आतंकवादियों terrorists के ठिकानों को नेस्तनाबूद करना और देश से दुश्मनों को पछाड़ने का काम करती है सेना। अपने देश की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर देती है सेना। सीमाओं पर शान्ति, सुरक्षा और देश के हर भाग की रक्षा की जिम्मेदारी बखूबी निभाती है सेना। एक देश की सुरक्षा के लिए देश की सेना का मजबूत होना अत्यंत आवश्यक है। ऐसे ही Indian Air Force भारतीय वायु सेना दुनिया में चौथी सबसे खतरनाक वायु सेना है। अमेरिका America,चाइना China और रूस जैसे देशों की ताक़तवर वायुसेना की सूची में भारत का नाम भी शामिल है।
सेना का काम देश व नागरिकों की रक्षा, शत्रुओं पर प्रहार करना और शत्रुओं को खदेड़ देना होता है। सेना अपने देश की रक्षा के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर देती है। सेना पूरी निष्ठा और साहस से अपने देश और उसके नागरिकों की रक्षा करती है। भारतीय सेना के प्रमुख कमांडर भारत के राष्ट्रपति President हैं। भारतीय सेना का प्राथमिक उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रवाद की एकता सुनिश्चित करना, राष्ट्र को बाहरी आक्रमण और आन्तरिक खतरों से बचाव, और अपनी सीमाओं पर शान्ति और सुरक्षा को बनाए रखना है। भारतीय सशस्त्र सेनाएँ भारत की तथा इसके प्रत्येक भाग की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उत्तरदायी हैं। भारतीय सेना के तीन भाग हैं भारतीय थलसेना Indian army, भारतीय वायुसेना Indian Air Force, भारतीय जलसेना Indian Navy। इनमें से भारतीय वायुसेना भारत के सेना की हवाई शाखा है। सैनिकों और एयरक्राफ्ट के मामले में यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना है। चलिए जानते हैं कि कैसे IAF दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना है।
भारतीय वायुसेना के बारे में
भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) भारतीय सशस्त्र सेना का एक अंग है जो वायु युद्ध, वायु सुरक्षा, एवं वायु चौकसी का महत्वपूर्ण काम देश के लिए करती है। IAF जब से अस्तित्व में आई है तब से लेकर आज तक अपने ध्येय वाक्य 'नभः स्पृशं दीप्तम्' को सच करती आ रही है। इसके मायने हैं, 'गर्व के साथ आकाश को छूना। भारतीय वायुसेना की स्थापना आधिकारिक रूप से 8 अक्टूबर 1932 को हुई थी। वायुसेना दिवस हर Air Force Day साल 8 अक्टूबर को मनाया जाता है क्योंकि इस दिन 1932 में भारतीय वायु सेना को आधिकारिक तौर पर यूनाइटेड किंगडम की रायल एयरफोर्स के लिए एक सहायक बल के रूप में स्थापित किया गया था। भारत 8 अक्टूबर को भारतीय वायु सेना (IAF) के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक संगठन के रूप में वायुसेना दिवस मनाता है जो राष्ट्रीय सुरक्षा और अधिकार को मजबूत करने का एक प्रयास है। भारतीय वायु सेना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना है। यूपी के गाजियाबाद में स्थित इसका हिंडन वायुसेना स्टेशन एशिया में सबसे बड़ा है। भारतीय वायुसेना ने अभी हाल ही में (8 अक्टूबर) को अपना 89वां स्थापना दिवस मनाया है।
IAF के कर्मचारी, एक्टिव एयरक्राफ्ट और लड़ाकू विमान के बारे में
IAF में लगभग 1.40 लाख कर्मचारी हैं। करीब इतनी ही संख्या रिजर्व कर्मचारियों की है। इसके पास 1,850 से ज्यादा एक्टिव एयरक्राफ्ट हैं। वायु सेना के पास देश की रक्षा के लिए कई लड़ाकू विमान हैं। IAF के पास राफेल, सुखोई Su-30MKI, HAL तेजस, मिराज-2000, MiG-29, जगुआर जैसे फाइटर जेट्स हैं। चिनूक, LCH और HAL रूद्र जैसे अटैक हेलिकॉप्टर्स IAF के पास हैं। आधुनिक हथियारों से लैस राफेल लड़ाकू विमान Rafale fighter plane में एडवांस टेक्नोलॉजी advance technology का इस्तेमाल किया गया है और यह एक 4.5 जेनरेशन (4.5 Generation) वाला लड़ाकू विमान है। राफेल करीब 2,222.6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार और 50 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है। सुखोई-30 Sukhoi-30 MKI यह फाइटर जेट 8,000 किलो वजन तक के युद्ध सामग्री के साथ उड़ान भर सकती है। मिराज-2000, Mirage-2000, इसकी खासियत है कि ये 2,336 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है। इसके अलावा यूटिलिटी के लिए IAF के पास CH-47F चिनूक, Mil Mi-26, Mil Mi-8, Mil Mi-17, Mi-17 1V और Mi-17V 5 हैं। हाल ही में बोइंग AH-64E अपाचे अटैक Boeing AH-64E Apache Attack भी IAF को मिला है जो हर मौसम में Boeing AH-64E Apache Attack पर जा सकता है। भारत के पास स्पायडर, बराक 8 और आकाश एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम Spider, Barak 8 and Akash Air Defense Missile System भी हैं ।
'मेक इन इंडिया' की ताकत और भविष्य के अचूक हथियार
भारत अपने 'मेक इन इंडिया' Make In India कार्यक्रम के तहत हथियारों एवं रक्षा उपकरणों Weapons and Defense Equipments का तेजी से निर्माण कर रहा है। इससे वायु सेना में लड़ाकू विमानों fighter plane की कमी पूरी होगी। भारत आज अपने लिए हथियारों का निर्माण करने के साथ-साथ दूसरे देशों को हेलिकॉप्टर helicopter एवं हथियारों का निर्यात arms export भी कर रहा है। भारतीय वायुसेना की ताकत किसी से कम नहीं हैं और लगातार भारत भी अपनी वायुसेना की शक्ति को मजबूत करने में लगा हुआ है। भारतीय वायुसेना विश्व की सबसे ताक़तवर सेनाओं में चौथे स्थान पर है। सिर्फ यूएस US, चाइना China और रसिया Russia हमसे आगे हैं। IAF (Indian Air Force) अपनी वीरता, शौर्य एवं पराक्रम का अद्भुत प्रदर्शन केवल युद्धों में नहीं बल्कि किसी भी परेशानी के समय, आपदाओं में राहत एवं बचाव कार्य के समय भी करती आई है। वायु सेना में न सिर्फ स्ट्रेंथ बढ़ी है बल्कि नई टेक्नोलॉजी technology भी आई है। IAF में अब काफी संख्या में महिला पायलटों pilots को भी शामिल किया है। IAF में महिला पायलट female pilot अब लड़ाकू विमानों को उड़ा रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Prime Minister Narendra Modi भी रक्षा उत्पादन एवं निर्माण में देश को आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं। आईएएफ 114 बहु-उद्देश्यीय लड़ाकू विमान की खरीद को आगे बढ़ा रही है। यह खरीद 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत की जाएगी। 2019 में वायुसेना ने लगभग 18 अरब डॉलर की लागत से 114 लड़ाकू विमान खरीदने की योजना बनाई थी।