस महक से कितना प्रसन्न हो जाता है। हम इस कोशिश में लग जाते हैं कि यह महक हमेशा हमारे आस-पास ही रहे। हम अपने घर को, अपने ऑफिस को खुशबूनुमा बनाने के लिए कई चीजों का इस्तेमाल करते हैं। खुशबू हमारे जीवन में कितना महत्वपूर्ण है हम इसका अंदाजा इस बात से ही लगा सकते हैं कि हम इसके लिए कई तरह के प्रयोग करते हैं। यहाँ तक कि हम अपने शरीर के लिए भी परफ्यूम का इस्तेमाल करते हैं तकि हम महकते रहें। मनुष्य को खुशबू इतनी पसंद है शायद इसीलिए हमें लगता है कि हमारे भगवान को भी खुशबू बहुत पसंद होगी। इसी कारण हम जब भी भगवान की पूजा करते हैं तो पूजा में किसी सुगन्धित वस्तु को अवश्य जलाते हैं। जिससे हम भगवान को प्रसन्न कर पाएं। यह कार्य प्रत्येक धर्म में किया जाता है। इन सब में हम सबसे ज्यादा जिसे खुशबू के लिए इस्तेमाल करते हैं वो अगरबत्ती है। अगरबत्ती को ही हम सब सुगन्धित वस्तु के रूप में इस्तेमाल करते हैं। ऐसा नहीं है कि इसका इस्तेमाल केवल पूजा-पाठ में ही किया जाये और क्षेत्र में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। हर घर में इस्तेमाल होने के कारण इसकी खपत ज्यादा होती है, इसलिए एक व्यवसाय के माध्यम में भी हम अगरबत्ती बनाने को चुन सकते हैं।
केवल कहाँ पर किया जाता है इसका उत्पादन?
अगरबत्ती एक ऐसा उत्पाद है जो पूरे विश्व में इस्तेमाल किया जाता है। आपको यह जानकार हैरानी होगी कि अगरबत्ती को केवल भारत में ही बनाया जाता है। इसकी खपत पूरे विश्व में प्रतिदिन के आधार पर होती है, इस बात से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यदि हम अगरबत्ती का व्यवसाय शुरू करते हैं तो हमें कितना फायदा होगा। इसके व्यवसाय को हम इस कारण से भी शुरू कर सकते हैं क्योंकि इसमें आपको कम पूँजी की आवश्यकता होगी और आपको आपकी लागत का दोगुना-तिगुना मुनाफा मिलेगा। यदि कोई भी व्यक्ति इसका व्यवसाय शुरू करना चाहता है तो उसको बहुत बड़े स्तर पर काम करने की जरुरत नहीं है। इसे हम अपने घर से भी शुरू कर सकते हैं।
क्या घर पर भी बना सकते हैं अगरबत्ती?
इस व्यवसाय की एक एक खासियत यह है कि हम इसे घर से भी शुरू कर सकते हैं। यदि कोई व्यक्ति इसे छोटे स्तर पर शुरू करना चाहे तो वो भी इसे शुरू कर सकता है और यदि इसे बड़े स्तर पर एक कंपनी के तौर पर शुरू करना चाहे तो वो भी शुरू किया जा सकता है। क्योंकि इसको बनाने में इस्तेमाल होने वाले सामान के मूल्य काफी कम है और ये हर जगह उपलब्ध हैं। इसके साथ ही इसको बनाने की विधि बहुत आसान है और उसमें किसी ऐसे मशीन की आवश्यकता नहीं होती है जिसमें खर्च ज्यादा आये।
किन वस्तुओं की होती है आवश्यकता?
अगरबत्ती बनाने के लिए आपको कुछ सामान की आवश्यकता होती है, जिनमें बांस की लकड़ियां, लकड़ी के गोंद, चारकोल पाउडर, लकड़ी का पाउडर, चन्दन का पाउडर, पेंट, परफ्यूम आते हैं। इन चीजों से ही आप घर पर अगरबत्ती की छड़ी को बना सकते हैं। जैसा कि हम सब देख सकते हैं ये सारे सामान आसानी से उचित मूल्य पर उपलब्ध हो जायेंगे। इसलिए घर पर अगरबत्ती बनाने में कोई परेशानी नहीं आएगी।
कैसे बनाते हैं अगरबत्ती?
अगरबत्ती बनाने के लिए सबसे पहले आपको बांस को बराबर-बराबर, छोटे-छोटे फट्टों के रूप में करना होगा। उसके बाद इसे ब्लेड या चाकू की मदद से छोटी-छोटी अगरबत्ती के आकर वाली छड़ी के रूप में कर लेना है, उसके बाद इसे सूखने के लिए रख देते हैं, ताकि इसके अंदर मौजूद नमीं पूरी तरह से खत्म हो जाये। इसके बाद चारकोल पाउडर को या तो आप बाजार से खरीद सकते हैं या तो आप इसे जली हुई लकड़ी को पीसकर बुरादे के रूप में बना सकते हैं। इसके लिए आप नारियल सेल के या बांस की जली लकड़ियों को इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके बाद आप लकड़ी के गोंद को, चारकोल पाउडर को, चूरे को, चन्दन पाउडर को, परफ्यूम को एक निश्चित अनुपात में मिलाकर इसका गोंद तैयार कर लें। इसका गोंद तैयार करने के लिए आप थोड़ा पानी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके बाद हैंड रोल मशीन की मदद से इस गोंद को बांस की छड़ी पर चढ़ा दीजिये और फिर उसे सूखने के लिए छोड़ दीजिये। आपकी अगरबत्ती तैयार हो गयी। अब आप इसे जहाँ पर जिस तरह से बेचना चाहें बेच सकते हैं।