कैसे शुरू करें इम्पोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस ?

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22 Oct 2022
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आज के इस युग में, Import Export का महत्व और भी अधिक बढ़ गया है। कोई भी व्यक्ति यह व्यापार आसानी से आरम्भ कर सकता है। यह व्यवसाय स्थायी रूप से कई लोगों द्वारा किया जाता है, और इससे कई लोगों को रोज़गार मिल सकता है। क्योंकि यदि किसी देश में, किसी वस्तु या अन्य किसी भी चीज का उत्पादन नहीं होता है। तो वह देश उस वस्तु या खाद्य पदार्थ का उत्पादन करने वाले देश से, आयात करता है। ऐसे ही यदि किसी देश में किसी वस्तु, या खाद्य पदार्थ का उत्पादन, उसकी उपयोगिता से ज्यादा हो जाता है। तो वह देश, उस विशेष वस्तु या खाद्य को, बाहरी देशों में निर्यात करता है। इम्पोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस में, माल किसी भी विदेशी देश से देश में खरीदे और बेचे जाते हैं और अपने देश में उत्पादित माल अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बेचे जाते हैं इसे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार भी कहा जाता है। इस व्यापार के लिए कुछ विशेष कानूनी कार्यवाहियां भी हैं, जिसे व्यापार करने वाले को व्यापार आरम्भ करने से पहले पूर्ण करना होता है। अंतराष्ट्रीय देशों के बीच, व्यापार को फॉरेन ट्रेड पालिसी Foreign Trade Policy, विनियमित करती है। इसमें सारी शर्ते, जैसे किस देश से क्या क्या वस्तुएं, आयात या निर्यात की जा सकती हैं? और कौन सी वस्तुएं प्रतिबंधित हैं और उन पर उत्पाद शुल्क इत्यादि क्या रहेंगे, इत्यादि सभी बातें निहित होती हैं। फॉरेन ट्रेड पालिसी समय और परिस्थिति के हिसाब से, बदलती रहती है। तो चलिए आज इस लेख के द्वारा जानते हैं Export Import Business क्या होता है और उद्यमी इस बिज़नेस को कैसे शुरू कर सकता है?

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आज के समय एक्सपोर्ट-इंपोर्ट बिजनेस में कई लोग हाथ आजमा रहे हैं। इस बिजनेस के साथ आपको देश-विदेश घूमने का भरपूर मौका मिलता है। दरअसल इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस Import Export Business एक ऐसा बिज़नेस है जो चलता नही है बल्कि दौड़ता है। आयात निर्यात (इम्पोर्ट एक्सपोर्ट) का व्यापार एक लम्बे समय तक चलने वाला व्यापार है। यह व्यापार कई लोगों द्वारा स्थायी रूप से किया जाता है और इससे कई लोगों को रोजगार भी प्राप्त हो सकता है। अब एक ही शहर में तो सभी तरह की चीज़े बन नही सकती हैं। इसलिए इम्पोर्ट एक्सपोर्ट के बिज़नेस के द्वारा पैसे कमाए जाते हैं। इस व्यवसाय के लिए कुछ कानूनी कार्यवाही भी हैं, जिन्हें व्यवसाय शुरू करने से पहले व्यवसायी को पूरा करना होगा। बहुत सारे लोग इन्टरनेट पर, इस बात को ढूंढ रहे होते हैं, कि वे इस तरह का आयात निर्यात बिजनेस कैसे शुरू कर सकते हैं। तो यदि आप भी इस बिज़नेस को करना चाहते हैं तो आज हम आपको इस आर्टिकल में इम्पोर्ट एक्सपोर्ट बिज़नेस के बारे में विस्तार से जानकारी देने वाले हैं। तो आइए जानते हैं किस तरह से आप अपना इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस कर पाएंगे।

निर्यात आयात व्यापार क्या है? What Is Export Import Business?

सबसे पहले निर्यात आयात को समझते हैं। Import, आयात का मतलब बाहरी देशों से अपने देश में माल मंगाना और Export, निर्यात से आशय है अपने देश से बाहरी देशों की तरफ माल भेजा जाना। यानि Import Export Business दोनों देशों के बीच माल और सेवाओं का आदान-प्रदान exchange of goods and services between the two countries है, जो अंतरराष्ट्रीय सीमाओं में है। Import export business का अर्थ अंतराष्ट्रीय व्यापार international trade से लगाया जा सकता है। भारत में, विदेश व्यापार निदेशालय Directorate General of Foreign Trade (डीजीएफटी) विदेशी व्यापारों की निगरानी और सुविधा प्रदान करता है। व्यवसाय शुरू करने से पहले, आपको पंजीकरण और लाइसेंस के लिए आवेदन करना होता है। कुल मिलाकर import export business में बाहर देशों से माल खरीदकर अपने देश में बेचा जा सकता है और अपने देश में उत्पादित माल को अंतराष्ट्रीय बाज़ारों में बेचा भी जा सकता है। एक आयात निर्यात व्यवसाय एक ऐसी कंपनी है जो घरेलू और विदेशी कंपनियों के बीच वस्तुओं और माल के व्यापार की सुविधा प्रदान करती है।

इम्पोर्ट एक्सपोर्ट व्यापार कैसे शुरू करें How To Start Import Export Business?

भारत में Import Export business start करने के लिए समस्त प्रक्रियाएँ कानूनी हैं। इस बिज़नेस को करने के लिए आपको विभिन्न प्रक्रियाओं को पूरा करना पड़ता है। चलिए उन प्रक्रियाओं के बारे में जानते हैं जो किसी भी उद्यमी को Export Import business start करने के लिए करने पड़ते हैं। 

  • सबसे पहले अपने बिजनेस का रजिस्ट्रेशन करना Business Registration

इस व्यापार को शुरू करने से पहले पंजीकरण कराने की आवश्यकता होती है। Business Registration यानि व्यापार पंजीकरण, इसमें उद्यमी अपने बिज़नेस को विभिन्न बिज़नेस जैसे proprietorship, Partnership, Private limited company इत्यादि के अंतर्गत रजिस्टर करवा सकता है। यह Registration उद्यमी अपनी आवश्यकतानुसार कर सकता है। 

कंपनी का Registration करवाने के लिए उद्यमी Registrar of companies के ऑफिस में जाकर आवेदन कर सकता है। उद्यमी किसी प्रकार की जानकारी के लिए अपने नजदीकी जिला उद्योग केंद्र से भी संपर्क कर सकता है। 

  • (IEC) Import Export Code के लिए अप्लाई करें

किसी भी व्यापार को चलाने के लिए पंजीकरण कराने की आवश्यकता होती है। बिज़नेस पंजीकरण प्रक्रिया के बाद अगला स्टेप Import export code (IEC ) के लिए Apply करना है। यह कोड भारत सरकार के फॉरेन ट्रेड मंत्रालय से प्राप्त होता है। यह कोड 10 डिजिट का होता है जो विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) द्वारा जारी किया जाता है। विदेश व्यापार महानिदेशालय भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय Ministry Of Commerce And Industry के अधीन कार्य करता है। भारत सरकार के जो नियम हैं उनके आधार पर दस्तावेज जमा करने के बाद उद्यमी को IEC code जल्दी मिल जाता है। 

  • टैक्स रजिस्ट्रेशन Tax Registration के लिए अप्लाई करें

इस बिजनेस को करने के लिए दूसरा कदम टैक्स पंजीकरण का है। भारत में वस्तुओं का उत्पादन और उनको बेचने के लिए VAT, CST या Sales Tax or TIN की आवश्यकता होती है। इसलिए IEC code apply करने के बाद आपको अपने राज्य के सम्बंधित विभाग से VAT registration करवाना है। Value added tax एक अप्रत्यक्ष कर है। 

  • कस्टम क्लीयरिंग एजेंट Customs Clearing Agent नियुक्त करना 

 Import export business start करने के लिए उद्यमी को अपने बिज़नेस के लिए Customs clearing agent को नियुक्त करना है। यह एजेंट उद्यमी को उसका माल बाहर, अन्दर भेजने हेतु custom clearance में उसकी मदद करता है। ये एजेंट या कंपनियां international customs authorities से प्रमाणित होती हैं। 

  • फ्रेट फारवर्डर Freight Forwarder

एक Freight Forwarder कोई एजेंट या कंपनी होती है। इनका काम, माल को आयात और निर्यात कर रहे व्यक्ति या कंपनी के लिए करना होता है। यानि Freight Forwarder को जहाज या रेलगाड़ी पर लदे हुए माल को आगे बढ़ाने वाला भी कह सकते हैं। आप फ्रेट फारवर्डर का इस्तेमाल करें। इनका काम किसी कंपनी या व्यक्ति के माल को एक जगह से दूसरी जगह भेजना और उस माल की पूरी जानकारी रखनी होती है। 

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इम्पोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस शुरू करने के लिए अन्य जरुरी बातें 

आयात निर्यात व्यापार, शुरू करने में थोड़ी बहुत कठिनाइयाँ तो आती हैं। क्योंकि यह अन्य देशों को, सामान बेचने और वहाँ से सामान मँगाने से जुड़ा हुआ बिजनेस है। यह व्यवसाय, प्रसिद्ध व्यवसायों की लिस्ट में शामिल है इसलिए इसके बारे में पूरी जानकारी होनी आवश्यक है। इसे फॉरेन ट्रेड पालिसी foreign trade policy के तहत, विनियमित किया गया है। यह विदेशी व्यापार निति, समय और परिस्थितियों के आधार पर, बदलती रहती है। आइये इम्पोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस शुरू करने के लिए कुछ अन्य जरुरी बातों के बारे में जान लेते हैं जिनके बारे में जानना आवश्यक है। 

  • उत्पाद का चयन करना सबसे महत्वपूर्ण Select Product For Import Export

Import Export व्यवसाय शुरू करने के लिए, प्रोडक्ट का चयन, सबसे महत्वपूर्ण कदम है। क्योंकि, यदि आप इम्पोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस शुरू करने के लिए अच्छे Products या उत्पादों का चयन करते हैं तो आप अपने व्यवसाय में असफल नहीं हो सकते हैं। इसके लिए किसी भी उद्यमी को काफी रिसर्च करने की जरुरत होती है। आपको देखना है कि घरेलू बाजार में, ऐसी कौन सी वस्तु है, जिसकी माँग तो बहुत ज्यादा है, लेकिन उत्पादन बेहद कम। अब जिस उत्पाद की माँग, घरेलू बाजार में अधिक, और सप्लाई कम है तो उद्यमी उस उत्पाद को बाहर देशों से, आयात करके, घरेलू बाजार में बेच सकते हैं। 

बिल्कुल ऐसे ही किसी वस्तु का यदि घरेलु बाजार में सप्लाई, या उत्पादन, अधिक है, और मांग कम है तो उस वस्तु को आप बाहरी देशों की तरफ निर्यात कर सकते हैं। 

  • ऑफिस की व्यवस्था करें 

Import export बिजनेस के लिए एक ऑफिस, गोदाम आदि का प्रबंध करना होगा। ऑफिस अपने किसी पास के मार्केट में खोल सकते हैं। ऑफिस में 4 से 5 कर्मचारी रखकर आप आसानी से ये बिजनेस शुरू कर सकते हैं। साथ ही उद्यमी को गोदाम और दुकान के लिए भी जगह लेनी होगी। जहाँ से वह ग्राहकों को सामान बेच सके या सामान को एयरपोर्ट और बंदरगाहों तक पहुँचा सके। 

कुछ अन्य Tips जो business शुरू करने से पहले ध्यान में रखने चाहिए 

यदि आपको बाहर देश से Import करके कोई माल मंगाना है, तो आपको Alibaba, India mart आदि वेबसाइट से अच्छा Suppliers चुन सकते हैं। अन्तराष्ट्रीय लेवल पर बैंक के खातों में पैसे एक देश से अन्य देश में डालने के लिए SWIFT Code की आवश्यकता होती है। इसे आप अपने बैंक की शाखा से कन्फर्म कर सकते हैं। 

किसी Suppliers को आर्डर देने से पहले अपनी कंपनी के नाम के साथ Purchase Order जरुर Issue करना चाहिए। इस बात का भी ध्यान रखें कि Purchase Order और Invoice दोनों में लिखित Amount एक ही हो। 

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