हम सभी अपने जीवन में खुद को लगातार बेहतर बनाने में लगे रहते है। लेकिन कई बार हमें यह पता ही नही होता है की अपनी दिनचर्या अथवा डेली रूटीन में किस तरह से बदलाव अथवा सुधार किया जाए की हम अपने दिन को और भी प्रोडक्टिव बना सके। हर व्यक्ति अपनी Productivity बढ़ाने के लिए के अलग-अलग तरीके अपनाता हैं। जिससे वह अच्छे परिणाम प्राप्त कर सके और जो प्रोडक्टिव है आज कल उसी की डिमांड है। चाहे वह किसी कंपनी में काम करता हो, बिजनेसमैंन हो, कोई कलाकर या किसी अन्य क्षेत्र में। जो भी जिस काम को कर रहा है, उस काम को करने में अगर वो सुपर प्रोडक्टिव (Super Productive) है तो निश्चय ही लोग उसकी तलाश करेंगे, और उससे बेस्ट रिवॉर्ड देंगे।
जीवन में सुपर प्रोडक्टिव (super Productive in Life) होने के लिए पहले आपको उत्पादकता यानि Productivity को भी जानना चाहिए। हमें समझना होगा की प्रोडक्टिविटी क्या है what is productivity ? प्रोडक्टिविटी का मतलब होता है कम समय में किस तरह से हम अपना अधिकतम आउटपुट निकल सके। बेहतर परिणाम Results प्राप्त कर सकें। प्रोडक्टिविटी किसी कार्य को पूरा करने वाले व्यक्ति की दक्षता का एक पैमाना है। आपके जीवन में कुछ ही चीजें होंगी जो वास्तव में सबसे महत्वपूर्ण हैं। और प्रोडक्टिव होने (More productive in life) का अर्थ है कि उन्ही कुछ चीजों पर ही एक स्थिर और औसत गति बनाये रखना है, जो वास्तव में सबसे महत्वपूर्ण हैं।
सुबह जल्दी उठना प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के सबसे बेहतर तरीकों में से एक होता है। क्योकि सुबह का वक़्त दिन का सबसे बेहतरीन और शांत समय होता है। ऐसे में अगर सुबह अच्छी हो तो पूरा दिन अच्छा और खुशनुमा बीतता है। लेकिन अगर सुबह अच्छी न हो तो पूरा दिन निकलना बेहद मुश्किल लगने लगता है। इसलिए सुबह जल्दी उठने की आदत को विकसित करें, और हर सुबह एक अच्छे दिन का आगाज करें। इससे आपको अपने आवश्यक कार्यो को पूरा करने के लिए पर्याप्त समय भी मिल जाता है।
आप तेजी से और फ्रेश माइंड के साथ काम तभी कर पाएंगे, जब आपकी फिज़िकल और मेंटल हेल्थ (Physical & Mental Health) अच्छी होगी। एक्सरसाइज (Exercise) इस काम में आपकी पूरी मदद करता है। यह आपको फिजीकली और मेंटली दोनों ही तरीके से स्ट्रांग बनाता है।
यह कहावत तो आपने जरूर सुनी होगी, ‘स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है।’ और हाई परफॉर्मेंस (High Performance) के लिए इन दोनों का फिट होना बहुत जरूरी होता है। एक्सरसाइज करने से आपको सुकून मिलता है। जब आप व्यायाम करते हैं तो स्वयं को ज्यादा एक्टिव बना लेते हैं। सुबह की शुरुआत में अपना कुछ समय व्यायाम के लिए निकालें, क्योंकि यह मांसपेशियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है और शरीर में रक्त के प्रवाह को भी बढ़ाता है। व्यायाम से पूरे दिन ताजगी बनी रहती है और व्यायाम आपकी नींद को भी बेहतर करता है।
जब आप दिन भर में किये जाने वाले सभी जरूरी कार्यो की एक लिखित सूची तैयार कर लेते हैं तो आप दिन का कंट्रोल अपने हाथ में लेते हैं। आप अपने दिन को अपने हिसाब से मैनेज कर पाते हैं। इसमें आप दिन भर के कामों को उनकी (Importance) के अनुसार क्रमशः लिख लेते हैं। कुछ कार्य ऐसे होते हैं जिन्हें पूरा करने में ज्यादा वक्त लगता है। उन्हें छोटे-छोटे हिस्सों में विभाजित कर लें। प्रत्येक कार्य के पूरा होने पर उन्हें सूची से हटा सकते हैं। (To do list) लिखने का अच्छा समय रात के सोने से पहले है। अथवा सुबह के समय इसे पूरा किया जा सकता है।
अपने To do list के छोटे-बढ़े कार्यो में प्रत्येक के पूरा होने में लगने वाले अनुमानित समय के हिसाब से अपने फोन में Timer लगा सकते हैं। इसके लिए बहुत से (Mobile App) उपलब्ध हैं। जिसमें आप अपने To do list को नोट कर सकते हैं और Alarm भी सेट कर सकते हैं। Timer से आपको अपने समय को ट्रैक करने में मदद मिलेगी। साथ ही इससे टाइम को फालतू के काम में वेस्ट होने से भी बचाया जा सकता है।
कहते हैं कि ‘अगर सीखना बंद तो जीतना बंद।’ बदलती दुनिया में अपनी अहमियत को बनाये रखने के लिए समय के साथ खुद को नए माहौल में ढालना अपने आप में एक बड़ी चुनौती है। इसको बनाये रखने के लिए खुद को हर दिन नई तकनीकों, नए विचारों से अवगत कराना बेहद जरूरी हो गया है।
हर कोई आगे बढ़ने की होड़ में लगा है, हर दिन नए लोग इंडस्ट्री से जुड़ रहे हैं। कॉम्पटीशन हर दिन बढ़ता जा रहा है। ऐसे में खुद को नियमित रूप से अपग्रेट Upgrade करना आवश्यक है। अन्यथा आप पीछे रह जायेंगे।
एक तरह के काम को एक समय मे करके आप अपने बहुमूल्य समय को बचा सकते हैं। उदाहरण के लिए- आपको Youtube Channel के लिए अलग-अलग Topic पर Video बनाना है, उन्हें Edit करना है और फिर Post करना है। तो सबसे पहले Video को बनाने के काम को खत्म करिये। उसके बाद Editing का और फिर अंत मे Post करिये। इस नियम का प्रयोग अपने अन्य कार्यो के साथ भी कर सकते हैं। इससे समय की बचत होती है।
जागने के बाद, कुछ और सेकंड के लिए अपनी आँखें बंद करें और आने वाले दिन के बारे में सोचें। अब अपनी आकांक्षाओं के बारे में सोचें, और अंत में, उन लोगों के बारे में सोचें जिनकी आप प्रशंसा करते हैं। अब, आइए उन लोगों की सुबह की दिनचर्या जो अपने जीवन में आज सफल हैं और इनसे प्रेरणा लें |
(Amazon CEO Jeff Bezos) हमेशा हर रात आठ घंटे की नींद लेते हैं और बिना अलार्म के स्वाभाविक रूप से जागने में विश्वास रखते हैं। अलार्म घड़ी को बंद करने से अलार्म घड़ी की तरह अचानक जागने के बजाय आपके शरीर को अधिक शांत तरीके से मदद मिलती है।
वह सुबह 4 बजे के वर्कआउट क्लब के सदस्य (Workout Club Members) हैं। ड्वेन सूरज उगने से पहले ही उठ जाते हैं और कार्डियो सेशन (Cardio Session) के लिए जाते हैं। रॉक के मुताबिक, उनके सुबह की दिनचर्या उन्हें दिन भर ऊर्जावान (energized) बनाए रखती है।
लिंक्डइन के सीईओ (CEO of LinkedIn) अपने दिन की शुरुआत सुबह के (Meditation) के साथ करते हैं। वास्तव में, वह हर सुबह 5:30 बजे उठते है और अपने ईमेल के माध्यम से अपने दिन की शुरुआत करते है। फिर वह (workout) के लिए जाते है और कम से कम एक घंटे ध्यान (Meditates) करते है,और नाश्ता करने के बाद,सुबह 9 बजे तक काम के लिए तैयार हो जाते है।
सुबह-सुबह समाचार पढ़ने में उनका बड़ा विश्वास है। सीएनबीसी (CNBC) के साथ अपने एक Interview में, उन्होंने कहा कि वह और वॉल स्ट्रीट जर्नल (Wall Street Journal), यूएसए टुडे फोर्ब्स USA Today, and Forbes के साथ दिन की शुरुआत करते हैं। उनकी तरह ही, उनके सबसे अच्छे दोस्त और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक, मिस्टर बिल गेट्स Mr Bill Gates अपने दिन की शुरुआत न्यूयॉर्क टाइम्स New York Times और वॉल स्ट्रीट जर्नल से करते हैं।
कार्य प्रदर्शन और उत्पादकता बढ़ाने के लिए युक्तियाँ (Tips to Increase Work Performance and Productivity)
1 -काम के बीच-बीच में ब्रेक लेते रहने से आपकी कार्य क्षमता बढ़ेगी। इससे दिमाग रिलैक्स होता है और मूड भी फ्रेश रहता है।
2 -अपने काम के घंटे को बढ़ाएं नहीं। कोशिश करें कि 8-9 घंटे में अपना काम पूरा कर लें। जितनी देर तक ऑफिस में रुककर काम करेंगे, आपका परफॉर्मेंस उतना ही खराब होगा, क्योंकि अधिक देर तक रहने से मेंटली और शारीरिक थकान दोनों ही होता है। अपने अंदर स्ट्रेस को घर ना करने दें। इससे आप अपने कार्यों को पूरा कर पाएंगे।
3 -किसी भी टाइम को आगे के लिए ना टालें। 2 मिनट का रूल (two-minute rule) फॉलो करें। यदि आपको लगता है कि कोई काम आप तुरंत कर सकते हैं, तो उसे उसी समय पूरा कर दें। इससे वह काम बेहतर तरीके से हो जाएगा।
4- मल्टीटास्किंग करने से बचें। कई लोग सोचते हैं कि ऐसा करके वे काम में बेहतर परफॉर्म कर पाएंगे, लेकिन एक साथ कई काम करने से आप किसी भी कार्य को सही तरीके से नहीं कर सकते हैं।
जब आप अपने प्रोडक्टिविटी (To Increase Productivity) के उच्चतम स्तर को प्राप्त करते हैं तो यह आपकी प्रोफेशनल प्रतिष्ठा को अच्छा और आपके आत्मविश्वास को बढ़ा देता है। इससे आपके आउटपुट की गुणवत्ता में भी सुधार होता है। और आप अपने कार्यस्थल पर अधिक लाभ अर्जित कर सकते हैं। ऊपर दिए गए सुझाव “प्रोडक्टिविटी कैसे बढ़ाएं? – (How to increase productivity at workplace)” आपको इसे पूरा करने में मदद कर सकते हैं। इन्हें जीवन में अपनाने से कार्यक्षेत्र में प्रदर्शन को बढ़ाया जा सकता है।