सस्टेनेबल लाइफस्टाइल को अपनाना कठिन नहीं है। हमें जितने भी संसाधन मिले हैं उनका सोच समझकर इस्तेमाल करना है ताकि आने वाली पीढ़ी भी उनका इस्तेमाल कर सके। आसान भाषा में कहें तो एक सस्टेनेबल लाइफस्टाइल को जीने के लिए आपको अपने कार्बन फुटप्रिंट carbon footprints को कम करना है।
हमारे कारण पृथ्वी को बहुत नुकसान पहुंच रहा है और अगर हम आज अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव नहीं लाएंगे तो भविष्य में यह ग्रह बचेगा ही नहीं। आज लोग इस बात को समझ रहे हैं और एक सस्टेनेबल लाइफस्टाइल sustainable lifestyle अपना रहे हैं। आप अपने दैनिक जीवन में जो कुछ भी करते हैं उसका किसी ना किसी तरीके से पर्यावरण, जलवायु और अन्य प्रजातियों पर प्रभाव पड़ता है। आप क्या खा रहे हैं, आप कितनी देर के लिए कार का इस्तेमाल कर रहे हैं, आप बिजली का कितना इस्तेमाल कर रहे हैं, आप कितना पानी इस्तेमाल कर रहे हैं आदि।
अब इसका मतलब यह नहीं है कि आप सिर्फ सब्जियां खाइए, कार चलाने की जगह पैदल चलिए और पानी का इस्तेमाल मत करिए। हां, आप नॉन वेजिटेरियन खाने को कम खाइए, कार का इस्तेमालाल सिर्फ जरूरत पड़ने पर करिए, पानी बर्बाद मत करिए और इलेक्ट्रिसिटी को बचाइए। ये कुछ छोटे बदलाव हैं लेकिन पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने में ये काफी मदद करते हैं। सस्टेनेबल लाइफस्टाइल को अपनाना कठिन नहीं है। हमें जितने भी संसाधन मिले हैं उनका सोच समझकर इस्तेमाल करना है ताकि आने वाली पीढ़ी भी उनका इस्तेमाल कर सके। आसान भाषा में कहें तो एक सस्टेनेबल लाइफस्टाइल को जीने के लिए आपको अपने कार्बन फुटप्रिंट carbon footprints को कम करना है।
कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए आपको अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करने पड़ेंगे। आइए जानते हैं कि कैसे आप एक सस्टेनेबल लाइफस्टाइल अपना सकते हैं How to live a sustainable lifestyle -
1. पर्यावरण के अनुकूल उत्पाद का इस्तेमाल करें Use eco-friendly products
अपने दैनिक जीवन में हम कई ऐसे प्रोडक्ट्स को इस्तेमाल में लाते हैं, जो पर्यावरण के अनुकूल नहीं हैं लेकिन फिर भी हम उनका इस्तेमाल करना इसीलिए नहीं बंद करते हैं क्योंकि हमें वे प्रोडक्ट्स पसंद होते हैं। हम अपनी आदत नहीं बदलना चाहते हैं, ये जानते हुए भी कि ऐसे प्रोडक्ट्स पर्यावरण के लिए अच्छे नहीं हैं। जब आप कोई सस्टेनेबल प्रोडक्ट sustainable product चुनते हैं, तो वह पर्यावरण के लिए तो अच्छा होता है लेकिन उसके साथ-साथ आपके लिए भी अच्छा होता है। आज बाज़ार में आपको कई ऐसे प्रोडक्ट्स मिल जाएंगे, जिनमें भारी मात्रा में ऐसे केमिकल्स होते हैं जो पर्यावरण के लिए सही नहीं है और जिनका पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसे प्रोडक्ट्स को मत खरीदिए और लोगों को भी जागरूक करिए।
2. इलेक्ट्रिसिटी की बचत करिए Save electricity
इलेक्ट्रिसिटी की बचत करना बहुत आसान है। आप ये तय कर लीजिए कि आपको जब किसी इलेक्ट्रिक अप्लायंस की जरूरत होगी तभी आप उसे इस्तेमाल में लाएंगे। कपड़े सुखाने के लिए ड्रायर का इस्तेमाल करने की बजाय उन्हें धूप में सुखाएं। कमरे से बाहर निकलने पर फैन और लाइट को बंद करें।
3. सिंगल यूज प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल ना करें Avoid single use products
सिंगल यूज प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुकसान होता है। आप इन्हें इस्तेमाल करके फेंक देते हैं लेकिन यही प्रोडक्ट्स लैंडफिल में जाते हैं और तरह-तरह के प्रदूषण का कारण बनते हैं। जब मार्केट में आपको इको फ्रेंडली eco-friendly और रियूजेबल प्रोडक्ट्स reusable products मिल रहे हैं, तो सिंगल यूज प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना तो गलत है।
4. पेपर का कम से कम इस्तेमाल करें Go paperless
हमें सिखाया जाता है कि पर्यावरण को बचाना है तो पेड़ लगाओ लेकिन आज-कल लोग अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए अन्धाधुन्ध पेड़ों को काट रहे हैं। पेपर पेड़ की मदद से बनते हैं इसीलिए पेपर का कम से कम इस्तेमाल करें। अच्छी गुणवत्ता के एक टन पेपर को बनाने में करीब 12 से 16 पेड़ लगते हैं। पेपर को बचाने के लिए आप ऑनलाइन नोट्स लें, चिट्ठी भेजने की जगह ईमेल का इस्तेमाल करें और जब भी आप शॉपिंग करें तो ऑनलाइन रसीद लें।
5. सस्टेनेबल कपड़े पहनें Wear sustainable clothing
सस्टेनेबल कपड़ो का आज कल काफी ट्रेंड है इसीलिए अपने कपड़े किसी सस्टेनेबल क्लॉथिंग स्टोर sustainable clothing store से खरीदें। ऐसे ब्रांड्स के कपड़े खरीदें, जो सस्टेनेबल हो ताकि ज्यादा से ज्यादा ब्रांड सस्टेनेबल कपड़े बनाना शुरू करें।
6. फूड वेस्टेज ना करें Don't waste food
खाने को बर्बाद करना भी पर्यावरण के लिए सही नहीं है इसीलिए अपने खाने को फेंकने से पहने 10 बार सोचें। अगर खाना खराब हो गया है तो उसे फेंकने के बजाय उससे कंपोस्ट तैयार करें।
7. पानी की बचत करें Save water
वाटर बट्स की मदद से आप बारिश के पानी को इक्कठा कर सकते हैं और उस पानी को ऐसे कामों में इस्तेमाल कर सकते हैं, जहां आपको फ्रेशवॉटर की जरूरत ना हो। पानी के बचाव के लिए लोगों को जागरूक करिए और इसकी शुरुआत सबसे पहले अपने घर से करिए।