आज के बिजनेस इकोसिस्टम में, फॉरवर्ड-थिंकिंग बिजनेस हाउस, स्टार्टअप्स और मिड-साइज ऑर्गनाइजेशन् (Forward-Thinking Business Houses, Startups, and Mid-Size Organizations) ने अपनी मीडिया प्लानिंग एजेंसियों के साथ सोशल मीडिया मार्केटिंग (SMM) के स्कोप को अपनी टारगेट ऑडियंस के साथ जुड़ने और बिजनेस-2-ब्रांड (Business-2-Brand) इंटरैक्शन के लिए अपने लक्ष्य को कोर टूल (Core Tool) के रूप में रेखांकित किया है। सोशल मीडिया मार्केटिंग आपका व्यापार आगे बढ़ाने में मदद करता है और ब्रांड जागरूकता बढ़ता (Builds Brand Awareness) है।
वर्तमान मार्केटिंग-मिक्स (Marketing-Mix) ने सोशल मीडिया की ग्रोथ को व्यवसायों और उनके प्रोडक्ट्स और सर्विसेज को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख मंच के रूप में देखा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की वैश्विक पहुंच और इसके आसान तरीकों ने इसे सभी उद्योग वर्टिकल के लिए संचार और बिक्री संख्या बढ़ाने के लिए एक आदर्श माध्यम के रूप में प्रस्तुत किया है। सोशल मीडिया मार्केटिंग या एसएमएम (Social Media Marketing or SMM) संभावनाओं को साकार करने, नए ग्राहक बनाने और साथ ही ब्रांड वैल्यू बनाने की दिशा में एक आदर्श मार्केटिंग टूल है की तरह कार्य करता है।
इस ब्लॉग में, आप MARCOM टूल के रूप में सोशल मीडिया मार्केटिंग के महत्व और 360 डिग्री मार्केटिंग पिच (Developing A 360 Degree Marketing Pitch) को बनाने में कोर एंगेजमेंट प्लेटफॉर्म के रूप में सोशल मीडिया की भूमिका को समझेंगे। आप उन प्रमुख घटकों को भी समझेंगे जो सोशल मीडिया मार्केटिंग की सफलता में योगदान देते हैं।
सोशल मीडिया, लिंक्डइन, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, पिंटरेस्ट, स्नैपचैट, स्पॉटिफाई और यूट्यूब जैसे Dynamic Platforms का एक संतुलित मिश्रण है। यह एक सफल मार्केटिंग मिक्स मॉडल बनाने और आज के बाज़ार और दर्शकों के लिए मीडिया रीचआउट प्लान की पूर्ति के लिए एक टूलकिट है।
सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का अपना महत्व है, और ब्रांडों के लिए एक बेहतरीन विज्ञापन योजना बनाने के लिए इनमें से कुछ या शायद सभी का सही इस्तेमाल होना आवश्यक है।
एक सफल सोशल मीडिया मार्केटिंग अभियान के लिए 4 मुख्य चरण:
पिच और संचार रणनीति (Pitch and Communication Strategy)
प्लेटफार्म चयन और मीडिया योजना (Platform Selection and Media Plan)
विज्ञापन का प्रकाशन (Publishing of Advertisement)
रीच और एंगेजमेंट (Reach and Engagement)
एक इफेक्टिव गो-टू-मार्केट योजना बनाने के लिए, उत्पाद या सेवा और इसकी प्रमुख विशेषताओं को व्यापक रूप से समझना अनिवार्य है। ऐसा करने के बाद, किसी को उत्पाद/सेवा के खरीद प्रस्तावों को रेखांकित करना होगा, और प्रचार और बिक्री योजना तैयार करनी होगी। इसके बाद डिजिटल (एसएमएम) समेत सभी मार्केटिंग माध्यमों के लिए पिच और संचार रणनीति तैयार की जाती है। डिजिटल और विशेष रूप से सोशल मीडिया पर ध्यान केंद्रित करते हुए कुछ प्रमुख बिंदुओं को ध्यान में रखना चाहिए।
key message and visual aesthetics लक्षित दर्शकों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। स्टोरीबोर्ड की बड़ी तस्वीर पेश करने के लिए भावनाओं और विचार प्रक्रियाओं का प्रतिबिंब या Reflection आवश्यक है। संचार रणनीति बनाते समय, प्रतिस्पर्धी व्यवसाय अध्ययन महत्वपूर्ण है। Industry-specific best practices मार्केटिंग पुश एंड पुल रणनीति (marketing push and pull strategy) के लिए पंचलाइन (punchline) बनाने में मदद करती हैं, और अंत में, पिच और संचार रणनीति brand awareness and loyalty के निर्माण पर जोर देती हैं।
डिजिटल मार्केटिंग प्लेटफॉर्म, मुख्य रूप से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, अधिकांश marketers and advertisers तक पहुंचने और उन्हें प्रभावित करने के लिए सबसे अच्छा विकल्प है। सोशल मीडिया मार्केट के लिए सही प्लेटफॉर्म और मीडिया प्लान लक्षित दर्शकों के लिए उत्पाद / सेवा की प्रकृति को समझने में मदद करती हैं इसलिए इसे ध्यान में रखते हुए प्लेटफार्म का चयन और मीडिया योजना बनानी चाहिए। प्लेटफ़ॉर्म चयन के बाद मीडिया मिक्स आता है, जो अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए पुश एंड पुल रणनीति का सही उपयोग है। मीडिया मिक्स विभिन्न प्लेटफार्मों पर कंटेंट के वितरण के लिए विज्ञापन बजट द्वारा नियंत्रित होता है।
सोशल मीडिया विज्ञापनों और प्रचारों का निर्धारण उपभोक्ता के रुझाव, व्यवहार, जनसांख्यिकी (Consumer Interests, Behaviour, Demographics) पर आधारित है, जिसे लक्षित दर्शकों के साथ अधिकतम पहुंच और जुड़ाव बनाने के लिए प्रसारण के लिए सर्वोत्तम समय (best time for broadcast) के साथ जोड़ा गया है। ये सोशल मीडिया विज्ञापन हमेशा अच्छे व अनुकूल परिणाम प्रदान करते हैं।
डिजिटल मार्केटिंग माध्यमों और विशेष रूप से सोशल मीडिया के विकास के साथ, ब्रांडों के लिए संचार और आउटरीच योजनाएं उपभोक्ता व्यवहार और शहरी जीवन शैली पारिस्थितिकी तंत्र (The urban lifestyle ecosystem) पर उपलब्ध टचप्वाइंट (touchpoints) पर आधारित हैं। Engagement प्रभावशाली समुदायों और लोगों के लिए ब्रांड के बनाए गए वायरल आंदोलनों (viral movements) पर आधारित हैं।
लोग ब्रांड के साथ जुड़ने में यकीन रखते हैं, इसलिए सकारात्मक प्रतिक्रिया को संजोएं और नकारात्मक प्रतिक्रियाओं को सकारात्मक में परिवर्तित करने का प्रयास करें। अर्बन मार्केटर अपने दर्शकों के साथ नवीनतम टूल और एनालिटिक्स के साथ जुड़ता है ताकि मार्केटिंग पहुंच और इंगेजमेंट रणनीति को बढ़ाया जा सके।
सोशल मीडिया मार्केटिंग इस बारे में है कि सोशल मीडिया मार्केटिंग कैसे इस्तेमाल करें जो ब्रांड जागरूकता और लोगों के साथ संबंध बढ़ाये।
(यह लेख सम्मानीय यतीश कुकरेती जी द्वारा लिखे गए लेख का हिंदी रूपांतरण है। इसे इंग्लिश में पढ़ने के लिए कृपया नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें)